खुद को ऐसे रखें फिट

पहला भाग पढ़ने के लिए- फिट हैं तो हिट हैं

जिम की मैंबरशिप लेते समय तो बहुत उत्साह रहता है. 15 से 20 दिन रोजाना जिम जा कर कसरत भी बड़े मजे से करते हैं. लेकिन, धीरेधीरे रोज जिम जाना थकाने वाला हो जाता है. घर का कोई एक कोना जहां आप की कसरत के लिए थोड़ी जगह हो तो वहीं से अपना वर्कआउट शुरू कर दें.

1. सिटअप

सिटअप करने से पेट की मांसपेशियां मजबूत और टोन होती हैं. इस के साथसाथ यह एब्स एरिया को भी टोन करता है. इस से गरदन, छाती, पीठ का निचला हिस्सा और हिप फ्लैक्सर में मजबूती आती है. इसे नियमित करने से शरीर में लचीलापन भी बढ़ता है. सिटअप शरीर की मुद्रा को भी सही करता है.

सिटअप कैसे करें 

-किसी स्थान पर ऐक्सरसाइज मैट को बिछा कर उस पर सीधे लेट जाएं.

-दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ कर जमीन पर रखें.

-अपने दोनों हाथों को क्रौस की स्थिति में कंधे पर रख लें, अर्थात दायां हाथ बाएं कंधे पर और बायां हाथ दाएं कंधे पर रखें.

-अब सांस छोड़ते हुए अपने शरीर के ऊपर के हिस्से को अपने घुटनों की ओर ले जाएं.

-अब सांस लेते हुए दोबारा नीचे की ओर आएं और फिर से लेट जाएं.

2. क्रंचेस

क्रंचेस करने से पीठ के निचले हिस्से और पीठ की मांसपेशियों में चोट आने की संभावना कम होती है. इस से शारीरिक संतुलन में विकास होता है और शरीर में लचीलापन बढ़ता है. क्रंचेस से कैलोरी अधिक मात्रा में बर्न होती है, साथ ही मांसपेशियों में मजबूती आती है.

क्रंचेस कैसे करें

-किसी ऐक्सरसाइज मैट या जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं.

-अपने दोनों घुटनों को मोड़ लें ताकि आप के पैर जमीन पर एकदम सीधे रहें.

-दोनों हाथों को गरदन या सिर के पीछे रखें और अपने कंधों को जमीन से 7-8 इंच ऊपर की तरफ उठाएं.

-ध्यान रखें कि केवल शरीर का ऊपरी हिस्सा ऊपर उठे और कमर व पीठ जमीन पर ही टिकी रहें.

-इस अवस्था में एक से दो सैकंड रहने के बाद नीचे आ जाएं.

-फिर तुरंत ही वापस उठें और इस प्रक्रिया को 8 से 10 बार दोहराएं.

3. प्लैंक्स

प्लैंक्स से आप के कोर मसल्स में मजबूती आती है और एब्स भी मजबूत होते हैं. प्लैंक्स कंधों, छाती, कमर और पैरों को भी मजबूत बनाता है व शारीरिक संतुलन बेहतर करता है.

प्लैंक्स कैसे करें –

प्लैंक्स के लिए आप पुशअप की अवस्था में आ जाएं.

-अपनी कुहनियों और कलाइयों को जमीन पर टिकाएं.

-अब अपनी पीठ को सीधा करते हुए शरीर को ऊपर उठाएं.

-गरदन से पुट्ठों तक शरीर को एक सीध में रखें.

-शरीर का पूरा भार कुहनियों, कलाइयों और पैरों के पंजों पर रखें.

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-इस अवस्था में एक मिनट तक बने रहें.

-इसे 2 से 3 बार दोहराएं.

4. स्क्वैट्स

स्क्वैट्स करने से मांसपेशियों का विकास होता है. इस से फेफड़े और हृदय मजबूत होते हैं और शरीर के जोड़ों में भी फायदा होता है. इस से कैलोरी बर्न होती है, शरीर में लचीलापन आता है, हड्डियां मजबूत होती हैं और शरीर का संतुलन विकसित होता है.

