अभी मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता– हिमांश कोहली

फिल्म यारियां से चर्चित होने वाले अभिनेता हिमांश कोहली दिल्ली के है. बचपन से ही उन्हें कुछ अलग और चुनौतिपूर्ण काम करने की इच्छा थी, जिसमें साथ दिया उनके माता-पिता ने. वे अभिनेता राजेश खन्ना के फैन बचपन से है और उनकी फिल्में देखना पसंद करते है. हिमांश को हर नया और अलग किरदार निभाना पसंद है और वे वैसी ही कहानियां ढूंढते है. हंसमुख और विनम्र हिमांश, अभी अपने घर पर है और पिता का व्यवसाय संभाल रहे है, क्योंकि उनकी फिल्म बूंदी रैता की शूटिंग शुरू नहीं हुई है. इस दौरान उन्हें कोरोना संक्रमण भी हुआ और वे उससे बाहर निकले और आज फिट है. उन्होंने कोरोना संक्रमण के अनुभव और अपनी जर्नी के बारें में बात की. पेश है कुछ अंश. 

सवाल-  इन दिनों आप क्या कर रहे है? 

इन दिनों घर पर दिल्ली में हूं और मैं अपनी पिता का व्यवसाय सम्हाल रहा हूं, क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री अभी रुकी हुई है. करीब 10 साल बाद मैं अपने परिवार के साथ समय बिता रहा हूं. फिल्म मेरी ड्रीम है और सेट को बहुत मिस करता हूं. यहाँ पर भी मैं खुश हूं और पूरे दिन काम पर लगा रहता हूं. 

सवाल-  कोरोना संक्रमण की वजह से इंडस्ट्री ख़राब दौर से गुजर रही है, अभी क्या करने की जरुरत है, ताकि इंडस्ट्री पटरी पर आ जाय?

कोरोना की वजह से पूरा विश्व परेशान है, केवल स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि वित्तीय और आर्थिक रूप से सभी समस्या ग्रस्त है, क्योंकि किसी ने इस बीमारी के बारें में कभी सोचा नहीं था. मेरी एक फिल्म भी पूरी तरह से शूटिंग के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में तैयार थी, पर वह नहीं बन पायी. इसके अलावा मेरी दूसरी फिल्म आधी बनकर पड़ी है, उसे पूरा नहीं कर पा रहे है. अभी सबको अपनी जान प्यारी है और ये सही भी है. इसलिए काम पर काफी प्रभाव पड़ा है,पर अभी सिनेमा हॉल खुल गए है, एक आशा की किरण दिख रही है. इसके अलावा बनी हुई फिल्मों को ओ टी टी प्लेटफॉर्म मिल गया जिससे उन्हें बहुत अधिक पैसा तो नहीं मिला,पर नुकसान भी नहीं हुआ. अभी वेब सीरीज की मांग बढ़ चुकी है. मुझे भी इसके ऑफ़र मिलते है, लेकिन मैं कोविड 19 से निकल चुका हूं, मेरा परिवार भी इसे भुगत चुका है. अभी डर लगा रहता है कि एक बार तो इससे मैं निकल गया अगर फिर से हो गया, तो मुश्किल होगी. इस बीमारी के बारें में जानकारी भी किसी को नहीं है, ऐसे में मैं अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की कोशिश कर रहा हूं और किसी भी वेब सीरीज के साथ नहीं जुड़ रहा हूं. अभी मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता, क्योंकि कोरोना का सोल्यूशन अभी तक नहीं निकला है. 

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सवाल-  कोरोना पॉजिटिव के बाद आपने खुद को कैसे संभाला?

इस वायरस का डर लोगों में बहुत है, लेकिन मेरे अंदर ये विश्वास था कि मैं और मेरा परिवार इससे निकल जाएगा. सब लोग ऐसे खुशकिस्मत नहीं. बहुतों के साथ बहुत ख़राब भी हुआ है, जिन्हें मैं जनता हूं. मुझे डर इस बात का लगता था कि अगर हमारे परिवार से किसी को भी कुछ हो जाएगा, तो पूरा परिवार बिखर जाएगा. संक्रमण के समय मेरा 15 दिन अकेले घर में बिताना बहुत मुश्किल था. मैंने उनदिनों न्यूज़ चैनल देखना बंद कर दिया था. सोशल मीडिया पर भी एक्टिव नहीं था. बहुत नकारात्मक खबरें आजकल टीवी पर दिखाए जाते है. केवल घर के 3 लोगों के साथ मेरा कनेक्शन था. स्टीम लेना, मैडिटेशन, योगा, सही खाना लेना, आदि सब किया. इससे सभी ठीक हो गए. सरकार की तरफ से डॉक्टर्स ने काफी ख्याल रखा. ये बीमारी एक सोशल स्टिग्मा है, पर हम सब, लोगों से खुद ही अलग हो गए. उम्मीद करता हूं कि इस वायरस का कुछ अच्छा समाधान हो ,ताकि सब लोग फिर से बिना डरे अपना-अपना कर सकें. अच्छा ये हुआ है कि कोरोना की वजह से लोग अपनी सुरक्षा और हायजिन पर ध्यान देने लगे है.

