7 Tips: अगर मैनीक्योर के लिए समय न हो तो इस तरह से रखें अपने नाखूनों की देखभाल

नाखून सुंदर बनाने के लिए आज कल हर महिला इन पर मैनीक्योर और नेल एक्सटेंशन जैसी कलाएं करवाती रहती हैं ताकि हाथ और भी ज्यादा अच्छे और आकर्षक दिखें. नाखूनों की सफाई हमारे हाइजीन के लिए भी जरूरी होती है. नाखूनों को साफ सुथरा रखने से हमारे नाखूनों में इन्फेक्शन और बैक्टीरिया इकठ्ठा होने का रिस्क कम हो जाता है. बहुत सी महिलाओं को नाखूनों के लिए मैनीक्योर करवाने का या फिर उनके लिए कोई ट्रीटमेंट करवाने का समय नहीं होता है. वह महिलाएं घर पर ही कम समय में और कम मेहनत के साथ अपने नाखूनों को अच्छा दिखा सकती हैं.

1. अपनी क्यूटिकल्स को मॉइश्चराइज करें 

अपने नाखूनों की क्यूटिकल को हाइड्रेटेड रखने के लिए और ड्राई होने से बचाने में लिए उन पर मॉश्चराइजर का प्रयोग करना चाहिए. ऐसा करने के लिए आपको पहले क्यूटिकल पुशर से अपनी क्यूटिकल्स को थोड़ा पीछे करना है और उसके बाद मॉश्चराइजर का प्रयोग करें.

2. नाखूनों की रक्षा करें 

नाखूनों को सुरक्षित रखने के लिए आपको सबसे पहले नाखूनों का प्रयोग जहां भी या जिस भी काम में होता है उसमें ग्लव्स पहनने चाहिए. अपने नाखूनों पर ज्यादा समय तक पानी या फिर केमिकल्स का एक्सपोजर न होने दें. इससे आपके नाखून डैमेज से बच जायेंगे और वह ऐसे ही मजबूत बने रहेंगे.

3. ज्यादा नेल पॉलिश का प्रयोग न करें 

आपको नाखूनों पर ज्यादा नेल पॉलिश का प्रयोग नहीं करना चाहिए. इससे नाखून अपने प्राकृतिक रंग को नहीं बदलेंगे और नाखून डैमेज भी नहीं होंगे.अगर आपको नेल पॉलिश का प्रयोग करना ही है तो सबसे नाखूनों की ऊपरी परत पर बेस कोट लगा लें ताकि नाखून खराब न हो.

4. ट्रिम और शेप करना न भूलें 

नाखूनों को अच्छी शेप देने के लिए उन्हें ट्रिम करना और अच्छी शेप देना बहुत जरूरी होता है. इसके लिए जरूरी है कि नेल क्लिपर या फिर फाइलर का प्रयोग करें. इससे आप अपने स्टाइल के हिसाब से शेप दे सकती हैं. अपनी मन चाही लेंथ नाखूनों को दे सकती हैं.

5. नाखूनों को हमेशा साफ रखें 

नाखूनों का हाइजीन मेंटेन करना भी बहुत जरूरी होता है. इसके लिए आपको नाखून को नियमित रूप से माइल्ड साबुन की मदद से और पानी से धोते रहना चाहिए ताकि उनमें कोई भी गंदगी फिल न हो सके और नाखूनों में इन्फेक्शन होने का खतरा कम हो सके.

 6. नाखूनों को मुंह से न कुतरें 

नाखूनों को कुतरने की आदत बहुत सारी महिलाओं की होती है. यह आदत आपके नाखूनों के स्वास्थ्य के लिए बिलकुल भी अच्छी नहीं होती है. इसलिए आपको इन्हें कुतरने की बजाए ऐसे ही रहने देना चाहिए और जब नाखून बड़े हो रहे हों तब इन्हें नेल कटर से काटना चाहिए.

 7. डाइट का भी रखें पूरा ध्यान 

आपके नाखूनों की सेहत प्राकृतिक रूप से अच्छी रहे इसके लिए संतुलित आहार का सेवन करना भी बहुत जरूरी है. इसलिए जरुरी है की आप अपनी रोजाना की डाइट में फल, सब्जियां, विटामिन और मिनरल को शामिल करें ताकि आपके शरीर के लिए जरूरी सभी पौष्टिक तत्व प्राप्त हो सकें.

 इन टिप्स का पालन करने से आपके नाखून बहुत अच्छी हालत में रहेंगे और उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है. इसलिए इन टिप्स को जरूर फॉलो करें और रोजाना अपने नाखूनों को साफ सुथरा रखें. इसके अलावा अपनी लाइफस्टाइल की आदतों को हेल्दी रखना भी बहुत जरूरी होता है.

Eyes: डार्क सर्कल्स से पाए छुटकारा, इस्तेमाल करें ये 2 चीजें

हर कोई चाहता है उसकी आंखे खूबसूरत और आकर्षक हो. लेकिन आंखो के नीचे मौजूद काले-काले घेरों की वजह से खूबसूरती में ग्रहण लग जाता है. अंडर आई डार्क सर्कल्स को हटाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते. आप डार्क सर्कल्स की समस्या को दूर करने के लिए क्या कुछ इस्तेमाल नहीं करते, महंगे-महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स से लेकर ट्रीटमेंट्स तक. लेकिन ये काफी महंगे होने के साथ-साथ केमिकल से भरपूर होते हैं जो आपको मनचाहे रिजल्ट नहीं देते हैं. इसलिए आज हम आपके लिए लेकर आए टमाटर अंडर आई मास्क लेकर आए हैं जिसको आजमाकर आप आंखों के नीचे के जिद्दी से जिद्दी काले घेरों का सफाया कर सकते हैं. बता दें, टमाटर में ब्लीचिंग एजेंट मौंजूद होते हैं जो आपकी काली पड़ी स्किन को लाइटन करने में कारगर साबित होते हैं.

टमाटर अंडर आई मास्क साम्रगी

  • टमाटर
  • नींबू

टमाटर अंडर आई मास्क कैसे बनाएं

 टमाटर अंडर आई मास्क बनाने के लिए आप सबसे पहले एक छोटा बाउल लें.
फिर आप इसमें टमाटर का जूस और नींबू का रस डालें.
इसके बाद आप इन दोनों चीजों को अच्छी तरह से मिला लें.
अब आपका टमाटर अंडर आई मास्क बनकर तैयार है.

