5 Tips: आपके ब्यूटी प्रोडक्ट्स, पड़ ना जाएं सेहत पर भारी

जब से कोरोना काल का भयानक मंजर लोगो ने देखा है तब से इन्फेक्शन को लेकर पहले से ज्यादा जागरूक हो गए  हैं. हालांकि लोगो ने अब मास्क का प्रयोग करना काफ़ी हद तक कम कर दिया है लेकिन खुद को जर्म  फ्री रखने के लिए सेनिटिज़ेर का प्रयोग करते है या हाथों को साबुन से धो लेते हैं. खास कर महिलाऐं इस बात का खास ध्यान रखने लगी हैं किचन में सब्जियों को अच्छे से धोना अब उनकी आदत में शुमार हो गया है. खैर कोरोना काल से हमने स्वस्थ रहने के कई गुण सीखे हैं। लेकिन क्या आपने सोचा है कि  जो आप अच्छे और महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स  अपनी त्वचा पर इस्तेमाल करती हैं वो कीटाणूों  से सुरक्षित है या नहीं.

शायद आपका जवाब होगा नहीं क्योंकि  हम उन पर मौज़ूद जर्म्स के बारे मे सोचते तक नहीं हैं. लेकिन यदि वो प्रोडक्ट धुल या जर्म्स से भरा हो  तो वो आपके चेहरे पर हफ्ते भर जितनी गंदगी और जर्म्स छोड़ सकता है. तो जरूरी है की अपनी मेकअप किट को इन  कीटाणूों से बचने के लिये कुछ बातों का रखें ख्याल. किट को जर्म्स फ्री रखने के कुछ आसान  टिप्स.

  1. स्प्रे है जरूरी

अलकोहल स्प्रे को अपनी किट मे अवश्य जगह दे क्योंकि जर्म्स से बचाने मे इसका अहम रोल होता है .

2.आँखों के इन्फेक्शन से बचे

जब भी आप कोई भी आँखों के लिए पेंसिल काजल का इस्तेमाल करती हैं तो उसे पहले वेट टिश्यू से साफ़ कर लें या उसे इस्तेमाल से पहले हल्का सा छिल ले जिससे उसकी ऊपरी परत पर जमे जर्म्स निकल जाएं .क्योंकि आपकी आंखों की नम म्यूकस (श्लेष्मा) झिल्ली में त्वचा की तरह सुरक्षा कवच नहीं होता. इसलिए,आसानी से आपकी आंखों को इंफेक्ट कर सकता है.

3.एयर टाइट कंटेनर

हवा में तैरते जर्म्स आसानी से चिपक जाते हैं, इसलिए अपने प्रोडक्ट  को एयर टाइट  बॉटल में रखे. ताकि बाथरूम या ड्रेसिंग टेबल पर खुले में दिखने वाले कॉस्मेटिक्स, ब्रश जर्म्स फ्री रह सकें और आपकी स्किन तक नहीं पहुंच पाएं. बेहतर होगा  प्रॉडक्ट्स को निकालने के लिए सीधे हाथों का इस्तेमाल ना कर के साफ़ ब्रश का इस्तेमाल करें. व  सप्ताह में एक दिन अपने ब्रश को डिसइन्फेक्टर से साफ भी करें.

4. लिपस्टिक को रखें जर्म्स फ्री

लिपिस्टिक को सीधे होठों पर लगाने से ज्यादा बेहतर होगा की एक पैलेट  में  निकाल लें  और तब ब्रश की मदद से लगाएं.

5. टैस्टर अप्लाई करने से बचें

यदि आप कोई प्रोडक्ट खरीदने जा रही है तो उनके टेस्टर प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने से बचे क्योंकि इन्हे कई लोग इस्तेमाल करते हैं. जिन पर स्टेफ, स्ट्रेप और ईं कोलाई जैसे जर्म्स होने का खतरा होता है और ये आपको जुखाम और स्किन इनफेक्शन का शिकार बना सकते हैं.

बेहतर होगा की अपने ब्यूटी प्रोडक्ट्स को किसी के भी साथ शेयर न करें. खास कर अपनी लिपस्टिक, मस्कारा और काजल को तो बिलकुल नहीं.  साथ ही यदि आप पार्लर में  तैयार होने जा रही हैं तो अपनी ब्यूटीशन से सुनश्चित कर ले की उनके प्रोडक्ट जर्म फ्री है या नहीं क्योंकि पार्लर में अलग अलग तरह की स्किन पर प्रोडक्ट्स का प्रयोग होता है जिस से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.

मुझे मास्क लगाने पर फेस पर बहुत पसीना आता है?

सवाल-

मुझे मास्क लगाने पर फेस पर बहुत पसीना आता है, जिस के कारण मैं मास्क पहनना चाह कर भी नहीं पहन पा रही हूं, क्या ऐसा कोई उपाय है. जिस से मैं मास्क भी पहनूं और मुझे पसीने की समस्या भी न आए?

जवाब-

मास्क लगाने से अगर त्वचा में रैशेज या पसीना हो तो इस से बचने के लिए कौटन के बने मास्क या रूमाल का इस्तेमाल करें. मास्क पहनने से पहले चेहरे पर ऐसी क्रीम या मौइस्चराइजर लगाना चाहिए, जिस में ऐंटीइनफ्लैमेटरी इन्ग्रीडिऐंट्स हों. इस के लिए आप नियासिनमाइड बेस्ड क्रीम चुन सकती हैं. नियासिनमाइड विटामिन बी का ही एक प्रकार है. यह हमारी स्किन में सेरामाइड का निर्माण करने में सहायता करता है. सेरामाइड स्किन पर किसी भी तरह की दिक्कत को बढ़ने से रोकता है. यह हमारी त्वचा से अतिरिक्त पसीना निकलने से भी रोकता है. जिन की स्किन बहुत अधिक सैंसिटिव होती है,

उन्हें भी नियासिनमाइड बेस्ड औइनमैंट्स का उपयोग करना चाहिए ताकि गरमी में मास्क के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं न बढ़ें.

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वायरसों से बेसिक बचाव के लिए मास्क पहना यानी नाक-मुंह ढका जाता है. मौजूदा घातक नोवल कोरोना वायरस के बहुत तेजी से फैलाव को देखते हुए विश्व संस्था डब्लूएचओ ने इस के इस्तेमाल पर काफी अधिक जोर दिया है. कुछ देशों ने तो इस के इस्तेमाल को अनिवार्य कर दिया है. हमारे देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मास्क पहनना लाजिमी करार दिया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने पहले से ही इसे जरूरी घोषित कर रखा है.

दरअसल, कोरोना से बचाव सिर्फ आज या कल ही नहीं, बल्कि आने वाले लंबे समय तक करना होगा, क्योंकि इस की दवा फ़िलहाल उपलब्ध नहीं है. इस वायरस के नाक या मुंह के रास्ते शरीर के अंदर जाने से रोकने के लिए मास्क का इस्तेमाल किया जाता है.

संक्रमित होने से बचाता है मास्क :

कनाडा में मैकमास्टर विश्वविद्यालय ने अपने शोध कहा है कि आम कपड़े से बने मास्क नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी हैं. विशेषरूप से ऐसे मास्क जो सूती कपड़े के बने हों.

Mother’s Day Special: बढ़ती बेटियों को दें ये ब्यूटी मंत्र

पार्टी से घर लौट सोनम जब अपने बैडरूम में घुसी, तो वहां का नजारा देख कर दंग रह गई. ड्रैसिंगटेबल पर कौस्मैटिक का सामान बिखरा पड़ा था और उस की 13 वर्ष की बेटी आलिया सजधज कर खुद को आईने में निहार रही थी. गुस्से में तमतमाई सोनम ने आलिया के गाल पर थप्पड़ जड़ते हुए कहा कि ये कोई बच्चों के इस्तेमाल की चीजें नहीं हैं.

