सर्दी के दिनों में हम सभी सुस्ती और आलस महसूस करते हैं. साल के इस समय बिस्तर से बाहर निकलना भी बड़ा काम लगता है. हालांकि, ऐसा तब होता है, जब आप इस मौसम में अपनी बढ़ती भूख पर ध्यान नहीं देते. इसलिए आपको इस मौसम में खासतौर से अपनी खाने की आदतों पर ध्यान देना चाहिए. विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों के कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो न केवल हमें ऊर्जावान महसूस कराते हैं, बल्कि दैनिक कार्यों को इच्छा और लगन के साथ पूरा करने में हमारी मदद करते हैं. ये खाद्य पदार्थ कुछ अलग नहीं हैं, बल्कि सर्दियों में हर घर में आने वाली गजक, लड्डू और चिक्की हैं. वैसे स्वस्थ रहने के लिए हमेशा मीठी चीजों से परहेज करने की हिदायत दी जाती है, लेकिन हममें से कई लोग सर्दियों में इन स्वादिष्ट मीठे व्यंजनों का स्वाद लेकर ही बड़े हुए हैं. दरअसल, इन खाद्य पदार्थों को कुछ ऐसे अवयवों को इस्तेमाल करके बनाया जाता है, जो सुपर हेल्दी होते हैं. बता दें कि सर्दी का मौसम भूख को बढ़ाता है और आपके शरीर की जरूरत को पूरा न करने के कारण आपको थकान होती है. इसलिए अपने आहार में इन मीठे खाद्य पदार्थों को लेना फायदेमंद होगा .
ठंड के दिनों में खाने चाहिए पंजीरी के लड्डू
ठंड के दिनों में पंजीरी के लड्डू खाने की सलाह दी जाती है. पंजीरी को प्रतिरक्षा बढ़ाने और सर्दियों में समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जानाजाता है. दरअसल, पंजीरी गेहूं के आटे के साथ घी, सूखे मेवे और गोंद से बनाई जाती है. ये सभी चीजें ठंड के मौसम में हमें कई बीमारियों से बचाती हैं. पंजीरी शरीर में गर्मी पैदा करती है. पंजीरी में मौजूद तत्व गले की मांसपेशियों को शांत करने, जोड़ों को चिकनाई देने और शरीर के दर्द को कम करने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं यह स्वादिष्ट मिठाई इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ सर्दी और खांसी सहित मौसमी संक्रमणों को भी दूर करने में करगार है. बता दें कि पंजाब और राजस्थान में पंजीरी के लड्डू काफी मशहूर हैं. यहां की लगभग हर मिठाई की दुकान में यह हेल्दी लडड्डू बड़ी आसानी से मिल जाते हैं.
सर्दियों में गजक खाने से पाचन में होता है सुधार-
सर्दियों के मौसम में बाजार में हर जगह गजक बिकती हुई दिख जाएगी. गजक तिल से बनाई जाती है. तिल में कैल्शियम, मैगनीज , फॉस्फोरस, आयान, जिंक , सेलेनियम और डायट्री फाइबर जैसे मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. पोषक तत्वों से भरपूर तिल न केवल आपके पाचन में सुधार करती है, बल्कि हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने का बेहतरीन घरेलू उपाय भी है. इसे खाने से स्ट्रेस और डिप्रेशन से उबरने में मदद मिलती है. वहीं गजक को बनाने के लिए गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है. यह न केवल आपको ऊर्जा देता है बल्कि एंटीऑक्सीडेंट और तमाम मिनरल्स से भरपूर है. शायद आप नहीं जानते, लेकिन गुड़ एक डिटॉक्स के रूप में भी काम करता है और पाचन में भी आपकी बहुत हेल्प करता है. अगर आप भी ठंड के दिनों में गजक का स्वाद लेना चाहते हैं, तो मेरठ, मुरैना, रोहतक, आगरा, दिल्ली, बीकानेर और भोपाल से गुड़ और शक्कर की गजक मंगा सकते हैं. इन शहरों की गजक का स्वाद आपको देशभर में और कहीं नहीं मिलेगा.
इम्यूनिटी बूस्टर है चिक्की-
ठंड के दिनों में गुड़ और मूंगफली की चिक्की खाना सबको पसंद होता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर गुड़ की चिककी का सेवन सीमित मात्रा में किया जाए, तो यह हमारे सिस्टम के लिए इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में काम करती है. कैल्शियम और आयरन से भरपूर होने के कारण यह न केवल हमारे हीमोग्लोबिन लेवल को बढ़ाती है, बल्कि दांतों और हड्डियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है. बस, इतना ही नहीं यह एक नेचुरल स्वीटरनर भी है, जो बदलते मूड को हल्का करने के लिए आपको जरूर खानी चाहिए. बता दें कि देशभर में बिहार , तेलांगना, आंध्रप्रदेश और उत्तरप्रदेश की चिक्की की डिमांड सबसे ज्यादा है. इस तरह के व्यंजन बंग्लादेश में भी काफी लोकप्रिय है. यहां इसे पेडी मोलेक के नाम से जाना जाता है.
तो अब आप सर्दियों में गजक, लड्डू और गुड़ व मूंगफली की चिक्की खाने के फायदे जान गए होंगे. पर ध्यान रखें, इन्हें सीमित मात्रा में ही खाएं. इनका जरूरत से ज्यादा सेवन आपकी सेहत बिगाड़ सकता है.