कैसे टमाटर अंडर आई मास्क का इस्तेमाल करें

आप सबसे पहले पानी से चेहरा धो लें. उसके बाद कॉटन बॉल की मदद से आंखो के नीचे अंडर आई मास्क लगाए, इसके बाद 10 मिनट का इंतजार करें. उसके बाद आप अपना फेस पानी से धो सकते है. बढ़िया रिज्लट के लिए आप टमाटर अंडर आई मास्क का इस्तेमाल 2 टाइम्स कर सकते है आप सुबह और शाम अप्लाई कर सकते है. इसके इस्तेमाल से आप आंखों के नीचे काले घेरे कम होने लगते है.

टमाटर के फायदे

वैसे तो हर चीज के अपने-अपने फायदे होते है. ऐसे ही टमाटर स्किन के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और टमाटर स्किन बर्न में राहत प्रदान करता है. इतना ही नहीं टमाटर स्किन ड्रायनेस को दूर करके स्किन को नरिश बनाता है.

6 Tips: सुपर सॉफ्ट स्किन पाने के लिए इन रेमेडीज का करें प्रयोग

हर कोई महिला चाहती है कि उसकी स्किन काफी सॉफ्ट हो और उस पर एक भी दाग धब्बा न हो लेकिन ऐसी त्वचा पाने के लिए आपको अपना लाइफस्टाइल भी हेल्दी रखना होता है. आपकी स्किन आपके लाइफस्टाइल से काफी प्रभावित होती है इसलिए आपको हेल्दी खाना खाना चाहिए और रोजाना कुछ समय के लिए एक्सरसाइज करनी चाहिए. पौष्टिक खाना खाने से आपके चेहरे पर एक अलग ही ग्लो आता है. इसके अलावा आपको अपनी स्किन की भी केयर करनी होती है. घरेलू रेमेडीज का प्रयोग करके आप अपनी स्किन में निखार एड कर सकती हैं. ग्लोइंग और सॉफ्ट त्वचा पाने के लिए आपको महंगे ट्रीटमेंट करवाने की भी कोई जरूरत नहीं है बल्कि घर पर ही आपकी स्किन में काफी निखार देखने को मिल सकता है. आइए जान लेते हैं इस रेमेडी के बारे में.

1.शहद और निम्बू का मास्क

शहद आपकी स्किन को मॉश्चराइज करेगा और उसे सॉफ्ट बनाएगा तो वहीं नींबू आपकी स्किन को ब्राइट करता है. इन दोनों चीजों को एक साथ मिला कर एक पेस्ट बना लें और चेहरे पर लगा कर 10 से 15 मिनट का इंतजार करें. इसके बाद पानी से चेहरे को धो लें और स्किन आपकी पहले के मुकाबले काफी सॉफ्ट हो जायेगी.

2.एवोकाडो मास्क

इस फल में हेल्दी फैट पाए जाते हैं और इसमें ऐसे पौष्टिक तत्व होते हैं जो स्किन को हाइड्रेट करते हैं इसलिए ड्राई स्किन वाले लोगों के लिए भी यह मास्क काफी अच्छा रहने वाला है. इसको बनाने के लिए आपको केवल एक एवोकेडो को मैश करना है और उसे फेस मास्क की तरह अपने चेहरे पर लगा लेना है.

3.शुगर स्क्रब

स्किन में निखार लाने के लिए डेड स्किन सेल्स को साफ करना भी काफी जरूरी होता है और यह काम स्क्रब करता है. जरूरी नहीं है आप बाजार से ही महंगे महंगे स्क्रब लेकर आए पर आप घर पर भी चीनी की मदद से स्क्रब तैयार कर सकती हैं. चीनी को समान मात्रा में ऑलिव ऑयल या फिर नारियल के तेल में मिला दें और अपनी स्किन पर स्क्रब करना शुरू कर दें.

4.दही और खीरे का मास्क

आपको खीरे की स्लाइस को प्लेन दही में मिक्स करना है और इसे ब्लेंड कर लेना है. इससे आपको एक काफी कूलिंग और हाइड्रेटिंग मास्क मिलेगा. 15 से 20 मिनट के लिए आप इसे अपने चेहरे पर लगा लें और उसके बाद धो लें.  यह मास्क स्किन को सूद और मॉइश्चराइज करता है जिससे स्किन सॉफ्ट बनती है.

5.दूध से नहाएं

इसका मतलब यह नहीं है कि आपको पूरी तरह से ही दूध से नहाना है बल्कि आपको कुछ कप दूध अपने नहाने के पानी में मिक्स कर लेना है. दूध में लैक्टिक एसिड होता है जो आपकी स्किन को एक्सफोलिएट करने का काम करता है. इससे आपकी स्किन सॉफ्ट भी होती है और आपको मॉइश्चराइजिंग गुण भी मिलते हैं.

6.ऑलिव ऑयल मसाज

स्किन को रिलैक्स करने के लिए कभी कभार मसाज करना भी काफी जरूरी होता है इसलिए कुछ बूंदें ऑलिव ऑइल की लें और अपनी स्किन की मसाज इससे करें. काफी जेंटल तरीके से मसाज करें और गोल गोल मोशन में ही मसाज करें.

निष्कर्ष

इन टिप्स और रेमेडी का प्रयोग करने से आपकी स्किन में एक बहुत बड़ा अंतर नजर आ सकता है इसलिए इन्हें नियमित रूप से फॉलो करें और अपनी स्किन और सेहत की देख भाल करें ताकि आपकी स्किन में अपने आप ही ग्लो एड हो सके.

मुझे मास्क लगाने पर फेस पर बहुत पसीना आता है?

सवाल-

मुझे मास्क लगाने पर फेस पर बहुत पसीना आता है, जिस के कारण मैं मास्क पहनना चाह कर भी नहीं पहन पा रही हूं, क्या ऐसा कोई उपाय है. जिस से मैं मास्क भी पहनूं और मुझे पसीने की समस्या भी न आए?

