इन 7 कारणों से शादी नहीं करना चाहती लड़कियां

हर लड़की के अपनी शादी से जुड़े कई सपने होते हैं और शादी से जुड़ी उनकी एक अनोखी सोच होती है. लेकिन आज के समय में लड़कियों की सोच में भी कई बदलाव आने लगे हैं. कई लडकियां है जो अनमैरिड रहना ही पसंद करती हैं. इसके पीछे उनकी कई वजह होती हैं. आज हम आपको लड़कियों के अनमैरिड रहने की इच्छा के पीछे के कारण बताने जा रहे हैं. तो आइये जानते हैं इनके बारे में.

अपने करियर के लिए

लड़कियां चाहे कितनी भी पढ़ी हो लेकिन शादी के बाद उनकी स्टडी धरी की धरी रह जाती है. बेशक वह घर और औफिस दोनों एक साथ मैनेज कर लें लेकिन दोनों संभालने के बाद भी हसबैंड और परिवार वाले कभी खुश नहीं होते.

हर बात पर रोक-टोक

आज के समय में हर लड़की अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना पसंद करती है. उन्हें यह बिल्कुल पंसद नहीं होता कि कोई भी किसी भी बात को लेकर उन्हें बार-बार टोके. इस बिहेवियर से ज्यादा बढ़िया लड़कियां को अनमैरिड रहना लगता है.

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सैक्रिफाइस करना

शादी के बाद लड़की को अपने सरनेम से लेकर कपड़ों तक, हर चीज सैक्रिफाइस करनी पड़ती है. धीरे-धीरे उनकी पसंद नापसंद और पार्टनर की पसंद ही उनकी खुशी बन जाती है. ऐसी सिचुएशन में लड़कियों का दोबारा से अनमैरिड हो जाने का दिल करता है.

पसंदीदा कपड़े पहनने पर रोक

हर लड़की चाहती है कि वह अपनी पसंद के कपड़े पहने लेकिन जब उसे कोई ऐसा करने से रोकता है तो उसे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता. वह सोचती है कि यहीं अगर वह अनमैरिड होती तो वह अपने पसंद के कपड़े पहन सकती.

दोस्तों को तो भूल ही जाओ

बचपन से आप जिन दोस्तों के साथ खेलते हुए बड़े होते हैं शादी के बाद आपको उन्हें भी भूलना पड़ता है. आप अपने दोस्तों से न ही कोई बात शेयर कर पाती हैं और न ही उनके साथ बाहर जा पाती है, जिसका नतीजा होता है स्ट्रेस.

प्राइवेसी तो भूल ही जाओ

सिर्फ लड़का ही नहीं बल्कि लड़कियों को भी शादी के बाद प्राइवेसी का पूरा हक होता है. फिर चाहे वह अपने पति के साथ अकेले बाहर जाना चाहती हो या फिर अपने पति के कोई बात शेयर न करना चाहती हो.

शादीशुदा का टैग

शादी के बाद लड़के तो फ्री माइंड होकर घूम सकते हैं लेकिन लड़कियों के साथ तो शादी का टैग लग जाता है. शादीशुदा का टैग लग जाने के कारण आपके दोस्त भी बात करने से कतराते हैं.

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जब डेटिंग किसी से और शादी किसी और से

क्या हो अगर डेटिंग वाला शादी के समय आ धमके? पता चला कि इधर दुलहन शादी की तैयारियों में मगन, सजधज कर शादी के लिए तैयार है और उधर पुराने मजनूजी दिल हथेली पर लिए लैला की शादी में खलल डालने पधार गए. ऐसी स्थिति लड़कों के साथ भी हो सकती है कि दूल्हे मियां साफा बांध कर शादी करने चले और पुरानी गर्लफ्रैंड आ धमके रंग में भंग डालने.

ऐसे माहौल में रिश्तेदारों की प्रतिक्रिया अलग होगी. कुछ को शायद मजा आए, कुछ तरस खाएं, लेकिन खुद शादी वाले लड़के/लड़की का क्या हाल होगा, कैसे निबटेंगे वे इस परिस्थिति से, आइए जानते हैं:

1. जब ऐक्स को बनाया बुद्धू

कुछ ऐसी ही मजेदार किस्सा बताती हुई शीतल कहती हैं, ‘‘मेरी शादी के समय कालेज का बौयफ्रैंड आ पहुंचा. पता नहीं उसे कहां से पता चल गया कि मेरी शादी हो रही है. हालांकि उस से मेरा ब्रैकअप हुए 3 साल हो चुके थे. पर उस को इस बात की तसल्ली थी कि मैं उस की नहीं तो और किसी की भी नहीं हुई हूं. थोड़ा चिपकू किस्म का था. मेरी पूछताछ करता रहता था. घर में किसी को भी उस के बारे में पता नहीं था. पूछो मत क्या हाल हुआ.’’

