परफेक्ट लुक के लिये स्टेप बाई स्टेप मेकअप

कविता बहुत मेहनत से अपना मेकअप करती थी इसके बाद भी वह खुद कभी अपने मेकअप से खुष नही रहती थी. उसको लगता था कि मेकअप करने के बाद उसकी खूबसूरती छिप जाती है. कविता ने अपनी ब्यूटी एक्सपर्ट को यह परेषानी बतायी. तब उसे पता चला कि मेकअप एक कला है. खूबसूरती से किया गया मेकअप आपको ग्लैमरस और दिलकष बनाता है. जिससे एक परफेक्ट लुक मिलता है. जिसे देखकर हर कोई यही कहता है क्या हसीन लग रही हो. मेकअप को अगर सिलसिलेवार समझदारी से किया जाये तो यह सवाल कोई नहीं करेगा कि आपने किस ब्यूटी पार्लर से मेकअप कराया है ?

लखनऊ की प्रोफेशनल मेकअप आर्टिस्ट और नेल आर्ट एक्सपर्ट कोमल महेन्द्रू स्टाइल्ज सैलून की डायरेक्टर है. कोमल पिछले 9 साल से मेकअप आर्ट के क्षेत्र में काम कर रही है. लखनऊ में उनके 2 मेकअप सैलून है. कोमल कहती है खुद का मेकअप करने और किसी आर्टिस्ट के द्वारा मेकअप करने में हमेषा अंतर होता है. यह जरूर है कि कभी अचानक मेकअप की जरूरत पड जाये या आपके पास सैलून तक जाने का समय ना हो तो आप खुद का मेकअप भी कर सकती है. जानकारी के साथ मेकअप करेगी तो उसे देखकर कोई यह नहीं समझ पायेगा कि यह मेकअप आपने किया या सैलून में कराया है. परफेक्ट, हसीन और ग्लैमरस बनाने के लिये जरूरी है कि ‘स्टेप बाई स्टेप’ मेकअप किया जाये. इस तरह के मेकअप के लिये पेष है कुछ टिप्स:

1. क्लीजिंग मिल्क से चेहरे को ठीक तरह से साफ करे. मेकअप ज्यादा देर टिकाने के लिये फेस की आइसिंग करे. स्किन पर आइस लगने से पसीना नही निकलता जिससे मेकअप ज्यादा देर तक टिका रहता है. आजकल वाटर प्रूफ मेकअप भी होता है. जो पसीना की परेषानी से मुक्ति दिलाता है.

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2. मेकअप के समय डार्क सरकल और झांइया बहुत परेषानी खडी करती है. डार्क सरकल और झांइयों को छिपाने के लिये कंसीलर का प्रयोग करे. कंसीलर लगाने से स्किन एक जैसी दिखाई देती है. स्किन में जो दाग धब्बे दिख रहे थे वह इसके बाद नहीं दिखते.

3. चेहरे के रंग को एक सा दिखाने के लिये फाउडेंषन का प्रयोग करे. यह स्किन के रंग से मेल खाता हुआ होना चाहिये. फाउडेंषन में थोडा सा माष्चराइजर मिला ले. माष्चराइजर मिलाने के बाद फाउडेंषन अच्छी तरह से काम करता है. इससे फेस एक जैसे लुक में दिखने लगता है.

4. इसके बाद चेहरे पर लूज पाउडर या काम्पेक्ट पाउडर लगाये. फेस और गरदन के आसपास की स्किन अगल तरह की न दिखे इसके लिये काम्पेक्ट या लूज पाउडर का प्रयोग चेहरे के अलावा गरदन और कानों के आसपास भी करे. ऐसा ना करने से कई बार फोटो में फेस का कलर साफ दिखता है और गरदन की स्किन अलग रंग की दिखने लगती है.

5.  गालों पर ब्लषर का प्रयोग करे. ब्लषर गोलाई में घुमाते हुये लगाये. ब्लषर लगाने से गालों में उभार दिखेगा. जो फेस को ग्लो लुक देता है. ब्लषर माथे, नाक और ठुड्डी पर भी लगाये. ब्लषर को गोलाकार लगाये. हल्के रंग का ब्लषर प्रयोग करे.

6. चेहरे के बाद आई मेकअप सबसे खास होता है. आई मेकअप की षुरूआत आईब्रो पेंसिल से करे. इसके लिये आईब्रो पेंसिल से आईब्रो की षेप को सही करे. कपडो से मैच करते हुये आईषैडों का प्रयोग करे. अगर आपको रात की पार्टी के लिये मेकअप करना है तो षिमरिंग आईषैडों भी लगा सकती है.

7. इसके बाद आई लाइनर का प्रयोग करे. काले और भूरे रंग का आईलाइनर ज्यादा अच्छा लगता है. दिन में आइलाइनर की पतली लाइन और रात के लिये मोटी लाइन बनाये. आई लैषेज को घना दिखाने के लिये मस्कारा लगाये.

8. अगर होठों पर लिपस्टिक रूकती न हो तो लिपस्टिक लगाने के पहले होठों पर हल्का सा पाउडर लगाये. इसके बाद लिपलाइनर से आउटलाइन बनाये. आउटलाइन के अंदर लिपस्टिक भरे. अगर आप अपने होठो को पतला दिखाना चाहते हो तो आउटलाइन होठों के भीतर की तरफ बनाये. अगर आप होठो को भरा भरा दिखना चाहती है तो आउटलाइन बाहर की तरफ लगाये. लिपस्टिक लगाने के लिये लिपब्रष का प्रयोग करना ज्यादा सही रहता है.