जवाब-

मास्क लगाने से अगर त्वचा में रैशेज या पसीना हो तो इस से बचने के लिए कौटन के बने मास्क या रूमाल का इस्तेमाल करें. मास्क पहनने से पहले चेहरे पर ऐसी क्रीम या मौइस्चराइजर लगाना चाहिए, जिस में ऐंटीइनफ्लैमेटरी इन्ग्रीडिऐंट्स हों. इस के लिए आप नियासिनमाइड बेस्ड क्रीम चुन सकती हैं. नियासिनमाइड विटामिन बी का ही एक प्रकार है. यह हमारी स्किन में सेरामाइड का निर्माण करने में सहायता करता है. सेरामाइड स्किन पर किसी भी तरह की दिक्कत को बढ़ने से रोकता है. यह हमारी त्वचा से अतिरिक्त पसीना निकलने से भी रोकता है. जिन की स्किन बहुत अधिक सैंसिटिव होती है,

उन्हें भी नियासिनमाइड बेस्ड औइनमैंट्स का उपयोग करना चाहिए ताकि गरमी में मास्क के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं न बढ़ें.

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वायरसों से बेसिक बचाव के लिए मास्क पहना यानी नाक-मुंह ढका जाता है. मौजूदा घातक नोवल कोरोना वायरस के बहुत तेजी से फैलाव को देखते हुए विश्व संस्था डब्लूएचओ ने इस के इस्तेमाल पर काफी अधिक जोर दिया है. कुछ देशों ने तो इस के इस्तेमाल को अनिवार्य कर दिया है. हमारे देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मास्क पहनना लाजिमी करार दिया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने पहले से ही इसे जरूरी घोषित कर रखा है.

दरअसल, कोरोना से बचाव सिर्फ आज या कल ही नहीं, बल्कि आने वाले लंबे समय तक करना होगा, क्योंकि इस की दवा फ़िलहाल उपलब्ध नहीं है. इस वायरस के नाक या मुंह के रास्ते शरीर के अंदर जाने से रोकने के लिए मास्क का इस्तेमाल किया जाता है.

संक्रमित होने से बचाता है मास्क :

कनाडा में मैकमास्टर विश्वविद्यालय ने अपने शोध कहा है कि आम कपड़े से बने मास्क नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी हैं. विशेषरूप से ऐसे मास्क जो सूती कपड़े के बने हों.

Mother’s Day Special: कैसे बचें एजिंग इफेक्ट से?

खूबसूरत दिखने की चाहत हर किसी का अरमान होता है,फिर चाहे कोई भी उम्र हो? जैसे-जैसे उम्र बढ़ने लगती है उसका सबसे पहला इफेक्ट आपके चेहरे पर ही दिखाई देता है. बढ़ती उम्र के असर को कम करने के लिए आप मार्केट के प्रॉडक्ट्स का इस्तमाल शुरू कर देते हैं. लेकिन, क्या आप इन उत्पादों के साइड इफेक्ट्स से वाकिफ हैं? स्किन पर आए एजिंग इफेक्ट को आप प्रॉपर डाइट, भरपूर नींद और एक्सरसाइज करके भी कम कर सकते हैं. आइए, जानते है कुछ ऐसे ही सुपरफुड्स के बारे में.

1.कॉफी

इंस्टेंट ग्लो के लिए कॉफी सबसे उत्तम प्रॉडक्ट है. एक शोध के मुताबिक कॉफी में मौजूद कम्पाउंड्स त्वचा को कैंसर से बचाते हैं और आपको लंबे समय तक जवान रखते हैं. कॉफी में मौजूद कैफीन से स्किन डलनेस दूर होती है जो आपकी स्किन में निखार लाती है. कॉफी के बीज स्किन पर रगड़ने से डेड सेल्स खत्म हो जाऎंगे और स्किन कोमल हो जाती है.

2.अनार

अनार के उपयोग से झुर्रियों और रूखेपन को कम किया जा सकता है. इसमें विटामिन सी होता है जो मिडल एज की महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है. अनार में एंथोसियानिन्स तत्व होता है,जो कोलैजेन के उत्पादन को रोकता है. अनार के प्रयोग से स्किन स्मूथ और कसी हुई रहती है.

3.तरबूज

तरबूज के प्रयोग से आप सूरज की अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से बच सकते है. तरबूज में लाइकोपिन एंटी-ऑक्सीडेंट कंपाउंड होता है. रिसर्च के अनुसार टमाटर की बजाय तरबूज में 40 प्रतिशत ज्यादा फाइटो केमिकल होता है, जो एसपीएफ 3 के बराबर होता है. ये आपकी स्किन पर सन्सक्रीन का काम करता है.

4.अखरोट

अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड बालों को हाइड्रेटेड रखता है और विटामिन इ बालों को डेमेज होने से बचाता है. बालों को इन्हीं दोनों तत्वों से फायदा मिलता है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ बाल भी झड़ने लगते है.अखरोट के प्रयोग से इस समस्या से निजात मिलता है. इसमें मौजूद कॉपर आपके बालों को असमय सफेद होने से बचाता है क्योंकि यह आपके बालों के नेचुरल कलर को बनाए रखता है.

Mother’s Day Special: बढ़ती बेटियों को दें ये ब्यूटी मंत्र

पार्टी से घर लौट सोनम जब अपने बैडरूम में घुसी, तो वहां का नजारा देख कर दंग रह गई. ड्रैसिंगटेबल पर कौस्मैटिक का सामान बिखरा पड़ा था और उस की 13 वर्ष की बेटी आलिया सजधज कर खुद को आईने में निहार रही थी. गुस्से में तमतमाई सोनम ने आलिया के गाल पर थप्पड़ जड़ते हुए कहा कि ये कोई बच्चों के इस्तेमाल की चीजें नहीं हैं.

यह वाक्या था पहले के जमाने की मम्मी का. मगर आजकल की मम्मियां ऐसी नहीं होती हैं. वे खुद तो सजतीसंवरती हैं ही, साथ ही अपनी बेटी को भी कौस्मैटिक्स के इस्तेमाल से नहीं रोकतीं खासतौर पर जब लड़कियां टीनऐजर हो जाती हैं, तो अपनी मांओं को यों सजतेसंवरते देख कर उन का मन भी उन चीजों को इस्तेमाल करने को करने लगता है.