फिर तो शीतल ने अपनी प्रिय सहेली रति का सहारा लिया. शीतल कहती हैं, ‘‘रति ने मुझे बचाने के लिए मजनू के साथ झूठा स्वांग रचाया ताकि वह मुझ से ध्यान हटाए. वह बेवकूफ मुझे जलाने की सोच कर रति के आगेपीछे घूमता रहा. पर बात प्रपोज करने तक पहुंची उस से पहले ही मेरी बिदाई हो गई और रति सिर पर पैर रख वापस विदेश लौट गई.’’

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2. बीवी ने लिया समझदारी से काम

‘‘मेरी ऐक्स गर्लफ्रैंड ने जैसे ठान लिया था कि मेरी होने वाली पत्नी के मन में शक का बीज बो कर रहेगी,’’ यह कहना है सिद्धार्थ का. वे आगे बताते हैं, ‘‘मुझे हमेशा लगता था कि वह एक बचकानी लड़की है और मेरी शादी पर अचानक टपक कर उस ने मुझे सही साबित कर दिया. एक तो बिनबुलाए आ पहुंची, ऊपर से हर फंक्शन में मेरे आसपास ऐसे मटक रही थी कि सब को संदेह होना लाजमी था. वह तो अच्छा हुआ कि मेरी पत्नी समझदार थी. उस के विश्वास के कारण मैं ने निस्संकोच दोनों का परिचय करा दिया. तब जा कर मेरी ऐक्स शांत हुई और मेरी शादी आराम से हो पाई.’’

3. मां ने बचाया शर्मिंदगी से

निशा की मां को उस के ऐक्स बौयफ्रैंड के बारे में जानकारी थी. जब शादी के ऐन वक्त वह हाथ में गुलदस्ता लिए आ पहुंचा तो मां ने ही मोरचा संभाला. झट उस के हाथों से गुलदस्ता लिया और उस का हाथ थामे उसे स्टेज पर अपने संग ले गई. आननफानन में नए जोड़े के साथ उस की फोटो खिंचवाई और उस को रवाना किया.

निशा थोड़ी गंभीर हो कर कहती हैं, ‘‘उस शाम यदि मां ने चौकसी न बरती होती तो क्या पता वह मेरे पति से मिल कर क्या कह देता.’’

4. क्यों होता है ऐसा

मनोचिकित्सक, डा. श्याम भट्ट कहते हैं, ‘‘पश्चिमी देशों की तुलना में भारत में डेटिंग करना एक नूतन प्रक्रिया है. 15-20 वर्ष इस की मौजूदगी इतनी नहीं थी जितनी उग्रता व तीव्रता से यह आज हर ओर दिखाई देती है. जब इतने युवा डेटिंग करेंगे तो लाखों के दिल भी टूटेंगे.

‘‘ब्रैकअप के कई कारण हो सकते हैं जैसे जातिधर्म की दीवार, आर्थिक स्थिति, आपसी मनमुटाव, परिवार वालों की असहमति, किसी एक का चीटिंग करना, लौंग डिस्टैंस रिलेशनशिप, शादी में रुचि न होना, कोई बेहतर साथ मिल जाना, व्यक्तित्व में असमानता आदि.’’

मनोविज्ञानी के. वर्षा के अनुसार, ‘‘कई बार बचपन का प्यार परिपक्व होने पर दोस्ती या खयाल रखने तक सीमित रह जाता है. एक बार ब्रैकअप होने के बाद मूव औन करने में ही दोनों पक्षों की समझदारी और भलाई है.’’

5. ताकि शादी में कन्फ्यूजन न हो जाए

बेहतर यही होगा कि ब्रैकअप के समय भावनात्मक झगड़ों से बचें और सही तर्कों के अंतर्गत अलग हों ताकि भविष्य में कहीं टकरा जाने की स्थिति में एकदूसरे का सामना करना आसान रहे. पूर्व प्रेमी का शादी में शामिल होने से कई कोण सामने आ सकते हैं. जैसे:

पूर्व प्रेमी का पहले से भी अधिक आकर्षक लगना: अब आप आगे बढ़ चुकी हैं इसलिए पीछे मुड़ने से खुद को रोकना होगा.

पूर्व प्रेमी को सामने पा अंतरंग क्षणों की याद आ जाना: अपनी आंखों और चेहरे को सामान्य बनाए रखें ताकि देखने वाले भांप न लें कि आप के मन में क्या चल रहा है.

रिश्तेदारी में कानाफूसी: अपने अंदर आत्मविश्वास रखें. आप का आत्मविश्वास देख कर रिश्तेदार एकदूसरे के कानों में चुगली भले ही करें, पर कुछ भी जोर से बोलने या शादी का माहौल खराब करने की हिम्मत कोई नहीं कर पाएगा.

ऐक्स द्वारा कोई गलत हरकत करना: किसी अपने का सहारा लें, चाहे बहन हो या सहेली. उस की मदद से अपने ऐक्स को स्वयं तक पहुंचने से रोकें.

मैरिज काउंसलर, राबर्ट पारस्ले कहते हैं कि शादी का स्थान डेटिंग से कहीं ऊंचा है. डेटिंग वाले के चक्कर में वर्तमान शादी खराब नहीं करनी चाहिए.