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9. लिपस्टिक के कलर का चयन बहुत सावधानी से करना चाहिये. लिपस्टिक का चयन पोषाक के रंग हिसाब से करे. मैट शेड्स का प्रयोग सभी ड्रेस पर अच्छा लगता है. अगर आप होठो को चमकदार दिखाना हो तो ग्लोसी लिपस्टिक या लिप ग्लास का प्रयोग कर सकती है. इस तरह से स्टेप बाई स्टेप मेकअप करके आप सुदंर दिख सकती है.

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मेरे हाथ की एक उंगली में रेड पैच हो गया है?

सवाल…

मेरी उम्र 33 साल है. मेरे हाथ की एक उंगली में रेड पैच हो गया है. इसे रिमूव करने का कोई उपाय बताएं?

जवाब…

स्किन पर रेड स्पौट की कई वजहें हो सकती हैं. यह इन्फैक्शन, एलर्जी और सूजन से हो सकता है. रैड स्पौट शरीर में कहीं भी नजर आ सकता है. हो सकता है कि कभीकभी अचानक उभर आए रैड स्पौट चिंता की बात नहीं हों, मगर यह ल्युकेमिया यानी ब्लड कैंसर के संकेत भी हो सकते हैं. ये कभीकभी अचानक निकल आते हैं और खत्म हो जाते हैं. कभीकभी लंबे समय तक रहते हैं. बेहतर होगा कि पहले किसी अच्छे डर्मेटोलौजिस्ट को दिखाएं. अगर ऐलर्जी, ड्राई स्किन या फिर ऐक्ने से त्वचा पर लाल दाग हो गए हों तो शहद का लेप काफी राहत पहुंचाता है. शहद को प्राकृतिक दवा माना जाता है. अगर लू या सनबर्न से स्किन पर लाल दाग हैं तो शहद का लेप नहीं लगाएं.

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खूबसूरत नेल पौलिश हमारे नाखून को और भी आकर्षक बनाते हैं. पर नेल पौलिश कुछ ही दिनों में नाखून पर से उतर जाती है या कलर छोड़ देती है और बार बार नेल पौलिश लगाना संभव नहीं हो पाता. इस समस्या से हम में से कई लडकियां परेशान हैं. अगर गहरे रंग की नेल पौलिश छूटने लगे तो वह बहुत ही खराब लगती है. लेकिन आप हर दिन वही नेल पौलिश तो नहीं लगाती फिरेंगी और ना ही घर के काम काज या खाना बनाना छोड देंगी. नेल पौलिश किस तरह से लंबे समय तक नाखूनों पर टिके इसके लिये आइये जानते हैं कुछ टिप्सः

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विटामिन ई औयल से स्किन को दें अनेक फायदे

आप अपने चेहरे में निखार लाने के लिए कभी फेसवाश बदलती हैं तो कभी क्रीम्स. लेकिन इसके बावजूद भी आपको अपनी स्किन में वो ग्लो व ब्यूटी नजर नहीं आती जो आनी चाहिए. ऐसे में आप बस मन ही मन यही सोचती होंगी कि काश मेरे भी चेहरे पर सेलिब्रिटीज जैसा ग्लो हो. मैं भी जब कहीं से गुजरू तो सब मेरे फेस को बस देखते ही रह जाएं. लेकिन आखिर ऐसा होगा कैसे. तो आपको बताते हैं कि आपकी खूबसूरती का राज विटामिन इ आयल में छिपा है. जिसे लगाकर आप अपने रूप को निखारने के साथ साथ स्किन प्रोब्लम्स से छुटकारा भी पा सकती हैं. जानते हैं इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट पूजा नागदेव से कि क्या क्या फायदे हैं विटामिन इ आयल के स्किन के लिए .

1. स्किन को नौरिश करे

विटामिन इ इम्युनिटी को बूस्ट करने के साथ साथ सेल्स के फंक्शन्स को सुचारू करने का काम करता है. ये स्किन को सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणों से बचाकर स्किन की हैल्थ का खास ध्यान रखता है. साथ ही अगर आपकी स्किन रूखी रूखी सी रहती है तो ये स्किन को मोइस्चर प्रदान करके स्किन पर नेचुरल ग्लो भी लाता है. इसके लिए आप विटामिन इ के कैप्सूल को ब्रेक करके उससे आयल को बाहर निकालें. फिर उसे स्किन पर लगाकर पूरी रात के लिए छोड़ दें. फिर देखें आपकी स्किन कितना ग्लो करती है.

2. मॉइस्चराइजर का काम करे

अगर आप अपनी स्किन पर खोए हुए मोइस्चर को वापिस लाना चाहती हैं तो विटामिन इ आयल बेस्ट है . क्योंकि विटामिन इ आयल में न्यूट्रिएंट होने के कारण ये स्किन में मोइस्चर को रिस्टोर करने का काम करता है. खास कर ये आयल ड्राई स्किन वालों के लिए किसी मैजिक से कम नहीं होता . इसके लिए बस आप सोने से पहले अपनी मॉइस्चराइजिंग क्रीम में विटामिन इ आयल की कुछ बूंदे मिलाकर अपने फेस पर अप्लाई करें. ऐसा अगर आप रोजाना करेंगी तो धीरे धीरे स्किन का मोइस्चर वापिस लौटने लगेगा. आप विटामिन इ से युक्त क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकती हैं.

