Apps से करें पेरैंट्स की मदद

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले की रहने वाली पारुल नोएडा में रह कर एमबीए कर रही है. उस के पिता बस्ती जिले के एक सरकारी महकमे में मुलाजिम हैं. पारुल को जब भी पैसों की आवश्यकता पड़ती थी तो पारुल के पापा औफिस से छुट्टी ले कर बैंक की लंबी लाइनों में लग कर पैसे जमा करते थे, जिस के चलते उन्हें तमाम तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ता था.

इस बार पारुल जब घर आई तो उस ने अपने पापा से कहा कि वे अपने स्मार्टफोन में जिस बैंक का खाता है उस बैंक का ऐप डाउनलोड कर के इंस्टौल कर लें, जिस से उन्हें हर महीने पैसे भेजने के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं रहेगी.

ऐप से पैसे ट्रांसफर करना बहुत ही आसान है और इस से किसी भी बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर करना जहां पूरी तरह से सुरक्षित होता है वहीं कुछ ही मिनट में दूसरे के खाते में पैसा वहां पहुंच जाता है.

पापा को पारुल की बात समझ आ गई और उन्होंने बैंक का ऐप डाउनलोड करने को कहा. पारुल ने कुछ ही मिनट में उन के बैंक का ऐप डाउनलेड कर इंस्टौल कर दिया और निर्धारित प्रक्रिया के तहत मोबाइल बैंकिंग का रजिस्ट्रेशन कर पूरी प्रक्रिया समझा दी. अब पापा जहां बैंक जाने से बच गए वहीं वे ऐप के सहारे अपने मोबाइल का बिल, बिजली बिल, डीटीएच रिचार्ज, जैसी सुविधाओं का लाभ भी ले पा रहे हैं.

मोबाइल क्रांति ने सूचना और संचार को न केवल सस्ता सरल व सुलभ बनाया है बल्कि समय की बचत का एक बड़ा माध्यम भी है. आज तमाम उपयोगों में लाए जाने वाले एप्स न केवल घर बैठे खरीदारी की सुविधा उपलब्ध कराते हैं बल्कि होटल बुकिंग, रेल टिकट बुकिंग, हवाई टिकट बुकिंग, कपड़ों की खरीदारी, घर या जरूरी वस्तुओं की खरीदारी, सहित तमाम सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं.

बृजेश एक गारमैंट्स की दुकान चलाते हैं एक दिन वे सुबह परेशान थे, क्योंकि उन की दुकान का टैलीफोन बिल जमा करने की आज आखिरी तारीख थी, लेकिन वे दुकान से निकल नहीं पा रहे थे. ऐसे में जब वे घर लौटे तो बेहद परेशान दिख रहे थे. ग्रैजुएशन की पढ़ाई कर रहे उन के बेटे ने उन के परेशान होने का कारण पूछा और जान कर बोला, ‘‘पिताजी, इस में घबराने की क्या बात है अपना फोन दीजिए. आप को हर माह लाइन में लग कर बिल जमा करने की मुसीबत से छुटकारा दिला देता हूं. बृजेश के बेटे ने झट पापा का मोबाइल ले कर उस में ऐप डाउनलोड कर दिया और फिर कुछ ही क्षण में टैलीफोन का बकाया बिल जमा भी कर दिया. बेटे द्वारा डाउनलोड किए गए ऐप के माध्यम से अब वे हर माह समय से टैलीफोन का बिल जमा कर देते हैं.

जिम्मेदारी के बोझ तले दबे पेरैंट्स के लिए स्मार्टफोन ऐप बेहद कारगर साबित हो सकते हैं बस, आप रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े एप्स डाउनलोड कर अपने मांबाप की मदद करें.

ये भी पढ़ें- बच्चों को सिखाएं इंटरनेट एटीकेट्स

जरूरी एप्स जो पेरैंट्स के काम आएं

डिजिटल इंपावरमैंट फाउंडेशन नई दिल्ली में बतौर आईटी विशेषज्ञ कार्यरत आनंद कुमार का कहना है कि आप रोजमर्रा के काम आने वाले एप्स को अपने पेरैंट्स के फोन में डाउनलोड कर उन की जिम्मदारियों को हलका करने में मदद कर सकते हैं, उदाहरणतया एप्स आधारित टैक्सियों के ऐप अपने स्मार्टफोन में इंस्टौल कर आप टैक्सी को बुक कर सकते हैं. ये टैक्सियां वाजिब दाम की होती हैं.

शौपिंग एप्स

आईटी विशेषज्ञ आनंद कुमार के अनुसार इन एप्स की मदद से आप पेरैंट्स के लिए घर बैठे जरूरत का सामान मंगा सकते हैं, जिस से बाजार जाने से छुटकारा मिल जाता है. फ्लिपकार्ड, अमेजान, ओएलऐक्स जैसी तमाम कंपनियां एप्स के सहारे हर जरूरत का सामान होम डिलीवरी के माध्यम से मुहैया करवा रही हैं.

