लेटनाइट पार्टियों में युवाओं को एकदूसरे से खुल कर मिलने का मौका मिलता है. ऐसे में कई बार युवाओं के बहकने का खतरा भी होता है. यह उन पर भारी भी पड़ सकता है. इसलिए जरूरत इस बात की है कि लेटनाइट पार्टी में युवा सम झदारी के साथ मौजमस्ती करें. पार्टी में मौजमस्ती बुरी नहीं होती पर मौजमस्ती किसी समस्या का कारण न बन जाए, इस बात का खयाल रखना जरूरी है.
सुमन और उस के दोस्तों ने लेटनाइट पार्टी का आयोजन किया था. सुमन का भी पार्टी में जाने का मन था. उस की सब से बड़ी परेशानी यह थी कि उस के घर वाले रात की पार्टी में जाने की इजाजत नहीं दे रहे थे. सुमन के दोस्तों ने सलाह दी कि उसे घर में बिना बताए किसी सहेली के घर जाने की बात कहनी चाहिए.
सुमन की दोस्त प्रियंका ने उस से कहा, ‘‘तुम ऐसा कुछ मत करो और पूरी बात अपनी भाभी को बताओ, वह तुम को पार्टी में आने के लिए मदद कर सकती हैं.’’ सुमन ने यही किया उस को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. इस के विपरीत दीपा घर पर बिना बताए चोरी से पार्टी में गई थी.
घरवालों को दें पूरी जानकारी
दीपा का अंदाजा था कि पार्टी 11 बजे के करीब खत्म हो जाएगी जिस से वह जल्दी से घर वापस आ जाएगी. दीपा घर से रात 12 बजे तक आने की बात कह कर गई थी. पार्टी देर से खत्म हुई. वहां से आने के लिए जल्दी कोई साधन भी नहीं मिला. इसलिए दीपा को घर आने में देरी हुई. तब तक उस के घर वाले बहुत परेशान हो चुके थे. उन लोगों ने दीपा की सहेली के घर फोन किया तो पता चला कि उस के घर तो वह आई ही नहीं.
रात में पार्टी से लौट कर जब दीपा घर आई तो घर के लोग बहुत परेशान हो चुके थे. उस को खूब बुराभला कहा गया. दीपा की पार्टी का पूरा मजा किरकिरा हो गया. उस ने आगे से पार्टी में जाने से मना कर दिया और दीपा के घर वालों ने भी उस को किसी के घर रात में भेजने से तोबा कर ली.
लेटनाइट पार्टी का क्रेज हर किसी को होता है. टीनएजर्स इस के खास ही दीवाने होते हैं. पहले इस तरह की पार्टियां खास अवसरों पर ही आयोजित होती थीं. अब इन पार्टियों का आयोजन किसी न किसी बहाने होता ही रहता है. टीनएजर्स को भी ये पार्टियां इसलिए अच्छी लगती हैं क्योंकि इन के जरिए वे जिंदगी के मजे अपने लोगों के साथ लेना चाहते हैं. शहरों में पढ़ाई और नौकरियों के बढ़ते अवसरों ने इस तरह के मौके और भी ज्यादा देने शुरू कर दिए हैं. इन पार्टियों में खूब हल्लागुल्ला और शोरशराबा होता है. क्रिसमस और नए साल के साथ इन पार्टियों का दौर खूब तेज हो जाता है.
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बडे़छोटे सभी शहरों में इस तरह की पार्टी का मजा लेने के लिए डिस्को भी खुल गए हैं जहां पर टिकट ले कर लेटनाइट पार्टी का मजा लिया जा सकता है. ज्यादातर लोग सैटरडे नाइट को इस तरह की पार्टी का मजा लेने के लिए तैयारी करते हैं. इस की खास वजह यह होती है कि अगले दिन संडे की छुट्टी होती है. इसलिए सुबह देर तक सोने का मजा भी मिल जाता है.
लेटनाइट पार्टियों के दीवाने कुछ लोग तो छुट्टी का दिन भी नहीं देखते. उन को तो लेटनाइट पार्टी में धमाल मचाने का मौका मिलना चाहिए.
डांस विद डियर
लेटनाइट पार्टी का एक ही सूत्रवाक्य होता है, मौजमस्ती और धमाल. डांस विद डियर की मस्ती खूब लुभाती है. पार्टी में तेज म्यूजिक, रोशनी से चकाचौंध करने वाला डांसफ्लोर और 4-5 लड़केलड़कियों का कपल होता है. डांस करतेकरते थक जाएं तो बैठने के लिए कुरसी और हलकाफुलका खानेपीने के लिए कुछ होता है. इस में ही टीनएजर्स अपने दोस्तों के साथ पार्टी का मजा लेते हैं.
टीनएजर्स के लिए लेटनाइट पार्टी का मतलब फुल एंजौय करना होता है. इस के लिए ऐसे दोस्तों को तलाश किया जाता है जो आपस में मस्ती करते हुए एंजौय कर सकें.