यह वाक्या था पहले के जमाने की मम्मी का. मगर आजकल की मम्मियां ऐसी नहीं होती हैं. वे खुद तो सजतीसंवरती हैं ही, साथ ही अपनी बेटी को भी कौस्मैटिक्स के इस्तेमाल से नहीं रोकतीं खासतौर पर जब लड़कियां टीनऐजर हो जाती हैं, तो अपनी मांओं को यों सजतेसंवरते देख कर उन का मन भी उन चीजों को इस्तेमाल करने को करने लगता है.

इस बारे में कौस्मैटोलौजिस्ट एवं माइंड थेरैपिस्ट अवलीन खोकर कहती हैं, ‘‘आजकल स्कूलों में बहुत सारी ऐक्टिविटीज होती रहती हैं और उन में बच्चों को सजाने और प्रेजैंटेबल दिखाने के लिए मेकअप का इस्तेमाल किया जाता है. इस के अतिरिक्त आजकल टीवी सीरियल्स और फिल्मों में भी कम उम्र की ऐक्ट्रैसेज और मौडल्स दिख रही हैं. 13 से 16 वर्ष की उम्र ऐसी होती है, जब लड़कियां अपने लुक्स पर कुछ ज्यादा ही ध्यान देती हैं. यह उम्र फिल्म ऐक्ट्रैसेज और मौडल्स को कुछ ज्यादा ही प्रभावित करती है.

‘‘फिल्म या सीरियल में कौन सा नया लुक आया है, उसे आजमाने से मां भी अपनी बेटी को नहीं रोक सकती, क्योंकि वह खुद भी उस लुक को खुद पर आजमा रही होती है. ऐसे में बेटी को लगता है कि जब मां कर रही हैं, तो मैं भी कर सकती हूं. बस यही बात मांओं को अपनी बेटियों को समझानी है कि हर वह प्रोडक्ट, जो मां इस्तेमाल कर रही हैं उसे उन की बेटी इस्तेमाल नहीं कर सकती, क्योंकि उस की त्वचा अभी कैमिकल्स की हार्डनैस को झेलने लायक नहीं बनी है.

मांओं को भी पता होना चाहिए कि उन की बेटी की त्वचा पर कौन से प्रोडक्ट्स इस्तेमाल किए जा सकते हैं. बहुत जरूरी है कि बच्चे की त्वचा पर कोई भी प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पूर्व उस पर लिखी इनग्रीडिएंट्स पर गौर कर लिया जाए. उत्पाद यदि डर्मेटोलौजिस्ट द्वारा अप्रूव्ड है, उस में सल्फैटिक ऐसिड और मिंट एजेंट हैं, तब ही उस उत्पाद को अपनी बेटी की त्वचा पर इस्तेमाल करें. जिन प्रोडक्ट्स में पैराबीन, पैथोलेट्स ट्रिक्लोसन, पर्कोलेट जैसे तत्त्व होते हैं उन्हें कभी बच्चे को इस्तेमाल न करने दें, क्योंकि ये त्वचा को ड्राई करते हैं और ऐक्ने की समस्या को बढ़ाते हैं.

फेयरनैस क्रीम का भ्रम

इस उम्र की लड़कियों में खासकर सांवली लड़कियों में फेयरनैस क्रीम का बहुत क्रेज होता है. बाजार में भी फेयरनैस क्रीम के इतने विकल्प मौजूद हैं कि किसी एक का चुनाव करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आंख मूंद कर और ब्रैंड के भरोसे क्रीम खरीदना और उस के इस्तेमाल के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता. लेकिन इस संबंध में अवलीन की मानें तो स्किन कलर मैलानिन से बनता है. यह कुदरती होता है. हां, इसे निखारा जरूर जा सकता है. कोई भी क्रीम डस्की स्किन को फेयर नहीं बना सकती. यह सिर्फ कौस्मैटिक सर्जरी के द्वारा ही संभव है, जो इस उम्र की लड़कियों को तो बिलकुल नहीं करानी चाहिए. हां, त्वचा के रंग को निखारने के लिए मांओं को अपनी बेटियों पर ये टिप्स जरूर आजमाने चाहिए:

– धूप में निकलें या न निकलें दिन में रोज 3 बार चेहरे को साफ कर के सनस्क्रीन जरूर लगाएं. दरअसल, जब त्वचा सूर्य के संपर्क में आती है, तो उस में मैलानिन बनने लगता है, जिस से त्वचा की रंगत डल होती जाती है. सनस्क्रीन त्वचा के लिए सुरक्षाकवच का काम करता है. यह त्वचा में मैलानिन बनने से रोकता है. सुबह स्कूल जाते वक्त बेटी को सनस्क्रीन जरूर लगाने को कहें. यदि बेटी की त्वचा औयली है, तो उसे जैल बेस्ड सनस्क्रीन लगाने को कहें. ध्यान रखें कौस्मैटिक ब्रैंड्स का सनस्क्रीन लेने की जगह मैडिकेटिड सनस्क्रीन को बेटी के लिए चुनें. कौस्मेस्यूटिकल सनस्क्रीन लेने से बचें. जब बेटी घर आए तब भी उसे सनस्क्रीन लगाने को कहें, क्योंकि ट्यूबलाइट और बल्ब में भी अल्ट्रावायलेट किरणें होती हैं, जो त्वचा में मैलानिन बनाती हैं.

– अधिकतर मांएं बेटी की रंगत को निखारने के लिए अखबारों और टीवी पर आने वाले फेयरनैस क्रीम के विज्ञापनों से भ्रमित हो महंगीमहंगी क्रीमें खरीद तो लेती हैं, लेकिन उन का असर बेटी की त्वचा पर नहीं दिखता. अत:बारबार क्रीमें बदलने से बेहतर है कि जो भी क्रीम खरीदें उस के पैक पर लिखी इनग्रीडिएंट्स को पढ़ लें. दरअसल, ब्लीच एजेंट, हाइड्रोक्यानिक और कोजिक ऐसिड वाली फेयरनैस क्रीम लेने की जगह लाइकोरिस, नियासिनेमाइड और ऐलोवेरा युक्त फेयरनैस क्रीमें ही खरीदें. ये चेहरे की रंगत को एक लैवल फेयर कर देती हैं.

त्वचा के टैक्स्चर को पहचानें

इस उम्र की लगभग सभी लड़कियों को मासिकधर्म शुरू हो जाता है. इस से उन में हारमोनल बदलाव भी होते हैं, जिन का असर त्वचा पर भी पड़ता है.

साउथ दिल्ली स्थित द स्किन सैंटर के डर्मेटोलौजिस्ट डाक्टर वरुण कतियाल कहते हैं, ‘‘त्वचा का टैक्स्चर 4 तरह का होता है- औयली, नौर्मल, कौंबिनेशन और सैंसिटिव. यदि आप अपनी बेटी के स्किन टैक्स्चर को पहचानना चाहती हैं, तो सुबह जब वह सो कर उठे तो उस के चहरे के टी जोन और यू जोन पर एक टिशू पेपर लगाएं. देखें कि कहां ज्यादा औयल है. यदि टी और यू दोनों जोन पर औयल है, तो त्वचा औयली है, यदि टी पर औयल है और यू पर नहीं, तो त्वचा का टैक्स्चर कौंबिनेशन है.

‘‘बाजार में हर त्वचा के हिसाब से प्रोडक्ट उपलब्ध हैं. फिर भी हर प्रोडक्ट के पीछे लिखा होता है कि प्रोडक्ट कोमैडोजेनिक है या नौनकोमैडोजेनिक है. कभी भी बेटी को कोमैडोजेनिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करने दें, क्योंकि यह त्वचा के पोर्स ब्लौक कर देता है, जिस से मुंहासे होने का डर रहता है.’’

