औनलाइन फ्रौडों की गिनती बढ़ती जा रही है और अब लोगों का पैसा व व्यक्तिगत बातें सुरक्षित नहीं रह गई हैं. नोएडा में पुलिस ने एक गैंग को पकड़ा है जो बिग बाजार, वीमार्ट, बिग बास्केट आदि के नाम से सोशल मीडिया और एसएमएस के जरीए विज्ञापन भेज कर भारी छूट का लालच दे कर लोगों का पर्सनल बैंक अकाउंट हैक कर खाली कर देता था, कुछ के फोन से सारी बातें कौपी कर लेता था.
कालेज के सिंपल ग्रैजुएट भी इस तरह का काम आराम से करना सीख गए हैं और उन का टैक इंजीनियर होना जरूरी नहीं है. लोगों को लालच दिया जाता है कि आप का लोन सैंक्शन हो गया है, आप को इंश्योरैंस क्लेम मिल रहा है, आप को खासतौर पर 50% की छूट 5 घंटे के लिए दी जा रही है. जो अपने घर से बाहर कदम रखने से कतराते हैं, वे इन भुलावों में आ जाते हैं और धोखा खा जाते हैं. पुलिस में शिकायत करना आमतौर पर बेकार जाता है क्योंकि यदि अपराधी पकड़े भी जाएं तो सजा दिलवाने में महीनों लगेंगे और पैसा तो हरगिज वापस नहीं मिलेगा.
औनलाइन पर भरोसा सरकार ने जबरदस्ती दिलवाया है और इस के लिए देश को नोटबंदी की आग में धकेला था. आज भी सरकार नए नोट कम छाप रही है ताकि लोग जबरदस्ती औनलाइन खरीदारी करें. औनलाइन खरीदारी में चाहे कितनी सुविधा हो, यह नहीं भूलना चाहिए कि कोई भी सुविधा मुफ्त में नहीं मिलती. अब औनलाइन कौमर्स ने भारी छूट देना बंद कर दिया है. जो छूट इन कंपनियों की साइटों पर दिखती भी है वह भुलावा होती है क्योंकि उसी छूट पर फिजिकल बाजार में चीजें मिल रही हैं जहां आप चीज को ध्यान से देख भी सकते हैं, परख भी सकते हैं.
ई कौमर्स वाले अब इतने बड़े हो गए हैं कि उन के ओवर हैड फिजिकल स्टोरों के मालिकों के मुनाफे से ज्यादा हो गए हैं. सामान को उत्पादक से ले कर आप के घर तक पहुंचाना सस्ता काम नहीं है. सिर्फ कुछ छूट दिखा कर के आप सस्ता बढि़या माल पाएं या नहीं, आप अपने को हैकर्स के फंदे में जरूर डाल रहे हैं.
ई कौमर्स कंपनियों ने अब सस्ता मिलताजुलता सामान भी बनवाना शुरू कर दिया है. नामी कंपनियां भी अब अपने ब्रैंड के ई कौमर्स के लिए सस्ते प्रोडक्ट्स बनाती हैं क्योंकि वे जानती हैं कि ग्राहक इस्तेमाल करने के बाद शिकायत तो करने आएगा नहीं.
ई कौमर्स कंपनियों ने प्रोडक्ट्स रिव्यू भी ठेके पर करवाने शुरू कर दिए हैं ताकि जिस प्रोडक्ट को बिकवाना हो उस के अच्छे रिव्यू ज्यादा दिखें. जालसाजों के साथ क्रैडिट कंपनियों,
ई कौमर्स कंपनियों और फेक प्रोडक्ट कंपनियों ने एक जाल बुन डाला है जिस में अच्छेबुरे की पहचान करना मुश्किल हो गया है. एक क्रैडिट कार्ड कंपनी ने हाल ही में कहा कि बधाई हो, आप को 1,500 रुपए का बोनस. आप बारीकी से पढ़ोगे तो पता चलेगा कि 5-7 दिन में 1 लाख, 36 हजार की खरीद करेंगे तो यह पैसा मिलेगा.
नोएडा के शातिर तो थोड़े से पैसे का चूना लगा रहे थे, बड़ा पैसा तो बेकार की या घटिया चीजें खरीदने में लग रहा है. फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप, एसएमएस का इस्तेमाल कर के सैकड़ों लोग आम लोगों को लूट रहे हैं. इन से बचना है तो घर से निकलिए और बाजार तक जाइए और वही खरीदें जो चाहिए. ह्यूमन टच बनाए रखें तभी सहीगलत का पता चलेगा.