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3. डार्क सर्कल्स का सफाया

लाइफस्टाइल के कारण नींद पूरी नहीं होना, स्ट्रेस और डाइट में न्यूट्रिएंट्स की कमी व होर्मोन्स का संतुलन बिगड़ने के कारण आजकल छोटी उम्र में भी डार्क सर्कल्स की प्रोब्लम होने लगी है. और एक बार जब आंखों के नीचे काले घेरे दिखने लगते हैं तो चेहरे की सारी रौनक फीकी पड़ने लगती है. ऐसे में बस हम यही सोचते हैं कि किसी तरह इन डार्क सर्कल्स से छुटकारा मिल जाए, भले ही हमें उसके लिए कोई भी कोस्मेटिक खरीदनी पड़े . लेकिन डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के लिए आपको महंगी क्रीम्स की नहीं बिलकुल रात को विटामिन इ आयल को अपनी आंखों के नीचे लगाकर अच्छे से मसाज करने की जरूरत है. 2 – 3 अप्लाई के बाद ही आपको रिजल्ट दिखने लगेगा.

4. फेस की गंदगी को रिमूव करें

धूल मिट्टी व प्रदूषण के संपर्क में आने से हमारे चेहरे पर गंदगी जमा हो जाती है, जिससे एक्ने की भी समस्या उत्पन होती है. लेकिन अगर आप चेहरे को क्लीन्ज़र से साफ करें तो चेहरे से गंदगी रिमूव होने के साथ साथ चेहरा साफ भी नजर आता है. ऐसे में आपके लिए विटामिन इ क्लींजिंग एजेंट का काम करता है. जबकि विटामिन इ आयल में स्किन को क्लीन करने के साथ साथ उसे सोफ्ट व स्मूद बनाने की भी क्षमता होती है. इसके लिए बस आप कॉटन बोल पर विटामिन इ की कुछ बूंदे डालकर चेहरे को साफ कर धो दें. चेहरा साफ होने के साथ साथ निखर भी जाएगा.

5. घनी आई ब्रोस के लिए

विटामिन इ आयल में सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स और एन्टिओक्सीडैंट्स होने के कारण ये आईब्रोस की हेयर ग्रोथ के लिए काफी अच्छा माना जाता है. ये हेयर ग्रोथ को बूस्ट करने, पी एच लेवल और ब्लड सर्कुलेशन सभी को बेहतर बनाने का काम करता है. इसके लिए आपकी थोड़ी सी मेहनत आपको घनी और खूबसूरत आई ब्रो देने का काम करेगी. बस आप विटामिन इ के कैप्सूल को ब्रेक करके उसमें से आयल निकाल कर उसे आई ब्रोस पर लगाकर पूरी रात के लिए छोड़ दें. और सुबह साफ पानी से पूरे चेहरे को धो लें. कुछ ही दिनों में बदलाव आपके सामने होगा.

6. दागधब्बों को हटाएं

चेहरे पर दाग किसे ,पसंद होता है. लेकिन न चाहते हुए स्किन पर पिम्पल्स होने से उनके निशान रह ही जाते हैं. ऐसे में जब भी हम इन निशानों को देखते हैं तो हम बस यही सोचते हैं कि किसी तरह से दाग गायब हो जाए और हमारा चेहरा पहले की तरह क्लियर नजर आने लगे. बता दें कि आप विटामिन इ के आयल से इन्हें हटा सकती हैं. इसके लिए आप रात को विटामिन इ आयल को चेहरे पर लगाकर छोड़ दें और सुबह धो लें. इससे चेहरे पर ग्लो भी आएगा और धीरे धीरे दागधब्बे भी हट जाएंगे.

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इन बातों का भी ध्यान रखें

– चेहरे पर अगर ग्लो बरकरार रखना चाहती हैं तो न्यूट्रिशन से भरपूर डाइट लेने के साथ साथ खूब पानी पियें. साथ ही जब भी बाहर जाएं तो सनस्क्रीन अप्लाई करना न भूलें. ये स्किन के लिए प्रोटेक्शन का काम करता है. बार बार कोस्मेटिक्स न बदलें. क्योंकि स्किन केमिकल्स के संपर्क में आने से खराब होनी शुरू हो जाती है. इसलिए जितना हो सके स्किन पर नेचुरल चीज़ों का ही इस्तेमाल करें. इससे स्किन की नेचुरल ब्यूटी बरक़रार रहती है.

जानें क्या है स्किन और बालों से जुड़े मिथ और उनकी सच्चाई

त्वचा व बालों को ले कर लोगों में गलतफहमियां होती हैं. जागरूकता के अभाव में इन गलतफहमियों की वजह से कभी गंभीर समस्या तो कभी हास्यास्पद स्थिति भी आ सकती है. तो जानते हैं, त्वचा व बालों से जुड़े मिथक व उन की सच्चाई.

मिथक

सफेद बालों में कलरिंग करने से वे और जल्दी सफेद होने लगते हैं.

सच्चाई

बालों का सफेद होना बहुत हद तक आनुवंशिकता पर निर्भर करता है. कुछ मामलों में ये तनाव के कारण भी सफेद हो सकते हैं. बालों के सफेद होने का कोई ऐसा बाहरी कारक जिम्मेदार नहीं होता जिस से यह निर्धारित किया जा सके कि किस उम्र में बाल सफेद होने लगते हैं.

मिथक

तैलीय चीजें खाने से कीलमुंहासे बढ़ते हैं.

सच्चाई

कीलमुंहासे हारमोनल असंतुलन की वजह से होते हैं. ये तैलीय भोजन करने से नहीं होते हैं. हां, हाल के शोध से साबित हुआ है कि ब्रैड, आलू, पिज्जा, पास्ता, केक आदि व्हाइट कार्ब्स से भरपूर अत्यधिक ग्लाइकेमिक मात्रा वाले भोजन के बहुत ज्यादा सेवन से कीलमुंहासे बढ़ते हैं. अत: इन का ज्यादा सेवन न करें.