स्क्वैट्स कैसे करें

-दोनों पैरों को फैला लें और पैरों की उंगलियों को बाहर की तरफ निकाल कर खड़े हो जाएं.

-पीठ सीधी रखें और कंधे को ढीला छोड़ें.

-अपने हाथों को कमर पर रखें या सामने सीधा फैला लें.

-पीठ को सीधा रखते हुए बैठने की मुद्रा में जाएं जैसे किसी कुरसी पर बैठते हैं.

-अपने घुटनों को पंजों के ठीक सीध में रखें और आगे की ओर न झुकें.

-इस अवस्था में एक सैकंड तक रह कर वापस सीधे खड़े हो जाएं.

-शुरुआत में इसे 10 बार दोहराएं.

5. घर को बना लें जिम

जिम की मैंबरशिप लेते समय तो बहुत उत्साह रहता है. 15 से 20 दिन रोजाना जिम जा कर कसरत भी बड़े मजे से करते हैं. लेकिन, धीरेधीरे रोज जिम जाना थकाने वाला हो जाता है. घर का कोई एक कोना जहां आप की कसरत के लिए थोड़ी जगह हो तो वहीं से अपना वर्कआउट शुरू कर दें.

घर की बालकनी या टैरेस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है जहां आप को ऐक्सरसाइज मैट डालने की जगह आराम से मिल जाएगी.

अगर आप का बजट सही हो तो आप जिम के कुछ इक्विपमैंट भी रख सकते हैं, जैसे डंबल्स, बारबेल रौड, मल्टी बैंड, वैट लिफ्टर आदि.  इन सब से आप की पूरे बौडी की वर्कआउट हो जाती है. साथ ही, ऐक्सरसाइज करने के लिए स्पोर्ट्स शूज और वर्कआउट ड्रैस भी ले सकते हैं.

6. पर्सनल ट्रेनर भी है अच्छा

अगर आप रोजाना जिम जाने के झंझटों से बचना चाहते हैं तो  पर्सनल फिटनैस ट्रेनर भी रख सकते हैं. वे आप को ऐक्सरसाइज करने के सही तरीकों के बारे में गहराई से बताएंगे और सब से अच्छी बात कि वे आप को पूरा समय और अपना पूरा ध्यान देंगे. इस से आप को अपने हर एक फिटनैस लैवल के बारे में सही जानकारी मिलेगी, ऐक्सरसाइज सही कर रहे हैं या नहीं. कौन सी ऐक्सरसाइज को करने से कितना फायदा होगा जैसी छोटीछोटी बातें वे आप को बताएंगे जिस से कि आप बिना डर और वहम के ऐक्सरसाइज का फायदा उठा सकेंगे.

कैसे रखें जिम किट का ध्यान 

-अपनी जिम किट में इक्विपमैंट्स को पानी से बचा कर रखें. पानी से जंग लगने की संभावना रहती है.

-मल्टी बैंड का इस्तेमाल व्यायाम के अलावा किसी और काम के लिए न करें.

-वर्कआउट क्लौथ को कुछ दिनों के अंतराल पर धोना चाहिए.

-अपनी जिम किट को बच्चों की पहुंच से दूर रखें.

-भारी डंबल्स ऐसी जगह पर रखें जहां से वे गिरें नहीं.

-कुछ दिनों के अंतराल पर इक्विपमैंट के नटबोल्ट्स की जांच करते रहें ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न घटे.

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-इक्विपमैंट की सफाई के लिए स्प्रे की जगह जिम वाइप्स का इस्तेमाल करें.

7. डांस भी है फायदेमंद

अगर आप अपने डेली वर्कआउट रूटीन से बोर हो गए हैं और कुछ मजेदार करना चाहते हैं तो डांस ऐक्सरसाइज शुरू कर दें. अगर आप को डांस की जानकारी है तो फिर बात ही क्या है, और अगर जानकारी नहीं है तो भी कोई परेशानी नहीं है. इस के लिए आप डांस क्लास जा सकते हैं या डांस वर्कआउट डीवीडी या औनलाइन वीडियो देख कर भी डांस, जैसे बालरूम या बैलेट, हिपहौप, एरोबिक्स कर सकते हैं. इन से आप के शरीर की लचक बढ़ेगी और साथ ही आप के मसल्स मजबूत होंगे व शारीरिक संतुलन भी बनेगा.

