बालों को मजबूत व शाइनी बनाने के लिए लगाएं जैतून का तेल

आलिव आयल यानी की जैतून का तेल हमारे दिल, दिमाग और त्‍वचा के साथ ही हमारे बालों के लिए भी अति उत्‍तम है. यह बालों की जड़ से देखभाल करके उन्‍हें पूरा पोषण पहुंचाता है. इसके अलावा इसमें विटामिन ई पाया जाता है, जो बालों को चमकदार बनाने में मदद करता है. यहां पर आलिव आयल की कुछ ब्‍यूटी रेसिपी दी जा रही हैं, जिनका इस्‍तमाल करके आप अपने बालों को और भी अच्‍छा बना सकती हैं.

1. फूलों का रस और आलिव आयल

अगर आप रातभर आलिव आयल और फूलों की कुछ पंखुडियों को एक साथ मिला कर जार में रख दें, और उससे रोज अपने सिर की मालिश करें तो भी अच्‍छा रहेगा. फूलों के रूप में आप गुलाब और जैस्‍मिन की टूटी पंखुडियों का प्रयोग करें. पर इस मिश्रण को पूरे 24 घंटों के लिए एक साथ मिला कर रखना होगा.

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2. शहद और आलिव आयल

एक कटोरे में सामान्‍य मात्रा में आलिव आयल और शहद मिलाएं. अब इसको अपने बालों के भीतर तक जड़ों में लगा लें. उसके बाद अपने बालों को एक साथ समेट कर पूरी तरह से ढ़क लें. बालों को ढंकने के लिए किसी कपड़े या पन्‍नी का प्रयोग कर सकतीं हैं. इस पेस्‍ट को सिर में लगाने के बाद 10 मिनट में बालों को शैंपू कर लें.

3. नींबू के बीज, काली मिर्च और आलिव आयल

अगर आपको अपने बाल बढ़ाने हैं, तो नींबू के बीज, काली मिर्च के दाने और आलिव आयल को मिला कर पेस्‍ट बनाएं. इस सारी सामग्रियों को एक साथ पीस लें और फिर सिर में 20 मिनट तक के लिए लगाएं और फिर शैंपू कर लें.

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4. आलिव आयल और अंडा

अगर आपके बाल बेजान दिखते हैं, तो अंडा लगा कर उसे थोड़ा घना बना सकते हैं. एक कप में दो अंडे तोडे और उसमें आलिव आयल मिलाएं और इस मिश्रण को अच्‍छे से दो मिनट तक मिलाएं. इस मिश्रण को सिर पर बालों की जड़ों तक लगाएं. 10 मिनट तक छोड़े और फिर शैंपू कर लें. इससे बालों में शाइन आएगी और वह घने लगेगें.

5 टिप्स: चीनी से बना स्क्रब निखारे स्किन

जैसे जैसे मौसम बदलता है, इसका सबसे ज्यादा असर हमारी स्किन पर पड़ता है. स्किन का रूखापन, खुरदुरापन और बेजान होना आम समस्या है. इस समस्या से निपटने के लिए घरेलू उपचार से बेहतर कोई दूसरा उपचार हो ही नहीं सकता. उसी घरेलू उपचार में से एक है चीनी यानि की शक्कर का स्क्रब. सुनने में अजीब जरुर लग सकता है लेकिन इसका काम इतना फायदेमंद है, जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता. शक्कर के स्क्रब से स्किन में नमी बरकरार रहती है. चीनी स्किन को एक्सफोलिएट करती है. जो रूखेपन से बचाता है और नेचुरल नमी बरकरार रखता है. चीनी को ग्लाइकोलिक एसिड का अच्छा स्रोत भी माना जाता है. जिससे स्किन ग्लोइंग होती है. आज इस लेख के जरिये हम आपको बताएंगे कि आप कैसे अपनी स्किन को चीनी के स्क्रब से चमकदार बना सकती हैं. तो चलिए फिर शुरू करते हैं.

