Winter Special: ताकि ठंडी हवाएं स्किन की नमी न चुराएं

हौलेहौले सर्दियों ने दस्तक दे दी है. इस मौसम का ठंडापन और रूखापन त्वचा से नमी को चुरा लेने वाला होता है, जिस से त्वचा सूखीसूखी, फटीफटी सी लगने लगती है और थोड़ी सैंसिटिव भी हो जाती है. लेकिन ऐसे मौसम में अगर आप चाहें तो सर्द हवाओं को अपनी त्वचा का दोस्त भी बना सकती हैं, जिस के उपाय बता रही हैं साकेत सिटी हौस्पिटल की डर्मैटोलौजिस्ट डाक्टर लिपि गुप्ता:

1. त्वचा क्यों होती है ड्राई

सर्दियों के मौसम में त्वचा इसलिए ड्राई हो जाती है क्योंकि खुश्क हवा त्वचा के नीचे से नमी सोख लेती है. त्वचा में नमी की कमी होने से सेल्स की बाहरी सतह सूखी हो कर चटकने लगती है, तो नमी का सुरक्षा कवच हट जाता है. इस से अंदरूनी त्वचा पर भी मौसम का असर होने लगता है. ऐसी त्वचा पर स्थायी या अस्थायी लकीरें अपना स्थान बनाने लगती हैं. ऐसा न हो इस के लिए आप आगे बताए जा रहे उपाय अपना कर त्वचा की देखभाल कर उस की नमी बरकरार रख सकती हैं.

2. हौट शौवर स्नान

इस मौसम में हर सुबह स्फूर्तिदायक गरम पानी से स्नान बहुत महत्त्वपूर्ण है क्योंकि ऐसा स्नान आप को ताजगी प्रदान करता है और त्वचा की हाइजीन को बनाए रखता है. पर यह ध्यान रहे कि पानी बहुत ज्यादा गरम नहीं होना चाहिए, क्योंकि वह त्वचा की कुदरती नमी को सोख लेता है. अच्छी तरह से हाइड्रेटेड त्वचा के लिए कुनकुना पानी सब से बेहतर उपाय है.

3. बौडी औयलिंग

सर्दी के मौसम में खुश्क हवा से त्वचा को बचाने व सूखेपन को दूर करने का असरदार तरीका है कुनकुने तेल से मालिश करना. लेकिन मालिश के लिए ऐसे तेल का चुनाव करें जो बहुत ज्यादा चिकनाईयुक्त न हो और शरीर में जल्दी मर्ज हो जाने वाला हो. जैसे औलिव, जोजोबा और ऐलोवेरा औयल. तेल की मसाज सोने से पहले या नहाने से 1 घंटा पहले करें, जिस से तेल का असर बौडी पर अच्छी तरह से हो जाए.

4. फेसवाश कैसा हो

सरदी के मौसम में सब से ज्यादा चेहरे की देखभाल की जरूरत पड़ती है. इस के लिए संतुलित, सौम्य व हाइडे्रटिंग फेसवाश का इस्तेमाल करें, जिस में क्लींजिंग व मौइश्चराइजिंग जड़ीबूटियों के साथसाथ ऐलोवेरा पर्याप्त मात्रा में हो. ये तत्त्व त्वचा को हाइड्रेट करते हैं.

5. साबुन का चुनाव

त्वचा की नियमित सफाई व नमी के लिए ऐसे सौफ्ट साबुन का चुनाव करें जिस में औलिव औयल और ऐलोवेरा के गुण हों.

6. घरेलू मौइश्चराइजर

आधा चम्मच गुलाबजल में 1 चम्मच शहद मिलाएं और चेहरे पर आहिस्ताआहिस्ता मलें. इसे 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर पानी से साफ कर लें. शहद से सूखी त्वचा की नमी लौट आएगी. इस के अलावा नाखूनों के आसपास मौइश्चराइजर लगाएं क्योंकि पानी में ज्यादा देर काम करने से वे भुरभुरे और सूखे हो सकते हैं. आप दस्तानों का प्रयोग भी कर सकती हैं.

7. स्क्रबिंग

सर्दी के मौसम में धूलमिट्टी से त्वचा को बचाने के लिए सप्ताह में 2 बार स्क्रबिंग जरूर करवाएं. स्क्रबिंग त्वचा से जमा मैल और डैडस्किन प्रभावी तरीके से निकालने और त्वचा से अतिरिक्त मौइश्चर को सोखने में सक्षम होती है, इसलिए आप की त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाए रखती है.

8. टोनर और क्लींजिंग मिल्क

सर्दी के मौसम में पसीना न आने की वजह से लोग फेसवाश करने पर कम ध्यान देते हैं, जिस से त्वचा की सफाई बेहतर ढंग से नहीं हो पाती. ऐसे में अच्छी क्वालिटी के टोनर और क्लींजिंग मिल्क प्रभावी तरीके से त्वचा की गहराई से सफाई करते हैं और सूखी त्वचा को स्वच्छ, नर्म व नमीयुक्त बनाते हैं.

9. मौइश्चराइजर

सर्दी के मौसम में ऐसे मौइश्चराइजर का इस्तेमाल करें जो धूप से सुरक्षा दे. आप नौर्मल मौइश्चराइजर की जगह सेरेमाइकयुक्त मौइश्चराइजर का इस्तेमाल करें. सैलिब्रिटीज मेकअप ऐक्सपर्ट, आशमीन मुंजाल के अनुसार, मौइश्चराइजर त्वचा में पीएच बैलेंस को मैंटेन करता है. अगर पीएच बैलेंस बढ़ता है, तो ऐक्ने की शुरुआत होती है और अगर कम होता है, तो फेस पर रिंकल्स उभर आते हैं. इसलिए ऐसे मौइश्चराइजर का इस्तेमाल करें, जो त्वचा में पीएच बैलेंस सही बनाए रखे. इस के अलावा बादाम क्रीम, वैसलीन व ग्लिसरीन का इस्तेमाल करें. ये त्वचा पर एक सुरक्षा कवच बना देते हैं जिस से उस पर शुष्क हवाओं का असर नहीं पड़ता. अच्छा मौइश्चराइजर त्वचा की खोई नमी तो लौटाता ही है, साथ ही नए ऊतकों को पैदा करने में भी मददगार होता है. यह धूल, धूप और मौसम की तीखी मार से बचाते हुए मेकअप की नमी बनाए रखता है. जहां सूखी त्वचा के लिए सामान्य मौइश्चराइजर मददगार साबित होता है, वहीं तैलीय त्वचा के लिए औयलफ्री मौइश्चराइजर बेहतर विकल्प है.