जिन्हें दिल की बीमारी है या हाई कोलैस्ट्रौल या डायबिटीज की समस्या है, उन के लिए भी डांस वर्कआउट बहुत फायदेमंद होता है. अगर आप की बीमारी ज्यादा गंभीर है तो पहले अपने डाक्टर से परामर्श ले लें. रोजाना 30 मिनट डांस ऐक्सरसाइज करने से 130 से 250 कैलोरी कम होती है. इतनी ही कैलोरी जौगिंग से भी बर्न होती है. अगर आप के शरीर में किसी प्रकार की कोई चोट हो या आप पहले से अस्वस्थ हों तो किसी भी नई ऐक्सरसाइज को रूटीन में शामिल करने से पहले अपने डाक्टर से सलाह जरूर लें.

8. यह भी करके देखें

दिनभर औफिस में बैठे रहने या ऐसे काम करने जिन से आप का शारीरिक श्रम न के बराबर होता हो और आप के शरीर से बहुत ही कम मात्रा में कैलोरी बर्न होती हो, तो उस स्थिति में यह जरूरी है कि ऐक्सरसाइज के अलावा भी छोटीछोटी बातों का ध्यान रख कर फिजिकली ऐक्टिव रहा जाए.

-लिफ्ट की जगह सीढि़यों का प्रयोग करें.

-बाजार अगर ज्यादा दूर न हो तो गाड़ी या दूसरी सवारी के बजाय पैदल चल कर जाएं.

-औफिस के लंचटाइम में 15 मिनट का वाक कर लें.

-पूरे दिन बैठे रहने की जगह कुछ घंटे खड़े हो कर भी काम करें.

एक अध्ययन के मुताबिक, अगर आप दिन के 6 घंटे खड़े रहते हैं तो आप का कुछ वजन कम हो सकता है.

-इस के अलावा अपना काम खुद से करने की आदत डालें. इस से आप के शरीर में हरकत होती रहेगी.

-अपने साथ कुछ हैल्दी स्नैक्स रखें और जरूरत से अधिक खाने से बचें.

-पूरे दिन में पानी पीते रहें, ताकि आप के शरीर में पानी की कमी न होने पाए.

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फिट हैं तो हिट हैं

लेखक- पारुल श्री

‘‘आज भी सुबह नहीं उठ पाई मैं. मुझ से यह ऐक्सरसाइज और डाइटिंग नहीं होगी. मैं मोटी ही ठीक हूं,’’ 23 साल की रिचा ने मुंह बनाते हुए अपनी दोस्त नगमा से कहा.  ‘‘हां, बस रोज अपने आलस के कारण सोती रहना और फिर मेरी बौडी देख कर जलना,’’ जौगिंग से आई नगमा ने रिचा को डांटते हुए कहा. हर सुबह रिचा का यही रोना होता कि कल से पक्का सुबह जल्दी उठ कर जौगिंग करने जाएगी और ऐक्सरसाइज करेगी. लेकिन वह दिन कभी आया ही नहीं.

नगमा जहां फिटनैस को ले कर पूरी तरह चौकस रहा करती थी, वहीं रिचा के पास बहानों की कमी नहीं थी. उसे ऐसा लगता था कि बस कोई जादू की छड़ी घुमाए और वह दुबलीपतली व स्मार्ट हो जाए. न उसे अपनी पसंद का खाना छोड़ना पड़े और न ही सुबह की नींद खराब हो.

रिचा जैसा हाल आज तकरीबन हर लड़की का है और केवल लड़की ही क्यों, लड़कों का भी यही हाल है. सैक्सी वैल टोंड बौडी की चाहत तो सभी को है लेकिन उस के लिए मेहनत करने को कोई तैयार नहीं है.

लड़कों को वरुण धवन और रितिक रोशन जैसे सिक्स पैक एब्स तो  चाहिए, लेकिन जिम में पसीना बहाने में आफत आती है. कभी सही डाइट न मिल पाने की मजबूरी, तो कभी नौकरी और पढ़ाई से समय न मिल पाने का रोना.