सवाल- अभिनय में आने की प्रेरणा कहाँ से मिली?

जब मैं मुंबई अकेला आया था, यहाँ कोई रिश्तेदार नहीं था. बचपन में मैं एस्ट्रोनॉट बनना चाहता था, जब होश सम्हाला तो पता चला कि उसमें बहुत पढाई करनी पड़ती है और मैं पढाई से दूर भागता था. इसके बाद स्कूल थिएटर करना अच्छा लगा. इसके लिए मुझे क्लास मिस करना  भी पसंद था. धीरे-धीरे अभिनय से लगाव हो गया. 

सवाल-  परिवार का सहयोग कितना रहा?

परिवार ने पढाई ख़त्म कर फिर काम करने की सलाह दी, मैंने वैसा ही किया. उनका सहयोग हमेशा रहा है. पढाई को पूरा करना बहुत जरुरी है, ताकि आपमें एक आत्मविश्वास हो, जो आगे बढ़ने के लिए जरुरी है. 

सवाल-  किस कलाकार से आप बहुत प्रभावित है? 

मेरे माता-पिता हमेशा देवानंद, राजेश खन्ना और जीतेन्द्र की फिल्में बहुत देखते थे. मुझे भी उनसे प्रेरणा मिली और मैं उनके काम को पसंद करता हूं.

सवाल-  दिल्ली से मुंबई कैसे आना हुआ?

मैं पढाई के साथ-साथ ऑडिशन देने मुंबई आता था, पर कभी कोई काम नहीं मिला. फिर मैने रेडियो ज़ोकी का काम किया और वहां कई कलाकारों से मिलने का मौका मिला, जिससे मुझे मुंबई में काम  मिला और सपना पूरा होता गया. धारावाहिक ‘हमसे है लाइफ’ के हिट होने के बाद ‘यारियां’ फिल्म मिली. उसके बाद तीन फिल्में नहीं चली. अभी मेरा संघर्ष है, अच्छी फिल्मों का मिलना. 

सवाल-  किसी फिल्म की सफलता के लिए क्या जरुरी होता है?

अच्छी कंटेंट, कहानी को सही तरह से कहा जाना, सही समय पर रिलीज करना. आज के दर्शक कुछ भी स्वीकार नहीं करते, वे शिक्षित और चूजी है. 

सवाल-  तनाव से कैसे निकलते है?

फिल्म सफल होने पर सभी आपसे मिलते है और फिल्म के सफल न होने पर लोग आपसे दूरियां बना लेते है. असफलता का वह कठिन दौर था. घर पर बैठता था. स्ट्रेस्ड रहता था. मुझे मौका मिलना मुश्किल हो रहा था, क्योंकि मैं आउटसाइडर हूं. इसके लिए मैंने अपने आपको शांत रखा. परिवार और दोस्तों से बातचीत की. इससे मुझे उससे निकलने में आसानी हुई. 

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सवाल- आपका गायिका नेहा कक्कड़ के साथ रिलेशन था, टूटने की वजह क्या रही?

4 साल से रिलेशनशिप में थे, लेकिन साल 2018 में टूट गयी. रिश्ता जुड़ नहीं पाया, जो हमारी आपसी रजामंदी से हुई, अभी हम दोनों पूरी तरह से अलग है. 

सवाल- क्या सन्देश देना चाहते है?

जीवन में आये उतार-चढ़ाव से कभी मायूस न हो और आसपास के लोगों को देखकर खुश रहे, क्योंकि हर इंसान की जिंदगी में कुछ न कुछ समस्या होती है. उससे निकलकर आगे बढ़ना ही हमारा काम होना चाहिए. 

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