10. सनस्क्रीन लोशन जरूर इस्तेमाल करें

डाक्टर लिपि के अनुसार, जाड़े में धूप भी आप की त्वचा पर सीधा असर डालती है, इसलिए गरमी की तरह ही जाड़े में भी सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल जरूर करें. दरअसल, सर्दी में भी अल्ट्रावायलेट किरणें नुकसानदेह होती हैं और चूंकि आप जाड़े में धूप में ज्यादा समय बिताती हैं, इसलिए त्वचा पर अल्ट्रावायलेट किरणों का असर भी ज्यादा होता है. सनस्क्रीन लोशन उस के असर से तो त्वचा को बचाता ही है, उस की वजह से आप की खुली त्वचा पर होने वाली फाइनलाइन झुर्रियों और ऐज स्पौट वगैरह से भी बचाता है.

11. खानपान का रखें खास खयाल

सर्दी के मौसम में अपने खानेपीने का खास खयाल रखें. अपनी त्वचा को हाइड्रेट करने के लिए दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीएं. इस मौसम में प्यास कम लगती है फिर भी आप कुछकुछ देर में कोई न कोई लिक्विड जरूर लेती रहें. गरम पानी में नीबू डाल कर भी पीएं. इस से शरीर से विषैले पदार्थ निकल जाते हैं और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है. इस के अलावा ग्रीन टी, नारियल पानी, स्प्राउट, फल वगैरह लें. खानपान में संतुलन रखें व पौष्टिक भोजन को प्राथमिकता दें.

12. पर्याप्त नींद लें

त्वचा को खूबसूरत बनाने के लिए 7-8 घंटे नींद जरूर लें क्योंकि यह हमारी ऊर्जा को ताजा करती है और शरीर को फुरतीला बनाए रखती है.

Winter Special: रूखे हाथ बन जाएंगे मक्खन से मुलायम

हम अपने हर छोटे-बड़े काम को करने के लिए सबसे पहले हाथ ही बढ़ाते हैं. पर क्या हम अपने हाथों का उतना ध्यान रख पाते हैं जितना रखना चाहिए? शायद नहीं.

हाथ अक्सर उपेक्षित ही रह जाते हैं और इस वजह से ये रूखा और भद्दा नजर आने लगता है. रूखे और बेजान हाथों के लिए कई कारक उत्तरदायी हो सकते हैं. कई बार शुष्क हवा, ठंडा मौसम, सूरज की तेज रोशनी, पानी से अत्यधिक संपर्क, केमिकल्स और कठोर साबुन के इस्तेमाल से भी हाथ बेकार हो जाते हैं.

इसके अलावा कई मेडिकल कंडिशन्स भी हाथों को रूखा बना देती हैं. अगर आपके हाथ भी रूखे और बदसूरत हो गए हैं तो इन घरेलू उपायों का अपनाकर आप एकबार फिर मक्खन जैसे हाथ पा सकती हैं:

1. ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से हाथ कोमल बनते हैं. इसमें पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स, हेल्दी फैटी एसिड्स पाए जाते हैं जो रूखे हाथों को कोमल और मुलायम बनाने का काम करते हैं. इससे हाथों में मॉइश्चर बना रहता है.

2. ओटमील के इस्तेमाल से भी हाथों का रूखापन और खुरदुरापन ठीक हो जाता है. ये एक नेचुरल क्लींजिंग की तरह काम करता है. इसमें मौजूद प्रोटीन हाथों की नमी को बनाए रखता है जिससे त्वचा मुलायम बनी रहती है.

3. नारियल तेल में फैटी एसिड्स का एक अनोखा मिश्रण मौजूद होता है, जो ड्राई स्किन के लिए बेहतरीन होता है. इसके अलावा ये सूरज की रोशनी में झुलस गए हाथों को निखारने का काम भी करता है.

4. मिल्क क्रीम का इस्तेमाल करके भी आप अपने हाथों को मक्खन की तरह बना सकती हैं. मिल्क क्रीम में हाई फैट होता है और ये एक नेचुरल मॉइश्चराइजर है. इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा के pH लेवल को भी मेंटेन करने में मदद करता है.

5. शहद भी एक नेचुरल मॉइश्चराइजर है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट पर्यापत मात्रा में होता है. ये त्वचा की नमी को त्वचा में लॉक करने का काम करता है, जिससे त्वचा मुलायम बनी रहती है.

6. एलोवेरा का इस्तेमाल भी काफी कारगर है. ये त्वचा की नमी को बनाए रखने के साथ ही हाथों पर एक लेयर बना देता है जिससे हाथ बाहरी कारकों से प्रभावित होने से बचे रहते हैं.

7. इसके अलावा दही और केले को भी हाथों पर मलने से हाथ मुलायम बने रहते हैं. दही के इस्तेमाल से हाथों की टैनिंग भी दूर हो जाती है.

Winter Special: सर्दियों में ऐसे करें स्किन की देखभाल

त्वचा की नियमित देखभाल करना मेकअप से ज्यादा जरूरी है. सर्दियों में त्वचा की देखभाल और जरूरी हो जाती है. अपनी कुछ आदतों को बदलकर आप इस मौसम में होने वाली त्वचा संबंधी परेशानियों से आसानी से निपट सकती हैं.

– चेहरे की सफाई पर नियमित ध्यान देना जरूरी है.

– सुबह-शाम फेसवाश से चेहरा धोएं और बाहर से लौटकर चेहरे की सफाई का खास ध्यान रखें क्योंकि बाहर का प्रदूषण चेहरे को नुकसान पहुंचा सकता है.

– चेहरा धोने के बाद चेहरे पर मॉइश्चराइजर लगाना न भूलें. मुलायम हाथों से चेहरे पर मसाज करें और अतिरिक्त मॉइश्चराइजर को कॉटन या टिश्यू पेपर से पोछ लें.

– क्लेंजिंग, टोनिंग व मॉइश्चराइजिंग का सिद्धांत कभी न भूलें. बाहर से घर लौटने पर चेहरा अवश्य साफ करें और सुबह-शाम त्वचा की अच्छे से सफाई करें.

– क्लेंजिंग के लिए कच्चे दूध का इस्तेमाल करें. कच्चे दूध में कॉटन डुबोकर चेहरे को साफ करने से भी त्वचा की बेहतर सफाई की जा सकती है.

– सप्ताह में कम से कम एक बार स्क्रब का इस्तेमाल करें.

– घर पर भी स्क्रब बनाया जा सकता है. इसके लिए चीनी में थोड़ा-सा शहद और बादाम का तेल डालकर स्क्रब बना लें. इसे चेहरे पर लगाएं और हल्के-नर्म हाथों से नीचे से ऊपर की ओर मसाज करें. इसके अलावा नमक और चीनी को जैतून के तेल साथ मिलाकर भी स्क्रब की तरह प्रयोग किया जा सकता है. इससे मृत त्वचा आसानी से हट जती है.

