सोने से पहले भूलकर भी न खाएं ये 5 चीजें

काम का दबाव, परिवार का तनाव, आर्थिक उलझन और ऐसी ही कुछ दूसरी परेशानियों के चलते अक्सर लोगों को नींद नहीं आने या चैन की नींद नहीं आने की शिकायत हो जाती है. जिसके चलते कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी हो जाती हैं.

पर इन कारणों के अलावा एक कारण और भी है जिससे नींद प्रभावित होती है. शायद आपको पता नहीं हो लेकिन हमारी नींद, काफी हद तक हमारे डिनर पर भी निर्भर करती है.

खाने-पीने की कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनसे नींद अच्छी आती है तो वहीं कुछ ऐसी भी हैं जिनके सेवन से आपकी नींद खराब हो सकती है. सामान्य तौर पर एक शख्स को करीब 7 से 8 घंटे की नींद लेने की सलाह दी जाती है.

ऐसे में ये सुनिश्च‍ित करना बहुत जरूरी हो जाता है कि हम रात में कुछ भी ऐसा न खाएं जिससे नींद खराब हो या कोई दूसरी समस्या हो जाए.

सोने से पहले नहीं करें इन चीजों का सेवन:

1. कैफीन

कैफीन का सीधा असर हमारे मस्त‍िष्क पर पड़ता है. कैफीन की मात्रा वाली किसी भी चीज के सेवन से नींद पर असर पड़ता है. कैफीन का असर उसे लेने के पांच घंटे बाद तक बना रहता है.

2. बहुत अधिक मसालेदार खाना

रात के समय बहुत स्पाइसी खाना खाना सही नहीं है. बहुत अधिक मसालेदार खाना खाने से जलन और गैस की समस्या हो जाती है. जिससे अच्छी नींद नहीं आती.

3. मीट

मीट में उच्च मात्रा में फैट और प्रोटीन होते हैं. जिन्हें पचने में काफी समय लगता है. ऐसे में रात के समय मीट खाने से आप रातभर बेचैन हो सकते हैं.

4. जंक फूड

जंक फूड में उच्च मात्रा में सैचुरेटेड फैट होता है. जिसे पचने में काफी लंबा समय लगता है. रात के समय जंक फूड खाकर, चैन की नींद सो पाना थोड़ा मुश्क‍िल है.

5. फल

अगर आप सोने के ठीक पहले फल खाने जा रहे हैं तो रुक जाइए. फलों में नेचुरल शुगर होती है जिसे पचने में वक्त लगता है.

महामारी के दौरान अच्छी नींद के साथ न करें समझौता

अच्छी नींद स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण घटक है. नींद पूरी न होने से शरीर में शारीरिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं जिससे शारीरिक और मानसिक रोगों को बढ़ावा मिल सकता है. नींद की समस्या या अनिद्रा अक्सर कम शारीरिक और/या मनोवैज्ञानिक कारणों की वजह से पैदा होती है. अक्सर तनाव/चिंता/अवसाद या मूड डिसॉर्डर की समस्या कमजोर गुणवत्ता की नींद की वजह से देखने को मिलती है.

इस बारे में बता रहीं हैं गुरुग्राम के पारस अस्पताल की मनोचिकित्सक और सलाहकार डॉक्टर ज्योति कपूर.

कोविड महामारी से विभिन्न स्तरों पर लोग प्रभावित हुए हैं और हम अपने इर्द-गिर्द ज्यादातर लोगों में तनाव में इजाफा देख रहे हैं. लॉकडाउन और वर्क फ्रॉम होम परिवेश से एक मुख्य समस्या अनुशासित रुटीन का अभाव कार्य घंटे लंबी रातों में खिंचना है. वित्तीय दबाव और रोजगार खोने के डर की वजह से कर्मचारी कार्य घंटे सीमित बनाए रखने में सक्षम नहीं हैं और दुर्भाग्यवश, कई कॉरपोरेट कर्मचारी नियोक्ता की तरफ से प्रबंधन को लेकर असंवेदनशीलता की शिकायत कर रहे हैं. इन सभी समस्याओं ने कामकाजी लोगों के सोने के रुटीन को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया है, क्योंकि उनमें तनाव का स्तर बढ़ रहा है.
स्कूल जाने वाले बच्चों में भी, जल्दी उठने की आदत प्रभावित हुई है जिससे सुबह के समय ज्यादा देर तक सोने और देर रात तक इंटरनेट और गेम खेलने की प्रवृत्ति बढ़ी है.

ऑनलाइन पढ़ा रहे शिक्षक भी छात्र की जरूरतें पूरी नहीं होने तक और स्कूल प्रशासन की जरूरतों को देखते हुए अपनी मोबाइल पहुंच समाप्त करने में सक्षम नहीं हैं.

मनोचिकित्सा ओपीडी में कोविड-19, लॉकडाउन से संबंधित सामाजिक अकेलेपन और अनुशासन के अभाव से जुड़ी समस्याओं के कारण नींद से प्रभावित होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है.