इस बारे में कौस्मैटोलौजिस्ट एवं माइंड थेरैपिस्ट अवलीन खोकर कहती हैं, ‘‘आजकल स्कूलों में बहुत सारी ऐक्टिविटीज होती रहती हैं और उन में बच्चों को सजाने और प्रेजैंटेबल दिखाने के लिए मेकअप का इस्तेमाल किया जाता है. इस के अतिरिक्त आजकल टीवी सीरियल्स और फिल्मों में भी कम उम्र की ऐक्ट्रैसेज और मौडल्स दिख रही हैं. 13 से 16 वर्ष की उम्र ऐसी होती है, जब लड़कियां अपने लुक्स पर कुछ ज्यादा ही ध्यान देती हैं. यह उम्र फिल्म ऐक्ट्रैसेज और मौडल्स को कुछ ज्यादा ही प्रभावित करती है.

‘‘फिल्म या सीरियल में कौन सा नया लुक आया है, उसे आजमाने से मां भी अपनी बेटी को नहीं रोक सकती, क्योंकि वह खुद भी उस लुक को खुद पर आजमा रही होती है. ऐसे में बेटी को लगता है कि जब मां कर रही हैं, तो मैं भी कर सकती हूं. बस यही बात मांओं को अपनी बेटियों को समझानी है कि हर वह प्रोडक्ट, जो मां इस्तेमाल कर रही हैं उसे उन की बेटी इस्तेमाल नहीं कर सकती, क्योंकि उस की त्वचा अभी कैमिकल्स की हार्डनैस को झेलने लायक नहीं बनी है.

मांओं को भी पता होना चाहिए कि उन की बेटी की त्वचा पर कौन से प्रोडक्ट्स इस्तेमाल किए जा सकते हैं. बहुत जरूरी है कि बच्चे की त्वचा पर कोई भी प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पूर्व उस पर लिखी इनग्रीडिएंट्स पर गौर कर लिया जाए. उत्पाद यदि डर्मेटोलौजिस्ट द्वारा अप्रूव्ड है, उस में सल्फैटिक ऐसिड और मिंट एजेंट हैं, तब ही उस उत्पाद को अपनी बेटी की त्वचा पर इस्तेमाल करें. जिन प्रोडक्ट्स में पैराबीन, पैथोलेट्स ट्रिक्लोसन, पर्कोलेट जैसे तत्त्व होते हैं उन्हें कभी बच्चे को इस्तेमाल न करने दें, क्योंकि ये त्वचा को ड्राई करते हैं और ऐक्ने की समस्या को बढ़ाते हैं.

फेयरनैस क्रीम का भ्रम

इस उम्र की लड़कियों में खासकर सांवली लड़कियों में फेयरनैस क्रीम का बहुत क्रेज होता है. बाजार में भी फेयरनैस क्रीम के इतने विकल्प मौजूद हैं कि किसी एक का चुनाव करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आंख मूंद कर और ब्रैंड के भरोसे क्रीम खरीदना और उस के इस्तेमाल के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता. लेकिन इस संबंध में अवलीन की मानें तो स्किन कलर मैलानिन से बनता है. यह कुदरती होता है. हां, इसे निखारा जरूर जा सकता है. कोई भी क्रीम डस्की स्किन को फेयर नहीं बना सकती. यह सिर्फ कौस्मैटिक सर्जरी के द्वारा ही संभव है, जो इस उम्र की लड़कियों को तो बिलकुल नहीं करानी चाहिए. हां, त्वचा के रंग को निखारने के लिए मांओं को अपनी बेटियों पर ये टिप्स जरूर आजमाने चाहिए:

– धूप में निकलें या न निकलें दिन में रोज 3 बार चेहरे को साफ कर के सनस्क्रीन जरूर लगाएं. दरअसल, जब त्वचा सूर्य के संपर्क में आती है, तो उस में मैलानिन बनने लगता है, जिस से त्वचा की रंगत डल होती जाती है. सनस्क्रीन त्वचा के लिए सुरक्षाकवच का काम करता है. यह त्वचा में मैलानिन बनने से रोकता है. सुबह स्कूल जाते वक्त बेटी को सनस्क्रीन जरूर लगाने को कहें. यदि बेटी की त्वचा औयली है, तो उसे जैल बेस्ड सनस्क्रीन लगाने को कहें. ध्यान रखें कौस्मैटिक ब्रैंड्स का सनस्क्रीन लेने की जगह मैडिकेटिड सनस्क्रीन को बेटी के लिए चुनें. कौस्मेस्यूटिकल सनस्क्रीन लेने से बचें. जब बेटी घर आए तब भी उसे सनस्क्रीन लगाने को कहें, क्योंकि ट्यूबलाइट और बल्ब में भी अल्ट्रावायलेट किरणें होती हैं, जो त्वचा में मैलानिन बनाती हैं.

– अधिकतर मांएं बेटी की रंगत को निखारने के लिए अखबारों और टीवी पर आने वाले फेयरनैस क्रीम के विज्ञापनों से भ्रमित हो महंगीमहंगी क्रीमें खरीद तो लेती हैं, लेकिन उन का असर बेटी की त्वचा पर नहीं दिखता. अत:बारबार क्रीमें बदलने से बेहतर है कि जो भी क्रीम खरीदें उस के पैक पर लिखी इनग्रीडिएंट्स को पढ़ लें. दरअसल, ब्लीच एजेंट, हाइड्रोक्यानिक और कोजिक ऐसिड वाली फेयरनैस क्रीम लेने की जगह लाइकोरिस, नियासिनेमाइड और ऐलोवेरा युक्त फेयरनैस क्रीमें ही खरीदें. ये चेहरे की रंगत को एक लैवल फेयर कर देती हैं.

त्वचा के टैक्स्चर को पहचानें

इस उम्र की लगभग सभी लड़कियों को मासिकधर्म शुरू हो जाता है. इस से उन में हारमोनल बदलाव भी होते हैं, जिन का असर त्वचा पर भी पड़ता है.

साउथ दिल्ली स्थित द स्किन सैंटर के डर्मेटोलौजिस्ट डाक्टर वरुण कतियाल कहते हैं, ‘‘त्वचा का टैक्स्चर 4 तरह का होता है- औयली, नौर्मल, कौंबिनेशन और सैंसिटिव. यदि आप अपनी बेटी के स्किन टैक्स्चर को पहचानना चाहती हैं, तो सुबह जब वह सो कर उठे तो उस के चहरे के टी जोन और यू जोन पर एक टिशू पेपर लगाएं. देखें कि कहां ज्यादा औयल है. यदि टी और यू दोनों जोन पर औयल है, तो त्वचा औयली है, यदि टी पर औयल है और यू पर नहीं, तो त्वचा का टैक्स्चर कौंबिनेशन है.