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मिथक

फिलर्स से आप का चेहरा बनावटी लगने लगता है.

सच्चाई

यदि योग्य व प्रशिक्षित प्रोफैशनल की निगरानी में ऐसा किया जाए तो रैस्टिलेन जैसे फिलर्स वाकई आप के चेहरे में निखार ला सकते हैं और इन का असर कुछ वर्षों तक बना रहता है.

किशोरावस्था में भी ये आप के गालों, होंठों आदि को भरापूरा बना कर आप का आकर्षण बढ़ाते हैं, जिस से आप का आत्मविश्वास भी बढ़ता है. इन में हायलुरोनिक ऐसिड होता है, जो आप की त्वचा का एक स्वाभाविक तत्त्व होता है.

मिथक

न्यूरोमौड्यूलेटर्स अच्छा नहीं होता, क्योंकि इस से आप का आकर्षण ठहर सा जाता है.

सच्चाई

यह सच नहीं है. यदि प्रशिक्षित और अनुभवी डर्मेटोलौजिस्ट अथवा कौस्मैटिक सर्जन की मदद से यह पद्धति अपनाई जाए तो आप की झुर्रियां कम करने का यह एक बेहतरीन उपाय हो सकता है और इस का असर कुछ वर्षों तक बना रहता है. दरअसल, यह ऐंटीऐजिंग का सब से सुरक्षित और तेज असरकारक तरीकों में से एक है.

मिथक

सनस्क्रीन का तभी इस्तेमाल करना चाहिए जब आप धूप में निकलती हैं.

सच्चाई

सनस्क्रीन का इस्तेमाल घर में रहने पर भी प्रतिदिन किया जाना चाहिए. घर की खिड़कियों से अंदर आने वाली सूर्य की किरणें भी आप की त्वचा का सांवलापन, पिगमैंटेशन, ऐजिंग लाइंस और झुर्रियां बढ़ा सकती हैं. ये ऐलर्जी भी पैदा कर सकती है. इसलिए आप को दिन भर त्वचा की सुरक्षा करने की जरुरत है.

मिथक

सनस्क्रीन तैलीय होते हैं, इसलिए इन से कीलमुंहासे बढ़ते हैं.

सच्चाई

सनस्क्रीन विशेष फौर्मूले से बनाए जाते हैं और ये नौनऐक्निजेनिक (मुंहासों से बचावकारी) तथा नौनकोमेडोजेनिक (कीलनाशक) होते हैं. यानी इन के इस्तेमाल से कीलमुंहासे या व्हाइटहैड्स/ब्लैकहैड्स नहीं होते हैं.

मिथक

सनस्क्रीन लगाने से पहले मौइश्चराइजर लगाना चाहिए.

सच्चाई

लगभग सभी सनस्क्रीन मौइश्चराइजर के फौर्मूले के आधार पर ही बने होते हैं, इसलिए अतिरिक्त मौइश्चराइजर लगाने की जरुरत नहीं होती है.

मिथक

बारबार शैंपू के इस्तेमाल से बाल झड़ते हैं.

सच्चाई

शैंपू का इस्तेमाल बालों और खोपड़ी को साफ रखने के लिए ही किया जाता है. यह आप की त्वचा के अंदर प्रवेश नहीं करता. बालों की जड़ें त्वचा में काफी अंदर होती हैं. यदि आप की खोपड़ी स्वस्थ है तो आप के बाल झड़ने की समस्या आप के शरीर के अंदर से ही है. यह समस्या पोषण की कमी, हारमोनल असंतुलन, पेट के संक्रमण और पेशाब के रास्ते में संक्रमण आदि से हो सकती है.

दरअसल, आप के शरीर के अंदर की किसी तरह की गड़बड़ी से ही बाल झड़ते हैं और बालों का झड़ना बीमार पड़ने के 1 से 3 महीनों के बाद शुरू होता है. यदि आप के बालों का झड़ना 2 महीनों में भी कम नहीं होता है तो किसी डर्मेटोलौजिस्ट से तुरंत संपर्क करें, क्योंकि गंभीर मामलों में बालों को वापस लाना बहुत मुश्किल हो जाता है.

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मिथक

कुछ ही हफ्तों के बाद बारबार फिलर्स का इस्तेमाल करते रहना चाहिए.

सच्चाई

ज्यादातर फिलर्स साल में 8 महीने तक चलते हैं (सिर्फ होंठों के फिलर्स ही हर 2-3 महीनों पर इस्तेमाल किए जाने चाहिए). इन का प्रभाव कम होने की प्रक्रिया बहुत धीमी होती है और ये अचानक निष्प्रभावी नहीं होते. इन की सब से बड़ी खासीयत यह है कि ये हमेशा 20 से 30% बरकरार रहते हैं. इसलिए रैस्टिलेन पद्धति अपनाने के 1 साल बाद भी आप खूबसूरत बनी रह सकती हैं.

मिथक

तैलीय त्वचा को बारबार किसी ठोस ड्राइंग साबुन से धोने की जरुरत होती है.

सच्चाई

यदि आप अपनी त्वचा को बहुत ज्यादा धो कर शुष्क बना लेंगी तो इस की प्रतिक्रिया में तेलग्रंथियों से और ज्यादातेल का उत्सर्जन होने लगेगा. लिहाजा हमेशा सौम्य और आंशिक कोमल फेसवाश का इस्तेमाल करें. बारबार त्वचा को धोने से भी त्वचा अत्यधिक शुष्क पड़ जाती है, जिस से तेलग्रंथियां तेल उत्सर्जन के लिए बहुत ज्यादा सक्रिय हो जाती हैं. लिहाजा दिन में 3 बार से ज्यादा चेहरे को न धोएं.

मिथक

पानी की कमी के कारण त्वचा शुष्क हो जाती है, इसलिए ज्यादा पानी पीएंगे तो यह ठीक हो जाएगी.

सच्चाई

त्वचा में प्रोटीन, अनिवार्य वसायुक्त ऐसिड की कमी या डायबिटीज, हाइपोथायराइड आदि जैसी मैटाबोलिक या हारमोनल समस्याओं के कारण त्वचा शुष्क हो जाती है. त्वचा में बहुत ज्यादा पानी की कमी होने से भी त्वचा शुष्क पड़ती है.

(युवा स्किन ऐंड हेयर क्लीनिक की प्रमुख कौस्मैटिक डर्मेटोलौजिस्ट, डा. रेखा सेठ से की गई बातचीत पर आधारित.)

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इन 5 टिप्स से बालों की उलझन को कहें अलविदा

क्‍या आपको पता है कि आप बाल झाड़ते वक्‍त कितने बालों को खोती हैं. एक अनुमान के अनुसार हर व्‍यक्ति प्रतिदिन अपने 100 बालों को खो देता है. तो जब आपके बाल उलझ जाते हैं और उनमें गांठ पड़ जाती है तो उन्‍हें जोर से कंघी से तोड़ने की बजाए हल्‍के हाथों से आराम से खोलें. वरना कुछ दिनों में आपके सारे बाल झड़ जाएंगे और इसके आगे की स्‍थित आप खुद ही समझ जाएं.

आज हम आपको बालों की उलझन को दूर करने के उपाय बताएंगे जिससे आपको अपने बालों को खींच कर तोड़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी.

1. अक्‍सर घुंघराले बालों वाली महिलाओं को यह समस्‍या झेलनी पड़ती है,इसलिए अगर आप कंघी कर रही हैं तो हमेशा अपने बालों को बीच से कंघी करें और फिर नीचें की ओर आएं.

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2. बाल कीगांठ को सुलझाने के लिए बालों में तेल का प्रयोग करें इससे वह आसानी से फिसल कर खुल जाएंगे.

3. गीले बाल सबसे ज्‍यादा उलझे और कमजोर होते हैं इसलिए ऐसे बालों में कंघी न करें. जब वह हल्‍के सूख जाएं तब ही उनमें कंघी करें पर ध्‍यान रहे की आप अपने स्‍कैल्‍प पर ज्‍यादा जोर न दें और हल्‍के हाथों से धीरे धीरे कंघी करें.

4. अगर आपके बालों में सही पोषण नहीं है और वह ड्राई हैं तो उनमें गांठ पड़ना स्‍वाभाविक है. इसलिए आपको इस समस्‍या की जड़ तक जाने की जरुरत है. अपने बालों में नमी पहुंचाने के लिए हफ्ते में दो बार तेल से मसाज करें या फिर उनमें मेंहदी का प्रयोग करें.

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5. हवा आपके बालों में गांठे डालने का सबसे बड़ा काम करती हैं. इसलिए जब भी आपसफर कर रहीं हो तो अपने बालों को बांध लें. और सिर्फ यही नहीं जो हवा आपके ड्रायर से निकलती है वह भी बालों को बहुत नुकसान पहुंचाती है इससे बाल ड्राई होते हैं और ड्राई बालों में ही गांठ पड़ती है.

चेहरे को बेदाग बनाने के एक्सपर्ट टिप्स

खूबसूरत, बेदाग चेहरा हर किसी की ख्वाहिश होती है लेकिन धूल-मिट्टी, प्रदूषण की वजह से बहुत से लोगों को पिंपल की समस्या हो जाती है. इस समस्या से बचने के लिए लोग तरह-तरह के ट्रीटमेट और ब्यूटी प्रॉडक्ट का सहारा लेते है लेकिन पिंपल्स की समस्या वैसे की वैसे ही रहती है. ऐसे में पिंपल्स को ठीक करने के लिए कुछ आसान से टिप्स बात रहें हैं, डॉ. अजय राणा  विश्व प्रसिद्ध डर्मेटोलॉजिस्ट और एस्थेटिक फिजिशियन, संस्थापक और निदेशक, आईएलएएमईडी.

1. एप्पल साइडर विनेगर पीपल्स को हटाने के लिए आजमाए जाने वाला सबसे प्रसिद्ध नुस्खा है. एप्पल साइडर विनेगर मे एंटी इंफ्लैमैटरी और एंटी बकटेरियल प्रोपर्टीज होती है. पर इसे सावधानी से इस्तेमाल किया जाना चाहिए. क्योंकि इससे कई तरह के इंफेक्शन होने के भी चांसेस होते है.

इसके लिए एप्पल साइडर विनेगर को दिन में कम से कम दो बार पिंपल पर लगाए और फिर आधे मिनट के लिए छोड़ दें. फिर आधे मिनट बाद इसको धो लें.

2. टी ट्री ऑयल पिंपल्स के लिए अच्छा माना जाता है. यह स्किन को मुलायम बनाता है और एंटी बक्टेरियल प्रोपर्टीज होने के कारण स्किन से रेडनेस निकालने में मदद भी करता है.

इसके लिए कॉटन की सहायता से टी ट्री ऑयल को पिंपल्स पर लगाए. फिर 15-20 मिनट बाद इसको अच्छे से साफ कर लें. इसके अलावा एक टेबल स्पून एलोवेरा जेल में टी ट्री ऑयल की कुछ बूँदे मिला लें. फिर इसको पिंपल्स में लगाए. फिर इसे गर्म पानी की सहायता से धो लें.

