वेदिन लद गए जब मां बनने वाली को एक बिना शेप के शरीर वाली महिला माना जाता था. नेल्सन सर्वे ने यम्मीमम्मी सर्वे में पाया कि 67% नई मांएं चाहती हैं कि बच्चा होने के बाद भी उन का शरीर वैल शेप्ड और त्वचा चमकदार रहे. 75% महिलाएं मां बनने पर स्कार, पोस्ट प्रैगनैंसी रिकवरी और सी सैक्शन सर्जरी से डरती हैं, तो 86% महिलाएं स्ट्रैच मार्क्स से नजात पाना व फिर से पुराने रूप में आना मुश्किल मानती हैं. पर इससोच में अब परिवर्तन आया है. इस के बारे में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञा डा. किरन कोएल्हो कहती हैं कि वह समय गया जब ग्लैमर वर्ल्ड की अभिनेत्रियां और मौडल्स अपने निजी जीवन को दांव पर लगा कर अपने कैरियर के बारे में सोचती थीं. अब तो बहुत सी अभिनेत्रियां ऐसी हैं जो समय से शादी कर के व मां बन कर भी पहले जैसे ग्लैमरस रूप में नजर आती हैं और अभिनय करती हैं.
आइए जानते हैं कि अपनेआप को फिट रखने के लिए उन्होंने क्या किया हैं.
मंदिरा बेदी: मौडल और अभिनेत्री मंदिरा बेदी कहती हैं कि जब मेरा बच्चा हुआ तो मेरा वजन 20 किलोग्राम अधिक हो चुका था, जिसे मैं ने 6 महीने में कम किया और वापस अपने वजन पर आ गई. वजन कम करना मुश्किल नहीं. इस के लिए केवल कमिटमैंट जरूरी होता है.
ऐश्वर्या राय बच्चन: ऐश्वर्या राय बच्चन जब मां बनने वाली थीं तो मीडिया ने उन की खूब चर्चा की. उन का वजन काफी बढ़ चुका था इसलिए वे कैमरे के सामने न आने की कोशिश करती रहती थीं. उस दौरान वे कहती थीं कि वे मदरहुड को ऐंजौय कर रही हैं, उन्हें अपने मोटापे को ले कर कोई चिंता नहीं. लेकिन आराध्या के जन्म के 6 महीने बाद वे फिर से फिट नजर आईं. उन्होंने कहा कि मैं अपनी डाइट पर काफी ध्यान देती हूं. जंकफूड व तले हुए व्यंजनों से दूर रहना मुश्किल होता है पर मैं अपनी डाइट में उबली हुई सब्जियां, फ्रैश फू्रट्स, ब्राउन राइस आदि लेती हूं. मैं दिन में 4 से 5 मील छोटेछोटे लेती हूं यानी भूखी नहीं रहती. इस के अलावा जिम रैग्युलर जाना, कार्डियो वर्कआउट आदि सभी पर ध्यान देती हूं, क्योंकि ये आप को फिर से उसी रूप में लाने में सहायक होते हैं.
डा. किरन कोएल्हो आगे कहती हैं कि बच्चे के जन्म के बाद मां तुरंत ही वर्कआउट कर सकती है. इस के लिए यह देखना जरूरी होता है कि बच्चा नौर्मल डिलिवरी से हुआ है या सिजेरियन से. नौर्मल डिलिवरी है तो 1 सप्ताह बाद लाइंग डाउन व्यायाम यानी लाइट पुशअप्स, स्ट्रैचिंग, वाकिंग आदि कर सकती हैं. आहाना देओल, जो अभी मां बनी हैं, ने बेबी बर्थ के अगले दिन से ही लाइंग डाउन व्यायाम शुरू कर दिया है. किसी भी महिला का वजन डिलिवरी तक 11 से 15 किलोग्राम तक बढ़ता है, इसलिए उसे चाइल्ड बर्थ के तुरंत बाद से ही डाक्टर की सलाह से व्यायाम करना चाहिए. लेकिन यह सलाह नौर्मल डिलिवरी वाली के लिए है. अगर सिजेरियन बेबी हुआ है तो मां को 40 दिनों के बाद डाक्टर की सलाह के आधार पर व्यायाम करना सही होता है. इस के अलावा प्रैगनैंट महिला की त्वचा पर स्ट्रैच मार्क्स पड़ते हैं जिन से बचने के लिए नियमित रूप से मौइश्चराइजर, विटामिन ई युक्त तेल आदि एबडौमिन और ब्रैस्ट पर लगाने चाहिए.
मलाइका अरोड़़ा खान: अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा खान कहती हैं कि मां बनने के बाद हर मां की तरह मुझे भी यह कहना अच्छा लगता था कि मेरे पास अब बिलकुल समय नहीं है. लेकिन जब मैं ने कई मौडल्स और अभिनेत्रियों को मां बनने के बाद भी पहले जैसा ही देखा, तो मेरे अंदर प्रेरणा जागी कि फिटनैस पर ध्यान देना मुश्किल है पर असंभव नहीं. फिर मैं ने जिम जाना, नियमित रूप से डाइट पर ध्यान देना, ग्रीन टी लेना, मिठाई को ना कहना, जल्दी डिनर करना आदि शुरू किया, तो धीरेधीरे मेरा वजन कम होने लगा और अभी उस वजन को कायम रखने के लिए मैं नियमित वर्कआउट करती हूं.
