देश में उच्च शिक्षा काफी महंगी है. आज के समय में बच्चों की अच्छी पढ़ाई मां बाप के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. इसके जुगाड़ के लिए कई लोगों ने सोने या फिक्स डिपौजिट में निवेश करना शुरू कर दिया है. वहीं अगर आप विदेश जा कर पढ़ाई करना चाहती हैं तो ये आपके लिए और ज्यादा मुश्किल हो गया है. यही कारण है कि लोग उच्च शिक्षा के लिए लोन लेते हैं.
कई बैंक देश में हायर एजुकेशन के लिए 10 लाख रुपये और विदेशों में जाकर पढ़ने के लिए 20 लाख रुपये तक का लोन देते हैं. हालांकि लोन लेते वक्त आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं लोन लेते वक़्त आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
- मोरेटोरियम पीरियड
ये लोन लेने के समय उधारकर्ता को दी गई अवकाश अवधि की तरह है. इस दौरान उधारकर्ता को लोन चुकाने से छूट मिलती है. एजुकेशन लोन के मामले में, उधारकर्ता को कोर्स पूरा होने की तारीख से 6 महीने से 1 वर्ष तक के लिए छूट मिलती है, इससे लोन लेने वाले को अच्छी नौकरी तलाशने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है.
- लोन लेने से पहले बनाएं योजना
कोई भी लोन लेने से पहले आप योजना बना लें. बाकि सभी लोन की तरह एजुकेशन लोन भी समय पर चुकाना होता है. समय पर लोन ना चुकाने पर व्यक्ति पर आर्थिक भार बढ़ जाता है. साथ ही लोन लेने से पहले अपनी परिवार की वित्तीय जिम्मेदारी और स्थिति का भी आकलन करें. इसलिए एजुकेशन लोन लेने से पहले इन सारी स्थितियों को भी ध्यान रखना चाहिए.
- बैंक का चुनाव समझदारी से करें
लोन लेने से पहले बैंक को सावधानी से चुनें. सारे बैंक अलग अलग समय अवधि के लिए अलग अलग ब्याज दर देते हैं. ऐसे में जरूरी है कि अगर आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है तो आप किसी सरकारी बैंक से ही लोन लें. क्योकि उनमें समय अवधि ज्यादा होती है और तुलनात्मक रूप से ब्याज दर भी कम होती है.