चीन को इस वक्त एक वायरस ने बुरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है और अब ये वायरस दुनिया के कई देशों में फैल रहा है. इस वायरस का नाम है कोरोना वायरस. इस वायरस की वजह से चीन मे हाई अलर्ट है और इस जानलेवा वायरस के तेजी से फैलने के कारण कई शहरों तक को सील कर दिया है. लाखों लोग घरों में कैद हो गए हैं औऱ एयरपोर्ट भी बंद हो गए हैं. क्योंकि इस वायरस का कहर इस कदर लोगों पर टूट रहा कि लोगों की जान चली जा रही है. चीन में इस वायरस की वजह से अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. वुहान समेत चीन के कुछ शहरों झिंझियांग, हुंगांग, एझाओ और कुंगझियान को किले में तब्दील कर दिया गया है क्योंकि इस वायरस का असर सबसे ज्यादा वहीं हुआ है चीन में इसके 800 से ज्यादा मामले हो चुके हैं यहां तक की मरीजों की देखभाल करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों में भी संक्रमण फैल चुका है और इसको रोकने का कोई भी तरीका अभी तक नहीं मिला है. चीन के वुहान से बाहर जाने वाली उड़ानों और ट्रेनों को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही ये गाइडलाइन जारी कर दी गई है
कोई भी बिना इमरजेंसी शहर नहीं छोड़ेगा.
अब सवाल ये है कि कोरोनो वायरस क्या है?
तो विश्व स्वास्थय संगठन ने बताया कि इसका नाम कोरोना वायरस है और जानवरों में होता है जो कि आम बात है और ये जानवरों से इंसानों में भी फैल जाता है अब तक कोरोना कटेगरी के 6 तरह के वायरस थे. अब सातवीं कटेगरी का वायरस सामने आया है.
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चीन की एक डॉक्टर ने बताया कि “कोरोना एक प्रकार का वायरस है और इसे इसकी संरचना के नाम पर रखा गया है जो मुकुट जैसा दिखता है. यह एक आरएनए वायरस है. कोरोनोवायरस की कई अलग-अलग प्रजातियां हैं. हम जानते हैं कि वे कई सामान्य संक्रमणों का कारण बन सकते हैं जो हम देखते हैं, इसलिए छोटी सांस की बीमारियां. हाथ, पैर और मुंह जो हम कभी-कभी बच्चों में देखते हैं जब उनके मुंह और हाथों और पैरों पर चकत्ते हो जाते हैं. वे आम हैं जो हम यहां देखते हैं. लेकिन हम यह भी जानते हैं कि ऐसे अन्य भी हैं जो अधिक गंभीर हो सकते हैं, सार्स जो लगभग 10 से 20 साल पहले एक चिंता थी. ”
“एक बार जब वायरस शरीर में पहुंच जाता है, तो यह कुछ कोशिकाओं पर हमला करने की कोशिश करता है, और यह ऐसा इसलिए करता है क्योंकि इसे रिप्रोडक्शन करने के लिए हमारी कोशिकाओं के अंदर प्रोटीन का उपयोग करने की आवश्यकता होती है और इसलिए यह हमारी कोशिकाओं में जाने की कोशिश करेगा और नई वायरस कोशिकाओं को बनाएगा जिसे हम प्रतिकृति कहते हैं और फिर यह पूरे शरीर में फैल सकता है. तो वायरस का उद्देश्य जीवित रहना और रिप्रोडक्शन करना है. लेकिन हमारा शरीर वायरस को मारने की कोशिश में प्रतिक्रिया देगा क्योंकि यह पहचान लेगा कि यह कुछ ऐसा है जो बुरा है और ये शरीर में नहीं चाहता है. और जब ऐसा होता है, तो यह वायरस और अन्य कोशिकाओं को वायरस और कणों को पहचानने की कोशिश करने और उन्हें मारने की कोशिश करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली में कुछ रसायनों का उत्पादन करेगा और उन्हें आज़माएगा यह वास्तव में, जो हमें बिमार सा महसूस कराएगा. तो यह वह रसायन है जो हम उस वायरस से लड़ने के लिए पैदा करते हैं जो हमें बुखार या मांसपेशियों में दर्द आदि की भावनाएँ देता है।“
चीन में एक वायरल बीमारी जो सैकड़ों लोगों को बीमार कर चुकी है वह वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं है. “कोई गलती मत करो, हालांकि, यह चीन में एक आपात स्थिति है. लेकिन यह अभी तक एक वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं बन पाया है. यह अभी भी एक हो सकता है ये सभी बातें डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक “टेड्रोस एडहोमम घेबायियस” ने कहीं. .
सिरदर्द, नाक बहना, खांसी, गले में खराश, बुखार, अस्वस्थता का अहसास, छींक आना, अस्थमा,थकान महसूस करना, निमोनिया, फेफड़ों में सूजन. इस वायरल के लक्षण क्या हैं औऱ अब इस वायरस का संकट भारत पर भी मंडराने लगा है साथ ही चीन में 25 भारतीय फंसे हैं जो केरल के बताए जा रहे हैं. चीन के वुहान शहर में आर्मी तैनात कर दी गई है. ताकि कोई भी व्यक्ति शहर से बाहर ना जा सके. ऐसे में इन भारतीयों का वहां फंसा होना भारत के लिए एक चेतावनी है. साथ ही दूसरों देशों में भी अलर्ट जारी कर दिया है. लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. क्योंकि दूसरे देशों से भी इसके की मामले सामने आ रहे हैं.