– दिन भर में सात-आठ गिलास पानी अवश्य पिएं. जाड़ों में अक्सर लोग पानी पीना कम कर देते हैं. पानी से त्वचा को कुदरती चमक मिलती है.

– खूबसूरत और दमकती त्वचा के लिए खानपान पर भी ध्यान देना जरूरी है. फलों और हरी सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें. जूस व दूध का प्रयोग भी भरपूर मात्रा में करें. इससे त्वचा और चेहरे में प्राकृतिक निखार बढ़ेगा.

– व्यायाम व योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं. इससे रक्त संचार तेज होता है और चेहरे की चमक बढ़ती है.

– खानपान में पर्याप्त फल और सब्जियों को शामिल करें. त्वचा व शरीर को भरपूर पोषण देने के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त आहार लें. मछली और बादाम विटामिन ई और ओमेगा-3 का अच्छा स्रोत हैं.

– घर से बाहर निकलते वक्त एसपीएफ युक्त सनस्क्रीन का प्रयोग करें.

Winter Special: सर्दियां आते ही ड्राय स्किन और फटे होठ की प्रौब्लम को करें दूर

सर्दियां आते ही ज्यादातर लोगों की त्वचा रूखी होने लग जाती है. त्वचा की नमी कहीं खो सी जाती है और त्वचा रूखी-बेजान नजर आने लगती है. त्वचा के साथ ही हमारे होंठ भी फटने शुरू हो जाते हैं. कई बार ये समस्या इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि होंठों से खून भी आना शुरू हो जाता है. ऐसे में बहुत जरूरी है कि हम अपनी त्वचा को लेकर फिक्रमंद रहें ताकि वो हमेशा खूबसूरत और जवां बनी रहे.

कैसे करें ग्ल‍िसरीन का इस्तेमाल

आप चाहें तो ग्ल‍िसरीन को बाम की तरह लगा सकते हैं. इसके अलावा इसे दूध, शहद या गुलाब जल के साथ मिलाकर भी लगाया जाता है.

ग्ल‍िसरीन लगाने के फायदे

1. सर्दियों में शुष्‍क हवाओं के कारण होठ सूख जाते हैं और फटने लग जाते हैं. होठों पर ग्ल‍िसरीन के इस्तेमाल से होंठ मुलायम बनते हैं जिससे फटने की समस्या भी नहीं होने पाती है.

2. अगर आपके होंठों पर दाग-धब्बे हैं और ये काले पड़ चुके हैं तो भी ग्ल‍िसरीन का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहता है. कई बार धूम्रपान करने के कारण लोगों के होंठ काले पड़ जाते हैं. ऐसी स्थिति में भी ग्ल‍िसरीन का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहता है.

3. सर्दियों में हवाओं के प्रभाव से होंठो की ऊपरी परत सूख जाती है और पपड़ी बन जाती है. ऐसे में ग्लसिरीन का इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद होता है.

4. अगर आपके होंठ कहीं से कट गए हों या फिर अगर उनमें किसी तरह का घाव बन गया हो तो भी ग्ल‍िसरीन का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है.

5. होंठों के लिए ग्ल‍िसरीन एक पोषक तत्व की तरह काम करता है, जिससे होंठों को नमी मिलती है.

एक ओर जहां चीनी खाने-पीने की चीजों में मिठास लाने के लिए इस्तेमाल की जाती है, वहीं यह एक बेहतरीन ब्यूटी प्रॉडक्ट भी है. यह एक अच्छा और नेचुरल स्क्रब है. यह डेड स्किन को साफ करने, रक्त प्रवाह बढ़ाने, त्वचा के निर्माण में और पोर्स को खोलने में सहायक है.

ठंड में वैसे भी हमारी त्वचा पर डेड स्किन की लेयर बन जाती है, जिससे चेहरा बुझा-बुझा नजर आने लगता है. चीनी का इस्तेमाल हम शरीर के हर हिस्से के लिए कर सकते हैं लेकिन चेहरे और होंठ के लिए इसका इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद रहेगा.

चेहरे के लिए कैसे तैयार करें यह स्क्रब?

– एक केला ले लीजिए और उसे अच्छी तरह मैश कर लें. इस पेस्ट में आधा कप ब्राउन शुगर मिला लें. साथ ही दो से तीन बूंद बादाम का तेल.

– इन तीनों को अच्छी तरह मिला लें. तब तक मिलाएं, जब तक ये तीनों चीजें एकसार न हो जाएं.

– इसके बाद चेहरे को धो लें और फिर स्क्रब लगाएं. गोलाई में पांच मिनट तक चेहरे की मसाज करें. बीच-बीच में हल्के गुनगुने पानी का छींटा मारते रहें.

– पांच मिनट बाद चेहरा धो लें और कोई अच्छा मॉइस्चराइजर लगा लें.

लिप्स के लिए कैसे तैयार करें यह स्क्रब?

– एक चम्मच ऑलिव ऑयल ले लें और इसमें आधा चम्मच चीनी मिलाएं.

– इन दोनों को तब तक मिलाएं जब तक ये आपस में घुल न जाएं.

– एक सॉफ्ट टूथब्रश में यह मिश्रण लगाकर होंठो पर हल्के हाथों से मलें.

– दो मिनट तक ऐसे ही मसाज करें और उसके बाद होठों को पानी से धो लें.

– पेट्रोलियम जेली लगा लें.

इस सर्दी रखें अपनी स्किन का खास खयाल

सर्दियों का मौसम फिर से दस्तक दे रहा है और इस मौसम में जरूरी है हम अपनी त्वचा की देखभाल अच्छी तरह से करें. सर्दियों में त्वचा को चमकदार बनाए रखने के लिए विशेष देखभाल की जरूरत होती है. हम आप को कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं, जो आप की त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं:

मौइश्चराइजर का इस्तेमाल करें

सर्दियों में हमें क्रीम बेस्ड थिक मौइश्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए. इस के साथसाथ ऐसे सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें, जो त्वचा की नमी को भी बरकरार रखें.

ऐलो वेरा युक्त स्किन क्रीम लगायें

ऐलो वेरा युक्त स्किन क्रीम का प्रयोग आप की त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है. देश विदेश के कई शाही परिवारों में सदियों से ऐलो वेरा का इस्तेमाल खूबसूरती के लिए किया जाता रहा है. माना जाता है कि क्लियोपैट्रा अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए हर दिन ऐलो वेरा का इस्तेमाल करती थीं. इस में ऐसे गुण हैं, जो आप की त्वचा को प्राकृतिक चमक देते हैं.

