बड़े भैया सोम का स्वभाव समझ पाना आसान नहीं था. वह जो करते उस के पीछे ऐसा तर्क देते कि सामने वाले से कुछ कहते नहीं बनता था. ऐसे में सोम भैया के मन की गहराई में झांकना विजय के लिए मुश्किल हो रहा था.