खुशबूदार उत्पाद हैं नुकसानदायक

इस उम्र के बच्चे रंग और खुशबू से बहुत प्रभावित होते हैं खासकर लड़कियां. उन्हें इस बात का भ्रम होता है कि रंग और खुशबू के असर से उन की त्वचा खूबसूरत हो जाएगी. लेकिन असल में यही नुकसानदायक होते हैं. एक मां ही अपनी बेटी को यह समझा सकती है कि यह उम्र सिर्फ त्वचा की ठीक तरह से सफाई करने की है न कि उसे आर्टिफिशियल लुक देने की.

इस बाबत एशियन इंस्टिट्यूट औफ मैडिकल साइंस के कंसल्टैंट डर्मेटोलौजिस्ट डाक्टर अमित बांगिया कहते हैं, ‘‘बाजार में बहुत सारे उत्पाद आते हैं और उन पर लिखा होता है  कि यह उत्पाद ऐलोवेरा, रोजमैरी, जैसमिन या फिर कोकोनट युक्त है. साथ ही उन उत्पादों से वैसी ही खुशबू भी आ रही होती है. लेकिन असल में खुशबू वाले उत्पादों में केवल ऐसेंस और कैमिकल्स के अलावा कुछ नहीं होता है. इतना ही नहीं, ये फ्रैगरैंस वाले उत्पाद आप की बेटी के ऐस्ट्रोजन हारमोन को भी प्रभावित करते हैं, जिस से वह चिड़चिड़ी हो सकती है और उस का वजन भी बढ़ सकता है. त्वचा पर जो असर पड़ता है वह अलग. इसलिए बाजार में उपलब्ध और्गेनिक उत्पादों का ही इस्तेमाल बेटी की त्वचा पर करें.

थ्रेडिंग के बाद होने वाले पिंपल से बचें ऐसे

थ्रेडिंग आईब्रो पर मौजूद बालों को हटाने का पुराना तरीका है, जिसका इस्‍तेमाल काफी पहले से किया जा रहा है. थ्रेडिंग लगभग सभी तरह की स्किन की जाती है, चाहे आपकी स्किन सेंसिटिव क्‍यों न हो. वैक्सिंग जैसे विकल्‍प की तुलना में थ्रेडिंग एक बेहतर औप्शन है, क्‍योंकि यह स्किन की परत को दूर नहीं करती. लेकिन कभी-कभी खासकर सेंसिटिव स्किन पर थ्रेडिंग करवाने के बाद पिंपल्‍स, चकते या स्किन में लालिमा आ जाती है. अगर आपकी भी यही प्रौब्लम है तो ये टिप्स आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं.

 1. थ्रेडिंग से पहले फेस को करें क्लीन

थ्रेडिंग करवाने से पहले फेस को धोकर अच्‍छे से पोंछ लें. स्किन को गुनगुने पानी से धोने पर ज्‍यादा फायदा होता है. इससे थ्रेडिंग करवाते समय दर्द कम होगा और आप फ्रेश फील करेगी. फिर एक कौटन का साफ कपड़ा लेकर अपने फेस को हल्‍के हाथों से पोंछ लें. क्‍योंकि रगड़कर पोंछने से आपकी स्किन  ड्राई हो सकती है.

 2. थ्रेडिंग से पहले होममेड टोनर का करें इस्तेमाल

अब घरेलू टोनर लगाकर अपने फेस को हल्‍का नम कर दें. दाने वाली स्किन  के लिए विच हेजल जडी़ बूटी से बना टोनर अच्‍छा रहता है. आप चाहें तो दालचीनी की चाय को टोनर के रूप में लगा सकते हैं. अब पार्लर में जाकर थ्रेडिंग बना लें.

3. थ्रेडिंग करवाने के बाद ये टिप्स अपनाएं

टोनर को आईब्रो पर लगाकर बर्फ लगाएं. इससे आपको जलन और संक्रमण नहीं होता है. अगर आप अपना चेहरा धोना चाहती हैं तो गुलाब जल से धोयें. यह प्राकृतिक जल, आईब्रो पर लगने वाले कट को सही कर देता है और दाने व पिंपल भी सही हो जाते हैं.

4. 12 से 24 घंटे के बीच थ्रेडिंग वाले हिस्‍से को न छूएं

सुनिश्चित करें कि थ्रेडिंग करवाने के बाद 12 से 24 घंटे के बीच थ्रेडिंग वाले हिस्‍से को न छूएं. ऐसा करने से वहां पिंपल्‍स, चकते या जलन पैदा हो सकती है. कोशिश करें थ्रेडिंग के तुरंत बाद किसी भी प्रकार के स्‍टीम ट्रीटमेंट से बचें.

5. कैमिकल वाले कौस्मैटिक से बचना है जरूरी

अपने फेस पर थ्रेडिंग करवाने के बाद, उस हिस्‍से में कम से कम 12 घंटे की अवधि के दौरान एसिड की मौजूदगी वाले सुगांधित कौस्‍मेटिक उत्‍पाद जैसे क्‍लींजर और मौइश्चराइजर न लगाये. ऐसा इसलिए क्‍योंकि यह एसिडिक उत्‍पाद स्किन  की बाहरी परत को हटा देते हैं. बाल हटाने के बाद इन्‍हें इस्‍तेमाल करने से प्रतिकूल प्रतिक्रिया हो सकती है, खासकर अगर आपकी संवेदनशील स्किन  है तो.

खूबसूरत बालों के लिए दही से बनाएं ये 5 हेयर मास्क

बालों में दही का इस्तेमाल हमारी दादीनानी भी अपनी दादीनानी के समय से करती आई हैं. आमतौर पर इसे सिर से डैंड्रफ और खुजली को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इस के और भी अनेक फायदे हैं. दही विटामिन बी5 और डी से भरपूर होता है, इस में फैटी एसिड्स की भी अधिक मात्रा होती है जिस से यह बालों को स्मूथ और फ्रिज फ्री बनाता है. साथ ही, इस में जिंक, मैगनीशियम और पोटेशियम भी होता था. तो देर किस बात की, आइए जाने बालों में दही लगाने के कुछ तरीके.

1. डैंड्रफ के लिए

1 कटोरी दही
4-5 टीस्पून मेथी दाना पाउडर
1 चम्मच नीबू

डैंड्रफ दूर करने के लिए एक कटोरी में दही लें, नीबू का रस और मेथी दाना पाउडर डालें. तीनों को अच्छी तरह मिला कर बालों में लगाएं और शावर कैप से बालों को ढक लें. अब 40 मिनट तक इसे बालों में रख माइल्ड शैम्पू से अच्छी तरह धो लें. इफेक्टिव रिजल्ट के लिए हफ्ते में दो बार एक महीने तक लगाएं.

2. डीप कंडीशनिंग के लिए

एक कटोरी दही
2 चम्मच शहद

दही और शहद को साथ में लगाने से यह न केवल आप के बालों को जड़ों से कंडीशन करता है बल्कि ड्राई हेयर की समस्या हटा उन्हें मुलायम और मैनेजेबल भी बनाता है. एक कटोरी में दही और शहद मिलाइए. फिर इस से बालों में अच्छी तरह मसाज कीजिए और 20 मिनट रखने के बाद धो लीजिए.

3. बाल बढ़ाने के लिए

एक कटोरी दही
मुट्ठीभर करी पत्ता

करी पत्ते प्रोटीन और बीटा केरोटीन से भरपूर होते हैं जो बालों को टूटने से रोकते हैं. इन में अमीनो एसिड्स और एंटीऔक्सीडेंट्स की भी अच्छी मात्रा होती है जिन से यह बालों को जड़ों से मौइस्चर देते हैं. इस मास्क को बनाने के लिए मुट्ठीभर करी पत्ते पीस कर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को दही में मिला कर बालों में जड़ों से टिप तक लगाएं और 30 मिनट रखने के बाद धो लें. हेयर ग्रोथ को बूस्ट करने के लिए हफ्ते में एक बार इस मास्क को लगाएं.