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3. पिंपल्स के लिए पपीता का उपयोग एक नैचुरल रेमडी की तरह काम करता है. पपीता स्किन से डेड स्किन सेल्स को निकालने में मदद करता है साथ ही साथ स्किन को क्लीयर बनाता है.

इसके लिए अपने चेहरे को पहले अच्छे से धो कर सुखा लें. फिर पपीता को पीस कर एक पेस्ट की तरह बना लें. फिर से चेहरे पर लगा कर 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर इसे गर्म पानी की सहायता से धो लें. फिर अपने स्किन टोन के हिसाब से एक अच्छा सा मोइस्चराईजर इस्तेमाल करें.

4. एलोवेरा पिंपल्स को ठीक करने के लिए अपनाया जाने वाला सबसे अच्छा और घरेलू उपाय है. यह न सिर्फ पिंपल्स को हटाता है बल्कि साथ ही साथ स्किन पर होने वाले सभी प्रकार के स्कार्स को भी ठीक करता है.

इसके लिए एलोवेरा जेल में चुटकी भर हल्दी मिला कर स्किन पर रगड़े. इसमें मौजूद इंफ्लैम्माटरी और एंटी मिकरोबियल प्रोपर्टीज न केवल पिंपल्स को कम कर देगी साथ ही साथ स्किन को हाईड्रैट भी कर देगी.

5. हनी का भी इस्तेमाल पिंपल्स को ठीक करने में किया जा सकता है. यह स्किन से सभी प्रकार के रेडनेस जो पिंपल्स के कारण होते है उसको ठीक कर देता है.

इसके लिए हनी को दालचीनी के पाऊडर में मिला लें फिर इस पेस्ट को स्किन में पिंपल्स वाले एरिया में लगाए. फिर कुछ देर बाद इसको धो लें.

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6. नारियल का तेल भी पिंपल्स को ठीक करने के लिए इस्तेमाल करा जा सकता है. नारियल के तेल में एंटी बक्टेरियल प्रोपर्टीज होती है जो स्किन इंफ्लैमैशन को ठीक करता है.

इसके लिए नारियल तेल को हल्का गर्म करके पिंपल्स पर लगाए. इससे पिंपल्स सही हो जायेंगे और स्किन के सारे स्कार्स भी ठीक हो जायेंगे.

फेशियल के बाद ये काम न करें वरना हो सकता है चेहरे पर रिएक्शन!

किसी भी पार्टी में जाना हो या कोई फंक्शन हो तो आप सबसे पहले पार्लर जाती हैं और फेशियल करवाती हैं. पार्लर में आपकी स्किन और रंग के हिसाब से कई तरह के फेशियल किए जाते हैं. माना जाता है 30 की उम्र के बाद आप को महीने में एक बार तो फेशियल करवाना ही चाहिए. लेकिन अब कम उम्र में  लड़कियां भी महीने में कम से कम एक बार तो फेशियल करवा ही लेती हैं. फेशियल करवाने से आपकी स्किन की टैनिंग तो हटती ही है इसके अलावा स्किन भी अच्छी रहती है.

लेकिन क्या आप जानती हैं फेशियल करने के बाद आपको कुछ काम बिल्कुल नहीं करनी चाहिए, वरना फेशियल का रिएक्शन भी हो सकता है. जी हां, लोगों को इस बारे में कम जानकारी होती है कि फेशियल करवाने के कम से कम एक हफ्ते बाद तक कुछ ऐसी चीजें है जिनसे आपको बचना चाहिए लेकिन लोग अक्सर ये गलती कर बैठते हैं. जिसका नतीजा ये होता है कि कभी-कभी चेहरे पर उसका रिएक्शन भी हो जाता है. आइए बताते है, फेसियल करवाने के बाद आपको क्या नहीं करना चाहिए.

धूप में ना जाएं–  फेशियल करवाने के तुंरत  बाद भूलकर भी धूप में ना जाएं वरना चेहरे पर इसका रिएक्शन हो सकता है. अगर आपको बाहर जाना बहुत ही जरूरी है तो चेहरे पर कपड़ा बांधकर जाएं.

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फेशियल करवाने के 4 घंटे तक मुंह ना धोए– फेशियल करवाने के बाद कम से कम 4 घंटे तक तो  साबुन से भूलकर भी मुंह ना धोएं. अगर चेहरा साफ करना है तो पानी की हल्की छीटें मारकर पोछ लें लेकिन साबुन का इस्तेमाल ना करें.

थ्रेडिंग ना करवाएं– फेशियल करवाने के बाद थ्रेडिंग नहीं करवानी चाहिए. दरअसल फेशियल करवना के बाद स्किन बहुत सौफ्ट हो जाती है जिससे थ्रेडिंग करवाते समय कट लगने के चांसेज ज्यादा हो जाते हैं. इसलिए अगर आपको थ्रेडिंग और फेशियल दोनों चीजें करवानी हैं तो पहले थ्रेडिंग करवाएं उसके बाद फेशियल.

फेस मास्क ना लगाएं– जब भी फेशियल करवाएं उसके एक  बाद एक हफ्ते तक किसी भी तरह मास्क चेहरे पर ना लगाएं इससे फेशियल ग्लो खत्म हो जाता है.

वैक्सिंग ना करवाएं– फेशियल करवाने के बाद चेहरे पर कभी वेक्सिंग नहीं करवानी चाहिए. क्योंकि फेशियल करवाने के बाद त्वचा मुलायम हो जाती है जिसके बाद वैक्सिंग करवाने से त्वचा छिल सकती है.

