महंगे व साज सज्जा से युक्त कपड़े लेने हम सभी को ही बहुत पसंद होते हैं परंतु इन कपड़ों के साथ जुड़ जाती हैं हमारी बहुत सी जिम्मेदारियां भी. जिन में से मुख्य होती है कि इनकी देखभाल. यदि आप हैवी कपड़े लेते हैं तो उन्हें ड्राई क्लीन भी हर बार करवाना पड़ता है. ड्राई क्लीन करवाने के झंझ्ट से हम बहुत परेशान रहते हैं. हम सोचते हैं कि क्यों न हम स्वयं ही अपने कपड़ों को ड्राई क्लीन कर लें और वह भी बिना किसी झंझट के आसानी से, घर पर ही. तो अब यह भी संभव है. यदि आप अपने कपड़ों को घर पर ही आसानी से ड्राई क्लीन करना चाहते हैं तो निम्न स्टेप्स का पालन करें.
हाथ से धोते समय
सबसे पहले आप को कपड़ों पर लगा लेबल पढ़ना होता है. यदि उस पर ड्राई क्लीन ओनली लिखा होता है तो आप को उसे ड्राई क्लीन करवाने के लिए भेज देना चाहिए. परन्तु यदि उस पर ड्राई क्लीन लिखा है तो आप उसे घर पर भी ड्राई क्लीन कर सकते हैं.
सबसे पहले किसी ऐसे हिस्से पर टेस्ट करें जो लोगों को ज्यादा दिखता न हो. यदि वह ड्राई क्लीन के बाद रंग नहीं बदलता है व वैसा ही रहता है या खराब नहीं होता है तो आप फिर बाद में पूरे कपड़े को ड्राई क्लीन कर सकते हैं.
ठंडा पानी व एक माइल्ड डिटर्जेंट का प्रयोग करके ही ड्राई क्लीनिंग करें. कपड़े को आराम आराम से मसलें. उसे जोर से या कठिन रूप से न रगड़ें. उसे कठिनाई से न निचोड़े.
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उसे सूखने के लिए किसी रस्सी पर टांग दें. परंतु उसे सीधा सूरज की रोशनी के नीचे सुखना न डालें नहीं तो कपड़े का रंग निकल सकता है. इसलिए पहले अंदर या मशीन में ही उसे सुखाएं..
यदि कपड़े के किसी एक ही भाग को सफाई की जरूरत है तो आप पूरे कपड़े को धोने की बजाए सिर्फ एक ही हिस्से को भी धोयें या ड्राई क्लीन कर सकते है. ऐसा करने के लिए आप किसी दूसरे कपड़े को डिटर्जेंट में डुबोएं व उससे कपड़े के खराब हुए हिस्से को साफ करें.
मशीन से धोते समय
यदि कपड़ा नायलॉन, पॉलिस्टर, कॉटन का बना है तो आप उसे वाशिंग मशीन में धो सकते हैं.
इसके बाद कपड़े के लेबल को चैक करें. यदि उसपे ड्राई क्लीन लिखा है तो ही केवल इसे वाशिंग मशीन में धोएं अन्यथा बाहर ड्राई क्लीन कराएं.
अब कपड़ों को मशीन के धोने वाले सेक्शन में डाल दें.
हमेशा इस प्रकार के कपड़ों को धोते समय ठंडे पानी का प्रयोग करें. यदि आप गर्म या गुनगुने पानी का प्रयोग करेंगे तो कपड़े के फैब्रिक का खराब होने का डर होता है.
पूरे चक्कर को चलाने की बजाए छोटा चक्कर चलाएं ताकि कपड़ा खराब न हो जाए.
कपड़ों को सूखाते समय ड्रायर का प्रयोग न करें. इससे कपड़े सिकुड़ सकते हैं या उनका टेक्स्चर डेमेज भी हो सकता है.
ऊन के या अन्य कपड़ों को सीधे सूरज को रोशनी में सूखने के लिए न डालें नहीं तो उनका फैब्रिक खराब होने की सम्भावना रहती है.
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