मस्ती भरा हो अकेला सफर

आप जब अकेले सफर कर रहे होते हैं तो केवल अपने सामान की चिंता करनी पड़ती है. अपना सामान ही ढोना होता है. किसी और की ज़िम्मेदारी नहीं रहती. आप जो करना चाहें कर सकते हैं. दूसरों की इच्छा पर निर्भर नहीं रहना पड़ता. इसीलिए अकेले सफर में कईं बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, लेकिन इसके फायदे भी कईं होते हैं.

1. अपने हिसाब से चलना संभव

दूसरों के साथ कहीं जाने में मुश्किल तब होती है जब आप को बीच पर घूमना पसंद हो मगर म्यूजियम जाना पड़े या फिर रात में घूमना पसंद हो मगर किसी और की मरजी के कारण सुबहसुबह उठ कर निकलना पड़े। इस तरह की कितनी ही बातें हैं जिस से अकेले घूमने का प्रोग्राम बना कर आप बच सकते हैं.

2. खुद की खोज कर पाते हैं

भले ही आप दूसरों के साथ कितना भी घूम लें मगर आप का व्यक्तित्व निखर कर बाहर नहीं आ पाता. आप को दूसरों की अपेक्षाओं के हिसाब से चलना पड़ता है. अकेले घूमते हुए आप खुद को समझ पाते हैं और अपनी रुचियों और ख्वाहिशों को पंख दे पाते हैं.

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3. माहौल का बेहतर अनुभव

साथ में कोई अपना न हो तो हम खुदबखुद आसपास के माहौल का हिस्सा बनने की कोशिश करते हैं. अनजान लोगों से अपनेआप बातचीत करने लगते हैं. माहौल को किसी और के नजरिए से समझने के बजाय खुद उस का सामने से अनुभव कर पाते हैं.

4. ज्यादा कौन्फिडेंस

सोलो ट्रैवलिंग में आप को मिलने वाले हर सुखदुख के लिए आप खुद जिम्मेदार होते हैं। कोई गलती हुई तो उस का ठीकरा किसी और पर नहीं फोड़ सकते। अकेले घूमते हुए हम ज्यादा जल्दी सीखते हैं। खराब हालात में भी मजबूती से डटे रहने का आत्मविश्वास अकेले घूमने से बहुत जल्दी आता है।

5. अपना चीयरलीडर ढूंढे

जब आप लोगों को अपने ट्रिप के बारे में बताते हैं तो जो सब से ज्यादा एक्ससाइटेड होते हैं उन के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं. उन का साथ आप का आत्मविश्वास बढ़ाएगा.

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