सुधा का जीवन में एक लक्ष्य था, जिसे हासिल करने के लिए उस ने निलेश के प्यार को भी नहीं देखा, पर जिंदगी में प्यार, एक जीवनसाथी भी कितना जरूरी है, यह भी उसे समझ आ गया. लेकिन तब तक कहीं देर तो नहीं हो गई थी?