Monsoon Special: इन 4 टिप्स से पाएं बरसात की सीलन से छुटकारा

बारिश का मतलब है नमी, बदबू करते कपड़े, अलमारियों में फंगल इंफेक्शन और भी बहुत कुछ. मॉनसून के दस्तक देने के बाद बारिश का लुत्फ उठाने का आनंद ही कुछ और है, लेकिन बारिश का पानी जब घरों में घुस जाता है तो परेशानी का सबब बन जाता है. यही नहीं लीकेज कभी-कभी जबरदस्त नुकसान का कारण बन जाती है.

बरसात के मौसम में घरों में सीलन बढ़ जाती है और कॉकरोचों के पनपने के लिए ये सबसे अनुकूल समय होता है. इनके सबसे अधि‍क पनपने की जगहें किचन और स्टोर रूम होती है.

मॉनसून में घर की, खासकर लकड़ी के फर्नीचर और दरवाजे-खिड़कियों की देखभाल बहुत जरूरी होती है, वरना मॉनसून के बाद उनका आकार और रंग, दोनों खराब हो सकता है. अगर आप अपना घर बारिश के लिए तैयार नहीं रखती हैं तो यह मौसम भारी मुसीबत का कारण बन सकता है.

बरसात के दिनों में अक्सर घर में अजीब-सी बदबू आने लगती है, जिससे घर के वातावरण के साथ ही मूड भी खराब हो जाता है. अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं और सफाई करने के बाद भी घर में ताजगी का एहसास नहीं होता. कुछ घरेलू उत्पादों की मदद से आपका काम बन सकता है.

1. साफ-सफाई

घर की रोज सफाई होनी चाहिये. इससे घर में न तो नमी रहती है और न ही गंदी महक आती है.

2. नालियों की सफाई

घर के अंदर और बाहर की नालियों की अच्छी तरह से सफाई कर लीजिये ताकि वहां कहीं गंदगी जाम न हो और सीवेज सिस्टम भी सही होना चाहिये.

3. दरवाजों को करें फिक्स

बरसात के दिनों में जहां घर में सीलन की परेशानी होती है तो वहीं लकड़ी के दरवाजे पानी पड़ने से फूल जाते हैं. ऐसे में दरवाजों को निकलवा कर उन्हें दुबारा फिक्स करना चाहिये और उसे पेंट या फिर उस पर प्लास्टिक की पट्टी लगानी चाहिये जिससे अगर उस पर पानी पड़े तो वह फूले नहीं.

4. दीवारों पर लाइट पेंट करवाएं

बरसात में अकसर कीड़े-मकोडों आ जाते हैं. क्योंकि डार्क कलर्स कीडे-मकोडों को ज्यादा भाते हैं, इसलिए आप दीवारों पर व्हाइट या लाइट कलर ही पेंट कराएं.

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