‘‘बाजार में हर त्वचा के हिसाब से प्रोडक्ट उपलब्ध हैं. फिर भी हर प्रोडक्ट के पीछे लिखा होता है कि प्रोडक्ट कोमैडोजेनिक है या नौनकोमैडोजेनिक है. कभी भी बेटी को कोमैडोजेनिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करने दें, क्योंकि यह त्वचा के पोर्स ब्लौक कर देता है, जिस से मुंहासे होने का डर रहता है.’’

खुशबूदार उत्पाद हैं नुकसानदायक

इस उम्र के बच्चे रंग और खुशबू से बहुत प्रभावित होते हैं खासकर लड़कियां. उन्हें इस बात का भ्रम होता है कि रंग और खुशबू के असर से उन की त्वचा खूबसूरत हो जाएगी. लेकिन असल में यही नुकसानदायक होते हैं. एक मां ही अपनी बेटी को यह समझा सकती है कि यह उम्र सिर्फ त्वचा की ठीक तरह से सफाई करने की है न कि उसे आर्टिफिशियल लुक देने की.

इस बाबत एशियन इंस्टिट्यूट औफ मैडिकल साइंस के कंसल्टैंट डर्मेटोलौजिस्ट डाक्टर अमित बांगिया कहते हैं, ‘‘बाजार में बहुत सारे उत्पाद आते हैं और उन पर लिखा होता है  कि यह उत्पाद ऐलोवेरा, रोजमैरी, जैसमिन या फिर कोकोनट युक्त है. साथ ही उन उत्पादों से वैसी ही खुशबू भी आ रही होती है. लेकिन असल में खुशबू वाले उत्पादों में केवल ऐसेंस और कैमिकल्स के अलावा कुछ नहीं होता है. इतना ही नहीं, ये फ्रैगरैंस वाले उत्पाद आप की बेटी के ऐस्ट्रोजन हारमोन को भी प्रभावित करते हैं, जिस से वह चिड़चिड़ी हो सकती है और उस का वजन भी बढ़ सकता है. त्वचा पर जो असर पड़ता है वह अलग. इसलिए बाजार में उपलब्ध और्गेनिक उत्पादों का ही इस्तेमाल बेटी की त्वचा पर करें.

Summer Special: 5 टिप्स- खीरे के फेस पैक से पाएं ग्लोइंग स्किन

गरमी में खीरा खाना हर किसी को पसंद होता है. साथ ही लोग स्किन को सुंदर रखने के लिए भी खीरे का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते खीरे को काटकर फेस पर लगाने की बजाय फेसपैक भी लगा सकते हैं. गरमी में खीरा खाने से जितना बौडी में पानी की कमी पूरी होती है उतना ही स्किन को भी फायदा पहुंचता है. इसलिए आज हम आपको खीरे के कुछ फेस पैक टिप्स बताएंगे जिससे आपको एक निखरी और जवां स्किन मिलेगी…

1 ब्यूटीफुल स्किन के लिए लगाएं एलोवेरा और खीरे का फेसपैक

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स्किन को फिर से जवां बनाने के लिए यह खीरा फेस पैक फायदेमंद होता है. इसे बनाने के लिए एक कटोरी में खीरे का रस और एलोवेरा जेल दोनों बराबर मात्रा में लेकर आपस में मिला लें. इस फेस पैक को चेहरे पर 30 मिनट लगाकर रखें और सूखने के बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. इसका इस्तेमाल आप हफ्ते में 3-4 बार कर सकते हैं.

2 निखरी स्किन के लिए लगाएं बादाम और खीरे का फेस पैक

ऐसे रखें गर्मियों में त्वचा की चमक को बरकरार

बादाम में विटामिन ई होता है. यह फेस पैक स्किन को निखार देता है और साथ ही रुखापन दूर करने के लिए फायदेमंद होता है. इसे बनाने के लिए एक कटोरी में खीरे का रस और बादाम का पेस्ट दोनों बराबर मात्रा में लेकर आपस में मिला लें. इस फेस पैक को चेहरे पर 20 मिनट लगाकर रखें और सूखने के बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. इसका इस्तेमाल आप सप्ताह में 4-5 बार कर सकते हैं.

3 खूबसूरत स्किन के लिए लगाएं दही और खीरे का फेस पैक

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सैंसिटिव स्किन के लिए यह फेस पैक फायदेमंद होता है. यह स्किन को मुंहासों से बचाता है और निखरी हुई बनाता है. इसे बनाने के लिए एक कटोरी में खीरे का रस और दही दोनों बराबर मात्रा में लेकर आपस में मिला लें. इस फेस पैक को चेहरे पर 30 मिनट लगाकर रखें और सूखने के बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. इसका इस्तेमाल आप रोजाना इस्तेमाल कर सकते हैं.

4 तरोताजा स्किन के लिए लगाएं गाजर और खीरे का फेस पैक

चेहरे को खूबसूरती देने और तरोताजा बनाने के लिए गाजर खीरा फेस पैक लगाना फायदेमंद होता है. इसे बनाने के लिए एक कटोरी में 2 चम्मच खीरे का रस और 2 चम्मच गाजर का रस लेकर आपस में मिला लें. इस मिश्रण में 2 चम्मच फ्रूट क्रीम मिलाएं इस फेस पैक को चेहरे पर 30 मिनट लगाकर रखें और सूखने के बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. इसका इस्तेमाल आप सप्ताह में 2-3 बार कर  सकते हैं.

5 टैनिंग साफ करने के लिए लगाएं टमाटर और खीरे का फेस पैक

स्किन की रंगत निखारने और टैनिंग साफ करने के लिए यह फेस पैक फायदेमंद होता है. इसे बनाने के लिए एक कटोरी में खीरे का रस और टमाटर का पेस्ट समान मात्रा में लेकर आपस में मिला लें. इस मिश्रण में 1 चम्मच बेसन मिलाएं, इस फेस पैक को चेहरे पर 20 मिनट लगाकर रखें और सूखने के बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. इसका इस्तेमाल आप सप्ताह में 3-4 बार कर सकते हैं.

