बदलते मौसम के साथ त्वचा में भी कई बदलाव देखने को मिलता है. त्वचा में होने वाले बदलाव को देख कर ही हम कौस्मेटिक का चयन करते हैं. जैसे सर्दीयों में मौइस्चराइजर का  भरपूर इस्तेमाल किया जाता है लेकिन गर्मी के आते ही मौइस्चराइजर का इस्तेमाल कम हो जाता है. दरअसल, गर्मियों में चिपचिपी त्वचा के डर से ज्यादातर महिलाएं में मौइस्चराइजर का इस्तेमाल बंद कर देती हैं. लेकिन क्या गर्मियों में सच में मौइस्चराइजर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए? जी नहीं, गर्मी हो या सर्दी मौइस्चराइजर का इस्तेमाल आपकी त्वचा के लिए बहुत जरूरी है.

आइए, जानते है गर्मियों में मौइस्चराइजर का इस्तेमाल क्यों जरूरी है:

एक्सपर्ट का कहना है कि, “अधिकतर महिलाओं को लगता हैं की मौइस्चराइजर के इस्तेमाल से त्वचा औयली और चिपचिपी हो जाती है. इसलिए गर्मियों में मौइस्चराइजर का इस्तेमाल करना ही नहीं चाहिए. दरअसल, जब तापमान ज्यादा होता है तो मौइस्चराइजर आपकी त्वचा के लिए उतना ही जरूरी हो जाता है. और यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से जरूरी है जो एसी में अधिक समय बिताते हैं.

जब हो कठोर त्वचा

गर्मी की शुरुआत होते ही त्वचा पर इसका असर दिखने लगता है. गर्मी का मौसम अपने साथ स्विमिंग और वाटर स्पोर्ट्स जैसी एक्टिविटी को लेकर आता है, जिसकी वजह से हमारी त्वचा चिलचिलाती धूप, स्विमिंग पूल के पानी में मौजूद क्लोरीन, और समंदर के खारे पानी जैसी चीजों के संपर्क में आने से खराब होने लगती है. खास कर तब जब उनकी सही देखभाल ना की जा रही हो. लेकिन सही रूप से देखभाल की जाए तो आप अपनी त्वचा को हानिकारक तत्वों से बचा सकते हैं.

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