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अक्सर लोग पैसा कमाने और अच्छे लाइफस्टाइल के चक्कर में भूल जाते हैं कि जब उन का शरीर ही फिट नहीं रहेगा तो क्या फायदा पैसे और लग्जरी लाइफ का.  जिंदगी में हर छोटीबड़ी बात को तवज्जुह देते लोग अपने शरीर को ही तवज्जुह देना भूल जाते हैं. कहीं आप भी तो इसी लाइन में नहीं खड़े हैं? अगर ऐसा है तो कोई बात नहीं, अब भी देर नहीं हुई है, अब भी हैल्दी लाइफस्टाइल अपनाना मुश्किल नहीं है.

  1. दिमाग के लिए भी जरूरी है अच्छी डाइट

केवल शरीर के लिए ही नहीं, बल्कि मस्तिष्क पर भी अच्छी डाइट का गहरा प्रभाव पड़ता है. आप यदि फिट होंगे तभी आप का दिमाग भी फिट होगा. आप का दिमाग आप की हरेक हरकत पर ध्यान रखता है. आप के सोचने, सांस लेने, काम करने और यहां तक कि आप के खाने तक का हिसाब होता है आप के दिमाग के पास. इसलिए आप जो कुछ भी खाते हैं उस का सीधा असर आप के दिमाग की संरचना और कार्य पर पड़ता है. और फिर, इस से आप का मूड भी प्रभावित होता है.

कह सकते हैं कि एक हैल्दी डाइट से मानसिक स्थिति पर ठीक वैसा ही प्रभाव पड़ता है जैसा कि अच्छे ईंधन का प्रभाव गाड़ी के इंजन पर होता है. सही पोषण वाला भोजन हमारे शरीर ही नहीं, हमारे दिमाग की सेहत का भी खयाल रखता है. विटामिन, मिनरल्स और एंटीऔक्सिडैंट तत्त्वों से भरपूर आहार हमारे दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाता है.

  1. आहार निश्चित करें

बर्गर, पिज्जा, फ्रैंच फ्राइज, चौकलेट्स, आइसक्रीम, यम्मी केक… क्यों आ गया न मुंह में पानी. लेकिन, पेट आप का है तो इस का मतलब यह नहीं कि जो जी में आया, खाते गए. इसलिए जरा अपनी मनमानियां कम करें. इन यम्मी और टेस्टी फास्टफूड को खाने की मात्रा और दिन निश्चित करें. जब आप भूख छोड़ कर स्वाद के लिए खाते हैं तो आप के शरीर का मोटापा बढ़ता है.

फोर्टिस ला फेम्मे हौस्पिटल की डाक्टर नीना बहल का कहना है, ‘‘एक बार में ज्यादा खाना खाने से बचें. बारबार लेकिन थोड़ाथोड़ा खाएं. इस से शरीर को उचित ऊर्जा मिलेगी.  अगर आप पूरे दिन के खाने में अधिक समय का अंतराल रखते हैं तो आप के शरीर का बीएमआई यानी बौडी मास इंडैक्स कम हो जाता है. बौडी मास इंडैक्स एक ऐसा मापदंड है जिस से पता चलता है कि आप के शरीर के अनुपात में शरीर की चरबी कितनी अधिक है.

बौडी मास इंडैक्स बताता है कि शरीर की लंबाई की तुलना में कितना वजन उचित है. इसलिए, पूरे दिन के खाने में अधिक गैप रखना आप की फिटनैस पर बुरा असर डाल सकता है. पूरे दिन कुछ न खा कर एक ही बार रात में 4,000 कैलोरी वाले आहार लेना भी नुकसानदेह साबित होता है. फिजिकल ऐक्टिविटी कम होने के बाद जब हम हाई कैलोरी की चीजें खाते हैं तो वह फैट के रूप में शरीर में जमा होने लगता है.

  1. आसान है हैल्दी डाइट

डाइट पर जाने का मतलब यह नहीं है कि आप खुद को भूखा रखें. ध्यान रखें, शरीर का खयाल रखना है, उसे भूखा रख कर सताना नहीं है. इसलिए ऐसी डाइट लें जिस से आप को कमजोरी या भूख न लगे.

-अपनी डाइट में मौसमी फलों को शामिल करें. अगर सलाद खाना है तो उस में  अलग रंगों वाले फलों और सब्जियों को रखें.

-नाश्ते में पनीर, सैंडविच के साथ ताजा जूस लें या मिलीजुली सब्जियों वाला परांठा खाएं. आप 2 इडली के साथ सांभर भी ले सकते हैं.

-अगर आप अंडा खाते हैं, तो एक से दो अंडे के साथ एक गिलास दूध लें या 2 अंडे के साथ ब्रैडऔमलेट खाएं. ब्रैड के साथ पीनट बटर भी ले सकते हैं.

नाश्ते में आप नमकीन या मीठा दलिया, ओट्स, पोहा या उपमा भी शामिल कर सकते हैं. इस से आप के नाश्ते में विविधता आएगी और आप बोर नहीं होंगे. रोजरोज सादा या आलू का परांठा खाने से बचें. इस की जगह आप पनीर या मिक्स वैजिटेबल वाला परांठा खा सकते हैं.

-नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच 4 से 5 घंटे का अंतराल होता है. इस बीच बिलकुल भूखे न रहें. एक सेब या ड्राई फ्रूट्स या स्प्राउट्स (अंकुरित मूंग या सोयाबीन) ले सकते हैं.

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-दोपहर के खाने में 2 चपाती के साथ हरी सब्जी, दाल, दही एक भरपूर आहार का स्रोत होता है. हरी सब्जी में मौसमी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं.

शाम के स्नैक्स में भुने चने, मूंगफली, मखाने या ड्राई फ्रूट्स के साथ ग्रीन टी लें. ग्रीन टी मंु कैलोरी नहीं होती, इसलिए इसे दूध की चाय की जगह लेना बेहतर होता है.

-रात के खाने में आप 2 चपाती या एक कटोरी चावल, एक कटोरी दाल और सब्जी, सलाद खा सकते हैं.  अगर आप मांसाहारी हैं तो चिकन या मछली भी खा सकते हैं. रैड मीट का सेवन सप्ताह के केवल एक दिन करें. अगर आप का मन मीठा खाने का होता है तो किशमिश खाएं.

-ज्यादा तली चीजें लेने से परहेज करें और साल्ट यानी जिन फूड प्रोडक्ट्स में सोडियम की मात्रा अधिक है उसे कम से कम लें. कोशिश करें कि कम से कम दिन में 4 से 5 वक्त का आहार लें. एक सेब भी एक वक्त के आहार में आता है. पूरे दिन के 3 भरपूर और 3 हलके आहार लें.

  1. एब्स बनाने के लिए

जिम में पसीने बहाने और थकाने वाली कसरत करने भर से एब्स नहीं आते. उस के लिए सही मात्रा में सही आहार भी लेना जरूरी है.  लक्ष्मीनगर में लाइफलाइन युनिसैक्स जिम के ट्रेनर टीटू त्यागी बताते हैं, ‘‘जिम में एब्स के लिए वर्कआउट करने से 20-25 प्रतिशत फायदा ही होता है. एब्स बनाने के लिए मसल्स को ऊर्जा देने और शरीर में जमा फैट को बर्न करने के लिए उचित और भरपूर आहार लेना जरूरी है.

50-60 प्रतिशत काम केवल हैल्दी डाइट ही कर सकती है, जिस में कार्ब्स और फाइबर वाले आहार के साथ उबले और भुने हुए आहार भी शामिल होने चाहिए. उस के साथ ही 20 प्रतिशत काम शरीर को मिले आराम से हो जाता है जिस के लिए कम से कम 6-7 घंटे की अच्छी नींद लेना जरूरी है.’’

सिक्स पैक एब्स के लिए मुख्यतौर पर पुशअप, सिटअप, क्रंचेस, प्लैंक्स, स्क्वैट्स आदि किया जा सकता है. कुछ आसान एक्सरसाइजेस हैं जिन्हें आप कर सकते हैं.

  1. पुशअप

पुशअप से शरीर का ऊपरी भाग मजबूत होता है. इस से मुख्यतया छाती मजबूत और चौड़ी होती है. कंधे, बांह, कमर और पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं.

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पुशअप कैसे करें

-जमीन पर घुटनों के बल लेट जाएं.