Summer Special: फेस पर आइस क्यूब लगाने के हैं ये 6 फायदे

आप बर्फ का इस्तेमाल तो खूब करते होंगे. कभी पानी पीने में या शर्बत या अन्य किसी चीज में लेकिन क्या आप जानते हैं कि बर्फ का इस्तेमाल आप खूबसूरती के लिए भी कर सकते हैं. आपको अपने सौंदर्य से संबंधित जितनी भी परेशानियां हैं, वह सब बर्फ का टुकड़ा सही कर सकता है.

बर्फ आपके चेहरे को तरोताजा रखने के साथ-साथ अपके चेहरे के डार्क सर्कल भी खत्म कर देता है. जिसके लिए आप बाजार से न जाने कौन-कौन से ब्यूटी प्रोडक्ट खरीदती हैं जिससे कि आपके चेहरे के निखार और दाग-धब्बें खत्म हो जाए.

इन प्रोडक्ट से दाग-धब्बे खत्म हो जाते हैं लेकिन कुछ समय बाद गंदगी की वजह से फिर से निकल आते हैं. इसके बजाए आप घर में रह कर बिना पैसे खर्च किए बर्फ का इस्तेमाल कर सकती हैं. जो आपको आंतरिक सुंदरता प्रदान करेगा. जानिए चेहरे पर बर्फ लगाने के फायदों के बारे में.

1. जब चेहरे पर हों दाग-धब्बे

बर्फ दाग-धब्बों को ठीक करने में बहुत सहायक है. इसके लिए एक कॉटन के कपड़े में बर्फ रख उसे अपने चेहरे और गर्दन में घुमांए, लेकिन ध्यान रहें कि बर्फ के एक जगह ही न लगाएं. इससे आपकी त्वचा लाल हो सकती है. बर्फ लगाने से आपके चेहरे के दाग-धब्बे जल्द ही खत्म हो जाएगें.

2. डार्क सर्कल

आपको शायद ही पता हो कि चेहरे पर बर्फ लगाने से डार्क सर्कल दूर हो जाते हैं और चेहरा हमेशा तरोताजा बना रहता है. अगर आपको बहुत अधिक मेकअप लगाना पसंद नहीं है तो आपको नियमित रूप से बर्फ का इस्तेमाल करना चाहिए. ऐसा करने से चेहरा हमेशा फ्रेश बना रहेगा.

3. मेकअप

अगर आप चाहती है कि अपका मेकअप ज्यादा वक्त तक रुका रहे तो इसके लिए मेकअप करने से पहले चेहरे में बर्फ लगाएं इसके बाद इसे साफ कॉटन के कपड़े से सुखा लें फिर मेकअप लगाएं.

4. टैनिंग की समस्या

अगर आप सनबर्न या टैनिंग की समस्या से परेशान है तो इसके लिए दिन में एक बार चेहरे में बर्फ के इस्तेमाल करें इससे आपके चेहरा सौम्य रहेगा साथ ही और आप अपने चेहरे में ठंडक महसूस करेगी.

5. आंखों की समस्या

आज कल कम्प्यूटर स्क्रीन के आगे बैठे रहनें से आंखों की समस्या काफी होने लगी है जिसके लिए हम रोज डॉक्टर के पास जाते हैं या घर पर ही कोई दवा का सेवन करते हैं. इस समस्या से आपको बर्फ निजात दिला सकती है और आपको ताजगी भी महसूस होगी. इसके लिए एक बर्फ के टुकड़े को एक मुलायम कपड़े में लपेटकर इसे आंखों के ऊपर थोड़ी देर के लिए रखिए. इससे आपको काफी राहत मिलेगी.

6. मांसपेशियों में दर्द से मिले राहत

अगर आप मांसपेशियों में दर्द से परेशान हैं तो इसके लिए आप बर्फ के इस्तेमाल करें आपको काफी फायदा मिलेगा. इसके लिए जिस जगह दर्द हो उस जगह कुछ देर बर्फ से सिकाई करें. इससे आपको काफी राहत मिलेगी.

Summer Special: स्किन की टैनिंग दूर करता है ‘शुगर स्क्रब’

त्वचा हमारे शरीर में सबसे संवेदनशील अंग है जो आसानी से हमारे आस-पास के माहौल से प्रभावित हो जाता है. हम इसे कितना भी कवर या बचाने की कोशिश करें, यह सूर्य और अन्‍य पर्यावरणीय कारकों से क्षतिग्रस्‍त हो ही जाती है.

ऐसे में हमें त्‍वचा पर जमा मृत कोशिकाओं के साथ टैनिंग को दूर करने के लिए कुछ उपायों की जरूरत होती है. क्या आप जानते हैं कि इसके लिए नींबू और चीनी से बेहतर विकल्‍प आपके लिए कुछ और हो ही नहीं सकता.

नींबू में टैंनिंग को दूर करने के गुण पाए जाते हैं और ये त्वचा के रोम छिद्रों में छिपी गंदगी को साफ करने में मदद करता है और साथ में चीनी एक शक्तिशाली एक्‍सफोलिएटिंग एंजेट होने के कारण साथ मिलाने से इसके फायदों को कई गुणों कर देती हैं.

इसके लिए आपको जरुरत होगी :

1. आधा ताजा नींबू

2. आधा कप दानेदार चीनी

3. 1 बड़ा चम्मच ऑलिव ऑयल

4. 1 बड़ा चम्मच आर्गेनिक शहद

यही तत्‍व जरुरी क्‍यों है ?

नींबू- नींबू विटामिन सी से भरपूर होता है और आमतौर पर एजिंग स्पॉट्स और सूरज से क्षतिग्रस्‍त त्‍वचा के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है. साथ ही यह पोर्स को बंद करने और रंगत को निखारने में मदद करता है.

चीनी – चीनी एक एक्‍सफोलिएटर के रूप में काम करती है और धीरे-धीरे शरीर की बंद सभी मृत कोशिकाओं को निकाल कर त्‍वचा की संपूर्ण बनावट में सुधार करती है.

ऑलिव ऑयल – ऑलिव ऑयल एक उत्‍कृष्‍ट एमोलिएंट है जो त्‍वचा को गहराई से पोषण और साफ करता है. इसके अलावा यह एजिंग के निशान को दूर करने में मदद करता है.

शहद – शहद प्राकृतिक एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटीबैक्‍ट‍ीरियल गुणों से भरपूर होता है, जो त्‍वचा को पर्यावरण से होने वाले नुकसान से रक्षा करता है. इसके अलावा त्‍वचा को पोषण और नमी प्रदान करता है.

