कोविड 19 की स्थिरता को देखते हुए और पिछले दो सालों बाद ‘ऍफ़डीसीआई लेक्मे फैशन वीक विंटर कलेक्शन 2022’बड़े जोर शोर से मुंबई के बांद्रा ईस्ट के जीओवर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर, में 5 दिनों तक चली, इसमें देश के कई बड़े-बड़े डिजाईनरों के साथ नए डिजाईनरों ने भी ने भाग लेकर अपनी उत्कृष्ट कारीगरी और पोशाकों से पूरे विश्व में परिचय करवाया है, साथ ही हिंदी सिनेमा जगत के काई अभिनेता और अभिनेत्रियों ने इन्ही पोशाको को पहनकर रैम्प पर चलकर इसकी शोभा बढाई है. इस बार चटकदार रंगों का अधिक प्रयोग हुआ है, जिसमे खासकर लाल, पीला, हरा, जमुनी आदि रंग के पोशाक डेली वियर से लेकर ब्राइडल लुक का सम्मिलित रूप देखने को मिला.
रंगों का उत्सव
इस बार लेक्मे का ओपनिंग शो काफी कलरफुल रहा, जिसे डिज़ाइनर अनामिका खन्ना ने प्रस्तुत किया. आलोकित फव्वारों के साथ ग्लिटर करते हुए उनके पोशाक ‘फाउंटेन ऑफ़ जॉय’ थीम को पूरी तरह से प्रूव कर रहे थे. अनामिका का ‘एके-ओके’ में उन्होंने स्ट्रीट पोशाक को काफी सुन्दरता से दिखाया है, जिसमे ड्रेप्ड ड्रेस, पजामा सेट, जैकेट्स आदि की खूबसूरती के साथ थ्री डी फ्लोरल प्रिंट ने सबका मन मोह लिया.
नए लोग नए फैशन
हर बार की तरह इस फैशन वीक में नई-नई डिजाईनरों को अपनी क्रिएटिविटी को प्रस्तुत करने का मौका ‘जेन नेक्स्ट’ के द्वारा दी गई है, जिसमे इस बार असीम कपूर और पूजा का ‘आम्बी’ कलेक्शन में जारदोजी, एप्लिक वर्क, मशरूम टुइल आदि के पोशाक बहुत ही सुंदर रहे. इसके अलावा यंग डिज़ाइनर सौम्या गोयल की ‘न्यू लाइट’ के जरिये फैशन दुनिया को प्रकाशित किया जाना भी काफी सराहनीय रहा. वेगन फेब्रिक पर कारीगरी करते हुए उन्होंने साड़ी के कई कलेक्शन को रैंप पर उतारें. डिज़ाइनर अतीव कुमार की ब्रांड ‘रि’के तहत टेक्सटाइल में शोध के द्वारा एक अनोखा रूप देना भी देखने लायक था.
जलवा सस्टेनेबल फैशन का
सस्टेनेबल फैशन पर आज सबकी नजरहै, क्योंकि फैशन इंडस्ट्री से निकले मलवे से सबसे अधिक पर्यावरण प्रदूषित होता है. इसलिएइसमें हाथ से बुने फेब्रिक, प्राकृतिक रंग और उससे बने पोशाक, जिसे किसी भी अवसर पर कई बार पहना जा सकें, ऐसी कपड़ों को रैंप पर उतारा गया.डिज़ाइनर स्वाति कपूर ने ग्रीक स्टाइल में अपने परिधान रैंप पर उतारे,इसमें उन्होंने प्राकृतिक उपादानो का प्रयोग अपने कपड़ों में किया है, जिसमे चंदेरी और हलके खादी कपड़ों पर ब्लाक प्रिंट,महीन कढ़ाई का काम कर एक नया रूप दिया है. इसके अलावा रिद्धि जैन, रेबी जिंदाल,आबिर एन, रीना सिंह आदि सभी डिजाईनरों ने हेयर स्टाइल में मेस्सी बन पर फ्लूइड ओर्गेंजा, क्रेप सिल्क, थ्री डी की कढ़ाई से कपड़ों को खूबसूरती से रैम्प पर उतारा. इन कपड़ों के रंग ब्लश पिंक, पाउडर ब्लू, ब्राउन, रस्ट और बेज रंग थे, जिसे किसी भी समय किसी भी उम्र के व्यक्ति पहन सकता है.
