आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम में से अधिकतर लोग न तो कसरत के लिए नियमित रूप से समय निकाल पाते हैं, न ही जीभ पर कंट्रोल रहता है. फिर ऐसे में भला कैसे घटे वजन और कैसे निखरे पर्सनैलिटी? लेकिन घबराइए नहीं, घर व आफिस के अपने बिजी शेड्यूल को डिस्टर्ब किए बिना या सुबहसुबह जल्दी बिस्तर छोड़ घंटों एक्सरसाइज करने की भी जरूरत नहीं, क्योंकि आप की सेहत को चुस्तदुरुस्त रखने के लिए कई ऐसे तरीके हैं, जिन की बदौलत आप खुद को स्लिम व आकर्षक बना सकते हैं.
जंक फूड से परहेज
विशेषज्ञों का मानना है कि सब से पहले हमें अपने खानपान पर ध्यान देना चाहिए. आप के आहार में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होने चाहिए. इस के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद, चिकन, मछली, दूध, अंडे और ताजे फलों को अपने आहार में जरूर शामिल करें. दिन भर में 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीएं. इस से न सिर्फ आप का शरीर चुस्तदुरुस्त और तंदुरुस्त रहेगा, बल्कि आप स्वस्थ भी रहेंगे. कोला व कौफी जैसे कैफीनयुक्त पेय पदार्थों और जंक फूड से आप जितना दूर रहेंगे आप के शरीर के लिए उतना ही अच्छा होगा.
मानव शरीर कुदरत की अद्भुत रचना है. हमारे शरीर की रचना इस प्रकार की है कि दिन भर के परिश्रम के बाद इसे स्वत: ही नींद की जरूरत होती है. भरपूर नींद शरीर के लिए जरूरी है. यथासंभव सोने व उठने का समय निश्चित करें. 7-8 घंटे की अच्छी नींद आप के शरीर में होने वाली टूटफूट की मरम्मत कर देती है और उठने पर आप तरोताजा महसूस करते हैं. अच्छी नींद ले कर और खूब पानी पी कर आप खुद को तरोताजा रख सकते हैं. अब जरा बात करें मोटापे की, तो मोटापा स्वस्थ शरीर के साथसाथ सुंदर शरीर का भी दुश्मन है, लेकिन मोटापे को ले कर ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है. जैसा कि आमतौर पर देखा जाता है, अपने शरीर से अनावश्यक मेहनत करवा कर या खुद को भूखा रख कर मोटापा भले ही दूर हो या न हो, पर आप कमजोरी के शिकार जरूर हो सकते हैं और कमजोर शरीर पर रोग भी तेजी से हमला कर सकते हैं.
क्रेश डाइटिंग से बचें
हालांकि आमतौर पर माना जाता है कि वजन घटाना आसान नहीं होता है. इस में महिलाएं सब से ज्यादा पैसा खर्च करती हैं, लेकिन 90% मामलों में उतना वजन कम नहीं होता जितनी आशा की जाती है. अगर आप भी अपने वजन को ले कर परेशान हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है. वीएलसीसी की डा. वीणा अग्रवाल कहती हैं कि औरतें वजन कम करने के चक्कर में क्रेश डाइटिंग करने लगती हैं. इस से वे एनीमिया, आरथ्राइटिस कमजोरी व थकान जैसी समस्याओं से ग्रस्त हो जाती हैं. इसलिए वजन कम करने के लिए के्रश डाइटिंग जैसे तरीकों को हरगिज न अपनाएं.
वे कहती हैं कि खानेपीने में अचानक कमी करने से शरीर की मेटाबोलिक गतिविधियां मंद पड़ जाती हैं. विटामिनों व खनिज लवणों की कमी होने लगती है. बाल गिरने लगते हैं और पेट में ऐंठन की भी शिकायत होने लगती है. कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा कम करने पर शरीर कमजोर व थकाथका रहने लगता है. वजन कम करते समय हम इस तरह के परिणामों की आशा तो नहीं करते हैं. अत: अगर आप वजन कम करने की सोच रहे हैं तो अपनी जरूरतों के मुताबिक सही किस्म का पर्याप्त आहार लें. रेशेदार खाद्य पदार्थ, फल, सब्जियां, अनाज, दालें, दुग्ध उत्पाद, हलका मांसाहार, मछली आदि का सेवन करें. लेकिन चीनी व वसा जैसी चीजों को अपने आहार में शामिल करने से बचें.
वैसे वजन कम करने के लिए अब लूज पिल्स भी बाजार में आ गई हैं, लूज पिल्स यानी वजन कम करने की गोलियों के बारे में पूछने पर डाक्टर वीणा कहती हैं कि इन में से कुछ दिमाग पर असर करती हैं, इसलिए व्यक्ति को भूख नहीं लगती. कुछ पेट के अंदर जा कर वसा युक्त खाद्य पदार्थों को शरीर में घुलने नहीं देती हैं, लेकिन इन गोलियों के साइड इफेक्ट भी हैं. इस से व्यक्ति को घबराहट होने लगती है, हाथपांव कांपते हैं, पेट चल जाता है, बुखार होने लगता है. बाल झड़ने लगते हैं, कुछ मामलों में तो व्यक्ति काफी अवसादग्रस्त भी हो जाता है, दिल की धड़कन तेज चलने लगती है और उच्च रक्तचाप भी रहने लगता है. इसलिए वजन कम करने की कोई भी गोली लेने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें.
