बचपन से अभिनय की शौक रखने वाली मॉडल और अभिनेत्री नुसरत भरुचा मुंबई की है. मॉडलिंग से उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत की और धीरे-धीरे अभिनय में उतरी. हिंदी फिल्मों में अभिनय के अलावा उसने तमिल और तेलगू फिल्म में भी अभिनय किया है. स्वभाव से हंसमुख और विनम्र नुसरत फिल्म ‘जय संतोषी माँ’ से डेब्यू की. इसके बाद उसने कई सफल फिल्में दी है, जिसमें लव सेक्स और धोखा, प्यार का पंचनामा और सोनू के टीटू की स्वीटी आदि है. अभी उसकी फिल्म ‘छलांग’ अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है, जिसे लेकर वह बहुत उत्साहित है, आइये जाने क्या कहती है, नुसरत अपने बारें में.
सवाल- इस फिल्म को करने की ख़ास वजह क्या है? आपकी भूमिका क्या है?
इसकी कहानी मुझे बहुत पसंद आई, क्योंकि ये फिल्म बच्चों और बड़ों दोनों साथ मिलकर देखने वाली मनोरंजक फिल्म है. एक साधारण कहानी है, जिसमें एक छोटे शहर का टीचर कैसे बच्चों के लिए एक रोल मॉडल और बेहतर बनता है. इससे उस अध्यापक के जीवन में भी बहुत बदलाव आता है. ऐसी कहानी से सीखने को बहुत कुछ मिलता है. जो मुझे बहुत अच्छी लगी. इसके अलावा हंसल मेहता का निर्देशन भी मेरे लिए बहुत आकर्षक था. इसमें मैंने एक कंप्यूटर टीचर नीलिमा मेहरा की भूमिका निभाई है.
सवाल- इस भूमिका के लिए आपको कितनी तैयारियां करनी पड़ी और फिल्म की कौन सी भाग कठिन थी?
इस फिल्म के लिए सबसे मुश्किल हरियाणवी लहज़े को पकड़ना था, क्योंकि इससे पहले न मैंने कभी सुनी थी और न मैं कुछ जानती थी, लेकिन मुझे करना था. कई बार कम्फर्ट जोन से निकलकर काम करना अच्छा होता है. इससे खुद का आत्मविश्वास बढ़ता है और आगे भी कई नयी चुनौती लेने से घबराहट नहीं होती. इसलिए मैंने भाषा पर बहुत काम किया है. टीचर की भूमिका में रियलिटी अधिक लाना था, उसे करना भी कठिन था.
सवाल- ये फिल्म थिएटर हॉल में न आकर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आ रही है, क्या आप इससे खुश है?
साल 2018 में एक डिजिटल कंटेंट अवार्ड में गयी थी. वहां मैंने कहा था कि ये एक अद्भुत माध्यम है, जहाँ आप घर बैठे एंटरटेन हो सकते है. इसके द्वारा कंटेंट बनाने वाले मसलन लेखक, निर्देशक, कलाकार आदि सभी को काम मिलता है. बड़ी फिल्में ही नहीं शार्ट फिल्म, वेब सीरीज आदि के बाज़ार आज खुले है. उस कंटेंट को देखने वाले दर्शक भी बड़ी संख्या में है. मैं इस विकास को अच्छा मानती हूं और मैं लकी हूं कि पेंडेमिक में ये माध्यम खुला है, जिससे सबको काम मिल रहा है. साथ ही घर बैठे लोगों को मनोरंजन के साधन भी मिल रहे है. ओटीटी ने हमें जिन्दा रखा है. फिल्म बनकर रेडी है और लोगों तक पहुँच रही है, यही मेरे लिए ख़ुशी की बात है.
सवाल- फिल्मों में आना एक इत्तफाक था या बचपन से सोचा था?जब पहली बार पेरेंट्स से अभिनय की बात कही, तो उनका रिएक्शन क्या था?