पत्र पत्रिकाएं व समाचार आधारित एप्स

अगर आप के पेरैंट्स पत्रपत्रिकाएं पढ़ने के शौकीन हैं तो उन के लिए न्यूज एप्स बेहद कारगर साबित हो सकते हैं. इस के लिए न्यूज चैनल, अखबारों, पत्रपत्रिकाओं के एप्स लोड कर पेरैंट्स इन खबरों को पढ़ व देख सकते हैं.

लोकेशन आधारित एप्स

कभीकभी पेरैंट्स को किसी लौंग टूर पर जाना पड़े तो उन्हें पता होना चाहिए कि कौन से रास्ते का इस्तेमाल किया जाए, इस के लिए आप उन के फोन में लोकेशन आधारित एप्स लोड करें इन में से कई एप्स जीपीएस सिस्टम से जुड़े होते हैं, जो चलने वाले स्थान से ले कर पहुंचने वाले स्थान की डिटेल डालने के बाद लोकेशन बताते रहते हैं व वाइस व मैप के माध्यम से भी जानकारी देते हैं.

ऐंटरटेनमैंट व स्पोर्ट्स आधारित एप्स

अगर आप के पेरैंट्स क्लासिकल गाने देखने व सुनने के शौकीन हैं तो उन के लिए तमाम एप्स उपलब्ध हैं. इस के अलावा वीडियो, फिल्म, गाने या अन्य जरूरी डाक्यूमैंट्री देखने के लिए यू ट्यूब्स का ऐप चलाने में सब से आसान माना गया है. इस के अलावा एमएस प्लेयर, सावन, बिग फ्लिक्स इत्यादि भी मनोरंजन उपलब्ध कराने का काम करते हैं.

वहीं अगर पेरैंट्स खेल की दुनिया में ज्यादा रुचि रखते हैं तो इस के लिए द स्कोर्ट ऐप कारगर साबित होगा. इस ऐप के सहारे फुटबौल, बास्केटबौल या अन्य खेल प्रतियोगिताओं के लाइव स्कोर व समाचार की जानकारी ली जा सकती है. अगर वे क्रिकेट के शौकीन हैं तो क्रिकवज नाम का ऐप क्रिकेट से जुड़ी जानकारी देने में मददगार साबित हो सकता है.

चैट व वीडियो कौलिंग आधारित एप्स

अगर आप पेरैंट्स से दूर रह कर पढ़ाई या नौकरी कर रहे हैं तो अपने पेरैंट्स से जुड़ाव के लिए उन के चैट आधारित एप्स का सहारा ले सकते हैं. ये न केवल बातचीत को आसान बनाते हैं बल्कि आप के पेरैंट्स की गतिविधियों व लाइव वीडियो दिखाने में भी मददगार साबित होते हैं. लाइव चैटिंग के लिए कुछ प्रमुख एप्स में व्हाट्सऐप, लिंबज, वाइबर, लाइन, वी चैट गिने जाते हैं. इन एप्स के माध्यम से वीडियोचैटिंग के साथसाथ वीडियो कौलिंग की सुविधा भी निशुल्क मिलती है.

यात्रा टिकट के साथी एप्स

अगर आप के पेरैंट्स कहीं यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो ये एप्स उन के लिए एक मार्गदर्शक का काम कर सकते हैं. यात्रा का प्रमुख साधन माना जाने वाला रेल ऐप डाउनलोड कर न केवल घर बैठे टिकट बुक किया जा सकता है बल्कि टे्रनों की स्थिति, गंतव्य इत्यादि की जानकारी भी ली जा सकती है. इस के अलावा हवाई यात्रा टिकट व अन्य तरह की सुविधाओं का लाभ भी लिया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- जानें रिटायरमेंट के लिए उम्र के किस पड़ाव पर करनी चाहिए सेविंग

स्मार्टफोन में ऐसे करे इंस्टौल

आईटी विशेषज्ञ आनंद कुमार के अनुसार अपने या अपने पेरैंट्स के स्मार्टफोन में जरूरी एप्स डाउनलोड करने के लिए गूगल प्ले स्टोर का सहारा ले सकते हैं. यहां से आप की जरूरत के ज्यादातर एप्स फ्री में डाउनलोड किए जा सकते हैं. प्लेस्टोर में जा कर एप्स से जुड़े कुछ शब्द टाइप करने होते हैं इस के बाद जिस चीज की जरूरत है उन से जुडे़ तमाम एप्स की लिस्ट आ जाती है. इन में से आप अपनी जरूरत के ऐप पर उंगली रख कर डाउनलोडिंग औप्शन चुन सकते हैं. बस, देर किस बात की, आप भी अपने पेरैंट्स की जरूरत के एप्स डाउनलोड कर उन का सहयोग कर सकते हैं.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें