मेरी एड़िया काली पड़ने लग गई हैं, मैं क्या करुं?

सवाल-

गरमी के मौसम में चप्पलें पहने की वजह से मेरी एडि़यां काली पड़ने लग गई हैं. अगर मैं अच्छी तरह से साबुन लगा कर साफ करती हूं तो भी कुछ कालापन रह जाता है. साथ में हलकाहलका दर्द थोड़ेथोड़े समय पर महसूस होता है जैसेकि पस पड़ गई हो. कुछ दरारें भी पड़ जाती हैं.

जवाब-

एडि़यों को साफ करने के लिए खास तरह के सौफ्ट स्क्रबर का इस्तेमाल होता है. आप इस से हलकेहलके अपनी एडि़यों को साफ करें. इस से एडि़यां सौफ्ट भी रहेंगी और दरारें भी नहीं पड़ेंगी. इस के अलावा किसी सैलून में पैडीक्योर करवा लें. घर में भी खुद पैडीक्योर कर सकती हैं. इस के लिए 1/2 कप कुनकुने पानी में 1 चम्मच शैंपू, 1 बड़ा चम्मच नमक व थोड़ा सा कोई ऐंटीसैप्टिक लोशन डाल लें. 10 मिनट तक पैरों को इस पानी में भिगोए रखें. फिर प्यूमिक स्टोन से हलकेहलके रगड़ कर साफ पानी से धो लें. पैरों को सुखा कर किसी क्रीम से थोड़ी देर मसाज करें. अगर रात को पैडीक्योर करती हैं तो कोई कौटन की सौक्स कुछ देर तक पहन कर रख सकती हैं जिस से पैर सौफ्ट बने रहेंगे और साफ भी रहेंगे. कभीकभार पैरों पर ब्लीच करना भी अच्छा रहता है. इससे पैरों का रंग एकदम गोरा हो जाता है.

-समस्याओं के समाधान

ऐल्प्स ब्यूटी क्लीनिक की फाउंडर डाइरैक्टर डा. भारती तनेजा द्वारा

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बदलते मौसम में हम अपने चेहरे और हाथों की स्किन का तो खूब खयाल रखते हैं, लेकिन अकसर यह भूल जाते हैं कि हमारी पर्सनैलिटी में जितनी इंपौर्टैंस चेहरे और हाथों की खूबसूरती की है उतने ही अहम हमारे पैर भी हैं, जिन पर मौसम की मार सब से पहले पड़ती है, लेकिन हम उन्हीं को अपनी टेक केयर लिस्ट में सब से आखिर में रखते हैं. नतीजा यह होता है कि हमारी एडि़यां फट जाती हैं, पैर बेजान नजर आने लगते हैं.

आप अपने पैरों का खयाल कैसे रख सकती हैं और ऐसी कौन सी चीजें हैं, जो आप के पैरों में फिर से जान डाल देंगी, यही बताने के लिए हम यह लेख आप के लिए ले कर आए हैं.

एडि़या फटने के कारण

एडि़या फटने की सब से आम वजह है मौसम का बदलना, साथ ही मौसम के अनुरूप पैरों को सही तरीके से मौइस्चराइज न करना और जब मौसम शुष्क हो जाता है तो यह परेशानी और बढ़ जाती है.

देखा जाए तो अधिकतर महिलाएं फटी एडि़यों से परेशान होती हैं, क्योंकि काम करते समय अकसर उन के पैर धूलमिट्टी का ज्यादा सामना करते हैं इस के साथ ही इन कारणों की वजह से भी एडि़यां फटती हैं:

– लंबे समय तक खड़े रहना

– नंगे पैर चलना

– खुली एडि़यों वाले सैंडल पहनना

– गरम पानी में देर तक नहाना

– कैमिकल बेस्ड साबुन का  इस्तेमाल करना – सही नाप के जूते न पहनना.

बदलते मौसम के कारण वातावरण में नमी कम होना फटी एडि़यों की आम वजह है. साथ ही बढ़ती उम्र में भी एडि़यों का फटना आम बात है. ऐसे में कई बार एडि़यां दरारों के साथ रूखी हो जाती हैं. कई मामलों में उन दरारों से खून भी रिसना शुरू हो जाता है, जो काफी दर्दनाक होता है.

बाईं ऐड़ी और तलवे में दर्द से परेशान हूं, बताए मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 1 महीने से बाईं ऐड़ी और तलवे में चुभन भरे दर्द से परेशान हूं. यह दर्द चलते वक्त होता है. पैर में कभी कोई चोट नहीं लगी, लेकिन जैसे ही चलने के लिए पांव नीचे रखती हूं, दर्द शुरू हो जाता है. बताए मैं क्या करूं?

जवाब

आप के लक्षण प्लांटर फेशियाइटिस के हैं. यह विकार पांव के तले में ऐड़ी से पैर की उंगलियों तक फैली मोटी ऊतकीय तह में सूजन आने से उपजता है. ऐसे जूतेचप्पल जिन के तले में ठीक से कुशनिंग नहीं होती, उन्हें पहनने, देर तक खड़े रह कर काम करने, शरीर का वजन अधिक होने और धावक होने पर प्लांटर फेशियाइटिस होने का रिस्क बढ़ जाता है.

पांव की नैचुरल आर्च को मजबूत बनाने वाले व्यायाम करने, दिन में 3-4 बार 15-20 मिनट के लिए ठंडा सेंक करने, ठीक कुशनिंग वाले जूतेचप्पल पहनने और वजन घटाने से इस तकलीफ से राहत पाई जा सकती है. यदि रोग इस से काबू में न आए, तो किसी और्थोपैडिक सर्जन से मिलना वाजिब है. कुछ मामलों में ऐड़ी में स्टेराइड का टीका लगाने से भी आराम मिलता है. पर यह टीका किसी अनुभवी सर्जन से ही लगवाना चाहिए वरना कौंप्लिकेशंस का डर रहता है.

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हाई हील सताए तो अपनाएं ये उपाय

फैशन और ग्लैमर वर्ल्ड की ओर आकर्षित महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे बिना ही किसी भी प्रकार की हाई हील पहनने लगती हैं. एक सर्वेक्षण के मुताबिक हाई हील पहनने वाली 90% महिलाएं घुटनों, कमर, कूल्हों, कंधों और जोड़ों के दर्द से परेशान रहती हैं.

और्थोपैडिक सर्जन हमेशा हाई हील पहनने से होने वाली इन परेशानियों से महिलाओं को अवगत कराते हैं. पर महिलाएं इस पर ध्यान न दे कर हाई हील पहनती हैं. फलस्वरूप वे जोड़ों में दर्द, नसों में खिंचाव, कमर के आसपास चरबी बढ़ना आदि समस्याओं से ग्रस्त हो जाती हैं. कई बार तो कम उम्र में ही नी कैप बदलने तक की नौबत आ जाती है.

इस बारे में मुंबई के और्थोफिट के मोबिलिटी कंसलटैंट और पीडियाट्रीशियन, जो 15 सालों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं, कहते हैं कि 10 में से 1 महिला सप्ताह में कम से कम 3 बार हाई हील पहनती है. इस से एडि़यां ऊंची हो जाती हैं, जिस से शरीर का झुकाव आगे की ओर हो जाता है. फलस्वरूप शरीर की मुद्रा बिगड़ जाती है. पंजों एवं एडि़यों में दर्द के अलावा पीठ दर्द, नसों में खिंचाव, घुटनों में दर्द जैसी समस्याएं भी हो जाती हैं.

हाई हील सोचसमझ कर खरीदें

अब महिलाएं हील न पहनें ऐसा तो मुमकिन ही नहीं, लेकिन वे परेशानियों से बचने के लिए इन बातों पर ध्यान दें:

– हाई हील कम से कम पहनें.

– 1 से डेढ़ इंच की हाई हील पहनने में कोई हरज नहीं पर 4-5 इंच की पहने पर परेशानी होती है. अत: 4-5 इंच की हाई हील कभीकभार ही पहनें.

– कम समय के लिए शौपिंग पर जाती हैं, तो हील पहन सकती हैं. शौपिंग मौल में जाते समय हील पहनने से बचें.

– घूमनेफिरने जाते समय हाई हील कभी न पहनें.

– पैंसिल हील से आप के पैरों पर शरीर का वजन बढ़ता है, जिस से कमर और हिप्स में दर्द होता है. अत: इन्हें कम पहनें.

– औफिस में पूरा दिन हाई हील न पहनें. बीचबीच में उन्हें उतार दें.

– हमेशा हील शाम को ही खरीदें, क्योंकि पूरा दिन काम करने के बाद शाम तक पैरों का आकार थोड़ा बढ़ जाता है.

– हील खरीदते समय ध्यान दें कि वे कंफर्टेबल हैं या नहीं. फैंसी फुटवियर पर न जाएं. कोई भी ब्रैंड यह दावा नहीं कर सकता कि उस की हाई हील पहनने पर पैरों में दर्द न होगा.

– कभी औनलाइन हील की खरीदारी न करें.

– पैरों के दर्द को कभी सहन न करें. उसे व्यायाम या चिकित्सा से दूर करें. 

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