क्या चेहरे पर कोई भी क्रीम लगाने से व्हाइट हैड्स हो जाते हैं?

सवाल-

मैं 25 साल की हूं. मैं जब भी चेहरे पर कोई क्रीम लगाती हूं तो चेहरे पर व्हाइटहैड्स हो जाते हैं. कृपया उन्हें दूर करने का उपाय बताएं?

जवाब-

व्हाइटहैड्स स्किन के पोरों, तेल के रिसाव के साथसाथ गंदगी के जम जाने की वजह से उत्पन्न होते हैं. व्हाइटहैड्स स्किन की भीतरी परत में बनते हैं, जिसे प्रकाश आदि नहीं मिल पाता है और उस का रंग सफेद रहता है. हमारी स्किन में प्राकृतिक रूप से तेल मौजूद होता है, जो हमारी स्किन में नमी और मौइस्चर बनाए रखता है. अगर स्किन पर अधिक तेल मौजूद रहेगा तो उस से हमारी स्किन को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. कुछ क्रीमें ऐसी होती हैं, जो स्किन को और अधिक चिपचिपा बना देती हैं, जिस कारण स्किन पर मुंहासे होने लगते हैं. अगर आप की स्किन औयली है तो आप औयल फ्री क्रीम ही लगाएं. व्हाइटहैड्स दूर करने के लिए मेथी के पत्तों में पानी मिला कर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को चेहरे पर घिसें. खासतौर पर वहां जहां व्हाइटहैड्स हों. इस प्रक्रिया से व्हाइटहैड्स हट जाते हैं. पेस्ट सूखने के बाद चेहरे को कुनकुने पानी से धो लें.

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वातावरण में मौजूद प्रदूषण और चेहरे को नियमित ऐक्सफौलिएट न करने की वजह से चेहरे पर होने वाले दागधब्बे अच्छे नहीं लगते हैं. खासकर नाक और लोअर लिप के नीचे होने वाले ब्लैकहैड्स और व्हाइटहैड्स. दरअसल, सिबेसियस ग्लैंड के द्वारा जरूरत से ज्यादा तेल पैदा करने पर स्किन के पोर्स बंद हो जाते हैं या फिर मृत कोशिकाओं के एकत्रित हो हेयर फौलिकल्स को ब्लौक करने के कारण स्किन तक औक्सीजन नहीं पहुंच पाती और स्किन सांस नहीं ले पाती.

इन्हें ठीक करने के लिए बहुत से उपायों का इस्तेमाल किया जाता है, बावजूद इस के ये बारबार हो जाते हैं. मशहूर कौस्मैटोलौजिस्ट भारती तनेजा इस परेशानी से बचने के लिए नियमित रूप से अपने चेहरे को सैलिसिलिक ऐसिड युक्त क्लींजर से धोने की सलाह देती हैं.

व्हाइटहैड्स के लिए करें ये उपाय

नीम और हलदी पैक:

नीम और हलदी दोनों ही अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं. इन दोनों में पाए जाने वाले ऐंटीऔक्सीडैंट के कारण ये व्हाइटहैड्स को दूर करने में मदद करते हैं. इस के लिए नीम की कुछ पत्तियां ले कर उन में 1 चुटकी हलदी मिला कर पीस लें. फिर इस पेस्ट को चेहरे पर लगा लें. 10 मिनट लगा रहने के बाद पानी से धो लें. इस से आप को व्हाइटहैड्स से छुटकारा मिल जाएगा.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- ब्लैकहैड्स और व्हाइटहैड्स को ऐसे करें दूर

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व्हाइटहेड्स का कारण और इनसे कैसे बचें

लेखिका- दीप्ति गुप्ता

ब्लैकहेड्स के बारे में तो आप सभी ने सुना होगा, लेकिन क्या आप व्हाइटहेडस के बारे में जानते हैं. दरअसल, दोनों ही मुंहासों के हल्के रूप हैं, जो लगभग सभी को प्रभावित करते हैं. कई लोग ब्लैकहेड्स और व्हाइहेड्स को लेकर कंफ्यूज रहते हैं, उन्हें लगता है कि दोनों एक ही हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. व्हाइटहेड्स ब्लैकहेड्स से एकदम अलग होते हैं. चेहरे पर व्हाइहेड्स होना आम समस्या है. व्हाइट हेड्स को कॉमेडोनल का रूप माना जाता है. ये कोमेडोनल तब बनते हैं, जब अतिरिक्त तेल, गंदगी, स्किन डेड सेल्स और बैक्टीरिया के कारण स्किन के छिद्र यानी पोर्स बंद हो जाते हैं. आमतौर पर यह स्किन की सतह पर गोल, छोटे और सफेद धब्बों की तरह दिखते हैं. व्हाइटहेड्स ज्यादातर  कंधों, चेहरे, छाती , गर्दन  और पीठ पर अलग -अलग आकार के होते हैं. कभी-कभी तो इतने छोटे होते हैं, कि दिखाई भी नहीं देते. तो आइए जानते हैं व्हाइटहड और ब्लैकहेड में क्या अंतर होता है.

ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स में अंतर-

दोनों ही कॉमेडोनल एक्ने के सामान्य रूप हैं. इन दोनों के बीच मुख्य अंतर यह है कि व्हाइटहेड के मामले में पोर्स स्किन की मुलायम परत के साथ ऊपर से बंद हो जाते हैं, जबकि ब्लैकहेड खुले होते हैं और हवा के संपर्क में आते हैं. व्हाइटहेडस अक्सर बैक्टीरिया , स्किन डेड सेल्स  और सीबम से भरे होते हैं. ब्लैकहेड्स के उलट व्हाइट हेड्स काले नहीं होते , क्योंकि हवा की आपूर्ति के संपर्क में कमी के कारण रोमकूप के भीतर मौजूद सीबम ऑक्सीकरण नहीं कर पाता.

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व्हाइहेड्स से बचने का घरेलू उपाय

भाप लेना- 

जब स्किन भाप के संपर्क में आती है, तो छिद्र अस्थाई रूप से खुल जाते हैं. ऐसे में व्हाइटहेड्स वाले लोगों के लिए यह घरेलू उपाय बहुत अच्छा है. व्हाइटहेडस के साथ शरीर के हिस्सों को नियमित रूप से तब तक भाप दें जब तक की वह चला ना जाए.

टीट्री ऑयल- 

टी ट्री ऑयल में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं. अधिकांश फेसवॉश, क्लीनर और टोनर में एक घटक के रूप में टी ट्री ऑयल मौजूद होता है. इसके लिए टी ट्री ऑयल को कॉटनपैड में लें और व्हाइहेड्स पर लगाएं.

जंक फूड से दूर रहें- 

जंक फूड या डीप फ्राइड फूड से स्किन ऑयली हो सकती है. जिससे व्हाइटहेड्स बढ़ सकते हैं. इसलिए हमेशा ऑयली फूड अवॉइड करें. इनकी जगह पर ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें.

चेहरे की सफाई करें- 

दिन में कम से कम दो बार ऐसे क्लींजर या फेस वॉश से चेहरा साफ करें, तो स्किन टाइप के लिए अच्छा हो.

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हाइड्रेट रहें- 

स्किन को व्हाइटहेड्स से बचाने के लिए खूब पानी पीएं. पीने स्किन को अंदर से हाइड्रेट करता है और स्किन की रंगत में भी सुधार करता है.

जीवनशैली के कई अन्य कारक भी भविष्य में होने वाले इन ब्रेकआउट्स को रोकने में मदद कर सकते हैं. जैसे चेहरे को बर-बार न छूएं , घर से बाहर निकलने पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं और व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें.

ब्लैकहैड्स और व्हाइटहैड्स को ऐसे करें दूर

वातावरण में मौजूद प्रदूषण और चेहरे को नियमित ऐक्सफौलिएट न करने की वजह से चेहरे पर होने वाले दागधब्बे अच्छे नहीं लगते हैं. खासकर नाक और लोअर लिप के नीचे होने वाले ब्लैकहैड्स और व्हाइटहैड्स.

दरअसल, सिबेसियस ग्लैंड के द्वारा जरूरत से ज्यादा तेल पैदा करने पर स्किन के पोर्स बंद हो जाते हैं या फिर मृत कोशिकाओं के एकत्रित हो हेयर फौलिकल्स को ब्लौक करने के कारण त्वचा तक औक्सीजन नहीं पहुंच पाती और त्वचा सांस नहीं ले पाती.

इन्हें ठीक करने के लिए बहुत से उपायों का इस्तेमाल किया जाता है, बावजूद इस के ये बारबार हो जाते हैं. मशहूर कौस्मैटोलौजिस्ट भारती तनेजा इस परेशानी से बचने के लिए नियमित रूप से अपने चेहरे को सैलिसिलिक ऐसिड युक्त क्लींजर से धोने की सलाह देती हैं.