कई सौंदर्य उत्पादों में ऐलो वेरा का इस्तेमाल किया जाता है. यह सनबर्न को ठीक करने में मदद करता है, त्वचा में रक्तप्रवाह बढ़ाता है, मृत एवं पुरानी त्वचा को निकाल कर प्राकृतिक खूबसूरती देता है. इस का कूलिंग प्रभाव सनबर्न के लिए सब से अच्छा इलाज है.

चैरी का प्रयोग

चैरी का रस त्वचा को गोरा बनाने एवं दागधब्बे हटाने के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. इस के ऐंटीइनफ्लेमेटरी गुणों के चलते यह मुंहासों पर भी कारगर है.

तेल से मालिश करें

सुबह उठने के बाद खुद को 15 मिनट दें और पूरे शरीर की त्वचा, चेहरे और सिर पर कुनकुने तेल से मालिश करें. एक घंटे बाद नहा लें. इस से पूरे दिन ही नहीं, बल्कि लंबे समय तक के लिए आप की त्वचा स्वस्थ बनी रहेगी.

ऐक्सफौलिएट करें और भाप लें

क्योंकि हम इस मौसम में त्वचा पर ज्यादा क्रीम, तेल एवं अन्य उत्पाद लगाते हैं. ऐसे में त्वचा के छिद्र बंद हो जाते हैं. इस के लिए त्वचा को हर दस दिन में एक या दो बार ऐक्सफौलिएट करने की सलाह दी जाती है. इस से त्वचा से मृत कोशिकाएं निकल जाएंगी और त्वचा साफ हो जाएगी.

त्वचा को पोषण दें

सर्दियां शुरू होने से पहले डर्मैटोलौजिस्ट से मिलें और त्वचा के रूखेपन के लिए अच्छा समाधान पूछें. महीने में एक बार डीप मौइश्चराइजिंग हाईड्रा फेशियल लें. इस से आप की त्वचा को पोषण मिलता है और यह शुष्क नहीं होती. इस के अलावा त्वचा जवां और चमकदार बनी रहती है और सर्दियों में होने वाली आम समस्याएं जैसे सूखी त्वचा से भी छुटकारा मिलता है.

7 विंटर स्किन केयर टिप्स

सर्दियों की मार उम्र के साथ और भी खतरनाक हो जाती है. जैसेजैसे हम बड़े होते हैं हमारी स्किन पतली होती जाती है खासकर उन लोगों की जो धूप के संपर्क में रहते हैं. साथ ही उम्र ढलने के साथ हमारा शरीर औयल प्रोड्यूस करना भी बंद कर देता है. ऐसे में सर्दियों में इन स्किनकेयर स्टैप्स का पालन करना चाहिए:

क्लींजर का प्रयोग

वास्तव में हमें हर दिन अपने शरीर को ऊपर से नीचे तक साबुन से साफ करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है. मौइस्चर का उन जगहों पर रहना जरूरी है जहां उस की आवश्यकता है जैसेकि अंडरआर्म्स, पैर और चेहरा. साबुन का प्रयोग तेल को हटाने के लिए किया जाता है. लेकिन साबुन का प्रयोग हमारी स्किन को शुष्क बना देता है. इसलिए जरूरी है कि हमारे शरीर का मौइस्चर ज्यादातर शरीर पर मौजूद रहे और उसे साबुन से न हटाया जाए.

जहां जरूरत हो, एक मुलायम बिना खुशबू वाले क्लींजर कौपी का उपयोग करें. ऐसे प्रोडक्ट की तलाश करें जिस के अंदर मौइस्चराइजर या तेल हो. इस तरह आप उन जगहों को साफ करने के साथसाथ मौइस्चराइज भी कर सकती हैं जहां मौइस्चर की जरूरत हाती है.

ठंडे पानी का शावर लें

सर्दियों के सब से ठंडे दिनों में आप का गरम पानी से नहाने का मन करता है. लेकिन ज्यादा गरम पानी आप की बौडी के नैचुरल बैरियर को खराब कर सकता है जो शरीर में मौइस्चर को रोकने के लिए बनाया गया होता है.

टैंपरेचर कंफर्ट होने के लिए पानी पर्याप्त गरम होना चाहिए. ध्यान रखें कि अगर टैंपरेचर 5 साल के बच्चे के लिए ज्यादा है तो यह आप के लिए भी बहुत ज्यादा है. यदि आप कर सकती हैं तो अपनी स्किन को हर दिन पानी के संपर्क में लाना जरूरी है. अपनी स्किन की सब से बाहरी परत को नमी के संपर्क में लाने के लिए 10-15 मिनट गरम पानी के नीचे बैठें.

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नहाने से पहले

शावर के ठीक पहले लोशन या क्रीम लगाएं अन्यथा आप पानी के मौइस्चराइजिंग का लाभ नहीं ले पाएंगी. जब आप शावर से बाहर निकलती हैं तो आप की स्किन अच्छी तरह से हाइड्रेटेड होती है. लेकिन आप पानी की कमी को पूरा करने के लिए उस के ऊपर एक कोई तेल या लोशन नहीं लगाती हैं, तो आप की स्किन वास्तव में शुष्क हो जाएगी.

बहुत सी महिलाएं बौडी मौइस्चराइज करने के लिए खुशबूदार लोशन या तेल का प्रयोग करती हैं, जो बौडी को इरिटेट कर सकता है. इसलिए इस में स्मैललैस फौर्मूले वाले लोशन या तेल का प्रयोग करें.

स्किन को तेल से दूर न रखें

भले ही आप की स्किन तैलीय या मुंहासों वाली हो लेकिन आप को अपने शरीर की तरह ही अपना चेहरा धोने के बाद भी बिना खुशबू वाला मौइस्चराइजर लगाना जरूरी है. आप की औयली स्किन हो सकती है, लेकिन फिर भी आप के चेहरे के नीचे की सतह रूखी ही रहती है. चीजों को सामान्य रखने के लिए एक हलके, तेलमुक्त मौइस्चराइजर का प्रयोग करें खासकर यदि आप मुंहासों से लड़ने वाले प्रोडक्ट का प्रयोग कर रही हैं. प्रिस्क्रिप्शन या ओवर द काउंटर वाले प्रोडक्ट मुंहासों को सुखाने और परेशान करने वाले होते हैं, इसलिए आप को इन्हें सहन करने के लिए सक्षम होना पड़ेगा.

सनस्क्रीन के साथ स्टिक करें

हमें सर्दियों में भले ही धूप नहीं लग रही हो लेकिन हानिकारक किरणें इस में मौजूद रहती हैं. ये किरणें चेहरे के अंदर तक जाती हैं जो परेशानी का कारण बनती हैं. यदि आप अपने दिन के ज्यादातर समय अंदर रह रही हैं, तो एसपीएफ 30 के साथ रोजाना एक मौइस्चराइजर लगाना पर्याप्त है. लेकिन यदि आप बाहर समय बिता रही हैं और यदि आप पहाड़ी क्षेत्र में रहते हैं या जहां अकसर बर्फबारी होती है तो आप को दिन में कई बार मौइस्चराइजर लगाने की आवश्यकता है.

