फैशन की दुनिया हमेशा ही आबाद रहती है. जगह हो या कोई अवसर, फैशन और स्टाइल हमेशा अपने रंगों से सबको सरोबार कर देती है. सही फैशन, जिंदगी के माइने बदल सकती है, ऐसे में डिज़ाइनर भी हमेशा कुछ नया कर लोगों को आकर्षित करते रहते है. मुंबई की रॉकी स्टार ऐसे ही एक डिज़ाइनर है, उन्होंने हमेशा कुछ अलग ट्रेडिशन और फैब्रिक को लेकर काम किया है. उनके डिजाईन में रॉयल, गोथिक और कंटेम्पररी सभी को शामिल किया है, जिसे सेलेब्रिटी से लेकर साधारण इंसान सभी पहनने के लिए उत्सुक रहते है. उनकी कंटेम्पररी डिजाईन में इंडियन क्राफ्ट और एम्ब्रायडरी की प्रधानता होती है, जो देखने में सुंदर और एलीगेंट होते है. डिज़ाइनर रॉकी मिलान फैशन वीक में अपने कपड़ों की शो केस करने वाले है, जिसमे फैशन से जुडी कुछ खास बातों का उल्लेख किया है, आइये जानते है.
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फैशन ट्रेंड
फैशन में बदलाव हर बार कुछ न कुछ आता रहता है और ये पुराने ड्रेस से अधिकतर प्रेरित हुई होती है. आज के फैशन में पुराने ट्रेंड को डालकर बनाने से ड्रेस की लुक अलग और ग्लैमरस हो जाती है. इस बार फंकी और प्लेफुल स्टाइल की वापसी का संकेत है. वर्ष 1960 और 1970 के दशक के आइकॉनिक लुक की याद दिलाते हुए इस बार मिनी ड्रेसेज़ और अल्ट्रा-शॉर्ट स्कर्ट्स की वापसी हो रही है. लेसी और क्रोशेट फेब्रिक्स, रेट्रो लुक को फेमिनिन टच देती है. इसके अलावा इस बार आर्म वार्मर्स एक एक्सेसरीज की तरह प्रयोग में है, जो किसी भी ऑउटफिट को कोज़ी लुक देती है.
मिली प्रेरणा
रॉकी अपनी प्रेरणा के बारें में कहते है कि कपड़े बनाने में मेरी दिलचस्पी कम उम्र से ही शुरू हो चुकी थी, और मैं हमेशा नई ट्रेंड और स्टाइल के लिए तैयार रहता था. वास्तुकला में खासकर ‘बारोक’ एक वास्तुशिल्पीय शैली, मेरे लिए खास इंस्पिरेशन की वजह बनी. उसमे मैं बिल्डिंग के आकार, रंग और पैटर्न को अपने डिजाईन में सम्मिलित करता था. इन दो चीजों ने मुझे फैशन इंडस्ट्री में कैरियर बनाने के लिए प्रेरित किया. मैं लगातार कुछ नई चीजों की खोज में रहता हूँ, ताकि उसे मैं अपनी डिजाईन में जगह देकर कुछ नया क्रिएट कर सकूँ.
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फैशन वीक देती है मौका
डिज़ाइनर रॉकी एस आगे कहते है कि मिलान फैशन वीक में मेरे कलेक्शन को प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया जाना मेरे लिए एक बहुत बड़ा सम्मान है. मैं ऐसे प्रतिष्ठित मंच पर कलेक्शन को पेश करने के अवसर के लिए उत्साहित, गौरवान्वित और आभारी हूँ. मेरे ऊपर एक प्रभावशाली और यादगार शो को प्रस्तुत करने की एक बड़ी प्रेशर है. उम्मीद है मैं दर्शकों के लिए एक मिसाल बन सकूँगा. मैंने चुनौती को स्वीकार किया है और आगे कदम बढाया है. उम्मीद है मैं इस पर कायम रहकर एक अच्छी कलेक्शन पेश करने में समर्थ रहूँगा, जिसमे वे मेरी विजन और क्राफ्टमेनशिप को देख पायेंगे.