लेटनाइट पार्टी के लिए जगह का चुनाव भी बहुत संभल कर किया जाता है. जगह ऐसी होती है जहां पर क्वालिटी टाइम बिताया जा सके. इस के लिए रिसोर्ट, फार्महाउस या फिर किसी दोस्त का घर भी प्रयोग कर लिया जाता है. सर्दी में होने वाली लेटनाइट पार्टी में बोनफायर का इंतजाम भी किया जा सकता है. यहां पर मस्ती और भी बढ़ जाती है जब देशी म्यूजिक के लिए ढोल वालों को भी बुला लिया जाता है. अगर पैसा ज्यादा है तो डीजे का इंतजाम भी किया जा सकता है.
अगर इन में से किसी का इंतजाम न किया जा सके तो डिस्को का विकल्प भी मिलने लगा है. इस के अलावा मौल्स में भी डांसफ्लोर का इंतजाम किया जाने लगा है. क्रूज पार्टी की तर्ज पर नदियों में स्टीमर पर भी पार्टी का आयोजन किया जा रहा है.
कभीकभी इस तरह की पार्टियों में यह शर्त होती है कि हर सदस्य कुछ न कुछ अपने घर से खाने की चीज को बना कर लाए और उस को एक जगह बैठ कर खाए.
लेटनाइट पार्टी में मस्ती को और बढ़ाने के लिए कुछ गेम्स भी शामिल किए जाते हैं. इन गेम्स को युवाओं की रुचि को देखते हुए बनाया जाता है. कभीकभी खूब मस्ती के साथ चल रहे डांस के बीच ही अनाउंस किया जाता है कि जो लोग ब्लैक ड्रैस पहने हैं वही डांसफ्लोर पर रह जाएं, बाकी लोग नीचे उतर आएं. इस के बाद डांस फ्लोर पर ब्लैक ड्रैस पहने हुए लोग ही रह जाते हैं.
इन में से कई एकदूसरे के करीबी दोस्त भी नहीं होते हैं. इसी तरह और भी कई चीजों को शामिल किया जाता है. ऐसे खेल टीनएजर्स को बहुत अच्छे लगते हैं. इस तरह की पार्टी में सैलिब्रिटीज गायक या फिर डांसर को बुलाने का क्रेज भी बढ़ गया है. उन के आने से पार्टी का मजा दोगुना हो जाता है.
अच्छा हो इंतजाम
लेटनाइट पार्टी के नाम से ही पता चल जाता है कि यह देररात तक चलती है. देररात तक चलने वाली पार्टी के लिए इंतजाम ऐसे हों जिस से किसी को परेशानी का सामना न करना पडे़. इस के लिए पार्टी वाली जगह ऐसी हो जहां से रात में भी आनेजाने के साधन मौजूद हों. अगर ऐसा नहीं है तो किराए की टैक्सी का इंतजाम कर लें, जिस से घर लौटने में परेशानी न हो. खासतौर पर लड़कियों को सब से पहले उन के घर सुरक्षित छोड़ें.
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किसी लड़की को भी अकेले घर न जाने दें. अगर कहीं कोई हादसा हो गया तो बदनामी और दुख साथसाथ हो सकता है.
पार्टी की शुरुआत कौफी, सूप और वेफर्स के साथ कर सकते हैं. कभी भी इन पार्टियों में शराब और दूसरी नशीली चीजों को शामिल न करें. अगर किसी दोस्त के पास असलहा, जैसे रिवौल्वर आदि है तो उस को बाहर ही सुरक्षित रखवा दें. यह पहले ही तय कर लें कि इस तरह का सामान ले कर कोई भी पार्टी में न आए.
पार्टी को और भी ज्यादा मस्तीभरा बनाने के लिए कोई थीम रख सकते हैं. इस में कुछ मजेदार खेलों को भी शामिल कर सकते हैं.
अगर पार्टी में कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन से आप पहली बार मिल रहे हैं तो सावधानी जरूरी हो जाती है. लड़कियों के प्रति लोगों के सोचने का तरीका अभी भी अलग ही होता है. लड़की यदि लेट नाइट पार्टी एंजौय कर रही हो तो उसे खुली सोच वाली मान कर उसे अवेलेबल मान लिया जाता है. इसलिए अपने को अनजान लोगों के साथ खानेपीने में भी सावधानी बरतें. उन के साथ रात में अकेले जाने से भी परहेज करें. कैब बुक करवा रही हैं तो अपनी लोकेशन घरवालों या फ्रैंड को सैंड कर दें.
आजकल बाजार में तमाम तरह की ऐसी दवाएं आती हैं जिन को किसी भी पीने वाली चीज में डाला जा सकता है. पीते समय आप को पता भी नहीं चलता कि आप क्या पी रहे हो और आप अपने होश खो देते हो. इसलिए रंग में भंग न पड़ जाए, इस के लिए सावधान रहने की जरूरत होती है.