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मुंबई की काउंसलिंग साइकोलौजिस्ट, जंखाना जोशी का कहना है कि ब्रैकअप के बाद दिल टूटने की पीड़ा उतनी ही गहरी होती है जितनी किसी रिश्ते की मौत की. मस्तिष्क के एमआरआई से पता चलता है कि टूटे हुए दिल में उतना ही दर्द होता है जैसा शारीरिक चोट में होता है.

शोध बताते हैं कि इस के लक्षण ड्रग्स के समान होते हैं. इसलिए समझदारी इसी में है कि ब्रैकअप के समय परिपक्वता से काम लें. जिस से डेटिंग कर रही हैं, जरूरी नहीं कि उसी से आप की शादी हो. यह बात पहले ही साफ कर दें. अपनी अपेक्षाएं बता कर आगे बढ़ें ताकि रिश्ता तोड़ते समय सामने वाले को धोखा न लगे. यदि आप ने ब्रैकअप सफाई से किया होगा तो डेटिंग वाले का आप की शादी में आ धमकने से भी आप को नुकसान का खतरा कम होगा.

एक लड़के को देख कर मैं बहुत उत्तेजित हो जाती हूं. उस के साथ संबंध बनाने की तीव्र इच्छा होती है. मैं अपनी कामेच्छा को संतुष्ट करने के लिए हस्तमैथुन करती हूं. कहीं मैं कुछ गलत तो नहीं कर रही.

सवाल
मैं 19 वर्षीय युवती हूं. 4 सालों से एक युवक से प्यार करती हूं. वह भी मुझे प्यार करता है, यह उस के हावभाव और व्यवहार से लगता है. हम दोनों ने अभी तक एकदूसरे से कभी बात नहीं की. उसे देख कर मैं बहुत उत्तेजित हो जाती हूं. उस के साथ संबंध बनाने की तीव्र इच्छा होती है. मैं अपनी कामेच्छा को संतुष्ट करने के लिए हस्तमैथुन करती हूं. कृपया बताएं कि मैं क्या करूं और यह भी बताएं कि क्या मैं सामान्य हूं? कहीं मैं कुछ गलत तो नहीं कर रही?

जवाब
यानी आप 15 वर्ष की उम्र से उसे प्यार करने का दम भरने की बात कर रही हैं. किशोरावस्था में विपरीत सैक्स के प्रति आकर्षण होना स्वाभाविक है. यह सिर्फ यौनाकर्षण है न कि प्यार. जहां तक उक्त शख्स के हावभाव या व्यवहार से आप अनुमान लगा रही हैं कि वह आप से प्यार करता है तो यह आप की खुशफहमी भी हो सकती है. बिना एकदूसरे से बात किए, एकदूसरे को जानेसमझे, अपने प्यार का इजहार किए, यह मान लेना कि वह आप से प्यार करता है, बिलकुल व्यावहारिक नहीं है. आप को अपने बारे में भी कोई पूर्वाग्रह नहीं पालना चाहिए. आप बिलकुल सामान्य हैं. हस्तमैथुन द्वारा अपनी यौनोत्तेजना को शांत करना गलत नहीं है.

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महिलाएं चाहती हैं कि सेक्स के बारे में ये 10 बातें जरूर जानें पुरुष

सेक्स के दौरान क्या आपको भी कभी-कभी नहीं लगता कि काश आपका पार्टनर आपके दिल की बात पढ़ ले? हां, तो आप अकेली ही ऐसी नहीं हैं! यहां हम उन 10 बातों की सूची पेश कर रहे हैं, जिनके बारे में हर महिला चाहती है कि उनका पार्टनर जरूर जानें.

  1. हमें सुरक्षित रहना बहुत पसंद है. तो जब भी हम सेक्स का आनंद ले रहे हों आप इस बात का पूरा ध्यान रखिए कि आपने प्रोटेक्शन का इस्तेमाल किया है.
  2. आपको मालूम होना चाहिए कि सेक्स कोई प्रतियोगिता नहीं है, जिसमें आपको फिनिश लाइन पर पहुंचने की जल्दी है और जैसे हम स्टार्टिंग लाइन पर ही खड़े रहना चाहते हैं. यह साथ-साथ साथ चलने की बात है.
  3. सेक्स एक टू-वे प्रक्रिया है. यदि इसमें हमने आपको किसी खास तरह का सुख दिया है तो हमें भी वैसा ही सुख देना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए.
  4. यह ठीक है कि कभी-कभार हमें वाइल्ड सेक्स पसंद आता है, पर अक्सर हम इसे पसंद नहीं करते हैं!
  5. साइज हमारे लिए मायने नहीं रखता, पर ये बात जरूर बहुत मायने रखती है कि आपके पास है जो है, आपने उसका सही इस्तेमाल किया है या नहीं.
  6. जब हम बिस्तर पर हों तो हमें आपकी पूर्व प्रेमिका का जिक्र पूरी तरह नापसंद है. जी हां, पूरी तरह.
  7. यदि आप कुछ नया करना चाहते हैं या कोई चीज आपको पसंद नहीं आ रही है तो हमसे बात करें. क्योंकि हमें भी आपकी ही तरह दिमाग पढ़ना नहीं आता.
  8. बिस्तर पर कोई अजीबोगरीब ट्रिक बिना हमारी जानकारी में लाए न करें. वहां बेहूदे सप्राइजेज हमें अच्छे नहीं लगते हैं.
  9. सबसे खास बात ये कि वह सेशन जिसमें हम दोनों सहज और संतुष्ट हों, उससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता. हम बिल्कुल नहीं चाहते हैं कि यह किसी ऐड्वेंचर की तरह हो.
  10. ये जानना बहुत जरूरी है कि हमें सेक्स के बाद का प्यार-दुलार बहुत पसंद है. यदि यह एक औपचारिक रिश्ता है तो हम ऐसा न कर पाना समझ सकते हैं, लेकिन यदि हमें आपके साथ समय बिताते हुए काफी वक्त गुजर चुका है तो हम इस प्यार से क़तई वंचित नहीं रहना चाहते.