चेन्नई के रमेश का उदाहरण देते हुए वह कहती हैं कि जब वे हमारे पास आए थे तो उन का वजन करीब 100 किलोग्राम था. हालांकि वे छरहरे बदन के मालिक थे पर उन का ब्लडप्रेशर बढ़ा हुआ था और शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी सामान्य से लगभग दोगुनी थी. दरअसल, रमेश के साथ ऐसा इसलिए हुआ कि वे वजन घटाने के लिए अनापशनाप दवाओं का सेवन करते थे और उन का जीवन बिना किसी शारीरिक गतिविधि के चलता था. सुबह दफ्तर जाते तो दिन भर कुरसी पर बैठेबैठे बीत जाता. कोई निश्चित समय नहीं था.
हरी सब्जियों का सेवन
मेरे सामने सब से बड़ी चुनौती थी कि रमेश की बीमारियों पर कैसे नियंत्रण पाया जाए. फिर रमेश की पत्नी को समझाया कि खाने में रमेश को घीया, तुरई, नीबू, मौसमी, धनिया, सेलरी, पत्तागोभी, ब्रोकली, सूखे मेवे आदि दिए जाएं. प्रोसेस्ड फूड और छिलका रहित अनाजों के स्थान पर छिलकायुक्त अनाज और हरी पत्तियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करने के लिए कहा गया. रेशेदार खाद्य पदार्थ लेने के लिए कहा गया. वहीं भोजन में वसा की मात्रा 15 से 20% कम की गई. मलाईयुक्त दूध की जगह स्किम्ड मिल्क और पकाने के लिए सरसों और जैतून का तेल इस्तेमाल करने के लिए कहा गया.
अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं, तो आप भी ऐसा कर सकते हैं. अगर आप कौफी पीने के शौकीन हैं, तो उस की जगह आप ग्रीन टी ले सकते हैं, क्योंकि ग्रीन टी कोलेस्ट्रोल कम करती है और खून के थक्के जमने से रोकती है. दिन में 10 से 12 गिलास पानी लें. साथ ही नारियल पानी को भी आहार में शामिल किया जा सकता है, क्योंकि यह मैग्नीशियम, कैल्सियम और पोटैशियम के अलावा जिंक, सेलेनियम, आयोडीन, सल्फर, मैगनीज जैसे सूक्ष्म पोषक तत्त्वों से भरपूर होता है, आप कच्चा लहसुन भी खा सकते हैं. यह भी कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करता है.
दिल्ली स्थित मूलचंद अस्पताल व हार्ट केयर फाउंडेशन औफ इंडिया के डाक्टर के.के. अग्रवाल ने बताया कि मोटापे से बचना है तो अपनी जीवनशैली को बदलें. खानपान में विशेष ध्यान दें. चीनी, चावल और मैदा खाना बंद कर दें. संतुलित आहार लें. एक बार में 80 ग्राम से ज्यादा न खाएं. पेट की चौड़ाई 80 सेंटीमीटर से कम होनी चाहिए. मोटा होना सिर्फ सौंदर्य संबंधी समस्या ही नहीं है, बल्कि आप की सेहत और जान के लिए भी एक बड़ा खतरा है. मोटे और ज्यादा वजन के लोग अनेक रोगों के शिकार हो जाते हैं.
आधुनिक गैजेट का उपयोग
आज अत्याधुनिक गैजेट्स की मदद से फिटनेस की निगरानी करना आसान हो गया है. ये गैजेट आप के दिल की धड़कनों सहित शरीर की सभी गतिविधियों पर नजर रखते हैं और बताते हैं कि कहां सुधार की जरूरत है. कंप्यूटर ट्रेनिंग सर्किट ऐसा ही गैजेट है, जो युवाओं में लोकप्रिय हो रहा है. इस की मदद से आप अपने अनूकुल स्वस्थ रहने का कार्यक्रम बना सकते हैं और अपनी सुगठित देह के मालिक बन सकते हैं. मोटरगाडि़यों के स्पीड मीटर की तरह कलाई घडि़यां भी बाजार में उपलब्ध हैं. इन्हें आप अपनी कलाई पर बांध कर अपने चलने व दौड़ने की गति को जान सकते हैं. इस से आप को अपनी शरीर की कैलोरी का आइडिया मिलता है.
एक अन्य गैजेट बौडी जेम आप को बताता है कि दिन भर में आप को कितनी कैलोरी ऊर्जा की जरूरत है. इस की मदद से कैलोरी पर नियंत्रण रखना आसान है. इस के अलावा रोमहोम क्रास ट्रेनिंग मशीन पर आप 4 मिनट में ही 20 से 45 मिनट तक के स्वस्थ रहने का लाभ उठा सकते हैं. पंप पौड का आप अपना पर्सनल ट्रेनर बना सकते हैं, वह भी बगैर किसी ट्रेनर की मदद से. यह पर्सनल ट्रेनिंग प्रोग्राम आप के पर्सनल आईपौड पर चल सकेगा. इन के अलावा स्मार्ट सोल वाले जूते भी उपलब्ध हैं, जो आप की दिल के धड़कनों पर नजर रखते हैं, साथ ही बाजार में डायनेमिक ब्रा भी उपलब्ध हैं, जो स्तनों को सही आकार में रखने में मदद करती हैं.
शारीरिक स्तर के अलावा मन को प्रसन्न रख कर भी अच्छा स्वास्थ्य हासिल किया जा सकता है. मानसिक थकान को मिटाने का यह कारगर उपाय है. पैदल चलना शुरू करें. आसपास के कामों के लिए पैदल आनाजाना शुरू कर आप पर्यावरण की रक्षा तो करेंगे ही, साथ ही नएनए अनुभवों का भी मजा ले सकेंगे. अंत में अपनी बोरियत भरी रुटीन जिंदगी से थोड़ा अलग हट कर बाहर जा कर भी आप तरोताजा हो सकते हैं.