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नींद से जुड़ी अनियमितताओं के प्रबंधन के लिए लोगों से जुड़े जैविक, मनो-सामाजिक और पर्यावरण संबंधी कारकों का आकलन करने की जरूरत है. अच्छी नींद सुनिश्चित करने के लिए परिवेश और व्यवहार में बदलाव पहला उपचार है. यह निम्नलिखित नींद स्वच्छता प्रणालियों से जुड़ा हुआ हैः

1. बिस्तर पर सोने का नियमित समय बनाएं और उस पर अमल करें
2. सोने से 3 घंटे पहले तक व्यायाम से परहेज करें
3. रात का भोजन सोने से 2 घंटे पहले कर लें
4. सोने से 3 घंटे पहले चाय, कॉफी, तंबाकू के सेवन से परहेज करें
5. सोने के समय के रुटीन पर पालन करें
6. बेडरूम में आरामदायक वातावरण सुनिश्चित करें
7. दिन के समय में सोने से बचें
8. दिन के दौरान नियमित तौर पर व्यायाम करें
9. सोते समय भावनात्मक रूप से प्रभावित करने वाली गतिविधियों से बचने की कोशिश करें
10. नींद से संबंधित समस्याएं दूर करने के लिए कई अन्य गैर-चिकित्सकीय उपाय भी हैं जो मरीज की परिस्थितियों और जरूरतों के आधार पर अलग अलग हो सकते हैं.

सभी उम्र और पेशों के लोगों को लॉकडाउन संबंधित तनाव दूर करने और लंबे समय स्वास्थ्य संबंधित जटिलताओं से बचने के लिए नींद का रुटीन बनाने की जरूरत है.

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ये एक चीज आपको देगी सुकून भरी नींद

देशभर में ठंड अपनी चरम पर है. कई हिस्सों में तापमान काफी कम होने के कारण लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ठंड में कई लोगों को नींद के बार बार खुलने की समस्या होती है. उन्हें सोने में काफी परेशानी होती है. ऐसे में जरूरी होता है कि वो अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करें. इस खबर में हम आपको एक ऐसी  खास चीज के बारे में बताएंगे जिससे आप सुकून की नींद ले सकेंगी.

अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है. अगर आप अच्छी नींद नहीं ले रही तो कई तरह की बीमारियों के होने की संभावना अधिक हो जाती है. इसमें दिल की बीमारी, मोटापा और डाइबिटीज जैसी परेशानियां प्रमुख हैं. ऐसे में नींद पूरी करने के लिए बादाम का प्रयोग काफी असरदार होता है. ठंड के मौसम में बादाम का सेवन कर आप सुकून की नींद ले सकती हैं. हाल ही में हुए एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है.

आपको बता दें कि बादाम में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है, जो शरीर में मैग्निशियम की 19 फीसदी जरूरत को पूरा करता है. जो लोग इंसौम्नियां की बीमारी से ग्रसित हैं उनके लिए ये बेहद फायदेमंद है.

एक स्टडी से ये बात सामने आई है कि बादाम के सेवन से नींद में दखल देने वाला स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर कम होता है. इसके अलावा आप अच्छी नींद के लिए सोने से पहले गुनगुने पानी से नहा सकती हैं. इससे शरीर को गर्माहट मिलेगी और आपको अच्छी नींद आएगी.

ऐसे आएगी मीठी नींद

दिन भर का थका इंसान जब रात में बिस्तर पर लेटता है, तो उस की ख्वाहिश होती है सुकून भरी मीठी नींद की. गहरी और आरामदायक नींद दिन भर की थकान दूर कर शरीर में नई ताजगी भर देती है.

एक तंदुरुस्त इंसान के लिए 5-6 घंटे की नींद काफी है, जबकि छोटे बच्चों के लिए  10-12 घंटे की नींद जरूरी होती है. बुजुर्गों के लिए 4-5 घंटे की नींद भी काफी है.

रात में अच्छी नींद न आने से कई तरह की शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आंखों के नीचे काले घेरे, खर्राटे, चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में कमी, निर्णय लेने में दिक्कत, पेट की गड़बड़ी, उदासी, थकान जैसी परेशानियां सिर उठा सकती हैं.

नींद न आने के कारण

  • नींद न आने के बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे चिंता, तनाव, निराशा, रोजगार से जुड़ी परेशानियां, मानसिक और भावनात्मक असुरक्षा वगैरह.
  • इस के अलावा तय समय पर न सोना, चाय या कौफी का ज्यादा सेवन, कोई तकलीफ या बीमारी, देर से खाना या भूखा सो जाना, देर रात तक टीवी, इंटरनैट और मोबाइल फोन से चिपके रहना, दिन भर कोई काम न करना आदि कारण भी अनिद्रा की वजह बन सकते हैं.