स्‍क्रब बनाने का तरीका :

1: एक कटोरी में नींबू का रस और ऑलिव ऑयल लेकर पेस्‍ट बना लें. अगर आप गाढ़ा या पतला पेस्‍ट बनाना चाहते हैं तो उसी हिसाब से ऑलिव ऑयल को कम या ज्‍यादा कर सकते हैं.

2 : फिर इसमें शहद को मिलाकर धीरे-धीरे मिक्‍स करें.

3 : अंत में, चीनी मिलाकर सभी चीजों को अच्‍छे से मिला लें.

तो अब आपका घर में बना नींबू और चीनी का टैन हटाने वाला स्‍क्रब तैयार है.

इस चीनी के स्‍क्रब को लगाने का तरीका

इस फेस स्‍क्रब को लगाने के लिए सबसे पहले अपने चेहरे को साफ पानी से धो लें और धीरे-धीरे इस स्‍क्रब को सर्कुलर मोशन में रगड़कर 2-3 मिनट तक मसाज करें. फिर स्‍क्रब को 5-7 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें. ठंडे पानी से चेहरे को धोकर पोछ लें. अगर त्‍वचा पर ड्राईनेस महसूस हो रही है तो मॉश्‍चराइजर लगा लें.

12 Summer Makeup Tips: गरमी में मेकअप के लिए परफैक्ट कौस्मैटिक्स

गरमी के मौसम में कई चीजों में बदलाव करना पड़ता है. खानापीना, पहनावा, हेयरस्टाइल से ले कर मेकअप के तरीके तक में भी बदलाव जरूरी हो जाता है. गरमी में सनटैन, पसीना, चिपचिपापन जैसी समस्याएं त्वचा की खूबसूरती बिगाड़ देती हैं.

यही वजह है कि गरमी में मेकअप करना किसी चुनौती से कम नहीं होता है. परेशानी तब और बढ़ जाती है जब किसी पार्टी या जरूरी बिजनैस मीटिंग में जाना हो और आप के लिए प्रेजैंटेबल दिखना जरूरी हो. पसीने और चिपचिपाहट के कारण गरमी में मेकअप को देर तक टिकाए रखना काफी मुश्किल काम होता है. इसलिए गरमियों में मेकअप करते समय कौस्मैटिक्स समझदारी से चुनने चाहिए.

  1. क्लींजिंग के लिए औयल फ्री फेसवाश

पसीने की समस्या गरमी में सामान्य है और यह मेकअप के खराब होने का कारण भी बन सकता है. इस परेशानी को कम करने के लिए औयल फ्री फेसवाश काफी मददगार साबित हो सकता है. वैसे आप हफ्ते में 1 या 2 बार पसीने या त्वचा से तेल की समस्या को कंट्रोल करने के लिए घरेलू चीजों जैसे मुलतानी मिट्टी, बेसन, नीम, नीबू, मसूर दाल आदि का उपयोग भी कर सकती हैं.

  1. टोनिंग के लिए गुलाबजल

टोनर त्वचा की गंदगी निकालने और स्किन पोर्स में कसावट लाने का काम करता है. गरमियों में टोनर के तौर पर गुलाबजल का उपयोग कर सकती हैं. गुलाबजल सौफ्टली त्वचा के अत्यधिक तेल को नियंत्रित करता है और साथ ही त्वचा को मौइस्चराइज भी करता है. पसीने की समस्या और त्वचा के रूखेपन की परेशानी दोनों के लिए ही यह उपयोगी होता है.

  1. 30 एसपीएफ वाला सनस्क्रीन

सूर्य की हानिकारक पराबैगनी किरणें स्किन में फाइनलाइंस, असमय ?ार्रियां, ?ांइयां, सनटैन व सनबर्न का कारण बन सकती हैं. ऐसे में गरमी के मौसम में अगर धूप में बाहर जाने का काम है तो घर से निकलने से 15-20 मिनट पहले ही सनस्क्रीन लगा लेना चाहिए. सनस्क्रीन लोशन चुनते समय ध्यान दें कि अगर आप की स्किन औयली है तो जैल बेस्ड या ऐक्वा बेस्ड लोशन लेना चाहिए. वहीं अगर आप की स्किन ड्राई है तो मौइस्चराइजर बेस्ड सनस्क्रीन लोशन लें. लेकिन इतना जरूर ध्यान रखें कि यह 30 एसपीएफ से ज्यादा का हो.

  1. वाटरपू्रफ प्राइमर का इस्तेमाल

जब चेहरे पर मेकअप प्रोडक्ट इस्तेमाल करने की बारी आती है तो सब से पहले प्राइमर का उपयोग किया जाता है. इसे स्किन के अनुसार क्रीम, जैल या स्प्रे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. किसी भी मेकअप के लिए प्राइमर बेस की तरह काम कर सकता है. यह एक स्मूद और फ्लौलैस मेकअप लुक पाने में मदद करता है. साथ ही यह मेकअप को देर तक टिकने में भी मदद करता है. इसे आप मौइस्चराइजर लगाने के 5 मिनट बाद चेहरे पर अप्लाई करें और इस के 5 मिनट बाद मेकअप करें. गरमियों में वाटरपू्रफ प्राइमर का इस्तेमाल करना अच्छा विकल्प होता है.

  1. लाइट मौइस्चराइजर का इस्तेमाल

कई महिलाएं गरमी के मौसम में मौइस्चराइजर का उपयोग करने से परहेज करती हैं. दरअसल, कई बार महिलाएं यह सम?ाती हैं कि मौइस्चराइजर से त्वचा में चिपचिपाहट या पसीने की समस्या हो सकती है और मौइस्चराइजर सिर्फ ठंड के मौसम के लिए होता है, जबकि ऐसा नहीं है. गरमी में भी त्वचा को नमी और मौइस्चराइजर की आवश्यकता होती है. बस इतना ध्यान रखना है कि मौइस्चराइजर हलका हो या कम मात्रा में उपयोग किया जाए.