4. फ्रिज फ्री बालों के लिए

एक कटोरी दही
एक केला

बालों से फ्रिजिनेस हटाने के लिए एक कटोरी दही में एक पूरा पका केला मैश कर के मिला लें. इसे बालों में 20 मिनट तक रखें और धो लें. इस हेयर मास्क को हफ्ते में एक बार फ्रीजिनेस हटाने के लिए जरूर लगाएं.

5 प्रोटीन देने के लिए

एक कटोरी दही
एक अंडे का योक

बालों की मजबूती और ग्रोथ के लिए उसे प्रोटीन देना जरूरी होता है. दही में अंडे के बीच के भाग यानी योक को अच्छी तरह मिला कर बालों में मसाज करते हुए लगाएं. इस मास्क को 20 मिनट तक रखें और शैम्पू से अच्छी तरह धो लें. स्पा जैसे इस ट्रीटमेंट को अच्छे रिजल्ट के लिए हफ्ते में एक बार लगाएं.

आईलाइनर बढ़ाए आंखों की खूबसूरती

खूबसूरत कजरारी गहरी आंखें किसी के भी मन को मोह लेती हैं. किसी महिला या लड़की की खूबसूरती बढ़ाने में उस की आकर्षक आंखें सब से अहम भूमिका निभाती हैं. तभी तो वे आई मेकअप पर सब से ज्यादा ध्यान देती हैं और कोई मेकअप किया हो या नहीं अगर आईलाइनर से ही आंखों को टचअप दे दिया जाए तो चेहरे का लुक ही बदल जाता है.

आई मेकअप में काजल के साथ सब से अहम आईलाइनर होता है. लड़कियों के मेकअप बौक्स में काजल और आईलाइनर जरूर होते है क्योंकि सभी लड़कियां पार्टी वगैरह में जाने के लिए तैयार होते समय आईलाइनर का यूज जरूर करती हैं. आजकल मार्केट में तरहतरह के आईलाइनर उपलब्ध हैं, जो मुख्य रूप से 4 तरह के होते हैं:

1- पैंसिल आईलाइनर

पैंसिल या काजल लाइनर बेसिक आईलाइनर है. पहले पैंसिल आईलाइनर का ही ट्रैंड था. इस का उपयोग आंखों को स्मोकी लुक देने के लिए किया जाता है. अगर आप आईलाइनर लगाने में अभी नई हैं तो पैंसिल आईलाइनर का ही उपयोग करें. इस के फैलने का डर नहीं होता और आंखों को मनचाहा आकार भी मिल जाता है. बस ध्यान रहे कि अगर आप कौंटैक्ट लैस लगाती हैं तो पैंसिल आईलाइनर का प्रयोग न करें. यदि लाइनर लगाते समय आप का हाथ बहुत हिलता है तो नुकीली पैंसिल के बजाय गोल नोक वाली पैंसिल लें. इस से लगाते वक्त पैंसिल के आंखों में चुभने का डर नहीं रहेगा.

2- लिक्विड आईलाइनर

जब आप लाइनर लगाने में परफैक्ट हो जाएं तो लिक्विड लाइनर खरीद सकती हैं. जिन्हें विंग लाइनर लगाना पसंद होता है उन के लिए भी लिक्विड लाइनर बैस्ट है. लिक्विड लाइनर लगाते समय पतले ब्रश का ही इस्तेमाल करें और इसे आंखों के नीचे वाली पलकों पर भूल कर भी न लगाएं वरना यह फैल कर आप की आंखों का पूरा मेकअप खराब कर देगा. यदि आप चाहती हैं कि लाइनर पूरा दिन टिका रहे तो वाटरपू्रफ लिक्विड लाइनर खरीदें.

3- जैल आईलाइनर

स्मोकी आइज पाने के लिए जैल आईलाइनर बैस्ट है. यह आईलाइनर लिक्विड और पैंसिल लाइनर से अलग होता है. एक छोटे से बौक्स में काजल और पतला ब्रश होता है. ब्रश की मदद से आईलाइनर लगाना होता है. इसे लगाना लिक्विड लाइनर से आसान है. मैट फिनिशिंग के लिए भी जैल आईलाइनर बहुत अच्छा रहता है.

4- फैल्ट टिप लाइनर

फैल्ट टिप लाइनर एक ऐसा आई प्रोडक्ट है जो बिलकुल मार्कर पैन की तरह दिखता है. यह लाइनर अन्य लाइनर के मुकाबले थोड़ा जल्दी सूख जाता है. यह उन महिलाओं के लिए बैस्ट है विंग लाइनर लगाना पसंद करती हैं. अगर आप जल्दी में हैं तो इस लाइनर को आंखों पर अप्लाई कर सकती हैं.

5- आईलाइनर लगाने का सही तरीका

सब से पहले चेहरे को साफ करें. उस के बाद चेहरे पर मौइस्चराइजर और आंखों के चारों ओर आई क्रीम लगाएं. फाउंडेशन आईलाइनर को लंबे समय तक टिकाए रखने में मदद करेगा. अब अपनी आंखों के आसपास जहां आप मेकअप करती हैं वहां थोड़ी मात्रा में प्राइमर लगाएं. इस का मुख्य काम त्वचा में चिकनाहट लाना होता है.

अब पलक और आंखों के नीचे कंसीलर लगाएं. इसे अच्छी तरह ब्लैंड करें. लाइनर खासतौर से लिक्विड आईलाइनर लगाते वक्त कुछ के हाथ बहुत कांपते हैं. इस के लिए अच्छा है  कि आप अपनी कुहनी को किसी टेबल पर  रखें. अब अपनी लैशेज के ऊपर आंख के अंदर वाले हिस्से से बाहर की ओर बस एक सीधी लाइन बनाएं. पहली बार लिक्विड लाइनर लगाने वाली महिलाओं या लड़कियों के लिए सीधी लाइन बनाना मुश्किल हो सकता है.

इसलिए ऊपरी लैश लाइन की जगह एक असमान अंतराल रखते हुए थोड़ीथोड़ी दूरी पर छोटेछोटे डौट्स के निशान बना लें और आईलाइनर लगाना शुरू करें. अब लैश लाइन की जगह जो डौट्स बनाए थे  उन्हें जोड़ने के लिए छोटेछोटे स्ट्रोक बनाएं.

जब लाइनर लगाने की प्रक्रिया पूरी हो जाए तब अपनी निचली लैश लाइन को एक पैंसिल लाइनर के साथ आगे बढ़ाएं. यदि आप का आईलाइनर फैल गया है तो आई मेकअप रिमूवर से उसे रिमूव करें.

6- अलगअलग रंग के आईलाइनर के प्रभाव

अगर आप को बोल्ड इफैक्ट चाहिए तो ब्लैक कलर चुनें. स्मोकी लुक के लिए ब्राउन कलर अच्छा है. आंखों को बड़ा दिखाने के लिए व्हाइट कलर का आईलाइनर लगाना चाहिए. आंखों को ब्राइट दिखाने के लिए ग्रे कलर चुनें और अगर आंखों का ट्रैंडी लुक पाना चाहती हैं तो ग्रीन कलर के आईलाइनर का प्रयोग करें. ग्लिटर से स्पार्कल लुक पा सकती हैं.

7- आंखों की शेप के अनुसार आईलाइनर

कई बार महिलाएं आईलाइनर तो लगा लेती हैं, लेकिन वह उन के चेहरे के हिसाब से सूट नहीं करता. ऐसा इसलिए क्योंकि आईलाइनर का लुक उन की आंखों की शेप पर भी बहुत हद तक निर्भर करता है. इसलिए लाइनर लगाने से पहले अपनी आंखों की शेप के बारे में जान लें और फिर जैसा आप की आंखों की शेप हो उस के अनुसार ही लाइनर लगाएं.

1- गोलाकार आंखें: राउंड शेप वाली आंखें बहुत बड़ी होती हैं. ऐसी आंखों के लिए विंड आईलाइनर बैस्ट होते हैं.