-अपनी हथेलियों और उंगलियों को जमीन पर रख कर शरीर को ऊपर की तरफ उठाएं.

-शरीर ऊपर उठाते समय हाथों को बिलकुल सीधा रखें.

-ध्यान रखें कि आप के हिप्स नीचे की तरफ न आएं.

-इस मुद्रा में एक मिनट तक बने रहें, फिर शरीर को नीचे की तरफ लाएं.

-इस प्रक्रिया को 10 से 12 बार दोहराएं.

शाम के वक्त करेंगी ये वर्कआउट तो हमेशा रहेंगी फिट

कामकाजी लोगों के लिए सुबह-सुबह वर्कआउट करना या जिम जाना थोड़ा परेशानी का कारण होता है. क्‍या आपने कभी सोचा है कि शाम के समय वर्कआउट करने के भी कुछ फायदे हो सकते हैं? इसलिए हम लाए हैं आपके लिए कुछ कसरतें जिन्हें आप शाम के समय भी आसानी से कर सकते हैं और इनको करने से उतना ही लाभ मिलेगा जितना सुबह की कसरत से मिलता है. असल में शाम के समय बौडी पहले से ही वार्मअप होती है और औफिस जाने की टेंशन भी नहीं रहती. इसलिए शाम को कसरत करने से अच्छी नींद आती है और स्ट्रेस दूर होता है.और सबसे बड़ी बात कि यह आपका अपना समय है आप इसमें आसानी से वर्कआउट कर सकते हैं. आइए जानते हैं शाम को की जा सकने वाली एक्सरसाइज के बारे में–

1. बौल एक्सरसाइज

नाम जरूर फनी है लेकिन फायदे बहुत हैं. इस एक्सरसाइज से बेली फैट कम  होता है. इसे करने के लिए जमीन पर पीठ के बल  सीधा लेट कर एक्सरसाइज वाली बौल को हाथों में लेकर अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं. इसके बाद अपने हाथों से बौल को अपने पैरों में पकड़ाएं . फिर पैरों को नीचे ले जाकर दुबारा बौल को लेकर ऊपर आएं. और बाल को दुबारा हाथों में पकाड़ाएं. इस प्रक्रिया को लगातार 10 से 12 बार करना फायदेमंद है.

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2. क्लासिक एक्सरसाइज है अच्छा औप्शन

अगर पेट की मसल्स में कसाव और उसको टोन करना चाहते हैं तो  स्टेबिलिटी बौल एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए. बौल को कमर के नीचे रखें. हाथ और कोहनी से टिके रहने के लिए सपोर्ट बनाए रखें. अब पैर की अंगुलियों को थोड़ा खींचे और कमर से नीचे वाले भाग को जमीन की तरफ ले जाएं. बौडी को को इस आकार में लाएं कि बौडी सिर से लेकर एड़ी तक लाइन में आ जाए. इस स्थिति में तीस से साठ सेकंड तक बनी रहें. अब इस एक्सरसाइज को दायीं और बाई तरफ भी दोहराएं.

3. फ्लैट बैली क्रंच एक्सरसाइज

क्रंच एक बेहतरीन एक्सरसाइज है फ्लैट बैली के लिए इस क्रम को अपनाकर आसानी से पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है, लेकिन इसके साथ आपको कार्डियो एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए. साथ ही ज्यादातर जिम में कैप्टन्स चेयर होती है. इसका इस्तेमाल करें. रोज 12-16 रिपीटेशन के 1-2 सेट करें. बहुत जल्द असर नजर आने लगेगा.

4. कसरत छोड़ने के नुकसान

मांसपेशियों की शक्ति कम होने लगती है लचीलापन भी घटने लगता है साथ ही बौडी की फिटनेस पर भी प्रभाव पड़ता है और पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है.

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5. जरूरी बात का रखें ध्यान

भोजन के तुरंत बाद किसी भी प्रकार की कसरत ना करें. अगर आप की तबीयत सही नहीं है ,आप को बुखार है या जोड़ों में दर्द है या गठिया की कोई प्रौब्लम है, तब भी आपको कसरत नहीं करनी चाहिए. कसरत करते समय पंखा हल्का या बंद होना चाहिए.

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