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कम से कम तीन दिन तक स्क्रब ना करें– फेशियल कराने के बाद कम से कम तीन दिन तक चेहरे पर स्क्रब नहीं करना चाहिए. फेशियल कराने के बात वैसे ही आपकी स्किन साफ और सेंसिटिव हो जाती है जिसके बाद जल्दी स्क्रब करने से चेहरे पर दाने हो सकते हैं या चेहरा छिल सकता है.

हमेशा हाथों को मुलायम बनाए रखने के खास टिप्स बताएं?

सवाल

मेरे हाथों की स्किन बेजान और ड्राई दिखने लगी है. हमेशा हाथों को मुलायम बनाए रखने के खास टिप्स बताएं?

जवाब

हाथों को सुंदर बनाए रखने के लिए स्क्रब करना बेहद जरूरी होता है. हाथों को स्क्रब करने से त्वचा से मृत कोशिकाएं हट जाती हैं और हाथ सुंदर दिखने लगते हैं. इस के बाद हाथों पर मौइश्चराइजर लगाना जरूरी होता है. इस से त्वचा पर मौइस्चर बना रहता है.

हाथों के लिए स्क्रब बनाने के लिए 1 मुट्ठी बादाम पीस कर पाउडर बना लें. उस में आधा चम्मच शहद डाल कर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट से हाथों को  स्क्रब करें. चीनी, नमक और नारियल तेल से बना स्क्रब भी यूज कर सकती हैं.

इस स्क्रब को बनाने के लिए 1 चम्मच नारियल तेल और 1 चम्मच शहद को अच्छी तरह मिला लें. अब इस में एकचौथाई कप नमक और चीनी मिलाएं. अब इस में थोड़ा सा नीबू का रस मिला कर 30 सैकंड तक ब्लैंड करें. इस से हाथों पर स्क्रब करने से मृत कोशिकाएं हट जाती है.

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लौकडाउन के दौरान घर का काम करते हुए हाथों और पैरों का इस्तेमाल सब से ज्यादा होता है. आजकल हमें ऐसे कई तरह के काम करने पड़ रहे हैं जो हाथों की त्वचा को सीधा नुकसान पहुंचाते हैं. जैसे कपड़े धोते समय तरहतरह के डिटर्जेंट का उपयोग करना पड़ता है. उन में केमिकल्स कंपोनेंट काफी हाई होता है. यही नहीं कपड़े धोते समय कभी गर्म तो कभी ठंडे पानी का इस्तेमाल होता है. यह सब हमारे हाथों के लिए काफी परेशानी पैदा करते हैं. त्वचा पर रैशेज या फिर इरिटेशन हो जाती है.

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मानसून और कोविड-19 महामारी में त्वचा का रखें खास ख्याल

डॉ. विदुषी जैन, डर्मालिंक्स, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश

मानसून की रिमझिम फुहारों से गर्मी में झुलसी स्किन को आराम जरूर मिलता है लेकिन नम और उमस भरा यह मौसम स्किन के छिद्रों को बंद कर स्किन संबंधी कई समस्याओं को ट्रिगर कर सकता है. बारिश में भीगने से स्किन संबंधित कई समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है. इस साल तो हमें मानसून में दुगनी सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि कोविड-19 के कई लक्षण स्किन की विभिन्न समस्याओं के रूप में भी सामने आ रहे हैं. तो जानिए मानसून में स्किन से संबंधित प्रमुख समस्याएं कौन-कौन सी हैं, इन से कैसे बचें और स्किन में दिखाई देने वाले कौन से लक्षण कोरोना संक्रमण का संकेत हैं.

मानसून में स्किन से संबंधित प्रमुख समस्याएं

मानसून में वातावरण में उमस और नमी बढ़ने से वाइरस, बैक्टीरिया और फंगस की गतिविधियां तेज हो जाती हैं जिस से विभिन्न प्रकार की एलर्जी और संक्रमणों की आशंका बढ़ जाती है.

फंगल इंफेक्शन

मानसून में यह स्किन की सब से सामान्य समस्या है जो अक्सर गीले कपड़ों और पसीने के कारण होती है. बगलों, स्तनों के नीचे की स्किन और पैरों की उंगलियों के बीच यह संक्रमण सब से अधिक होता है.

एथलीट फुट

इसमें पैरों की उंगलियों के बीच में दाद हो जाता है. यह मानसून में होने वाला सबसे सामान्य फंगस का संक्रमण है. वातावरण में आद्रता अधिक होने के कारण पसीना जल्दी नहीं सूख पाता जिस से फंगस विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है. इस से स्किन में तेज खुजली चलती है और वो लाल पड़ जाती है.

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मुंहासे

मानसून में वातावरण में उमस बढ़ने से स्किन की तेल ग्रंथियां अधिक सक्रिय हो जाती हैं. इस से स्किन पर तेल और गंदगी अधिक मात्रा में जमा होने के कारण रोमछिद्र बंद होने का खतरा बढ़ जाता है. गंदी स्किन बैक्टीरिया को भी अधिक मात्रा में आकर्षित करती है जिससे स्किन पर मुंहासे और फोड़े-फुंसी निकल सकते हैं.

एक्जिमा

एक्जिमा में स्किन लाल हो जाती है, सूजन आ जाती है और उस में खुजली होने लगती है. जिन लोगों की स्किन संवेदनशील होती है उन्हें अक्सर मानसून में इस समस्या का सामना करना पड़ता है.

स्किन की ये समस्याएं हो सकती हैं कोविड-19 के लक्षण

कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण कई लोगों में स्किन से संबंधित कुछ ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं कि कोई सोच नहीं सकता कि उसमें यह लक्षण कोरोना के संक्रमण के कारण हैं. निम्न लक्षण दिखें तो इन्हें स्किन संबंधी सामान्य समस्याएं समझकर नज़रअंदाज़ न करें. ये आप के कोरोना संक्रमित होने का संकेत हो सकते हैं.