चटकार रंगों का समावेश
डिज़ाइनर अनुश्री रेड्डी ने ब्राइड और फेस्टिवल को ध्यान में रखते हुए खूबसूरत परिधान पर अधिक फोकस किया, जिसमे सिल्क फेब्रिक पर चूड़ीदार, कुरता, बंद गला जैकेट,रेड, ग्रीन, ब्लैक, ग्रे लिनेन फेब्रिक, फर युक्त गाउन, फ्रॉक, स्टाइलिश शूज, ज्वेलरी, फ्लोरल प्रिंट एंड गाउन, नेट के कपडे,लॉन्ग फ्रॉक,स्टाइलिश रिबन वाली शूज आदि रहे. डिज़ाइनर गौरांग ने ‘सिन्दूर’ यानि लालरंग के कलेक्शन को एक रक्तिम आभा को लिए हुए मॉडल्स को रैंप पर उतारा. इसमें उन्होंने देश की विलुप्त होती कारीगरी को जिन्दा रखने की कोशिश की है,इसकी कल्पना उन्होंने वर्ष 2019 के मध्य में की थी. इसे बनने में करीब दो साल लगे है. कांजीवरम, पैठनी, बनारसी ब्रोकेड, कोटा, उप्पादा, खादी, मसलिन, शिभरी, कलमकारी, बाधनी, पतचित्र, चिकन, गारा और कच्छ की डिजाईन आदि को अपने कपड़ों में डाला है. गौरांग कहते है कि इतने सारे पोशाक को एक साथ उतारना बहुत कठिन था. इसमें सुंदर बीड्स के साथ हैण्ड पेंटिंग, ब्लाक प्रिंटिंग, कढ़ाई और अलग-अलग तरीके की क्राफ्ट जो लाल रंग में बनाई गई है. 40 घाघरे को मैंने इस बार रैंप पर उतारा है, मेरी शो स्टॉपर अदिति राव हैदरी ने पटोला साड़ी को काफी अच्छी तरीके से कैरी की है. रेड कलर की कल्पना सिंदूर से आती है. जिसे पहनने पर एक स्त्री विश्व की सबसे खूबसूरत दिखती है. मैंने इस कलेक्शन के द्वारा पूरे विश्व को साड़ी की सुन्दरता को दिखाने की कोशिश की है. इसके अलावा शांतनु और निखिल ने भी उत्सव और ब्राइडल कलेक्शन को लांच किया जिसमें डोरी काम पर सुंदर लेस, नेट कढ़ाई के द्वारा, चटकदार रंगों का मिश्रण को उतारा. डिज़ाइनर पंकज निधि की कलर पैलेट था सनसाइन ओरेंज, जिसमे पीला, इजराइल पिंक, बैगनी और डस्की ग्रीन. इन दोनों डिजाईनरों ने ब्लेजर, फ्लूइड पेंटशूट, मॉडर्न जैकेट, पेंसिल स्कर्ट आदि.
कुछ खास त्योहारों में
सुदूर आसाम की डिज़ाइनर संयुक्त दत्ता ने दिवाली के अवसर पर अपने कलेक्शन ‘पलाश’ को लांच किया, उन्होंने भी इस बार अधिकतर गहरे रंगों का प्रयोग किया है, जिसमे लाल रंग के साथ, ऑरेंज, बैगनी, काले आदि रंगों के मिश्रण से बने मेखला चादोर, लहंगा चोली,लॉन्ग स्कर्ट, साड़ी आदि की खूबसूरती को उन्होंने देश की संकृति और कारीगरी को अद्भुत तरीके से रैंप पर उतारा.
भ्रमणकालीन पोशाक
डिज़ाइनर रीना ढाका ने ‘बैक टू फ्यूचर’ पर आधारित 70 और 80 के दशक के पोशाक को नए रूप में डिजाईन किये, जिसमे मिरर वर्क, क्रोशिये वर्क, नेट का प्रयोग किया गया,जिसे पहनकर कही घूमने जाया जा सकता है, इसमें कूल मैक्सी, मिडी ट्यूनिक विथ पलाजो और शोर्ट ड्रेसेस आदि रहे. बीच के पोशाक भी उन्होंने रैंप पर उतारे, जिसमे बिकिनी, श्रग के साथ केप्री पैंट, शोर्ट स्कर्ट आदि.
आगाज़ फ्यूचर फैशन का
डिज़ाइनर पवन सचदेवा अपने खास तरह की डिजाईन के लिए जाने जाते है, उन्होंने पुरुषों के लिए ‘पीपल ऑफ़ टूमारों’कलेक्शन के तहत ट्रेंडी से लेकर फेस्टिवल लुक को खास अंदाज में पेश किया, उनके अनुसार ये पोशाक पुरुषों के फ्यूचर फैशन है, जिसे सभी यूथ पसंद करने पर मजबूर होंगे. डिज़ाइनर नचिकेता ने भी ट्रेंडी से उत्सवी परिधान पर विशेष ध्यान दिया है. उन्होंने सिल्क, लक्ज़री, वेलवेट, लहंगा चोली, साड़ी गाउन, जम्प सूट आदि के साथ तरह-तरह के वस्त्रों की शोभा देखते ही बनती थी. लेक्मे का समापन समरोह डिज़ाइनर राजेश प्रताप सिंह ने अपने कलेक्शन से किया, जिसमे शो स्टॉपर अभिनेत्री मृणाल ठाकुर ने कॉलर वाले सफ़ेद फुल शर्ट के साथ साड़ी पैंट पहनकर रैंप पर आई. राजेश की ये ब्लैक एंड वाइट कलेक्शन मोनोक्रोमेटिक पैलेट से पेस्टल डिजाईन पर आधारित रही.