दुनियाभर में लोग कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए अपनी तरफ से हर तरीके अपना रहे हैं. भारत सहित कई देशों ने लौकडाउन कर दिया है. इसलिए लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं.
इस वायरस से बचने के लिए लोग घरों के अंदर रहने के साथ ही सामाजिक दूरी बनाए हुए हैं, शारीरिक संपर्क से बच रहे हैं, चेहरे पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहन पर निकल रहे हैं. समयसमय पर हाथ धो रहे हैं और साफसफाई का पूरा ध्यान भी रख रहे हैं.
हालांकि, बहुत से लोग मास्क और दस्ताने की वजह से अप ने ड्रैसिंग सैंस को खराब नहीं होने देना चाह रहे, इसलिए अब लोगों में मैचिंग मास्क की मांग होने लगी है.
दक्षिण कोरिया के लोग गुलाबी रंग के फेस मास्क की मांग करने के साथ मास्क लगाने के बाद चेहरे के चारों ओर मेकअप कैसे करें, इस का तरीका सीख रहे हैं, तो वहीं स्लोवाकिया की राष्ट्रपति जुजान कैपुटोवा ने एक और कदम आगे बढ़ाया है. वे मैचिंग ड्रैस के रंग में हाथ से बने मैचिंग मास्क और दस्ताने पहन रही हैं.
लोगों को फेस मास्क में फैशनैबल मोड़ देने के लिए बेहतरीन तरीका बताया गया है. जहां आम लोग बाजार में उपलब्ध मास्क से ही काम चला रहे थे, वहीं अब वे भी ड्रैस से मैचिंग मास्क लगाने लगे हैं.
बाजार में छा गए हैं रंगबिरंगे मास्क
फैशन को देखते हुए अब सादे ही नहीं बल्कि घरों में तैयार अलगअलग कपड़ों से रंगबिरंगे मास्क भी बाजार में नजर आने लगे हैं. लोगों ने कोरोना मास्क में फैशनेबल टच देना शुरू कर दिया है. महिलाएं अपने सूट से मैच खाता मास्क पहने खूब नजर आने लगी हैं. सोशल मीडिया पर भी सूट से मैच खाता हुआ मास्क खूब वायरल हो रह है. बाजार में सलवारसूट, कुरती और साड़ियों के ही नहीं, बल्कि शर्ट, टी शर्ट के डिजाइन से मैच करने वाले मास्क उतर आए हैं. ये युवाओं और महिलाओं को ध्यान मे रख कर तैयार किए जा रहे हैं. मतलब अब सुरक्षा के साथ सुंदरता को भी जोड़ दिया गया है.
ये भी पढ़ें- Mother’s Day 2020: 44 की उम्र में भी इतनी स्टाइलिश हैं रवीना टंडन
लोगों का मानना है कि कोरोना का दहशत आगे भी बनी रही तो महिलाओं में जल्द ही सूट के साथ मैंचिंग मास्क विभिन्न समारोहों व कार्यक्रमों में भी लोगों का ध्यान आकर्षित करता दिखेगा.
मास्क बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि अब लोगों में कलरफुल मैचिंग मास्क की डिमांड बढ़ने लगी है. मतलब यह कि हरकोई इस महामारी के दौरान अपनेआप को सर्वश्रेष्ठ दिखाने के तरीके ढूंढ़ रहा है.
मास्क बना फैशनेबल
पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना महामारी से जूझ रही है, ऐसे में बड़ीबड़ी कंपनियां फैशनैबल मास्क बाजार में उतार रही हैं. मसलन :
•लोग एक तरह के मास्क पहन कर बोर न हो जाएं इसलिए कंपनियां मास्क में भी रचनात्मक ला रही हैं और रंग व डिजाइन को ध्यान में रखा जा रहा है. हालांकि, अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो मास्क की जगह रूमाल जैसे कपड़ों का इस्तेमाल कर लेते हैं, जबकि सरकार की सलाह है कि घर से निकलते वक्त लोग अपना चेहरा सही तरीके से ढंकें. इसलिए मुंबई की सड़कों पर मास्क लगाने का संदेश देने के लिए पुलिसकर्मी ने खास मास्क पहना. इस मास्क पर हिन्दी फिल्म ‘गली बौय’ का मशहूर गाना ‘अपना टाइम आएगा…’ लिखा हुआ था.
•फिलमिस्तान में लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कलाकार अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं. वे मास्क में रंग लगा कर उसे आकर्षित बना रहे हैं.