अपने रहने का तरीका सुधारें

आप बाहर के खराब मौसम को नहीं बदल सकतीं, लेकिन अपने घर के अंदर की स्थिति को नियंत्रित कर सकती हैं. सब से अच्छी चीजों में से एक जो आप कर सकती हैं वह है अपने बैडरूम या अपने औफिस में एक ह्यूमिडिफायर लगा सकती हैं.

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सेहत पर ध्यान

हर मौसम के हिसाब से अपनी स्किन की देखभाल करना बहुत जरूरी है खासकर तब जब आप ऐसी दिक्कतों से परेशान हैं जो अकसर सर्दियों में होती हैं जैसेकि ऐक्जिमा आदि. किसी चीज को रोकने की तुलना में किसी चीज को ठीक करने में ज्यादा समस्या होती है. समस्या होने से पहले अपने सर्दियों के मौसम वाले स्किनकेयर रूटीन को शुरू कर देना अच्छा रहता है.

-पूजा नागदेव

कौस्मैटोलौजिस्ट, फाउंडर औफ इनाचर

Winter Special: बनाएं अपनी एड़ियों को खूबसूरत

अक्सर ऐड़ियां जब फट जाती हैे तो बहुत परेशानी होती है और कभी कभी एड़ियों में दर्द भी होने लगता है. इन सभी परेशानियों से बचने के लिए कुछ घरेलू उपचार करने चाहिए. जिनसे आपकी फटी हुई एड़ियां जल्द ठीक हो जाऐंगी और खूबसूरत भी नजर आऐंगी.

एडियों की साफ-सफाई का ध्यान रखें:

नहाते समय एड़ियों को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए और इसके बाद एड़ियों पर सरसों का तेल लगाना चाहिए.

 पैरों को गर्म पानी से धोऐं:

गुनगुने पानी में दो चम्मच नमक डालकर उस पानी में 10-15 मिनट दोनों पैरों को डालकर बैठें और इसके बाद एड़ियों और तलवों पर सरसों का तेल लगाकर, मोजे पहनना चाहिए इससे एड़ियां सुरक्षित रहती हैं. ऐसा करने से फटी हुई एड़ियां कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती हैं.

नाभि में सरसों का तेल लगायें:

सोते समय नाभि में सरसों का तेल लगाकर सोना फटी एड़ियों के उपचार में लाभकारी होता है. नाभि को तेल के साथ 20-25 बार मलना भी फायदा करता है.

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गुलाब जल और ग्लिसरीन भी लाभकारी:

रात को सोने से पहले ग्लिसरीन, गुलाबजल और ऑलिव ऑयल को एकसाथ मिला कर, इससे तलुवों और एड़ियों की मालिश करने से भी फटी एड़ियां जल्दी ठीक हो जाती हैं.

फलों का पेस्ट लगाना है असरकारी:

कच्चे आम को पीसकर फटी हुई एड़ियों पर मालिश करने से फटी एड़ियां जल्दी ठीक हो जाती हैं. इसके अलावा कच्चा पपीता पीस कर उसमें थोड़ा सा सरसों का तेल और हल्दी को मिलाकर भी एड़ियों पर लगाकर ऊपर से कपड़ा बांध लें और कुछ दिन लगातार ऐसा करें तो ही बहुत कम समय में फटी एड़ियां ठीक हो जाती हैं.

आजमायें इन्हें भी :

हरी मुलायम घास और नीम के 10 से 12 पत्ते पीसकर एड़ियों पर अच्छी तरह से लगाकर आधे घंटे बाद धोने से फटी एड़ियों में आराम मिलता है.

बरगद का दूध फटी हुई एड़ियों पर लगाने से बहुत अधिक लाभ मिलता है.

फटी हुई एड़ियों पर पिसी हुई मेहंदी, सरसों के तेल में मोम मिलाकर लगाने से, प्रतिदिन घी लगाने से फटी हुई एड़ियां ठीक हो जाती हैं.

फटी हुई एड़ियों को साबुन, राख, मिट्टी और कीचड़ से बचाकर रखना चाहिए.

हफ्ते में एक बार नींबू का रस मिले हुए पानी से पैरों को धोना चाहिए.

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पाचनशक्ति बढ़ाऐं:

पाचनशक्ति के कमजोर हो जाने से भी एड़ियां फटने लगती हैं इसलिए यदि पाचनशक्ति कमजोर है तो सबसे पहले उसे ठीक करने का उपाय करना चाहिए. पाचन शक्ति को ठीक करने के लिए पौष्टिक खाना और पाचनशक्ति बढ़ाने वाले और ‘विटामिन सी ‘ युक्त पदार्थों का सेवन करना चाहिए. एड़ियों को फटने से रोकने के लिए सुबह के समय में नंगे पैर घास पर चलना चाहिये और रोज हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए.

Winter Special: सर्दियों में स्किन को कैसे संभालें 

सर्दियों के मौसम में स्किन को अतिरिक्त केयर की जरूरत होती है. क्योंकि मौसम व तापमान में आए बदलाव के कारण हमारी स्किन बहुत अधिक ड्राई हो जाती है और ड्राई स्किन कई अन्य चुनौतियों जैसे फटे होंठ, स्किन की ऊपरी लेयर निकलना , स्किन का रूखापन जैसी समस्याओं को न्यौता दे सकती है. इसलिए ऐसे समय में स्किन को पोषण देने की खास आवश्यकता होती है, ताकि वह स्किन में मोइस्चर को लौक करके उसकी नमी को बनाए रख सके. डर्मटोलोजिस्ट वैशाली श्रद्धा के अनुसार तापमान में गिरावट के साथ हमारी स्किन अधिक शुकस हो जाती है और अगर इसे सही से , सही इंग्रीडिएंट्स से बने मॉइस्चराइजर से मॉइस्चराइज नहीं किया जाता तो यह परतदार स्किन का कारण बन सकती है. इसलिए सर्दियों में एक अच्छे स्किनकेयर रूटीन का पालन करते हुए नेचुरल इंग्रीडिएंट्स से युक्त उत्पादों का उपयोग करना फायदेमंद साबित होता है. तो जानते हैं सर्दियों में कैसे करें केयर.