कोरोना फुट

कोरोना के संक्रमण के कारण कोरोना फुट की समस्या भी हो रही है. इस में पैरों में रैशेज़ और चकते पड़ जाना, उनमें दर्द होना, एलर्जी हो जाना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. कोरोना फुट के लक्षण बच्चों में अधिक दिखाई दे रहे हैं.

कोविड टोज़

अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार अभी पिछले कुछ दिनों से कोविड टोज़ के मामले सामने आ रहे हैं. यह कोरोना वायरस के संक्रमण का सब से नवीनतम संकेत है. इस में पैरों की उंगलियां सूज कर लाल और जामुनी रंग की हो जाती हैं.

स्किन रैशेज़

इटली में हुए एक अध्ययन के अनुसार, कोरोना से संक्रमित 20 प्रतिशत लोगों में स्किन से संबंधित लक्षण दिखाई दे रहे हैं. इन में स्किन रैशेज़ प्रमुख हैं. हमारा शरीर वायरस के संक्रमण के प्रति जो प्रतिक्रिया देता है उस के कारण स्किन रैशेज़ की समस्या ट्रिगर हो सकती है.

मानसून में स्किन के लिए जरूरी टिप्स

  • चेहरे को दिन में 3-4 बार साफ पानी से जरूर धोएं. इस से अतरिक्त तेल और गंदगी निकल जाएगी जो रोमछिद्रों को बंद कर मुंहासों की समस्या को ट्रिगर कर सकती है.
  • इस मौसम में ज्यादा प्यास नहीं लगती,लेकिन शरीर में जल का स्तर बनाए रखने के लिए रोज़ाना 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं.
  • पचने में आसान और पोषक भोजन का सेवन करें. अपने डाइट चार्ट में साबुत अनाजों, फलों और सब्जियों को अधिक मात्रा में शामिल करें.
  • कैफीन युक्त पेय पदार्थों जैसे चाय-कॉफी और तले-भुने खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें. अधिक मात्रा में इन के सेवन से शरीर में हीट और टॉक्सिन की मात्रा बढ़ती है, जिस से स्किन बेजान और अनाकर्षक हो जाती है.
  • मानसून में अपने कपड़े और दूसरी निजी चीजें किसी से साझा न करें क्योंकि स्किन की कुछ समस्याएं संक्रामक होती हैं.
  • इस मौसम में खुले फुटवेयर जैसे चप्पल या सैंडल पहने. जूतों में पानी भरने के कारण फंगल इंफेक्शन और दूसरी समस्याएं होने का खतरा बढ़ सकता है.
  • हैंड हाइजीन का विशेष ध्यान रखें. जब भी जरूरी हो साबुन पानी से हाथ धो लें या सेनेटाइज़र से हाथ साफ करें.
  • ऑइल के बजाय वॉटर बेस्ड मेकअप प्रोडक्ट को चुनें ताकि आप की स्किन सांस ले सके.

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यह जानना भी है जरूरी

इस मौसम में स्किन एलर्जी होने का एक प्रमुख कारण यह है कि एक बार जब खुजली शुरू हो जाती है तो लोग लगातार खुजालते रहते हैं जिस से स्किन की उपरी परत क्षतिग्रस्त हो जाती है. यह बैक्टीरिया और फंगस का ब्रीडिंग ग्राउंड बन जाती है. अगर खुजली अधिक हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.

क्या फेस सीरम में ऐंटीएजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को जवां बनाते हैं?

सवाल-

मैं फेस सीरम के बारे में जानना चाहती हूं. क्या फेस सीरम में ऐंटीएजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को जवां बनाते हैं?

जवाब-

जी हां, सीरम से आप की तरह की परेशानियां कम होती हैं और चेहरा खूबसूरत बनता है. फेस सीरम कोलोजन के उत्पादन बढ़ाता है और त्वचा को जवां और स्वस्थ बनाता है. यह त्वचा पर होने वाले पिंपल्स, घावों, दागों, मुंहासों और इन्फैक्शन को हील करता है. फेस सीरम त्वचा में गहराई तक जा कर उस की समस्याओं को कम करता है. आंखों के नीचे आए डार्कसर्कल्स को कम करने में भी फेस सीरम लाभकारी रहता है. इस से चेहरे की हलके हाथों से मालिश करें.

स्किन सीएम में ऐंटीऔक्सीडैंट्स होते हैं जोकि बाहरी तत्त्वों से त्वचा की रक्षा  हैं. ये त्वचा की नई कोशिकाएं बनाने में भी मदद करते हैं, जिस त्वचा की रंगत निखरती है.

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साल भर हम अपनी स्किन का ख्याल रखने के लिए नए-नए प्रौडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं. वहीं मार्केट में भी डेली नए-नए प्रौडक्ट्स आ गए हैं, जो हमारी स्किन के लिए बेहद फायदेमंद है. उन्हीं प्रौडक्ट्स में से एक है फेस सीरम. अगर आप रोजाना मेकअप करती हैं तो फेस सीरम आपके लिए बहुत जरूरी होता है. सीरम एक ऐसा प्रौडक्ट है, जो स्किन की केयर करने में मदद करता है. सीरम से कईं प्रौब्लम्स से छुटकारा मिल जाता है, जैसे उम्र के साथ स्किन पर दिखने वाली बारीक रेखाएं, झुर्रियां, पिगमेंटेशन, स्किन की डलनेस और पोर्स का बड़ा हो जाना.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- आखिर स्किन के लिए क्यों जरूरी है फेस सीरम

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