  1. पाउडर फाउंडेशन लगाएं

गरमियों में मेकअप करते समय पाउडर फाउंडेशन का इस्तेमाल करना बेहतर रहता है. दरअसल, पाउडर फाउंडेशन आप की स्किन में ऐक्स्ट्रा औयल प्रोडक्शन को रोक सकता है और साथ ही स्किन के साथ चिपक कर आप के मेकअप को लंबे समय तक टिकाए रख सकता है. गरमियों में पसीना बहुत आता है इसलिए लिक्विड या क्रीम बेस्ड फाउंडेशन का इस्तेमाल करने से बचें. इसी तरह शीयर या शाइनी फाउंडेशन का इस्तेमाल भी न करें.

समर में हैवी फाउंडेशन लगाने से बचें. अगर यह हैवी होगा तो चेहरे पर अधिक पसीना आएगा और पोर्स भी बंद हो जाएंगे, जिस से स्किन पैची तो लगेगी ही साथ ही ऐक्ने, पिंपल्स आदि की समस्या भी हो सकती है. अगर गरमियों में फाउंडेशन यूज नहीं करना चाहती हैं, तो आप फाउंडेशन की जगह ऐलोवेरा जैल, गुलाबजल, बेहतर क्वालिटी की बीबी क्रीम, सीसी क्रीम जैसे विकल्प चुन सकती हैं. इस के अलावा त्वचा पर सिर्फ प्राइमर लगा कर भी छोड़ सकती हैं.

  1. लूज पाउडर

गरमियों के मौसम में नौर्मल स्किन वाली महिलाओं की स्किन भी औयली हो जाती है. ऐसे में मेकअप को टिकाए रखना और फ्रैश बनाए रखना बहुत ही मुश्किल लगता है. मगर इस प्रौब्लम से लूज सैटिंग पाउडर की मदद से बचा जा सकता है. मेकअप बेस बनाने के बाद लूज पाउडर से चेहरे को हलकेहलके ब्रश करने से लौंगलास्टिंग और मैट मेकअप मिलता है.

  1. औयल ब्लौटिंग शीट्स का इस्तेमाल

गरमियों में पसीने के साथ चिपचिपाहट की समस्या से हर महिला परेशान रहता है. ऐसे में अगर मेकअप को औयली होने से बचाना हो तो ब्लौटिंग शीट्स या ब्लौटिंग पेपर इस्तेमाल करना अच्छा रहता है. ब्लौटिंग पेपर टिशू पेपर की तरह होता है जो त्वचा के ऐक्स्ट्रा औयल को सोख सकते हैं. इस का उपयोग कर त्वचा से पसीना या तेल हटाया जा सकता है. ब्लौटिंग शीट्स को आप अपने साथ रख सकती हैं और जब भी आप को लगे कि चेहरे पर औयल जमा हो रहा है तो आप इन शीट्स को इस्तेमाल कर इसे सैट कर सकती हैं. इस के उपयोग से मेकअप भी लौंगलास्टिंग रह सकता है.

  1. फिनिशिंग स्प्रे

फिनिशिंग स्प्रे या सैटिंग स्प्रे मेकअप का लास्ट टच है. यह मेकअप को सैट कर देता है, जिस से मेकअप देर तक ठीक रह सकता है. जब मेकअप पूरा हो जाए तो इस स्प्रे से फाइनल टचअप कर मेकअप को सैट करें.

  1. गरमियों में आई मेकअप
  • समर में हैवी आई मेकअप करने से बचें. जरूरत हो तभी आई मेकअप करे.
  • जहां तक हो सके वाटरपू्रफ और स्मज पू्रफ प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करें.
  • ज्यादा गरमी हो तो केवल काजल व मसकारा लगाना बेहतर है.
  • काजल, मसकारा या लाइनर तीनों एकसाथ लगाने के बजाय तीनों में से सिर्फ कोई एक भी लगा सकती हैं.
  • आई मेकअप करते समय आईशैडो के लिए लाइट व न्यूट्रल शेड्स चुनें.
  • समर में ब्लैक के बजाय सौफ्ट ब्राउन का मसकारा लगाएं. आप चाहें तो ट्रांसपैरेंट मसकारा भी लगा सकती हैं.
  • काजल लगाने से पहले ही आंखों के नीचे वाले एरिया को कौंपैक्ट पाउडर से अच्छी तरह सैट कर सकती हैं.
  • इस मौसम में आई मेकअप के लिए शिमर का इस्तेमाल न करें.
  • आंखों के पास ज्यादा पाउडर लगाने से बचें.
  • आंखों के वाटर लाइन एरिया में लिक्विड आईलाइनर न लगाएं.
  • इवनिंग पार्टी में जा रही हैं तो आई मेकअप के लिए वार्म चौकलेट, स्लेटी ग्रे या नेवी ब्लू शेड्स का चयन करें. समर में यह आई मेकअप आप को कूल लुक देगा.
  1. गरमियों में लिप मेकअप
  • समर में हैवी लिप मेकअप से बचें. डेली मेकअप के लिए सिर्फ लिपग्लौस ही काफी है. समर में लिपस्टिक लगाते समय मैट के बजाय क्रीमी लिपस्टिक लगाएं.
  • होंठों पर हलका प्राइमर या फाउंडेशन लगाएं ताकि लिपस्टिक देर तक टिके. कोई भी लिपस्टिक लगाने से पहले अपने होंठों पर लिपबाम लगा लें. लाइट शेड की लिपस्टिक का ज्यादा प्रयोग करें. लिप लाइनर लगाना न भूलें.
  • समर में लाइट कलर की लिपस्टिक लगाएं. पिंक, पीच जैसे लाइट शेड की लिपस्टिक समर में आप को यंग और फ्रैश लुक देगी.
  1. मेकअप को लौंगलास्टिंग बनाने के टिप्स
  • जहां तक संभव हो वाटरपू्रफ और स्मजपू्रफ मेकअप प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें. इस से आप का मेकअप जल्दी खराब नहीं होगा है.
  • ब्राइट की जगह लाइट मेकअप को महत्त्व दें जो थोड़ा इधरउधर होने पर भी खराब नहीं लगेगा.
  • स्किन को तरोताजा व हाइड्रेटेड रखने के लिए फेस मिस्ट स्प्रे का इस्तेमाल करें. यदि आप धूप में लंबे समय तक घूम रही हों तो बीचबीच में फेस मिस्ट स्प्रे आप को फ्रश महसूस कराएगा.
  • अपने साथ ब्लौटिंग पेपर जरूर रखें ताकि चेहरे पर पसीने को कंट्रोल किया जा सके.
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