दुनिया और देश घातक कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहा हैं. कुछ मशहूर व सामथ्र्यवान लोग कोरोना वायरस व लौक डाउन के वक्त परेशान गरीबों व जरूरतमंदों की मदद के लिए स्वेच्छा से आगे आए हैं. इन्ही में से एक हैं अभिनेत्री रिशिना कंधारी, जो कि इन दिनों ‘‘ दंगल’’ टीवी चैनल पर प्रसारित हो रहे सीरियल ‘‘ऐ मेरे हमसफर’’में इमरती कोठारी के किरदार को निभाते हुए नजर आ रही हैं.
रिशिना का मानना है कि वह ‘‘कृतज्ञता के रवैए’’ पर विश्वास करती है. रिशिना का मानना है कि वह जीवन में मूलभूत आवश्यकताओं के लिए ईश्वर की षुक्रगुजार हैं. पर कोरोना काल में जो लोग सुविधाएं पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वह उन तक पहुंच कर उन्हें सुविधाएं पहुंचाना चाहती हैं. उन्होंने वंचितों के लिए भोजन वितरण की पहल के साथ खुद को जोड़ा और तालाबंदी के दौरान भोजन तैयार करने और वितरित करने में उनकी मदद करने का प्रयास किया.
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इस संबंध में जब हमने रिशिना कंधारी से बात की, तो उन्होे कहा-‘‘मेरा झुकाव हमेशा दूसरों की मदद करने की ओर रहा है. महामारी के दौरान हम अपने क्षेत्र के दैनिक मजदूरी श्रमिकों की स्थितियों को देख निराश हो गए थे. इसलिए मैंने अपने पति के साथ भोजन की आपूर्ति और किराने के सामान में उनकी मदद करने का फैसला किया. लोगों ने घबड़ाहट में चीजों को खरीदना शुरू कर दिया और किराने का सामान समाप्त हो गया.
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यही कारण है कि हमने अपने स्टूडियो को वंचितों के लिए रसोई में बदलने का फैसला किया. हमारे पास एक छोटा रसोईघर था, जहाँ हम एक दिन में लगभग 800 लोगों के लिए खाना बनाते थे. पूरे तालाबंदी के दौरान हमने लगभग 2 लाख लोगों की सेवा की. मेरे लिए लॉकडाउन बहुत व्यस्त रहा. क्योंकि, दूसरों की तरह मैं घर पर बैठकर शिकायत नहीं कर रही थी, बल्कि दूसरों की मदद करने की पूरी कोशिश कर रही थी. दिन के अंत में जब मैं घर वापस आती, तब मुझे संतोष, आशीर्वाद और गर्व महसूस हुआ करता था. ”
वह मानती है कि हर किसी को इस दौरान अपना योगदान देना चाहिए.