घरपरिवार के लोग लेटनाइट पार्टी में जाने की इजाजत नहीं देंगे, इस डर से टीनएजर्स घर वालों से कोई दूसरा बहाना बना कर चले जाते हैं. ऐसी गलती कभी न करें. घर के किसी न किसी सदस्य को पूरी बात बता कर जाएं.
पार्टी में शामिल होने वाले अपने करीबी दोस्त का मोबाइल नंबर भी घर में बता कर जाएं. पार्टी के दौरान अगर समय ज्यादा लग रहा है तो घर में फोन कर के बता दें जिस से घर के लोग परेशान न हों.
पार्टी के दौरान पहने जाने वाले कपड़ों का चयन भी ठीक तरह से करें. ये बहुत फैशनेबल या बदन दिखाऊ न हों. बहुत बहिनजी टाइप कपडे़ भी न? पहनें. पार्टी में जाने से पहले ड्रैस की सिलाई को चैक जरूर कर लें. कभीकभी मौजमस्ती के दौरान डांस करने में सिलाई के खुल जाने का खतरा ज्यादा रहता है जिस से अनचाहे हालात का सामना करना पड़ जाता है. लेटनाइट पार्टी के लिए फुटवियर और एक्सेसरीज का चुनाव भी सही से करें ये पहनने में कंफर्टेबल और फैशनेबल होनी चाहिए.
पार्टी के दौरान अगर किसी से कोई गलती हो जाए तो उस को तूल देने की कोशिश न करें. पार्टी आयोजक के साथ बात कर के झगडे़ को सुल झा लें. पार्टी का मूड किरकिरा करने से कोई लाभ नहीं होता. लेटनाइट पार्टी में इस बात की पूरी कोशिश करनी चाहिए कि किसी तरह की ऐसी बहस न की जाए जो लड़ाई झगड़े का कारण बने. बहस और बातचीत को हलका ही रखना चाहिए. इस से पार्टी का माहौल अच्छा रहता है.
देह संबधों में दिखाएं समझदारी
लेट नाइट पार्टी में कई बार ऐसे अवसर भी आ जाते हैं जब लड़केलड़की के बीच शारीरिक संबंध बन जाते हैं. ऐसे संबंधों के प्रति सजग रहना जरूरी होता है. सब से पहला प्रयास तो यह हो कि ऐसे संबंध बनें ही नहीं. ऐसे संबंध नशे की हालत में बनते हैं. कई बार किसी दोस्त के मन में बुरा खयाल पहले से होता है. वह ऐसे मौकों का लाभ उठा कर संबंध बना लेता है.
कई लड़कियों को तो नशे में पता भी नहीं चलता कि उन के साथ क्या हुआ है? लड़की के लिए ऐसे संबंध तब दर्द बन जाते हैं जब उन को गर्भ ठहर जाता है. आज के समय में सैक्स एजुकेशन में कमी है. लड़केलड़की दोनों को इस के साइड इफैक्ट्स पता नहीं होते हैं. ऐसे में उसे यह लगता है कि एक बार संबंध बनने से गर्भ धारण नहीं होता. यह सच नहीं है.
अगर लड़की और लड़का आपस में बिना किसी गर्भनिरोधक का प्रयोग किए बिना सैक्स करते हैं तो गर्भधारण हो सकता है. ऐसे में बिना गर्भनिरोधक के सैक्स करना हमेशा खतरनाक होता है. अगर ऐसे संबंध बन भी गए हैं तो उसे छिपाएं नहीं डाक्टर से मिल लें.
सैक्स होने के 72 घंटे के अंदर इमरजैंसी पिल्स को लड़की ले ले तो गर्भधारण का खतरा खत्म हो जाता है. कई बार पार्टी के बाद ऐसे हालात को लड़की छिपा लेती है. उसे डर होता है कि अगर घरवालों को पता चलेगा तो हालात खराब होंगे. सोचने वाली बात है कि अगर गर्भ ठहर गया तो हालत ज्यादा खराब होंगे. ऐसे में गर्भ ठहरने से पहले अगर बात संभाली जा सकती है जो ज्यादा बेहतर होता है.
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ऐसे में लेट नाइट पार्टी में ऐसे हालात होने से बचें. अगर कुछ ऐसा होता है तो घरवालों से छिपाएं नहीं, डाक्टर से मिलें, सच बताएं और बाद में हालात खराब होने से बचें. क्योकि गर्भधारण होने के बाद केवल गर्भपात ही आखिरी रास्ता होता है. जो बहुत दिक्कत वाला काम होता है. आज भी समाज न तो कुंआरी मां को स्वीकार करता है और न ही शादी के पहले होने वाले शारीरिक संबंधों को ले कर सहज होता है. ऐसे में लेट नाइट पार्टी एंजौय की जगह दर्द बन जाए? इस से बचें.