•भारत में ऐसे लोगों के लिए बनियान से बने मास्क बांटे जा रहे हैं जो मास्क खरीदने में असमर्थ हैं.
•मास्क पहनने का संदेश सभी लोगों तक पहुंचाने के लिए लोग तरहतरह के प्रयोग भी कर रहे हैं.
लौकडाउन के बावजूद देश के कई हिस्सों में कपड़ों के साथ मास्क तैयार करा रही रैडिमैड कंपनियों को लगता है कि आने वाले दिनों में शर्ट व कुरती से मैच करता हुआ मास्क फैशन का हिस्सा हो जाएगा.
गमछा भी है फैशन में
सोशल मीडिया पर कई युवा गमछे को लेकर नएनए ट्रैंड ला रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपनी फोटो अपलोड कर रहे हैं. कहीं लोग गमछा चैलेंज हैशटैग के साथ फोटो पोस्ट कर रहे हैं, तो कहीं स्टाइल से बांध कर इसे हिट किया जा रहा है. इतना ही नहीं, कई बुजुर्ग भी इस ट्रैंड को पसंद कर रहे हैं.
गमछा चैलेंज के बारे में स्टूडैंट तुषा कपूर कहती हैं कि गमछा, स्कार्फ की तरह ही एक ऐक्सैसरीज है. इस से स्टाइलिश लुक पाना बेहद आसान है. दिखने में यह अच्छा लगता है और इस से बीमारों जैसी नहीं, बल्कि एक पोजिटिव फिलिंग आती है. इस में वैरायटी भी बहुत है, इसलिए मैचिंग करवाना भी आसान है.
बौलीवुड स्टार्स को भी पसंद है गमछा
अमिताभ बच्चन से ले कर अक्षय कुमार और सलमान खान तक इस ऐक्सैसरीज में नजर आ चुके हैं. फिल्ममेकर अनुराग बसु को तो कई बार सूट के साथ गमछे को कैरी किए हुए देखा गया है. वैसे गमछे की पापुलैरिटी का आलम यह है कि अब आप को गमछा पैटर्न साड़ी और स्टौल भी यह खूब देखने को मिल जाएगा.
जाने क्या कहते हैं बिक्रेता
रैडीमेड के थोक बिक्रेता रवि जयसवाल का कहना है कि लौकडाउन के बाद जब बाजार खुलेगा तो बहुत कुछ नया देखने को मिलेगा. खासकर रैडीमेड कपड़ों को ले कर बड़ा बदलाव आएगा. कपड़ों के साथ उसी रंग का मास्क भी ग्राहक को उपलब्ध कराया जाएगा क्योंकि अब मास्क जिंदगी का हिस्सा बन चुका है.
कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अलगअलग ड्रैस के साथ मैच करता हुया मास्क पहन कर बैठकों में भाग लेने लगे हैं. मतलब हर मीटिंग के लिए अलग ड्रैस और हर बार उस ड्रैस से मैच करता हुआ मुंह पर मास्क. वैसे उन के इस खास अदा पर लोगों ने निशाने साधे.
उनके अलगअलग कपड़ों में मैचिंग मास्क के साथ उन की कई तसवीरें भी ट्विटर पर पोस्ट की गई हैं.
•बाजार में मास्क सस्ते भी मिल रहे हैं और महंगे भी. कुछ बड़ी कंपनियां हैं जो प्रदूषण से लड़ने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले मास्क बनाते हैं, हालांकि, इन की कीमत भी ज्यादा है.
दिल्ली के खान मार्केट में वायु प्रदूषण से बचने के लिए तमाम तरफ की चीजें मिलती हैं, जिस में मास्क अहम है. यहां डिजाइनर मास्क अलगअलग रंग और रैंज में मिल रहे हैं.
₹ 2 हजार से शुरू होने वाले इन मास्क की रैंज ₹5 हजार तक है और ये केवल फैशनेबल ही नहीं, बल्कि एन 95 मास्क हैं जिन्हें दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है.
₹2 हजार से ₹3 हजार वाले मास्क को 5 से 6 महीने तक पहना जा सकता है और ₹4 हजार से ऊपर वाले मास्क में केवल फिल्टर बदल कर बारबार इस्तेमाल कर सकते हैं. इन मास्क के फिल्टर को 2 से 3 हफ्ते तक इस्तेमाल कर सकते हैं.
ये मास्क न सिर्फ आप को सुरक्षित रखेंगे बल्कि आप को नया स्टाइल भी देंगे. मास्क लगाने के अलावा अब लोगों के पास कोई औप्शन नहीं है.