2- बादाम शेप आंखें: इस शेप की आंखों वाली महिलाएं किसी भी तरह का आईलाइनर लगा सकती हैं. लेकिन विंड आईलाइनर बादाम शेप की आंखों पर ज्यादा अच्छा लगता है. अपनी आंखों के इनर कौर्नर से लाइन खींचना शुरू करें और धीरेधीरे लाइन को मोटा करें.  आंखों के कोने पर विंग को हलका सा फैला दें.

3- छोटी आंखें: छोटी आंखों के लिए लाइनर को ऊपरी लैश लाइन से पतली लाइन से शुरू करें और आखिर में आ कर इसे थोड़ा मोटा कर दें. इस से आंखें बड़ीबड़ी नजर आएंगी.

4- बड़ी आंखें: ऐसी महिलाएं कैट आईलाइनर और विंग्ड स्टाइल दोनों को ही अपना सकती हैं.

5- उभरी आंखें: इन आंखों की शेप थोड़ी उभरी हुई रहती है और पलकें भी बड़े आकार की होती हैं. ऐसी महिलाएं अपनी आंखों पर शुरुआती लाइन से ले कर आखिरी तक मोटा या फिर पतला एक जैसा लाइनर अप्लाई कर सकती हैं.

आईलाइनर लगाने के टिप्स

1- आईलाइनर लगाने से पहले आईलैशेज को कर्ल जरूर करें. इस से आंखें बड़ी और सुंदर दिखेंगी.

2- आईलाइनर लगाते वक्त ऊपरी आईलैश लाइन के सैंटर से आईलाइनर लगाना शुरू करें. आंखों पर लाइनर लगाते वक्त हमेशा नीचे की ओर देखें. ऊपर देखने से शेप बिगड़ सकती है.

3- अगर आईलाइनर आंखों में चला जाए तो उसी वक्त आंखों को अच्छे से धो लें. विंग बनाते समय पलकों को न खींचें वरना विंग गड़बड़ा जाएगी. कैट आईलाइनर लुक के लिए पहले काजल पैंसिल की मदद से लाइन बना लें. उस के बाद आईलाइनर का इस्तेमाल करें. लाइनर हमेशा आराम से लगाएं. आंखों को और बड़ा दिखाने के लिए लोअर लैश लाइन पर व्हाइट काजल पैंसिल या व्हाइट लाइनर लगा सकती हैं.

4- आंखों को ब्राइट दिखाने के लिए आंख और नाक के बीच आई कौर्नर पर हाइलाइटर अप्लाई करें.

कंसीलर से पाएं बेदाग त्वचा

आप के मेकअप किट में एक चीज जो जरूर होनी चाहिए वह है कंसीलर. इस के बिना फ्लॉलेस और स्मूथ मेकअप संभव नहीं. दरअसल हर महिला के चेहरे पर कुछ दाग धब्बे तो होते ही हैं और उन्हें गायब करने के लिए जरूरी है कंसीलर. कंसीलर वह ब्यूटी प्रोडक्ट है जिस की मदद से आप अपने चेहरे के छोटेमोटे दाग धब्बों, असमान रंगत या पिगमेंटेशन, बर्थ मार्क्स, सन टैन, काले निशान, आंखों के नीचे काले घेरे और झुर्रियां को कुछ समय के लिए चेहरे से हाइड करने या छिपाने में सफल हो सकती हैं. इस तरह आप अपनी बेदाग़ खूबसूरती से लोगों को अचंभित कर सकती हैं.

कंसीलर मुख्य रूप से चार तरह के होते हैं;

1- क्रीम कंसीलर

इस कंसीलर का टेक्सचर क्रीमी होता है. क्रीमी होने के कारण यह हमारे चेहरे के दाग धब्बों और काले घेरों को अच्छे से कवर करने में हमारी मदद करता है. क्रीम कंसीलर को ऑयली टू नॉर्मल स्किन वाले आसानी से उपयोग में ला सकते हैं.

2- लिक्विड कंसीलर

इस कंसीलर का टेक्सचर लिक्विड होता है. यह आसानी से यह हमारी त्वचा पर ब्लेंड हो जाता है और यह काफी लाइट वेट भी होता है. लिक्विड होने के कारण ये त्वचा में आसानी से अवशोषित हो जाते हैं. लिक्विड कंसीलर ड्राई टू कंबीनेशन स्किन वालों के लिए बेहतर होता है क्योंकि यह रूखी त्वचा को नमी देता है.

3- पेन कंसीलर – पेन कंसीलर दाग धब्बों, मुहांसों ,काले घेरों को छुपाने के लिए सब से अच्छा माना जाता है. इस कंसीलर को लगाना बहुत आसान है और साइज
में छोटा होने के कारण इसे कहीं भी कैरी किया जा सकता है.

4- स्टिक कंसीलर – स्टिक कंसीलर ऑइली स्किन को छोड़ कर बाकी हर तरह के स्किन के लिए यूजफुल है. इस कंसीलर का टेक्सचर काफी सॉफ्ट होता है और यह लिपस्टिक के आकार का होता है.

स्किन टोन के हिसाब से कंसीलर कैसे चुनें

इस सन्दर्भ में सेलिब्रिटी मेकअप आर्टिस्ट गुंजन अघेरा पटेल के अनुसार सब से पहले हमें अपने स्किन को समझने की ज़रूरत है. अपनी स्किन के हिसाब से सही शेड का कंसीलर चुनने के लिए किसी भी ब्रांड के प्रोडक्ट्स को अपने फोरहेड पर हल्का सा लगा कर चेक करें. अगर वह अप्लाई करने के बाद पिंकिश टोन में है तो वह आप का सही शेड नहीं है. आप को वह शेड लेना चाहिए जो अच्छे से ब्लेंड करने पर आप की स्किन में अच्छे से मिक्स हो जाए या घुल जाए. अंडरआई में कंसीलर हमेशा एक शेड लाइट यूज़ करना चाहिए. यदि आप के डार्क सर्कल ज्यादा है तो आप कंसीलर इस्तेमाल करने से पहले ऑरेंज कलर करेक्टर का इस्तेमाल करें और उस के बाद कंसीलर लगा कर सेट करे.

बेहतरीन रिजल्ट के लिए कंसीलर कैसे लगाएं

मेकअप का सब से इम्पोर्टेन्ट पार्ट है अपनी स्किन को अच्छे से मॉइस्चराइज करें. यदि आप दिन में मेकअप कर रहें हैं तो आप सनस्क्रीन को अच्छे से फेस एंड नैक एरिया पर लगाएं. मॉइश्चराइज एंड सनस्क्रीन लगाने के बाद आप पिग्मेंटेड एरिया और डार्क एरिया पर कंसीलर लगाएं और अच्छे से ब्लेंड
करें.

याद रखें की प्रोडक्ट्स की मात्रा बहुत ही कम होनी चाहिए यदि आप ज्यादा प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करेंगे तो आप का मेकअप बहुत ही केकी लगेगा.
प्रोडक्ट अगर कम होगा और अच्छे से ब्लेंड होगा तो आप की स्किन स्मूथ और नो मेकअप का इफ़ेक्ट देगा.

कंसीलर को इनर कॉर्नर्स में अप्लाई करें और फिर उंगली या फिर स्पंज या ब्रश की मदद से उसे ब्लेंड करें.

फिर ट्रांस पाउडर / सेटिंग पाउडर को कंसीलर के ऊपर अप्लाई करके उसे सेट करें.

कंसीलर का प्रयोग कब और कैसे करें

1- हाइलाइट करने के लिए

कंसीलर को चेहरे पर मौजूद हाई पॉइंट्स जैसे नोज, चिन, क्यूपिड बो, फोरहेड, अंडर आईज जैसी जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है. इस के लिए आप अपनी स्किन टोन से कम से कम दो टोन लाइट कंसीलर का इस्तेमाल कर सकती हैं.