अगर आप भी इस समस्या पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें और अपनी राय हमारे पाठकों तक पहुंचाएं.

मेरे बौयफ्रैंड ने मेरे साथ जबरन संबंध बनाए. मैं चिंतित हूं कि जब सुहागरात को मेरे पति को पता चलेगा कि मेरा शील भंग हो चुका है तो क्या होगा.

सवाल
मैं 24 वर्षीय युवती हूं. 6 महीने बाद मेरी शादी है. ज्योंज्यों शादी की तारीख नजदीक आ रही है त्योंत्यों मैं तनावग्रस्त होती जा रही हूं. दरअसल, मैं एक युवक से प्यार करती हूं. सालभर तक मेरे साथ प्यार का ढोंग करने के दौरान मेरे बौयफ्रैंड ने मेरे साथ जबरन संबंध बनाए. जब मैं ने विरोध किया तो उस ने मुझे काफी जलील किया. उस का कहना था कि मेरी सोच पिछड़ी हुई है. बहस करते करते उस के मुंह से सचाई निकल गई कि वह मुझ से प्यार नहीं करता. यह सचाई जान कर मुझे बहुत सदमा लगा. अब जबकि  मेरी किसी अन्य युवक से शादी होने जा रही है तो मैं चिंतित हूं कि जब सुहागरात को मेरे पति को पता चलेगा कि मेरा शील भंग हो चुका है तो क्या होगा?

जवाब
प्यार में आप ने धोखा खाया है. इस से आहत होना स्वाभाविक है. पर अब जबकि आप की शादी होने वाली है तो आप को अपने अतीत को पूरी तरह से भूलने का प्रयास करना चाहिए और भविष्य की सुखद कल्पना करनी चाहिए. जहां तक सुहागरात को ले कर आप की चिंता है तो वह बेमानी है. जब तक आप अपने मुंह से कुछ नहीं कहेंगी आप के पति नहीं जान पाएंगे कि आप विवाहपूर्व किसी से संबंध बना चुकी हैं. इस प्रसंग को दिमाग से निकाल दें.

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सैक्स: मजा न बन जाए सजा

पहले प्यार होता है और फिर सैक्स का रूप ले लेता है. फिर धीरेधीरे प्यार सैक्स आधारित हो जाता है, जिस का मजा प्रेमीप्रेमिका दोनों उठाते हैं, लेकिन इस मजे में हुई जरा सी चूक जीवनभर की सजा में तबदील हो सकती है जिस का खमियाजा ज्यादातर प्रेमी के बजाय प्रेमिका को भुगतना पड़ता है भले ही वह सामाजिक स्तर पर हो या शारीरिक परेशानियों के रूप में. यह प्यार का मजा सजा न बन जाए इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखें.

सैक्स से पहले हिदायतें

बिना कंडोम न उठाएं सैक्स का मजा

एकदूसरे के प्यार में दीवाने हो कर उसे संपूर्ण रूप से पाने की इच्छा सिर्फ युवकों में ही नहीं बल्कि युवतियों में भी होती है. अपनी इसी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए वे सैक्स तक करने को तैयार हो जाते हैं, लेकिन जोश में होश न खोएं. अगर आप अपने पार्टनर के साथ प्लान कर के सैक्स कर रहे हैं तो कंडोम का इस्तेमाल करना न भूलें. इस से आप सैक्स का बिना डर मजा उठा पाएंगे. यहां तक कि आप इस के इस्तेमाल से सैक्सुअल ट्रांसमिटिड डिसीजिज से भी बच पाएंगे.