1. मॉइस्चराइजर है जरूरी 

वैसे तो सभी जानते हैं कि स्किन को नमी प्रदान करने के लिए बारह महीने स्किन को मॉइस्चराइजर की जरूरत होती है, लेकिन इसकी खास तौर पर जरूरत तब महसूस होती है , जब तापमान में गिरावट देखने को मिलती है.  मॉइस्चराइजर से स्किन हाइड्रेट रहती है. वरना नमी के अभाव व रूखेपन की वजह से स्किन में इंफेक्शंस व ऑउटब्रेक्स की समस्या भी खड़ी हो जाती है. इसलिए स्किन को करें  मॉइस्चराइज .

 इंग्रीडिएंट्स इन गुड मॉइस्चराइजर

– हुमेक्टेंट्स , आपकी स्किन की टोप लेयर में जिसे एपिडर्मिस कहते हैं , हवा से और आपकी स्किन की गहरी परतों से पानी खींचते हैं. जिससे स्किन हाइड्रेट रहती है.  हुमेक्टेंट्स में शामिल हैं , ग्लिसरीन, ह्यलुरोनिक एसिड और प्रोपाइलिन ग्लाइकोल.

– एमोलिएंट्स जैसे शिया बटर, कोको बटर एपिडर्मिस में होने वाले क्रैक्स को हील करके स्किन में मोइस्चर को लौक करने में मदद करता है.

बेस्ट टाइम 

– नहाने के तुरंत बाद व रात को सोने से पहले मॉइस्चराइजर अप्लाई करने से स्किन को ज्यादा फायदा मिलता है.

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2. लिप बाम है जरूरी 

सर्दियों में लिप्स का ड्राई होना आम है. क्योंकि लिप्स में आयल ग्लैंड्स नहीं होते हैं , जिसके कारण  ठंड , हवा का सीधा व पहला असर लिप्स पर ही पड़ता है, जबकि लिप बाम आपके लिप्स और सर्द हवाओं के बीच एक प्रोटेक्टिव लेयर बनाने का काम करता है.  इसलिए ही लिप्स की खास केयर के लिए लिप बाम की खास जरूरत होती है.

इंग्रीडिएंट्स इन गुड लिप बाम 

– शिया और कोको बटर नेचुरल टाइप के फैट्स होने के कारण ये आपके लिप्स में मोइस्चर को होल्ड करने के साथ उन्हें फटने से बचाने का काम करते हैं.

– हनी को हुमेक्टैंट के रूप में जाना जाता है. जो मोइस्चर को अपनी ओर खींचने का काम करता है. साथ ही इस इंग्रीडिएंट से युक्त लिप बाम अपनी एक्सफोलिएशन प्रोपर्टीज के कारण लिप्स को एक्सफोलिएट करने के साथ उसे हाइड्रेट रखने का  काम करती है.

– कैस्टर आयल स्किन में आसानी से घुसकर उसे हाइड्रेट रखने का काम करता है. तभी तो लिप्स की ड्राईनेस को दूर करने के लिए  कैस्टर आयल युक्त लिप बाम लगाने की सलाह दी जाती है.  क्योंकि इसमें है जरूरी फैटी एसिड्स , जो एन्टिओक्सीडैंट्स में रिच होते हैं.

3. प्रोटेक्शन के लिए सनस्क्रीन 

सिर्फ गर्मियों में ही नहीं बल्कि सर्दियों में भी स्किन को सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाव के लिए सनस्क्रीन की जरूरत होती है. क्योंकि सर्दियों में यूवीए किरणों के प्रभाव से स्किन पर डार्क स्पोट्स , टैनिंग व यहां तक कि झुर्रियां तक पड़ जाती है. इसलिए भूलकर भी सर्दियों में सनस्क्रीन से स्किन को प्रोटेक्ट करना न भूलें.

बेस्ट इन सनस्क्रीन 

मामा एअर्थ इंडियन सनस्क्रीन विद कैरेट सीड, टर्मेरिक एंड एसपीएफ

बता दें कि कैरेट सीड आयल स्किन में अंदर तक जाकर न सिर्फ सनप्रोटेक्शन देने का काम करता है बल्कि स्किन को मॉइस्चराइज भी करता है. वहीं हलदी में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होने के कारण ये स्किन को हील करने के साथसाथ सभी तरह की स्किन के लिए परफेक्ट है. वहीं ऑरेंज आयल नोन ग्रीसी होने के साथ इसमें हैं एंटीइंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज , जो यूवीए और यूवीबी किरणों से प्रोटेक्ट करने का काम करता है.

न्यूट्रोजेना हाइड्रो बूस्ट सनस्क्रीन 

इसका हाइड्रो बूस्ट फार्मूला , जिसमें है ह्यलुरोनिक एसिड और ग्लिसरीन. जो स्किन को हाइड्रेट रखने के साथ उसकी यूवी किरणों से प्रोटेक्शन करने का भी काम करता है.

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4. बोडी लोशन 

सिर्फ फेस को ही नहीं बल्कि सर्दियों में पूरे शरीर को मोइस्चर प्रदान करने की जरूरत होती है. ऐसे में अकसर लोग फेस क्रीम व बोडी लोशन को एक ही समझ कर अप्लाई करने लगते हैं. लेकिन आपको बता दें कि बोडी लोशन क्रीम के मुकाबले में कम गाढ़ा होता है. इसमें प्यूरीफाई पानी का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण ये काफी पतले होते हैं. ये शरीर पर आसानी से फैलने के साथसाथ उसके रूखेपन को दूर करने का काम करते हैं. हमेशा ऐसे बोडी लोशन का इस्तेमाल करना चाहिए , जो डेड स्किन को रिमूव करने के साथ पोर्स को ब्लोक न करे.

इंग्रीडिएंट्स इन गुड बोडी लोशन 

– जरूरी फैटी एसिड्स , जो स्किन को हैल्दी व ग्लोइंग बनाने का काम करते हैं. बता दें कि शरीर खुद से फैटी एसिड्स नहीं बनाता है बल्कि इसे डाइट व स्किन क्रीम्स के जरिए प्राप्त किया जाता है. ऐसे में जरूरी फैटी एसिड्स के लिए आपके बोडी लोशन में शिया बटर, ओलिव आयल , एवोकाडो , आलमंड आयल जैसे इंग्रीडिएंट्स का होना बेहद जरूरी है, ताकि वे स्किन में मोइस्चर को लौक कर सके.

– ग्लिसरीन, ग्ल्य्कोल्स और पोलियोल्स ये तीनों हुमेक्टेंट्स फैमिली के सदस्य होते हैं. ये तीनों स्किन में एक्स्ट्रा मोइस्चर को लौक करते हैं.

– ह्यलुरोनिक एसिड की त्वरित और प्रभावी हाइड्रेटेड क्रिया कोलेजन और इलास्टिन को नम और कार्यशील रखती है. जिससे स्किन सोफ्ट, स्मूद व यंग बनती है. इस तरह से आप सर्दियों में अपनी स्किन का खास खयाल रख सकते हैं.