2- डार्क स्पॉट्स को छिपाने के लिए

कंसीलर का इस्तेमाल चेहरे पर मौजूद डार्क स्पॉट्स जैसे पिंपल्स और मुंहासों के निशान, बर्थमार्क, पिगमेंटेशन आदि को छिपाने के लिए किया जाता है. डार्क स्पॉट्स के लिए साधारण कंसीलर के साथ ऑरेंज या पीच कलर के कलर करेक्टर को मिला कर लगाया जा सकता है. ये एक्ने, पिगमेंटेशन या अन्य किसी कारण से हुए डार्क स्पॉट्स को छुपाने और त्वचा का रंग निखारने में मदद करते हैं.

3- डार्क सर्कल के लिए

कंसीलर का इस्तेमाल डार्क सर्कल को छुपाने के लिए भी किया जाता है. कुछ डार्क सर्कल के मामले में आंखों के नीचे की त्वचा नीली पड़ने लगती है. इस तरह की समस्या के लिए ऑरेंज और यलो कलर करेक्टर को मिक्स कर के उपयोग किया जा सकता है. ये आंखों के नीचे के हिस्से की रंगत को निखार कर डार्क सर्कल्स छिपाने में मदद करेंगे. अगर स्किन टोन हल्का है तो इन कलर के हल्के शेड का उपयोग होगा. वहीं अगर किसी की त्वचा का रंग गहरा है तो इन कलर्स का डार्क शेड इस्तेमाल किया जायेगा.

4- लिप्स को शेप देने के लिए

कंसीलर का इस्तेमाल लिप्स की शेप को निखारने और उसे शार्प शेप देने में भी किया जाता है. कोशिश करें कि आप केवल लिप्स के कार्नर पर ही कंसीलर को लगाएं.

5- मुंहासों के लिए

मुंहासों और उसके आस पास की त्वचा अक्सर लाल पड़ जाती है. ऐसे में, वहां की त्वचा के लिए हरे रंग के कलर करेक्टर का उपयोग किया जा सकता है.

कुछ सावधानी और ट्रिक्स

कोई भी मेकअप स्टार्ट करने से पहले सबसे ज़रूरी होता है की आप सही टोन का कंसीलर लें. यह मेकअप स्टार्ट करने का सबसे बेसिक स्टेप होता है. कई लोग मेकअप सेलेक्ट करते समय यह गलती कर देते है की वह यह तो काफी ज्यादा फेयर टोन या फिर डार्क टोन का कंसीलर उसे कर लेते है जिस से उन का मेकअप बिलकुल भी नेचुरल नहीं लगता .

मेकअप का मतलब हमेशा फेयर दिखना नहीं होता हो. मेकअप आप की ब्यूटी को एन्हांस करने में आपकी मदद करता है. यदि आप को फेयर कंसीलर लेना ही है तो आप अपनी स्किन टोन से सिर्फ एक शेड फेयर कंसीलर लें.

कंसीलर के डार्क शेड आप कंटूर में इस्तेमाल कर सकते हो. लिपस्टिक के साथ कंसीलर को मिक्स कर के आप कस्टम ब्लश बना सकते है.

अगर हमे डुओ फिनिश मेकअप चाहिए तो हमे अंडर आईज में लिक्विड कंसीलर यूज़ करना चाहिए और बाकि फुल फेस पर हम क्रीम और कंसीलर को मिक्स कर के लगाएंगे तो यह आप को डुओ फिनिश मेकअप लुक देगा.

आईज के इनर कार्नर और आउटर कार्नर पर कंसील कर के उन को ब्लेंड ऊपरी साइड से करनी चाहिए जिस से आप को आईज लिफ़्ट होगी.

विंग लाइनर को शार्प करने लिए भी हम कंसीलर का इस्तेमाल कर सकते है. चाहें तो आईशैडो लगाने से पहले आंखों के ऊपर थोड़ा सा कंसीलर लगा सकते हैं. यह आईशैडो को देर तक टिके रहने में मदद करेगा.

कंसीलर को लगाने के बाद उसे हमेशा थपथपा कर ब्लेंड करें. हमेशा एक अच्छे व विश्वसनीय ब्रांड के प्रोडक्ट का ही उपयोग करें.

कंसीलर हैक्स

1- कंसीलर लगाते वक्त कमरे में रोशनी अच्छी होनी चाहिए.

2- आईशैडो से पहले कंसीलर लगाएं. इस से रंग उभर कर आते हैं.

3- चेहरे के अलावा पीठ या छाती पर दाग हैं तो कंसीलर उन्हें छिपा सकता है.

4- कंसीलर हमेशा अपने फाउंडेशन से एक शेड हल्का चुनें यानि कि आप का फाउंडेशन आप की स्किन टोन का होना चाहिए और कंसीलर स्किन टोन से एक शेड हल्का.

5- आंखों के नीचे के डार्क सर्कल्स को अच्छी तरह छुपाने के लिए आंखों के
नीचे कंसीलर से ट्राएंगल बनाएं.

6- कलर करेक्टर कंसीलर को हमेशा फाउंडेशन से पहले लगाएं.

7- आप कंसीलर को आई प्राइमर की तरह भी इस्तेमाल कर सकती हैं. इस तरह आप का आईशैडो और उभर कर आएगा.

बेस्ट कंसीलर लिस्ट

1- मेबेलिन न्यूयोर्क फिट मी कंसीलर
2- स्विस ब्यूटी प्रोफेशनल लिक्विड कंसीलर
3- मिस क्लैरे फुल कवरेज मेकअप प्लस कंसीलर
4- मेबलिन ड्रीम ब्राइटनिंग क्रीमी कंसीलर
5- लैक्मे एब्सोल्यूट व्हाइट इंटेंस कंसीलर स्टिक एसपीएफ 20.
6- स्विस ब्यूटी प्रोफेशनल लिक्विड कंसीलर
7- एल ए गर्ल प्रो कंसीलर, ऑरेंज करेक्टर
8- डेबोरा मिलानो परफेक्ट कंसीलर
9- मैक स्टूडियो फिनिश कंसीलर
10- ओलिविया 100% वाटरप्रूफ पैन केक सन टोन मेकअप कंसीलर

परफेक्ट सेल्फी के लिए मेकअप आइडियाज

आजकल लोगों में सेल्फी लेने का क्रेज बहुत ज्यादा बढ़ चूका है. खासकर लड़कियां और महिलाएं अपने जीवन की छोटी से छोटी घटनाओं को कमरे में कैद करना नहीं भूलतीं. पहनावा नया हो या हेयरस्टाइल या फिर मेकअप, वे अपनी खूबसूरती को बेहतरीन अंदाज में तस्वीरों में उतारने के लिए दिन में कई कई बार सेल्फी लेती दिख जाती हैं. पर याद रखें खुद की परफेक्ट सेल्फी लेना कोई छोटी बात नहीं है. लाइटिंग से ले कर बेहतर एंगल और साथ ही अच्छे मेकअप के अंदाज भी आने चाहिए तभी आप एक परफेक्ट सेल्फी क्लिक कर सकेंगी.

कई दफा ऐसा भी होता है जब आप आईने में तो बेहद हसीं नजर आती हैं मगर जब जब सेल्फी लेती है तो चेहरे पर कुछ अबनॉर्मल सा नजर आता है. कभी चेहरे पर दाग धब्बे तो कभी नैन नक्श का अजीबोगरीब दिखना. वहीं सेल्फी की पोज भी वैसी नहीं आती जैसी हम लेना चाहते हैं. ऐसा अमूमन ज्यादातर लड़कियों के साथ होता है. ऐसे में जरुरी है कि आप मेकअप से जुड़े कुछ ऐसे आइडियाज के बारे में जानें जिन की मदद से एक परफेक्ट सेल्फी क्लिक कर सकें.