अब नहीं चलेगा बहाना

अधिकांश युवकों की यह शिकायत होती है कि संबंध बनाने के दौरान कंडोम फट जाता है या फिर कई बार फिसलता भी है, जिस से वे चाह कर भी इस सेफ्टी टौय का इस्तेमाल नहीं कर पाते. वैसे तो यह निर्भर करता है कंडोम की क्वालिटी पर लेकिन इस के बावजूद कंडोम की ऐक्स्ट्रा सिक्योरिटी के लिए सैक्स टौय बनाने वाली स्वीडन की कंपनी लेलो ने हेक्स ब्रैंड नाम से एक कंडोम बनाया है जिस की खासीयत यह है कि सैक्स के दौरान पड़ने वाले दबाव का इस पर असर नहीं होता और अगर छेद हो भी तो उस की एक परत ही नष्ट होती है बाकी पर कोई असर नहीं पड़ता. जल्द ही कंपनी इसे मार्केट में उतारेगी.

ऐक्स्ट्रा केयर डबल मजा

आप के मन में विचार आ रहा होगा कि इस में डबल मजा कैसे उठाया जा सकता है तो आप को बता दें कि यहां डबल मजा का मतलब डबल प्रोटैक्शन से है, जिस में एक कदम आप का पार्टनर बढ़ाए वहीं दूसरा कदम आप यानी जहां आप का पार्टनर संभोग के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करे वहीं आप गर्भनिरोधक गोलियों का. इस से अगर कंडोम फट भी जाएगा तब भी गर्भनिरोधक गोलियां आप को प्रैग्नैंट होने के खतरे से बचाएंगी, जिस से आप सैक्स का सुखद आनंद उठा पाएंगी.

कई बार ऐसी सिचुऐशन भी आती है कि दोनों एकदूसरे पर कंट्रोल नहीं कर पाते और बिना कोई सावधानी बरते एकदूसरे को भोगना शुरू कर देते हैं लेकिन जब होश आता है तब उन के होश उड़ जाते हैं. अगर आप के साथ भी कभी ऐसा हो जाए तो आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का सहारा लें लेकिन साथ ही डाक्टरी परामर्श भी लें, ताकि इस का आप की सेहत पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े.

पुलआउट मैथड

पुलआउट मैथड को विदड्रौल मैथड के नाम से भी जाना जाता है. इस प्रक्रिया में योनि के बाहर लिंग निकाल कर वीर्यपात किया जाता है, जिस से प्रैग्नैंसी का खतरा नहीं रहता. लेकिन इसे ट्राई करने के लिए आप के अंदर सैल्फ कंट्रोल और खुद पर विश्वास होना जरूरी है.

सैक्स के बजाय करें फोरप्ले

फोरप्ले में एकदूसरे के कामुक अंगों से छेड़छाड़ कर के उन्हें उत्तेजित किया जाता है. इस में एकदूसरे के अंगों को सहलाना, उन्हें प्यार करना, किसिंग आदि आते हैं. लेकिन इस में लिंग का योनि में प्रवेश नहीं कराया जाता. सिर्फ होता है तन से तन का स्पर्श, मदहोश करने वाली बातें जिन में आप को मजा भी मिल जाता है, ऐंजौय भी काफी देर तक करते हैं.

अवौइड करें ओरल सैक्स

ओरल सैक्स नाम से जितना आसान सा लगता है वहीं इस के परिणाम काफी भयंकर होते हैं, क्योंकि इस में यौन क्रिया के दौरान गुप्तांगों से निकलने वाले फ्लूयड के संपर्क में व्यक्ति ज्यादा आता है, जिस से दांतों को नुकसान पहुंचने के साथसाथ एचआईवी का भी खतरा रहता है.

यदि इन खतरों को जानने के बावजूद आप इसे ट्राई करते हैं तो युवक कंडोम और युवतियां डेम का इस्तेमाल करें जो छोटा व पतला स्क्वेयर शेप में रबड़ या प्लास्टिक का बना होता है जो वैजाइना और मुंह के बीच दीवार की भूमिका अदा करता है जिस से सैक्सुअल ट्रांसमिटिड डिजीजिज का खतरा नहीं रहता.

पौर्न साइट्स को न करें कौपी

युवाओं में सैक्स को जानने की इच्छा प्रबल होती है, जिस के लिए वे पौर्न साइट्स को देख कर अपनी जिज्ञासा शांत करते हैं. ऐसे में पौर्न साइट्स देख कर उन के मन में उठ रहे सवाल तो शांत हो जाते हैं लेकिन मन में यह बात बैठ जाती है कि जब भी मौका मिला तब पार्टनर के साथ इन स्टैप्स को जरूर ट्राई करेंगे, जिस के चक्कर में कई बार भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. लेकिन ध्यान रहे कि पौर्न साइट्स पर बहुत से ऐसे स्टैप्स भी दिखाए जाते हैं जिन्हें असल जिंदगी में ट्राई करना संभव नहीं लेकिन इन्हें देख कर ट्राई करने की कोशिश में हर्ट हो जाते हैं. इसलिए जिस बारे में जानकारी हो उसे ही ट्राई करें वरना ऐंजौय करने के बजाय परेशानियों से दोचार होना पड़ेगा.