Winter Special: कोल्ड क्रीम से स्किन को करें नरिश

जब सर्दियों में स्किन अपनी नमी खोने लगती है तो खूबसूरती में भी कमी आने लगती है जो शायद किसी को भी गवारा नहीं होता है. ऐसे में कोल्ड क्रीम खोए हुए मोइस्चर को वापस लौटाने के साथसाथ स्किन में मॉइस्चर को लौक करने का काम भी करती है, जिससे स्किन को विंटर प्रोब्लम्स से दूर रखने में मदद मिलती है. लेकिन इसके लिए जरूरत है सही कोल्ड क्रीम का चयन करने की और जब बात आए कोल्ड क्रीम की और रोजा हर्बल कोल्ड क्रीम का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है क्योंकि यह मौसम व आपकी स्किन का खास ध्यान रखकर जो बनाई गई है. जानते हैं क्यों है यह खास:

है विटामिन ई की खूबियां

विटामिन ई बहुत ही पावरफुल एन्टिओक्सीडेंट होने के कारण यह स्किन को अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने के साथसाथ स्किन को नौरिश करने में भी मदद करता है. इसकी मॉइस्चराइजिंग प्रोपर्टीज स्किन को सोफ्ट, स्मूद व जवां बनाए रखने का काम करती हैं. तभी तो सलाह दी जाती है कि आप विंटर के मौसम में स्किन प्रोब्लम्स से छुटकारा पाने के लिए विटामिन ई युक्त क्रीम जरूर अप्लाई करें.

ऐलोवेरा की मौजूदगी

ऐलोवेरा में ढेरों माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होने के कारण यह शरीर को बीमारियों से दूर रखकर न सिर्फ शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने का काम करता है, बल्कि इसमें विटामिन बी, सी, बीटा कैरोटिन होने के कारण यह स्किन को नौरिश करने के साथसाथ एजिंग प्रोसेस को भी स्लो करने का काम करता है. इस इनग्रीडिएंट से बनी क्रीम का खासकर के विंटर्स में इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद होता है क्योंकि यह ड्राई व डीहाइड्रेट स्किन को बिना ग्रीसी इफेक्ट दिए मॉइस्चराइज करने का काम जो करता है. इसकी खास बात यह है कि ऐलोवेरा सभी स्किन टाइप के लिए परफेक्ट होता है.

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फ्रूट एक्सट्रैक्ट्स भी

इसमें फलों की मौजूदगी होने के कारण इसमें है विटामिन ए, सी और डी की खूबियां जो स्किन को प्रोटेक्ट करने के साथसाथ उसे हैल्दी, सॉफ्ट बनाने का काम करती हैं. ये स्किन टोन को भी नेचुरली इंप्रूव करके स्किन को हील करके उसे जवां बनाए रखने का काम करती हैं. विटामिन ए अल्ट्रावायलेट किरणों से स्किन को प्रोटेक्ट करने का काम करता है, तो  विटामिन सी कोलेजन के उत्पादन में मदद करके स्किन को यंग लुक देने का काम करता है खास करके इसकी सर्दियों में सबसे ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि सर्दियों में कोलेजन के कम होने का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे स्किन पर झुर्रियों व फाइन लाइन्स की समस्या खड़ी हो जाती है. वहीं विटामिन डी को सनशाइन विटामिन कहा जाता हैं. यह हैल्दी स्किन सेल ग्रोथ के निर्माण में मददगार होने के साथसाथ उसे हील भी करने का काम करता है. कह सकते हैं कि यह स्किन की इम्यूनिटी को बूस्ट करने का काम करता है.

बादाम की खूबियां भी

बादाम विटामिन ई में रिच होने के कारण स्किन को नॉरिश व सॉफ्ट बनाने का काम करता है, साथ ही इससे फेशियल रिंकल्स भी कम होती हैं. बादाम विटामिंस, ओमेगा 3 और एन्टिऑक्सीडेंट्स में रिच होता है जो स्किन को पोषण देने का काम करते हैं, साथ ही बढ़ती उम्र के संकेतों को भी कम करने में मददगार हैं. अगर आप रोजाना इससे युक्त क्रीम को चेहरे पर अप्लाई करती हैं तो इससे स्किन सर्दियों में ड्रॉयनेस की समस्या से बची रहती है, जिससे उस की नेचुरल ब्यूटी भी मेन्टेन रहती है.

है नेचुरल ऑयल्स

जितना स्किन पर नेचुरल ऑयल्स का इस्तेमाल किया जाता है, स्किन उतनी ही नेचुरल व प्रॉब्लम फ्री रहती है. ऐसे में रोजा कोल्ड क्रीम में है नेचुरल ऑयल्स, जिनमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट्स व एंटीइनफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो स्किन के मॉइस्चर को स्किन में लॉक करने के साथसाथ स्किन के हीलिंग प्रोसेस को भी तेज करने का काम करते हैं, साथ ही ये चेहरे की ऑउटर लेयर को भी मजबूती प्रदान करते हैं.

बेनिफिट्स इन शॉर्ट्स

– स्किन को एजिंग और डिहाइड्रेशन से बचाए.

– स्किन से वाटर लॉस को कम करे.

– स्किन में तेजी से जाकर उसे सॉफ्ट बनाता है.

– नेचुरल इनग्रीडिएंट्स व ऑयल्स की खूबियों से भरपूर.

– इजी टू अवेलेबल.

– बजट फ्रेंडली भी.

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इन बातों का रखें ध्यान

– कोल्ड क्रीम हमेशा नेचुरल तत्त्वों से ही बनी हो.

– जब भी आप क्रीम खरीदें तो उसके इनग्रीडिएंट्स जरूर चेक करें.

– एक्सपायरी डेट देखकर ही कोल्ड क्रीम खरीदें.

– केमिकलरहित कोल्ड क्रीम ही स्किन के लिए फायदेमंद होती है.

– ऑनलाइन, ऑफलाइन जहां से भी आप क्रीम खरीदें, विश्वसनीय प्लेटफॉर्म से ही खरीदें. तो फिर इस विंटर अपनी स्किन को रोजा हर्बल केयर से करें नॉरिश.

