आमतौर पर यह देखा गया है कि हाई हील पहनने वाली कई किशोरियों में असहनीय कमर दर्द के कई मामले सामने आते हैं.
ऊंची एडि़यों वाले सैंडलों से हर तीसरी युवती प्रभावित है और इन में से कई युवतियां तो स्थायी रूप से और्थपैडिक समस्याओं का भी शिकार हो जाती हैं. लेकिन दुखद यह कि उन्हें इस का एहसास काफी नुकसान झेलने के बाद होता है. लिहाजा, यह गलत धारणा है कि हाई हील सैंडल आप में आत्मविश्वास जगाते हैं और आप को अधिक आकर्षक बनाते हैं.
जब आप हाई हील पहनती हैं तो आप की कमर और नितंबों पर जबरदस्त दबाव पड़ता है, जो आप की रीढ़ के लिए काफी नुकसानदेह होता है.
ऐसे में कुछ महत्त्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी जरूरी है:
– जितनी ऊंची एडि़यों के सैंडल पहनेंगी उतना ही आप की कमर पर दबाव ज्यादा पड़ेगा. यह प्रमाणित हो चुका है कि 3 इंच ऊंची एडि़यों से 76%, 2 इंच से 57% और 1 इंच से 22% दबाव आप की एडि़यों की हडिड्यों पर पड़ता है.
– हाई हील के कारण नितंबों, कंधों, कमर और रीढ की अवस्था बिगड़ जाती है.
– यदि आप का वजन अधिक है, तो हाई हील आप का संतुलन भी बिगाड़ सकती है और आप के चोटिल होने की संभावना बढ़ा देती है.
– पैरों के अंगूठों से पहले के हिस्सों में हाई हील के कारण दर्द बढ़ जाता है.
– फीते और पंप स्टाइल ऊंची एड़ी के सैंडल पहनने से एडि़यों के पिछले हिस्से की हड्डी बढ़ सकती है.
– आगे की ओर से बेतरतीब या असहज लगने वाले हाई हील सैंडल पैरों में जकड़न पैदा करते हैं.
– यदि आप लंबे समय तक हाई हील सैंडल पहनती हैं तो इन से शिराओं और पिंडलियों की मांसपेशियों को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचता है.
हाई हील और कमर दर्द के बीच ताल्लुक
लगातार ऊंची एड़ी के सैंडल आप की रीढ़ की बनावट को टेढ़ा कर देते हैं, क्योंकि आप की कमर का निचला हिस्सा दबाव कम करने के लिए हमेशा मुड़ा रहने की चेष्टा करता है. इस से आप के जोड़ों पर तनाव की स्थिति बन जाती है और शरीर के अंगों की बेढंगी अवस्था के कारण दर्द बढ़ सकता है. यदि आप पहले से कमर दर्द से परेशान हैं तो आप के और्थोपैडिक चिकित्सक आप को कभी हाई हील पहनने की सलाह नहीं देंगे.
हालांकि महिलाएं अपनी पसंदीदा फुटवियर का मोह बमुश्किल ही छोड़ पाती हैं, यहां तक कि तकलीफ सहते रहने के बाद भी. लिहाजा, आप हाई हील पहनने के दौरान दर्द और नुकसान को इन उपायों से कम कर सकती हैं:
– ड्राइविंग के दौरान फ्लैट चप्पलें पहनें.
– किसी मीटिंग में बैठने के दौरान आप अपने सैंडल ढीले कर सकती हैं और अपने पैरों को फर्श पर रख सकती हैं.
– 20-30 मिनट के अंतराल पर बे्रक लें और अपने सैंडल निकाल दें.
– जब लगे कि आप के सैंडल खराब हो रहे हैं तो अत्यधिक लगाव होने के बावजूद उन्हें तत्काल बदल लें.
– सब से जरूरी बात यह कि सैंडलों का चयन स्टाइल या उन की मोटाई से न करें, बल्कि उन्हें पहन कर आराम महसूस करने के आधार पर करें. सैंडलों से मिलने वाले आराम से कभी समझौता न करें.
– हाई हील पहन कर कभी दौड़ लगाने की कोशिश न करें.
अपने शरीर की आवाज सुनें
हमेशा अपने शरीर की आवाज सुनें कि वह क्या चाहता है और कभी बहुत ज्यादा आश्वस्त न रहें कि इस से आप को कोई नुकसान नहीं होगा. जिस दिन से हाई हील पहनने से आप का दर्द बढ़ने लगे, आप को अन्य प्रकार के जूते पहनने पर विचार करना चाहिए.