सस्ते के चक्कर में न करें जगह से समझौता

सैक्स करने की बेताबी में ऐसी जगह का चयन न करें कि बाद में आप को लेने के देने पड़ जाएं. ऐसे किसी होटल में शरण न लें जहां इस संबंध में पहले भी कई बार पुलिस के छापे पड़ चुके हों. भले ही ऐसे होटल्स आप को सस्ते में मिल जाएंगे लेकिन वहां आप की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती.

हो सकता है कि रूम में पहले से ही कैमरे फिट हों और आप को ब्लैकमैल करने के उद्देश्य से आप के उन अंतरंग पलों को कैमरे में कैद कर लिया जाए. फिर उसी की आड़ में आप को ब्लैकमेल किया जा सकता है. इसलिए सावधानी बरतें.

अलकोहल, न बाबा न

कई बार पार्टनर के जबरदस्ती कहने पर कि यार बहुत मजा आएगा अगर दोनों वाइन पी कर रिलेशन बनाएंगे और आप पार्टनर के इतने प्यार से कहने पर झट से मान भी जाती हैं. लेकिन इस में मजा कम खतरा ज्यादा है, क्योंकि एक तो आप होश में नहीं होतीं और दूसरा पार्टनर इस की आड़ में आप के साथ चीटिंग भी कर सकता है. हो सकता है ऐसे में वह वीडियो क्लिपिंग बना ले और बाद में आप को दिखा कर ब्लैकमेल या आप का शोषण करे.

न दिखाएं अपना फोटोमेनिया

भले ही पार्टनर आप पर कितना ही जोर क्यों न डाले कि इन पलों को कैमरे में कैद कर लेते हैं ताकि बाद में इन पलों को देख कर और रोमांस जता सकें, लेकिन आप इस के लिए राजी न हों, क्योंकि आप की एक ‘हां’ आप की जिंदगी बरबाद कर सकती है.

सैक्स के बाद के खतरे

सैक्स के बाद के खतरे

ब्लैकमेलिंग का डर

अधिकांश युवकों का इंट्रस्ट युवतियों से ज्यादा उन से संबंध बनाने में होता है और संबंध बनाने के बाद उन्हें पहचानने से भी इनकार कर देते हैं. कई बार तो ब्लैकमेलिंग तक करते हैं. ऐसे में आप उस की ऐसी नाजायज मांगें न मानें.

बीमारियों से घिरने का डर

ऐंजौयमैंट के लिए आप ने रिलेशन तो बना लिया, लेकिन आप उस के बाद के खतरों से अनजान रहते हैं. आप को जान कर हैरानी होगी कि 1981 से पहले यूनाइटेड स्टेट्स में जहां 6 लाख से ज्यादा लोग ऐड्स से प्रभावित थे वहीं 9 लाख अमेरिकन्स एचआईवी से. यह रिपोर्ट शादी से पहले सैक्स के खतरों को दर्शाती है.

मैरिज टूटने का रिस्क भी

हो सकता है कि आप ने जिस के साथ सैक्स रिलेशन बनाया हो, किसी मजबूरी के कारण अब आप उस से शादी न कर पा रही हों और जहां आप की अब मैरिज फिक्स हुई है, आप के मन में यही डर होगा कि कहीं उसे पता लग गया तो मेरी शादी टूट जाएगी. मन में पछतावा भी रहेगा और आप इसी बोझ के साथ अपनी जिंदगी गुजारने को विवश हो जाएंगी.

डिप्रैशन का शिकार

सैक्स के बाद पार्टनर से जो इमोशनल अटैचमैंट हो जाता है उसे आप चाह कर भी खत्म नहीं कर पातीं. ऐसी स्थिति में अगर आप का पार्टनर से बे्रकअप हो गया फिर तो आप खुद को अकेला महसूस करने के कारण डिप्रैशन का शिकार हो जाएंगी, जिस से बाहर निकलना इतना आसान नहीं होगा.

कहीं प्रैग्नैंट न हो जाएं

आप अगर प्रैग्नैंट हो गईं फिर तो आप कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगी. इसलिए जरूरी है कोई भी ऐसावैसा कदम उठाने से पहले एक बार सोचने की, क्योंकि एक गलत कदम आप का भविष्य खराब कर सकता है. ऐसे में आप बदनामी के डर से आत्महत्या जैसा कदम उठाने में भी देर नहीं करेंगी.

 

कहीं आप भी अनचाहे सेक्स की शिकार तो नहीं

दिन ब दिन बलात्कार की घटनाओं में बढ़ोतरी होती जा रही है. इस के कई कारण हैं, जिन में एक है मानसिक हिंसा की प्रवृत्ति का बढ़ना. बलात्कार शब्द से एक लड़की या युवती पर जबरदस्ती झपटने वाले लोगों के लिए हिंसात्मक छवि उभर कर सामने आती है. इस घृणित कार्य के लिए कड़े दंड का भी प्रावधान है. मगर बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि वैवाहिक जिंदगी में भी बलात्कार वर्जित है और इस के लिए भी दंड दिया जाता है. मगर इसे बलात्कार की जगह एक नए शब्द से संबोधित किया जाता है और वह शब्द है अनचाहा सेक्स संबंध.