कैसे आएगी मीठी नींद

  • जिन्हें दिन में बारबार चाय या कौफी पीने की आदत होती है वे रात में जल्दी नहीं सो पाते. चाय या कौफी में मौजूद कैफीन नींद में बाधा पैदा करती है, इसलिए खास कर सोने से तुरंत पहले इन का सेवन कतई नहीं करना चाहिए.
  • अगर आप दिमागी रूप से किसी बात को ले कर परेशान हैं और कोई फैसला नहीं कर पा रहे हैं, तो आप की नींद डिस्टर्ब हो सकती है. ऐसे में आप को उस बारे में सोचना छोड़ना होगा. अच्छी नींद के लिए दिमाग का शांत होना बहुत जरूरी है.
  • यदि आप सोने का प्रयास कर रहे हैं पर नींद नहीं आ रही है, तो उठ कर थोड़ी देर टीवी देखें, कोई मनपसंद किताब पढ़ें या फिर हलका संगीत सुनें, इस से आप को अच्छी नींद आएंगी.
  • सोने से पहले थोड़ी देर के लिए अपने दिमाग को किसी खास चीज पर फोकस करें. इस से मन की चंचलता कम होगी और आप को अच्छी नींद आएगी.
  • दिन में न सोएं तो रात में गहरी नींद आती है.
  • रात में सोने से पहले थोड़ी देर टहलना चाहिए. इस से हाजमा सही रहता है और नींद भी सुकूनभरी आती है. डिनर में भारी खाना नहीं लेना चाहिए.
  • खाना खाने के तुरंत बाद सोने न जाएं. सोने से 3 घंटे पहले भोजन कर लें.
  • सोने से पहले नहा लेने से भी गहरी नींद आती है.
  • सोने और जागने का समय तय रखें. रोज एक ही समय पर सोने से नींद गहरी आती है.
  • सोते समय हमेशा ढीलेढाले कपड़े पहनने चाहिए.
  • कमरे का तापमान ज्यादा अधिक ठंडा और न ज्यादा गरम रखें. वरना बारबार नींद टूटती रहती है.
  • रात को सोने से पहले कुनकुने दूध में हलदी मिला कर पीने से अच्छी नींद आती है.
  • सोते समय कमरे में हलकी रोशनी होनी चाहिए.
  • दिनभर औफिस में बैठ कर काम करना पड़ता है, जिस से कमर दर्द, पीठ दर्द होता है. इसलिए रोज व्यायाम जरूर करें. व्यायाम करने से दर्द दूर रहेगा और नींद भी गहरी आएगी.

इन टिप्स को आजमाने के बाद भी नींद न आने की समस्या जस की तस बनी रहे तो डाक्टर से मिलें और अनिद्रा की समस्या का इलाज कराएं.

चाहते हैं अच्छी नींद तो कभी ना छूएं इन्हें

पूरी की दिनचर्या में रात की नींद बेहद महत्वपूर्ण है. दिन भर काम करने बाद रात में सुकून की नींद काफी महत्वपूर्ण है. दिनभर की रूटीन के अलावा आप के खान पान का असर आपकी नींद पर होता है. आप दिन में क्या खा रहे हैं, क्या पी रहे हैं इससे आपकी नींद प्रभावित होती है. इस लिए जरूरी है कि आप अपने खानपान को ले कर काफी सजग रहे.

इस खबर में हम आपको कुछ ऐसे ही खान पान के बारे में बताएंगे जो आपकी नींद पर बुरा असर डालते हैं.

अल्कोहल

tips for good sleep

शराब का सेवन हमारे लिए खतरनाक होता है. इससे सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है. दरअसल शराब आपके सिस्टम में जल्दी से मेटाबोलाइज होती है और अस्वस्था का कारण बनती है. खास तौर पर सोने से पहले इसका सेवन करने से नींद में काफी परेशानी होती है.

डार्क चौकलेट

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डार्क चौकलेट में हाई कैलोरी के अलावा भारी मात्रा में कैफीन भी होता है. 1.55 औंस हर्शे मिल्क चौकलेट में लगभग 12 मिलीग्राम कैफीन होता है. ये हमारी नींद के लिए हानिकारक होता है.

कौफी

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कौफी और चाय में कैफीन नाम का तत्व होता है जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को काफी उत्तेजित करता है. नींद के लिए ये हानिकारक होता है. सोने से पहले इसके सेवन से बचें.

ये तो हुए कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ जिनके सेवन से आपकी नींद खराब होती है. इनके सेवन से आपकी नींद पर नकारात्मक असर होता है. अब हम आपको बताएंगे उन खाद्य पदार्थों के बारे में जिनके सेवन से आपकी नींद अच्छी होगी.

दूध

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दूध में एमिनो एसिड ट्रिप्टोफैन होता है, जो मस्तिष्क में रासायनिक सेरोटोनिन का महत्वपूर्ण कारक होता है.

चेरी

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चेरी उन खाद्य पदार्थों में से एक है जिनमें मेलाटोनिन केमिकल होता है. यह केमिकल आपकी बौडी के इंटरनल क्लौक को कंट्रोल करता है, इससे आपकी नींद अच्छी होती है.

जैस्मिन राइस

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इसमें भरपूर मात्रा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसका मतलब है कि शरीर धीरे-धीरे पाचन करता है, धीरे-धीरे खून में ग्लूकोज जारी करता है. इससे हमें अच्छी नींद आती है.

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