शिल्पा शेट्टी: अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी कहती हैं कि किसी के भी पास अपने लिए वक्त कभी नहीं होता. उसे निकालना पड़ता है और मैं निकाल लेती हूं. मेरे लिए मेरा बेटा वियान सब से बड़ी प्रायोरिटी है फिर राज भी हैं. लेकिन अगर मैं सब के बारे में सोचूं और अपने बारे में कुछ न सोचूं तो यह सही नहीं होगा. वियान की देखभाल के साथसाथ मैं अन्य कामों में इतनी व्यस्त थी कि साढ़े 4 महीने तक मैं ने अपने लिए कुछ भी नहीं किया. मेरा वजन चाइल्ड बर्थ के समय 20 किलोग्राम बढ़ कर 80 किलोग्राम हो गया था. मैं उस दौरान अच्छा फील नहीं कर रही थी. फिर मैं ने सोचा कि कुछ भी हो जाए, मैं अपने लिए कुछ करूंगी. मेरा बेटा सिजेरियन से हुआ था, इसलिए डाक्टर की सलाह से मैं ने व्यायाम करना शुरू किया. इस से मैं ने 3 महीने में अपना वजन 14 किलोग्राम कम किया. मैं ने कभी डाइटिंग नहीं की. बच्चे की देखरेख मैं खुद करती थी. अगर मां अपने बच्चे की देखभाल करती है, तो हर दिन उस की 500 कैलोरी बर्न होती है. क्रैश डाइटिंग से आप का मैटाबोलिज्म संतुलन बिगड़ता है, जिस से पोस्टपार्टम डिप्रेशन होने का डर रहता है. मैं नियमित रूप से व्यायाम करती हूं.
लारा दत्ता: अभिनेत्री लारा दत्ता कहती हैं कि फिटनैस पर हर महिला को ध्यान देना चाहिए. मैं ने अपनी बेटी सायरा भूपति के जन्म के 8 सप्ताह के बाद मौडरेड ऐक्सरसाइज शुरू कर दिया था. फिर 3 महीने के बाद मैं ने रैग्युलर वर्कआउट अपने जिम इंस्ट्रक्टर टोनिया क्लार्क के साथ शुरू कर दिया, जिस में मैं कार्डियो, वेट ट्रेनिंग व कोर स्ट्रैंथनिंग बारीबारी से किया करती थी. इस के साथसाथ रिलैक्सिंग मसाज भी नियमित रूप से करवाती थी. इतना ही नहीं, मैं तो प्रैगनैंसी के दौरान भी ट्रेनर के हिसाब से योगा करती रही. मैं शाकाहारी हूं, इसलिए वजन को काबू में रखना आसान रहा. मैं हरी सब्जियां, फल, दालें आदि अधिक खाती हूं और खूब सारा पानी पीती हूं.
करिश्मा कपूर: अभिनेत्री करिश्मा कपूर 2 बच्चों की मां बन कर भी वैसी ही फिट दिखती हैं. वे कहती हैं कि मैं पारंपरिक व्यायाम पद्धति से अपना 24 किलोग्राम वजन कम किया है. इस के लिए मन में विश्वास होना जरूरी है. कई बार मन होता है कि वर्कआउट न करें. पर मैं कुछ भी हो, अपने लिए समय अवश्य निकालती हूं. वैसे मैं हमेशा और बहुत फिट रही हूं. स्कूल में पढ़ते समय हमेशा स्विमिंग करती थी अब दोनों बच्चों के साथ स्विमिंग करती हूं. इस के अलावा नैचुरल वे में मैं वर्कआउट अधिक करती हूं. मैं बिल्डिंग में टहलती हूं. लिफ्ट के बजाय सीढि़यों से चढ़ती हूं. मेरी एक पर्सनल इंस्ट्रक्टर है, जो मुझ से सप्ताह में 3 या 4 दिन व्यायाम करवाती है. मैं दिन में 6 से 7 बार 2 घंटे के अंतर पर छोटाछोटा मील लेती हूं. मुझे चिप्स, केक्स, बिरयानी, फ्रैंच फ्राइस आदि खूब पसंद हैं, लेकिन मैं हमेशा हैल्दी खाना लेना पसंद करती हूं. कभीकभी जंकफूड खा लेती हूं पर अगले दिन उस के अनुसार वर्कआउट करती हूं. मैं वैजिटेबल करी, चिकन, स्टीम्ड फिश, ब्राउन राइस आदि अधिक खाती हूं. मैं सप्लिमैंट कभी नहीं लेती.
काजोल: अभिनेत्री काजोल नायसा और युग 2 बच्चों की मां हैं, लेकिन जब भी वे मिलती हैं स्लिमट्रिम दिखती हैं. इस की वजह पूछने पर वे हंसती हुई कहती हैं कि अभी भी मैं नए युग की हीरोइनों के साथ आ रही हूं. ऐसे में स्लिम रहना मेरे लिए बहुत जरूरी है. मैं हमेशा फिटनैस पर अधिक ध्यान देती हूं. साथ ही हैल्दी डाइट को भी फौलो करती हूं. युग के पैदा होने के 6 महीने के बाद मैं वापस उसी रूप में आ गई. फिटनैस एक प्रकार की ‘स्किल’ है, जिस के लिए लगातार अभ्यास की जरूरत होती है. वर्कआउट में वेट लिफ्टिंग, कार्डियो अधिक करती हूं. वजन कम करने के लिए मैं फाइबर डाइट अधिक लेती हूं, पानी खूब पीती हूं. व्यस्तता और उलझन के बीच भी हमेशा सेहत का खयाल रखना आवश्यक है. हमारे पास अगर अपने लिए समय नहीं है तो शरीर असमय ही रोगों का भंडार और मन तनाव और अशांति का घर बन जाता है. अगर रोज 30 मिनट भी अपने लिए कुछ वर्कआउट अपने हिसाब से कर लिया जाए, तो स्वस्थ रहने के साथसाथ फिट भी रह सकते हैं.