आज अनचाहे सेक्स संबंधों की संख्या बढ़ गई है. समाज जाग्रत हो चुका है और अपने शरीर या आत्मसम्मान पर किसी भी तरह का दबाव कोई बरदाश्त नहीं करना चाहता है. इस विषय पर हम ने समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों से बातचीत भी की और जानने की कोशिश की कि आखिर क्या है यह अनचाहा सेक्स संबंध?

डा. अनुराधा परब, जो एक प्रसिद्ध समाजशास्त्री हैं, बताती हैं, ‘‘बलात्कार और अनचाहे सेक्स में बहुत महीन सा फर्क है. बलात्कार अनजाने लोगों के बीच हुआ करता है और एक पक्ष इस का सशरीर पूर्ण विरोध करता है. अनचाहा सेक्स परिचितों के बीच होता है और इस में एक पक्ष मानसिक रूप से न चाह कर भी शारीरिक रूप से पूर्णत: विरोध नहीं करता है. सामान्यत: यही फर्क होता है. मगर गहराई से जाना जाए तो बहुत ही सघन भेद होता है. ‘‘अनचाहा सेक्स ज्यादातर पतिपत्नी के बीच हुआ करता है और आजकल प्रेमीप्रेमिका भी इस संबंध की चपेट में आ गए हैं. आधुनिक युग में शारीरिक संबंध बनाना एक आम बात भले ही हो गई हो, फिर भी महिलाएं इस से अभी भी परहेज करती हैं. कारण चाहे गर्भवती हो जाने का डर हो या मानसिक रूप से समर्पण न कर पाने का स्वभाव, मगर अनचाहे सेक्स संबंध की प्रताड़नाएं सब से ज्यादा महिलाओं को ही झेलनी पड़ती हैं.’’

वजह वर्कलोड

एक एडवरटाइजिंग कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर के पद पर कार्यरत पारुल श्रीनिवासन, जिन का विवाह 6 साल पहले हुआ था, एक चौंका देने वाला सत्य सामने लाती हैं. वह बताती हैं, ‘‘मैं अपने पति को बेहद प्यार करती हूं. उन के साथ आउटिंग पर भी अकसर जाती रहती हूं, मगर सेक्स संबंधों में बहुत रेगुलर नहीं हूं. इस का कारण जो भी हो, मगर मुझे ऐसा लगता है कि इस का मुख्य कारण है, हम दोनों का वर्किंग  होना. शुरूशुरू में 1 महीना हम दोनों छुट्टियां ले कर हनीमून के लिए हांगकांग और मलयेशिया गए थे. वहां से आने के बाद अपनेअपने कामों में व्यस्त हो गए. रात को बेड पर जाने के बाद सेक्स संबंध बनाने की इच्छा न तो मुझे रहती है, न मेरे पति को. पति कभी आगे बढ़ते भी हैं तो मैं टालने की पूरी कोशिश करती हूं.’’

कारण की तह तक पहुंचने पर पता चला कि शुरूशुरू के दिनों में पति सेक्स संबंध बनाना चाहता था. मगर पारुल को अपनी मार्केटिंग का वर्कलोड इतना रहता था कि वह उसी में खोई रहती थी. पति के समक्ष अपना शरीर तो समर्पित कर देती थी, मगर मन कहीं और भटकता रहता था. पति को यह प्रक्रिया बलात्कार सी लगती. कई बार समझाने, मनाने की कोशिश भी उस ने की. मगर पारुल हमेशा यही कहती कि आज मूड नहीं बन रहा है. और एक दिन पारुल ने खुल कर कह ही दिया कि वह यदि सेक्स संबंधों में रत होती भी है तो बिना मन और इच्छा के. वह अनचाहा सेक्स संबंध जी रही है. पति को यह बुरा लगा और धीरेधीरे सेक्स के प्रति उसे भी अरुचि होती चली गई.

भयमुक्त करना जरूरी

ऐसी कई पत्नियां हैं, जो अनचाहा सेक्स संबंध बनाने पर विवश हो जाती हैं. मगर तबस्सुम खानम की कहानी कुछ और ही है.  26 वर्षीय तबस्सुम एक टीचर हैं, उन के पति उन से 12 साल बड़े हैं. उन की एक दुकान है. वह बताती हैं, ‘‘जब मैं किशोरी थी, तभी से मुझे सेक्स संबंधों के प्रति भय बना हुआ था. सहेलियों से इस को ले कर सेक्स अनुभव की बातें करती थीं और मुझे सुन कर डर सा लगता था. मैं सहेलियों से कहती थी कि मैं तो अपने शौहर से कहूंगी कि बस मेरे गले लग कर मेरे पहलू में सोए रहें. इस से आगे मैं उन्हें बढ़ने ही नहीं दूंगी. सभी सहेलियां खूब हंसती थीं. जब मेरी शादी हुई तो शौहर हालांकि बड़े समझदार हैं, मगर शारीरिक उत्तेजना की बात करें तो खुद पर संयम नहीं रख पाते हैं.’’