इस सन्दर्भ में सेलिब्रिटी मेकअप आर्टिस्ट गुंजन अघेरा पटेल कुछ टिप्स बताती हैं;

1- सेल्फी के लिए जरुरी हेल्दी और ग्लोइंग स्किन

अगर अंदर से आप की स्किन हेल्दी और फ्रेश है तो आप का मेकअप भी उभर कर आएगा. दरअसल मेकअप सॉफ्ट और हाइड्रेटेड स्किन पर बेहतर नजर आता है. स्किन टाइप के मुताबिक आप एक अच्छे क्लींजर, एक्सफोलिएटर और मॉइस्चराइज़र को कस्टमाइज़ करें ताकि आप को सेल्फी से पहले हाईलाइटर की जरूरत न पड़े.

2- जरूरी है फाउंडेशन का सही शेड

एक बेहतर सेल्फी के लिए परफेक्ट शेड का एक परफेक्ट फाउंडेशन जरुरी है जो फुल कवरेज वाला हो. इस से आप को सेल्फी क्लिक करते वक्त किसी तरह के फिल्टर की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसे अप्लाई करने के बाद आप की स्किन इवन टोन नजर आएगी और बेस केकी नजर नहीं आएगा. अगर आप को फ़्लैश लाइट में सेल्फी
लेनी हो तो सही फाउंडेशन का इस्तेमाल कीजिये और उस का शेड भी फेस के अकॉर्डिंग ही लीजिए.

3- सही ढ़ंग से हो ब्लेंड

कैमरा लगभग हर छोटी से छोटी चीज को भी पकड़ लेता है. इसलिए जो भी बेस या
फाउंडेशन का इस्तेमाल करें उसे अच्छे ब्लेंड जरूर कर लें. इसके लिए आप ब्रश, अपनी उंगलियों या मेकअप ब्लेंडर का इस्तेमाल कर सकती हैं. सेल्फी लेते वक्त इस से चेहरे पर मेकअप थोपा हुआ नजर नहीं आता.

4- मेकअप को रखें मैट

सेल्फी क्लिक करते वक्त मैट मेकअप लुक सब से अच्छा होता है. क्योंकि यह
अलग से चमकता नहीं. सेल्फी के वक्त शिमर को बिलकुल नो कह देना चाहिए. क्योंकि यह चेहरे को जरूरत से ज्यादा चिकना बना सकता है. इसलिए अच्छी सेल्फी के लिए हमेशा मैट बेस का ही चुनाव करना सही माना जाता है.

5- प्ले विथ आईज

सेल्फी लेते वक्त आंखों पर फोकस होता है. खूबसूरत गहरी आँखें आप की सेल्फी को दिलकश बनाती हैं. अपनी आंखों को बड़ा दिखाने के लिए काजल का
इस्तेमाल करें. आई लाइनर यूज करते समय इस के लिए ग्लिटरी नीले या हरे जैसे पॉप रंगों का इस्तेमाल करें. यही नहीं याद रखें आप की पलकें जितनी लंबी होंगी आंखें उतनी ही बड़ी नजर आएंगी. इस के लिए आप मस्कारा का इस्तेमाल करें. सही तरीके से लगाया गया मस्कारा आप के लुक में चार चांद लगा सकता है. इस से आप की सेल्फी भी खूबसूरत नजर आएगी. ज्यादा वॉल्यूम पाने के लिए पहले अपनी पलकों को कर्ल करें, फिर मस्कारा के दो कोट अप्लाई करें. ज्यादा वॉल्यूम के लिए आप दो कोट से भी ज्यादा कोट ट्राई कर सकती
हैं.

6- आइब्रो को भी न करें नजरअंदाज

आइब्रो आप के चेहरे की खूबसूरती को और भी ज्यादा निखारने का काम करती हैं. इसलिए सेल्फी लेने से पहले इन्हें बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. आप अपनी आइब्रो को सेट रखें या फिर इन्हें उभरी हुई या मोटी दिखाने के लिए आइब्रो पेंसिल का इस्तेमाल करें. ऐसा करने से आप की सेल्फी
पर बेहद खूबसूरत आएगी.

7- ब्लश रखें नेचुरल

बात जब ब्लश की हो तो इसे जितना नेचुरल रखेंगी आप की सेल्फी उतनी ही खूबसूरत आएगी. आप पीच पॉप ब्लश का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसे न सिर्फ अपने गालों पर लगाएं बल्कि इसे चीक बोंस पर भी स्वीप करें. इससे गाल गोल मटोल नजर नहीं आएंगे और आप को चेहरा लिफ्ट करता हुआ नजर आएगा.

8- बोल्ड लिप्स के साथ दें पोज

खूबसूरत स्माइल और बोल्ड लिप्स सभी पसंद करते हैं. आप इस के जरिये एक बेहतर सेल्फी क्लिक कर सकती हैं. बोल्ड होंठों का मतलब सिर्फ लाल रंग की लिपस्टिक ही नहीं है. जरूरी है कि आप जिस शेड का चुनाव करें वह आप की त्वचा और ड्रेस के रंग से मैच करे. बोल्ड रेड अक्सर बहुत गोरे रंग वाले
चेहरे पर ही खिलता है जबकि गोरे या गेंहुए रंग के लिए न्यूड या बोल्ड
पिंक, डस्की त्वचा के लिए पीच, मेटालिक शेड्स विकल्प हो सकते हैं.

9- जरूर करें कॉन्टूरिंग

अगर आप को परफेक्ट सेल्फी लेनी है तो हले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि कैमरे पर क्लिक करने के लिए आप के फीचर्स उभर कर आ रहे हैं या नहीं. अगर नहीं तो इसके लिए कॉन्टूरिंग का इस्तेमाल करें. आप कंटोर पाउडर को अपने चीकबोंस, नाक के किनारे और जॉलाइन पर लगाएं. इस से आप के फीचर्स फोटो में काफी उभर कर आएंगे.

10- अच्छी सेल्फी के लिए पेस्टल शेड्स को कहें नो

ज्यादा अच्छी और आकर्षक सेल्फी के लिए पेस्टल शेड्स की जगह रूबी रेड और ग्रीन कलर का इस्तेमाल करें. साथ ही डल लिपस्टिक, लाइम येलो नेल पेंट और
बेज आई शैडो से आप की सेल्फी काफी थकी हुई नजर आ सकती हैं. इसलिए ऐसे रंगों का बिलकुल भी इस्तेमाल न करें.

11- फिल्टर को भी न भूलें

एक अच्छी सेल्फी के लिए जितना जरूरी मेकअप है उतना ही जरूरी एक परफेक्ट फिल्टर भी है. फिल्टर के जरिए आप दाग धब्बे या उम्र के निशान पूरी तरह
दूर कर सकती हैं. यह आप की सेल्फी को एक अच्छा ग्लो और खूबसूरती भी दे
सकता है.

कभी नहीं फोड़ें अपने पिंपल

आप सुबह बिलकुल फ्रेश मूड से उठती हैं. और ब्रश करने के लिए जैसे ही मिरर के सामने खड़ी होती हैं . आपको अपने चेहरे पर एक मुँहासा दिखाई देता है और सारी फ्रेशनेस दो मिनट में चिंता बन जाती है.

आपको दर्द भी होने लगता है और सारा ध्‍यान सिर्फ और सिर्फ उसी मुँहासे पर बना रहता है. कई बार तो दिल मानता नहीं और हम फोड़ भी देते ..

लेकिन मुँहासा फोड़ना या दबाना अच्‍छी बात नहीं है. इससे चेहरे को नुकसान पहुँचता है और आपको बाद में एहसास होता है कि ऐसा नहीं करना चाहिए था.

मुँहासा ठीक होने में समय लग सकता है लेकिन अगर आपने इससे छेड़छाड़ नहीं की तो ये ठीक होने के बाद चेहरे पर पता भी नहीं चलता है. पर अगर आपने धोखे से भी इसे फोड़ या दबा दिया तो आपको ये दिक्‍कतें झेलनी पड़ेंगी.

