मलय ने पुरानी प्रतिच्छवियों के रंग को वर्तमान के जीते इंसानों के जीवन में कुछ इस तरह घोल दिया था कि सारी छवियां मिलजुल कर एकसार हो गई थीं, सब की पहचान ही विकृत हो गई थी.