Winter Special: सर्दियों में कैसे करें स्किन की केयर

सर्दी का मौसम आते ही त्वचा संबंधी समस्याएं विकराल रूप ले लेती हैं. सर्दियों में नमी की कमी के कारण त्वचा में रूखापन बढ़ने लगता है, जिस के कारण त्वचा बेजान व रूखी नजर आती है. त्वचा में खिंचाव होने के कारण इचिंग होने लगती है और जब रूखापन अधिक होने लगता है तो त्वचा में स्क्रैच पड़ने लगते हैं. इस वक्त शरीर व त्वचा को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत पड़ती है. आइए जानते हैं कैसे करें सर्दियों में अपनी देखभाल…

• सूर्य की अल्ट्रावायलट किरणों से झांइयां, टैनिंग जैसी समस्याएं पैदा होती हैं. इसलिए जब भी धूप का आनंद लेना हो, तो एस.पी.एफ. 15 से 30 तक कोई भी लोशन बौडी पर लगा लें और सीधी पड़ने वाली सूर्य की किरणों से बचें. सर्दियों में सी.टी.एम. यानी क्लींजिंग, टोनिंग एवं मौइश्चराइजिंग को अपने दैनिक क्रियाकलाप में अवश्य शामिल करें. क्लींजिंग जहां डस्ट, पसीने और गंदगी को रिमूव करता है, वहीं टोनर आप की स्किन के पी.एच. को बैलैंस करता है. मौइश्चराइजर त्वचा के रूखेपन को खत्म करने में सहायक होता है.

• फिगारो या बादाम का तेल बौडी मसाज में इस्तेमाल करें. इस में लैवेंडर आयल, रोज आयल एवं वीटजर्म आयल की 4-4 बूंदें मिला कर रखें. नहाने के बाद पूरी बौडी में विंटर केयर या बौडी लोशन इस्तेमाल करें. कोल्ड क्रीम या आयल बेस्ड क्रीम का उपयोग चेहरे के लिए करें. अगर आप विटामिन ई युक्त क्रीम का उपयोग करती हैं, तो यह त्वचा को पोषण देने का कार्य करेगी. सर्दी में हाथों एवं पैरों की नियमित देखभाल करें.

• पैरों के लिए किसी अच्छी कंपनी की फुट क्रीम यूज करें. माह में 1 बार पार्लर जा कर पैडिक्योर अवश्य कराएं ताकि नेल्स की डैड स्किन रिमूव हो सके और फटी एडि़यों का भी ट्रीटमैंट किया जा सके. पैराफिन वैक्स से आप घर में ही अपनी फटी एडि़यों का इलाज स्वयं कर सकती हैं. गरम पैराफिन वैक्स फटी एडि़यों में भर कर क्ंिलग फिल्म से रैप कर 10-15 मिनट रखने से एडि़यां सौफ्ट हो जाती हैं. ग्लिसरीन में नीबू एवं रोज वाटर मिला कर शीशी में भर के रख लें. हफ्ते में 2 बार इसे चेहरे पर लगाएं. होंठों को फटने से बचाने के लिए लिपबाम का इस्तेमाल करें. गुलाब की पंखुडि़यों को भी पीस कर इन में मिला सकती हैं. यह होंठों को कालेपन से बचाता है.

• सर्दियों में मेहंदी का उपयोग कम करें, क्योंकि मेहंदी लगाने से बाल ड्राई होते हैं. अगर बहुत जरूरी हो तो मेहंदी में दही मिला कर लगाएं. बालों में कंडीशनर या हेयर स्पा जरूर लगाएं.

• सर्दियों में मेकअप करते वक्त खयाल रखें कि स्किन को फेसवाश कर मौइश्चराइजर लगा कर 15 मिनट तक छोड़ दें. फिर क्रीम बेस्ड फाउंडेशन यूज करें. लिक्विड आईलाइनर यूज न कर के केक आईलाइनर यूज करें. पेनकेक को वाटर के साथ मिक्स कर लगाने से मेकअप में क्रैक्स नहीं पड़ते.

• सर्दी के मौसम में त्वचा रूखी न हो, इस के लिए जैतून का तेल या बौडी लोशन और वाटर बेस्ड क्रीम इस्तेमाल करें. मौइश्चर कम होने से स्किन में पैच हो जाते हैं. जगहजगह सफेद रंग की स्किन निकलने लगती है. आयल ड्राई होने पर पिंपल्स और एक्नों वाली स्किन हो जाती है. अत: स्किन का ग्लो बना रहे, इस के लिए प्रतिदिन ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं और फेस पर हाइड्रोमाइश, हाइडे्रटिंग एम्पयूल या मौइश्चराइजर इस्तेमाल करें. माह में 1 बार फेशियल अवश्य कराएं.

• सनबर्न और टैनिंग होने पर ऐंटीटैनिंग पैक लगाएं. सर्दियों में केले और पपीते का पैक लगाएं. मिल्क और हनी का पैक त्वचा में फेयरनैस तो देगा ही, त्वचा में कसाव भी लाएगा. चंदन का तेल ऐंटीसैप्टिक का काम करता है. इसलिए बौडी में इचिंग, स्क्रैचेस पड़ने पर जैतून के तेल में चंदन का तेल मिला कर उस जगह पर लगाने से फायदा होगा. पिंपल्स व एक्ने होने से रोकने के लिए कुकुंबर जैल में ट्रीट्री आयल की 2 बूंदें डाल कर रात में सोने के पहले पिंपल्स वाली जगह पर लगाएं. पपीता एंजाइम लोशन से डेली हलके हाथों से 5 मिनट तक मसाज करें. अरोमा का क्लौव पैक लगाएं.

• सर्दियां आते ही जहां चटपटे, मसालेदार खाने में रुचि उत्पन्न होती है, वहीं तीजत्योहारों से भरे मौसम में तलाभुना, मिठास से भरपूर स्वादिष्ठ व्यंजन भी हमारे आहार में शामिल होता है. यह खानपान न केवल हमारी पाचन प्रणाली को, हैल्थ को भी नुकसान पहुंचाता है. हमारी त्वचा में भी कई समस्याएं पैदा करता है. जहां सर्दियों में त्वचा में नमी की कमी के कारण रूखापन, क्रैक्स, इचिंग जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं, वहीं गलत खानपान से पिंपल्स, ब्लैकहैड्स आदि समस्याओं से भी रूबरू होना पड़ता है.

• सर्दियों में आप तलाभुना स्वादिष्ठ भोजन संयमित मात्रा में लें, परंतु इस के साथ वाक, एक्सरसाइज एवं वर्कआउट अवश्य करें. सुबह की ताजा हवा आप को नमी व शुद्ध आक्सीजन भी देती है. इस मौसम में मौसंबी, अनार एवं पपीते का शेक अवश्य लें. पपीता पाचन में तो सहायक होगा ही, आप को पिंपल्स और एक्ने होने से भी बचाएगा. अंकुरित चने, मूंग, मटर, लोबिया को नीबू, नमक के साथ सलाद के रूप में अवश्य लें. रोजाना जूस, सूप या कोई भी लिक्विड अवश्य लें. बासी व ठंडे खाने से बचें.

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