मैंने फिल्म में काम करने की बात पेरेंट्स से कभी नही कही, क्योंकि मुझे खुद पर ही विश्वास नहीं हो रहा था कि मैं एक्टिंग करुँगी. मुझे यह एक अनरियल सपना लग रहा था, जो कभी पूरा नहीं हो सकता. मॉडलिंग करते-करते मेरा सपना आगे बढ़ा. शुरू में कुछ खास काम नहीं मिला. मैं तब घर में पर्दों के साथ अभिनय करती और उस कहानी में खो जाती थी. उस समय मैंने कई ऑडिशन दिए. टीवी शो और विज्ञापनों में काम किया. इससे इंडस्ट्री से मेरा रिश्ता जुड़ता गया. मेरी इच्छा यह भी नहीं थी कि मैं इंडस्ट्री में संघर्ष करूं. मुझे पढाई में भी रूचि थी. उसमें भी मैं कुछ अच्छा कर सकती थी, लेकिन मुझे विज्ञापनों में काम करते हुए फिल्म मिली और धीरे-धीरे फिल्में मिलती गयी और आज यहाँ तक पहुंची हूं.
सवाल- एक आउटसाइडर के लिए अच्छी फिल्मों का मिलना कितना मुश्किल होता है?
एक अच्छी फिल्म ही आपको आगे जाने के लिए ‘पुश’ देती है और वह मुझे फिल्म ‘प्यार का पंचनामा’ ने दिया. अगर वह फिल्म अच्छी नहीं होती, तो मैं यहां तक नहीं पहुंच पाती. फिल्म का अच्छा होना बहुत जरुरी है. तभी एक कलाकार को आगे अच्छा काम मिलता है, अन्यथा नहीं.
सवाल- आपको किस माध्यम से प्यार है, फिल्म या वेब सीरीज ?
मुझे कहानियों से प्यार है. माध्यम चाहे कोई भी हो कहानी अच्छी होनी चाहिए. मैं अच्छी कहानियों को पूरी रात जागकर भी देख सकती हूं.
सवाल- आप अपनी जर्नी से कितनी खुश है?
मैं बहुत संतुष्ट हूं. मुझे अच्छी फिल्में करने का मौका मिला है. पिछली फिल्में अगर सही नहीं होती तो मुझे काम मिलना मुश्किल होता.
सवाल- किस फिल्म ने आपकी जिंदगी बदली है?
हर फिल्म ने मेरी जिंदगी बदली है. हर फिल्म ने मुझे कुछ नया दिया है. एक असफल फिल्म ने भी मुझे कुछ सीख दी है. फिल्म ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ ने मेरी जिंदगी को पॉपुलैरिटी और मंच दिया है, जो पहले नहीं मिला था.
सवाल- आगे क्या कर रही है?
आगे फिल्म ‘हुरदंग’ है, जिसकी शूटिंग अभी बाकी है, उसे करना है. इसके अलावा ‘छोरी’ दूसरी फिल्म है.
सवाल- कोरोना संक्रमण में आप शूटिंग पर जाने वाली है, खुद का कितना ध्यान रखने वाली है?
सभी को खुद का और परिवार वालों का ध्यान रखना है. अगर कुछ लक्षण कोरोना के दिखते है, तो कोविड 19 के टेस्ट अवश्य करवाने चाहिए. मैं अभी अकेले रह रही हूं, ताकि काम पर जा सकूँ और किसी को मेरी वजह से संक्रमण न हो. इसके अलावा मैं सारी गाइडलाइन्स को मानकर ही शूटिंग करुँगी.
सवाल- क्या कोई ड्रीम है?
मुझे साईंकोलोजिकल थ्रिलर फिल्म करने की इच्छा है. मुझे उस दिमाग में घुसने की इच्छा है, जो थोडा हिला हुआ या ख़राब है और उस दिमाग से दुनिया कैसी दिखती है, उसे महसूस करना है.
सवाल- कोई सामाजिक कार्य जिसे आप करना चाहती है?
मुझे इंडस्ट्री ने बहुत कुछ दिया है. मैं उन्हें वापस कुछ देना चाहती हूं.
सवाल- महिलाओं का प्रेजेंटेबल होना कितना जरुरी होता है?
महिलाओं के साथ एक गौरव जुडी हुई होती है. आप जो भी हो, उसे आगे लाने में कभी संकोच न करें. कोई आपको ग्रांटेड लें या हावी हो, ऐसा कभी भी न होने दें. आत्मसम्मान को हमेशा बनाए रखे.