थोड़ा झिझकती हुई, थोड़ा शरमाती हुई तबस्सुम बताती हैं, ‘‘मेरे पति ने मेरे लाख समझाने पर भी सुहागरात के दिन ही मुझे अपनी मीठीमीठी बातों में बहला लिया. उन का यह सिलसिला महीनों चलता रहा, मुझे आनंद का अनुभव तो होता, मगर भय ज्यादा लगता था. मेरा भय बढ़ता गया. जब भी रात होती, मेरे पति बेडरूम में प्रवेश करते, मैं डर से कांप उठती थी. हालांकि मेरे पति के द्वारा कोई भी अमानवीय हरकत कभी नहीं होती. काफी प्यार और भावुकता से वे फोरप्ले करते हुए, आगे बढ़ते थे. मगर मेरे मन में जो डर समाया था, वह निकलता ही न था. 3 महीनों के बाद जब मैं गर्भवती हो गई तो डाक्टर ने हम दोनों के अगले 2 महीनों तक शारीरिक संबंध बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया था. मुझे तो ऐसा लगाजैसे एक नया जीवन मिल गया. मेरा बेटा हुआ. इस बीच मैं ने धीरेधीरे पति को अपने डर की बात बता दी और वे भी समझ गए. मेरे पति ने भी परिपक्वता दिखाई और मुझ से दूर रह कर मुझे धीरेधीरे समझाने लगे. वे सेक्स संबंधों को स्वाभाविक और जीवन का एक अंश बताते. अंतत: उन्होंने मेरे मन से भय निकाल ही दिया.’’

इच्छाअनिच्छा का खयाल

विनोद कामलानी, जो एक प्रसिद्ध मनोचिकित्सक हैं, अपना क्लीनिक चलाते हैं, बताते हैं, ‘‘तबस्सुम के मन में बैठा हुआ सेक्स का डर था. बहुत सी लड़कियां इस भय से भयातुर हुआ करती हैं. मगर बहुत कम पति ऐसे होते हैं, जो धीरेधीरे इस भय को निकालते हैं. ऐसे कई केस मेरे पास आते हैं. पुरुषों के भी होते हैं, मगर अनचाहे सेक्स की शिकार ज्यादातर महिलाएं ही हुआ करती हैं.’’ डा. कामलानी के ही एक मरीज तरुण पटवर्धन ने बताया कि उन की शादी को 3 साल हो गए हैं, मगर आज तक उन्होंने अनचाहा सेक्स संबंध ही जीया है.

तरुण के अनुसार, विवाहपूर्व उन का प्रेम अपने पड़ोस की एक लड़की से था. किसी कारणवश शादी नहीं हो पाई, मगर प्रेम अभी भी बरकरार है. उस लड़की ने तरुण की याद में आजीवन कुंआरी रहने की शपथ भी ले रखी है. यही कारण है कि जब भी तरुण अपनी पत्नी से शारीरिक संबंध बनाने की पहल करते हैं, उन की प्रेमिका का चेहरा सामने आ जाता है. उन्हें एक ‘गिल्ट’ महसूस होता है और वे शांत हो कर लेट जाते हैं. वे अपनी पत्नी से यह सब कहना भी नहीं चाहते हैं वरना उस के आत्मसम्मान को चोट पहुंचेगी. चूंकि उन की पत्नी तरुण को सेक्स प्रक्रिया बनाने में अयोग्य न समझे, उन्हें अपनी पत्नी के साथ सेक्स संबंध बनाना पड़ता है. वे सेक्स संबंध बिना मन, बिना रुचि के बनाते हैं और इस तरह वे अनचाहा सेक्स संबंध ही जी रहे हैं.

एक सर्वे के अनुसार, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में काम की होड़ और आगे निकलने की चाह ने इनसान को मशीन बना दिया है. पैसा कमाना ही एक मात्र ध्येय बन चुका है. ऐसी भागदौड़ में इनसान सेक्स संबंधों के प्रति इंसाफ नहीं कर पाता है और बिना मन और बिना प्रोपर फोरप्ले के बने हुए सेक्स संबंध, मन में सेक्स के प्रति अरुचि पैदा कर देते हैं. यहीं से शुरुआत होती है अनचाहे सेक्स संबंधों की. अपने पार्टनर की खुशी के लिए संबंध बनाना कभीकभी विवशता भी होती है. अंतत: यही संबंध ऊब का रूप धारण कर लेते हैं या पार्टनर बदलने की चाह मन में उठती है. यद्यपि यह अनचाहा सेक्स पश्चिमी देशों में तेजी से बढ़ रहा है, भारत भी इस से अछूता नहीं है, परंतु यहां का अनुपात अन्य देशों के मुकाबले नगण्य है.

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