1. दाग पड़ जाना: अगर आप चेहरे पर पड़ने वाले मुँहासे को फोड़ देते हैं तो वहां दाग पड़ ही जाता है जोकि चेहरे पर बहुत भद्दा लगता है.

2. इंफेक्‍शन हो जाना: मुँहासे में भरी हुई गंदगी निकलने लगती है और उतनी जगह पर संक्रमण हो जाता है. इसे प्राकृतिक रूप से सूखने दें.

3. सूज जाना: मुँहासे को फोड़ने पर उस जगह जलन होती है और कई बार सूजन भी हो जाती है. इसलिए बेहतर विकल्‍प है कि चंदन आदि का लेप लगाकर छोड़ दें. मुल्‍तानी मिट्टी भी सही उपाय है.

4. पपड़ी जमना: जब आप मुँहासे को फोड़ते हैं तो वहां से खून निकलने लगता है क्‍योंकि वह कच्‍चा ही होता है ऐसे में त्‍वचा पर खूनी पपड़ी जम जाती है और आपका चेहरा भद्दा हो जाता है.

5. सही होने में ज्‍यादा समय लगना: मुँहासे को फोड़ देने पर उसे सही होने में ज्‍यादा वक्‍त लगता है क्‍योंकि वो अंदर से घायल हो जाता है और अंदर से भरने में ही उसे लम्‍बा वक्‍त लगता है.

6. और ज्‍यादा मुँहासें होना: अगर आप एक मुँहासा फोड़ती हैं तो उससे निकलने वाला पानी और पस आसपास की त्‍वचा पर लग जाता है और संक्रमण के कारण वहां भी मुँहासे बन जाते. ऐसे में एक भी मुँहासा छेड़े नहीं.

7.त्‍वचा में चकत्‍ते होना: मुँहासा फोड़ने पर वहां की त्‍वचा काली हो जाती है, जो देखने से साफ पता चलती है. इस प्रकार, चेहरे पर चकत्‍ते नज़र आने लगते.

पीनट फेसपैक से मिनटों में पाएं चेहरे पर निखार

क्या आप नहीं चाहतीं कि आपके चेहरे पर मिनटों में सेलिब्रिटी जैसा ग्लो दिखे. लेकिन अब शायद आप यह सोच रही होंगी कि ऐसा ग्लो या तो स्किन पर नेचुरल होता है या फिर उसके लिए ढेरों पैसे खर्च करने पड़ते हैं . जबकि ऐसा नहीं है. आप घर बैठे ही घर में रखी चीजों से मिनटों में ऐसा ग्लो पा सकती हैं. तो यहां हम बात कर रहे हैं मूंगफली से बनने वाले फेस पैक के बारे में. जो न सिर्फ आपकी स्किन की खोई रंगत को तुरंत वापिस लाने का काम करेगी बल्कि आपके स्किन पोर्स को साफ करके आपकी स्किन को यंग भी बनाएगी.

कैसे बनाएं फेस पैक .

1. पीनट एंड हनी पैक

क्या आपको अचानक से किसी फ्रैंड के घर डिनर का इनवाइट आ गया है और ऐसे में आप यही सोच रही हैं कि न तो कपड़े रेडी हैं और न ही कई दिनों से फेसिअल करवाया है. अगर ऐसे तो चली गई तो पता नहीं वो मेरा फेस देख कर क्या क्या कहेगी. ऐसे में अब आप ज्यादा मत सोचिए , हम आपके लिए लाए है पीनट एंड हनी पैक. तो मिनटों में आपको पार्टी जैसा ग्लो देगा.

इसके लिए आप बिना छिलके वाली 2 बड़े चम्मच मूंगफली लेकर उसका ग्राइंडर में स्मूद पेस्ट तैयार करें. फिर इसमें जरूरत के हिसाब से दूध मिलाकर थोड़ा सा हनी मिलाकर इसका स्मूद पेस्ट तैयार करें. और फिर इसे चेहरे पर अप्लाई कर लें. बेहतर रिजल्ट के लिए आप आधा घंटा इस पेस्ट को अपने चेहरे पर जरूर लगाएं और फिर फेस को धो लें. रिजल्ट देखकर आप खुद हैरान रह जाएंगी. इस पैक को हर स्किन टाइप वाले अप्लाई कर सकते हैं. ड्राई स्किन पर इसका रिजल्ट और बेहतर आता है.

2. ऑरेंज एंड पीनट पैक

संतरा जहां डार्क सर्कल्स, ब्लैकहेड्स, डेड सेल्स को रिमूव करने का काम करता है वहीं पीनट में प्रोटीन होने के कारण ये स्किन रीजनरेशन व स्किन की रेडनेस को कम करने में मददगार होता है. तो जब आप इसके फायदे जान गई हैं तो सोचिए इससे तैयार पैक स्किन के लिए कितना फायदेमंद होगा.

इसके लिए आप एक संतरे को छील लें. और फिर इसमें 1 बड़ा चम्मच के लगभग इसमें पीनट और थोड़ा सा दूध ऐड करके इसका स्मूद पेस्ट तैयार करें. और फिर इससे चेहरे व गर्दन पर 10 मिनट तक लगा छोड़ दें. और फिट पानी से धो लें. तुरंत ही आपको अपनी स्किन पर ग्लो दिखने लगेगा.

3. पीनट एंड कॉफी पाउडर

कॉफ़ी स्किन एक्सफोलिएटर का काम करता है. ये बहुत ही माइल्ड होने के कारण स्किन को किसी भी तरह का कोई नुक्सान नहीं पहुंचाता. वहीं पीनट स्किन सेल्स के पुन निर्माण का कार्य करके स्किन को यंग बनाने का काम करता है.

इसके लिए आप बराबर मात्रा में पिसा हुआ पीनट और कॉफी पाउडर लेकर उसमें थोड़ा सा दूध और शहद मिलकर पेस्ट तैयार करें. फिर इस पेस्ट को चेहरे पर अप्लाई करके हलके हाथों से मसाज करें , जिससे डेड स्किन सेल्स रिमूव हो सके. फिर इसे चेहरे पर 5 मिनट तक लगा छोड़ दें और धो दें. आपको अपनी स्किन पर चमक के साथ साथ काफी सोफ्ट भी लगेगी.

4. एग एंड पीनट

एग को स्किन क्लींजिंग के लिए बेस्ट माना जाता है. वहीं पीनट में फैटी एसिड्स की मौजूदगी होने के कारण झुर्रियों, फाइन लाइन्स और डलनेस की समस्या से निजात मिलता है.

इसके लिए आप अच्छे से ग्राइंड किए 1 चम्मच पीनट में 1 अंडा डालकर उसका अच्छे से क्रीमी पेस्ट बनाएं. फिर इससे चेहरे पर 10 – 15 मिनट के लिए लगा छोड़ दें. फिर पानी से चेहरे को साफ कर लें. आप अपने चेहरे पर एक अलग ही रौनक देखेंगी.

क्यों है पीनट स्किन के लिए फायदेमंद

– झुर्रियां स्किन की इलास्टिसिटी यानि उसके लचीलेपन को कम करती है. जबकि पीनट में विटामिन सी होने के कारण ये स्किन की इलास्टिसिटी को मैंटेन रखने का काम करता है.

– पीनट में ओमेगा 6 फैटी एसिड होने के कारण ये स्किन की जलन को कम करने में मददगार है.

– ये एक ऐसा मास्क है , जो घर में रखी चीजों से बनने के साथ साथ स्किन पर जमा गंदगी को मिनटों में हटाकर क्लियर स्किन देने का काम करता है.

– इसमें फाइबर की मौजूदगी स्किन से विषैले प्राधातो को बाहर निकालकर स्किन पर नेचुरल ग्लो लाने का काम करती है. तो हुआ न पीनट स्किन के लिए फायदेमंद.

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