नई कलेक्शन की होगी प्रस्तुति
डिज़ाइनर आगे कहते है कि हमारा नया कलेक्शन ‘मिड नाईट ब्लूम’ यानि रात में खिलने वाला जादुई फूल (nocturnal blossoms) से प्रेरित है. यह कलेक्शन अज्ञात, अस्थाई और वाइल्ड है. मेरी टीम और मैंने फूलों की भव्यता और उसकी मनमोहिनी रूप को फेब्रिक पर उतारने की कोशिश की है. हर पीस में हेंडीक्राफ्ट की डिटेलिंग को दिखाने की कोशिश की गई है. इसके लिए रिफाइंड वेलवेट, डेलिकेट ट्युल फैब्रिक, ऑर्गेनिक और मसलिन के प्रयोग किये गए है. इसमें कलर पैलेट भी नेचर से प्रभावित रंग है, जिसमे डीप रेड और ब्राइट पिंक्स की प्रधानता है.
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अंतर देशी और विदेशी फैशन का
रॉकी का कहना है कि भारत और विदेशों में फैशन के बीच मुख्य अंतर कल्चरल इन्फ्लुएंस का है. भारतीय फैशन पारंपरिक परिधानों से काफी प्रभावित है, जबकि विदेशों में फैशन अधिक समकालीन और आधुनिक है. मार्केटिंग स्ट्रेटिजी भी अलग-अलग हैं, भारत में ईवेंट और शो का प्रयोग मार्केटिंग के लिए किया जाता है, जबकि विदेशों में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म काफी पोपुलर है. भारतीय फैशन में प्रयोग की जाने वाली सामग्री जटिल और हेंडीक्राफ्ट होती है, जबकि विदेशों में उच्च गुणवत्ता वाले फेब्रिक के साथ-साथ नई तकनीकों का प्रयोग किया जाता है. दोनों फैशन में ही अनूठी विशेषताएं और प्रभावशाली होने के प्रमाण हैं, जो उन्हें अपने तरीके से सुंदर बनाते हैं.
फैशन मिस्टेक्स
फैशन का कोई दायरा नहीं होता, ये व्यक्ति विशेष के शारीरिक बनावट और हाव-भाव पर निर्भर करता है. रॉकी कहते है कि मैं उसे फैशन मिस्टेक मानता हूँ, जिस व्यक्ति ने अपनी पर्सनल स्टाइल और बॉडी टाइप को बिना ध्यान दिए लेटेस्ट ट्रेंड को फोलो किया है. कपडे ऐसे पहने जो आपके व्यक्तित्व और शारीरिक काया को निखारे. आँख बंद कर कभी किसी स्टाइल को फोलो न करें. इसके अलावा ख़राब फिटिंग वाले कपडे, किस अवसर को बिना ध्यान दिए और बेसिक हायजिन को नजरअंदाज करना ही फैशन मिस्टेक है. ये हमेशा याद रखे कि फैशन मजेदार और एक्सप्रेसिव होना चाहिए, साथ ही फंक्शनल और आरामदायक होने की भी जरुरत है.
जिम्मेदारी है सस्टेनेबल फैशन का
मैं जितना संभव हो सस्टेनेबल फैशन की प्रैक्टिस करने की कोशिश करता हूँ. मसलन आर्गेनिक फैब्रिक का प्रयोग करना, वेस्ट प्रोडक्ट को कम करना, श्रम का नैतिकता से प्रयोग करना आदि. इसे करना आसान नहीं, पर एक छोटी सी कदम ही सस्टेनेबलिटी की ओर बढ़ाना, अपने आप में एक बड़ी बात होती है. मैने अपने सभी कंज्यूमर्स से भी कहना चाहता हूँ कि कपड़ों की खरीदारी करते वक्त पोशाक का चयन उत्तरदायित्व के साथ करें,