व्हाइटहैड्स के लिए करें ये उपाय

नीम और हलदी पैक

नीम और हलदी दोनों ही अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं. इन दोनों में पाए जाने वाले ऐंटीऔक्सीडैंट के कारण ये व्हाइटहैड्स को दूर करने में मदद करते हैं. इस के लिए नीम की कुछ पत्तियां ले कर उन में 1 चुटकी हलदी मिला कर पीस लें. फिर इस पेस्ट को चेहरे पर लगा लें. 10 मिनट लगा रहने के बाद पानी से धो लें. इस से आप को व्हाइटहैड्स से छुटकारा मिल जाएगा.

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चने की दाल का स्क्रब

बेसन त्वचा की अंदरूनी सफाई करता है. डैड स्किन की प्रौब्लम दूर करने के साथ ही इस से चेहरे की रंगत भी निखरती है. 1 चम्मच चने की दाल पीस कर उस में 1 चम्मच कच्चा दूध और 2 चम्मच रोजवाटर मिलाएं. अब इस पेस्ट को चेहरे पर 20 मिनट तक लगाए रखें और फिर चेहरा धो लें.

ओटमील

ओटमील भी डैड स्किन दूर करने के साथ ही स्किन ऐक्सफौलिएट के लिए भी बैस्ट होता है. यह स्किन के ऐक्स्ट्रा औयल को एब्जौर्ब कर पोर्स खोल देता है, जिस से उसे भरपूर औक्सीजन मिलती है. इस के लिए 2 चम्मच दही, 1 चम्मच नीबू का रस, 1 चम्मच शहद और 4 चम्मच ओटमील को एकसाथ मिक्स करें. चेहरे को अच्छी तरह धोने के बाद पेस्ट लगाएं. लगभग 20 मिनट तक लगा रहने दें. फिर ठंडे पानी से धो लें.

ब्लैकहैड्स के लिए करें ये उपाय

अंडा स्ट्राइप

अंडा त्वचा से गंदगी को खींच कर निकाल देता है, जिस से रोमछिद्र सिकुड़ जाते हैं और ब्लैकहैड्स खत्म हो जाते हैं. इस के लिए अंडे के सफेद हिस्से को अच्छी तरह फेंटें. जब अच्छी तरह झाग बन जाए तो उसे नाक पर लगाएं. इसे लगाने के बाद छोटी ब्लैकहैड्स स्ट्राइप्स लगाएं और उस पर एक और अंडे की लेयर लगाएं यानी 2 बार अंडे की लेयर और 2 स्ट्राइप्स. इसे लगभग 40 मिनट तक नाक पर रहने दें. सूखने पर हटा लें. इस पेस्ट को हफ्ते में 2 बार इस्तेमाल करें. ब्लैकहैड्स स्ट्राइप्स आप को आसानी से ब्यूटी स्टोर पर मिल जाएंगी.

शुगर पैक

इसे बनाने के लिए 1 पैन में 3 चम्मच चीनी, 2 चम्मच शहद और एक नीबू का रस डालें. धीमी आंच कर इसे पिघलाएं. गाढ़ा पेस्ट बनने पर एक कटोरी में निकालें और इस में 2-3 बूंदें ग्लिसरीन मिला कर मिक्स करें. इस हलके गरम पेस्ट को नाक पर अच्छी तरह लगाएं. 20 मिनट लगाए रखने के बाद हटा लें. इस पेस्ट को 2-3 बार इस्तेमाल करने से पूरे ब्लैकहैड्स खत्म हो जाएंगे. नीबू और शहद में ऐंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जोकि तेजी से ब्लैकहैड्स को साफ करते हैं.

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मिल्क पैक

1 चम्मच दूध में उतना ही बिना फ्लेवर वाला जिलेटिन पाउडर डालें. इसे 2-3 मिनट माइक्रोवैव में गरम करें. फिर हलका ठंडा कर नाक पर 2-3 लेयर में लगाएं. इस पेस्ट को 30 मिनट तक लगा रहने के बाद हटाएं. इस पेस्ट का फर्क आप को पहली बार में ही दिखेगा. जिलेटिन पोषक तत्त्वों से भरपूर होता है जोकि त्वचा को रिजैनरेट करता है और साथ ही त्वचा में कसावट भी लाता है. यह रोमछिद्रों से गंदगी को हटाता है और उन्हें सिकुड़ने में मदद करता है. इस मास्क में दूध त्वचा के पीएच को बैलेंस करता है.

-भारती तनेजा

डाइरैक्टर औफ एल्पस ब्यूटी क्लीनिक ऐंड ऐकैडमी

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