1. चीनी और नींबू का स्क्रब-

अगर आपकी स्किन टैनिंग और डार्क स्पॉट से भरी हुई है तो ये स्क्रब आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. इसे तैयार करने के लिए दो चम्मच चीनी और नींबू का रस मिलाएं. फिर हल्के हाथों से धीरे-धीरे अपने चेहरे पर मसाज करें. फिर धो दें. आपको फायदे खुद नजर आएंगे.

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2. चीनी और ग्रीन टी का स्क्रब-

ग्रीन टी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल के साथ एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है. जो स्किन को रिफ्रेश करने में मदद करती है साथ ही पिम्पल्स को भी रोकती है. इसे बनाने के लिए एक चम्मच चीनी और एक चम्मच ग्रीन टी में जैतून का तेल मिलाएं. फिर इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर छोड़ दें. फिर हल्के हाथों से इसे अपने चेहरे पर मसाज करें. इस स्क्रब से स्किन की गंदगी और डेड स्किन हटाने में मदद मिलती है.

3. चीनी और ओट्स का स्क्रब-

ओट्स के फायदे के बारे में कौन नहीं जानता होगा. ओट्स से ऑयली स्किन और पिम्पल्स को रोकने में मदद मिलती है. इसका स्क्रब बनाने के लिए एक चम्मच ओट्स और चीनी को अच्छे से मिक्स कर लें. और इसका पेस्ट बना लें. इस स्क्रब के पेस्ट को जैतून के तेल या शहद की कुछ बूंद मिलाइए. इस पेस्ट को अच्छे से अपने पूरे चेहरे पर लगाएं. फिर करीब 10 मिनट के बाद इसे मसाज करके धो लें. आप इस स्क्रब को हफ्ते में एक से दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं.

4. चीनी और जैतून के तेल का स्क्रब-

स्किन के लिए जैतून का तेल हर मामले में लाभदायक होता है. इसके फायदे अनगिनत हैं. जैतून का तेल स्किन की कोशिकाओं से खराब पदार्थों को निकालने में मदद करता है. जिससे चेहरे में नेचुरल चमक बरकरार रहती है. इसके साथ ही जैतून का तेल स्किन में ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स को टिकने नहीं देता. आपको इसका स्क्रब बनाने के लिए चीनी के साथ एक बड़ा चमच्च जैतून का तेल मिलाएं. फिर अपनी उँगलियों की मदद से इस पेस्ट को अपने चेहरे से मसाज करके निकाल लें और पानी से धो लें.

5. चीनी और हल्दी का स्क्रब-

आयुर्वेद में हल्दी का उपयोग पीढ़ियों से किया आया जा रहा हैं. बात ब्यूटी की हो या शरीर को तंदरुस्त बनाने की,हल्दी इस में मदद करती है. हल्दी स्किन की टैनिंग को कम करने, पिम्पल्स को कम करने और डार्क सर्कल के साथ डेड स्किन को हटाने में मदद करती है. इस स्क्रब को बनाने के लिए चीनी के साथ हल्दी पाउडर का बड़ा चम्मच मिलाएं. इस पेस्ट को बनाने के लिए एक चम्मच शहद का इस्तेमाल करें. इस पेस्ट को अपने चेहरे पर 20 मिनट लगाने के बाद गुनगुने पानी की मदद से मालिश करें और धो लें. बेहतर परिणाम के लिए हफ्ते में एक बार जरुर ये स्क्रब करें.

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स्किन की देखभाल के लिए बाहरी महंगे स्किनकेयर प्रोडक्ट्स से ज्यादा घरलू उपाय ज्यादा कारगर हैं. अगर आप स्किन को नेचुरल तरीके से खूबसूरत, हेल्दी और गुलाबी बनाए रखना चाहती हैं तो हमारे बताये हुए चीनी स्क्रब्स का इस्तेमाल जरुर करें. क्योंकि ये स्क्रब्स आपकी स्किन के लिए काफी फायदेमंद हैं जो आपको हर तरह की स्किन प्रॉब्लम से कोसो दूर रखेगा.

मेरे आईलैशेज घनी नहीं हैं साथ ही टूट भी जाती हैं, मैं क्या करूं?

सवाल-

मेरे आईलैशेज घनी नहीं हैं साथ ही टूट भी जाती हैं. मैं ऐसा क्या करूं जिस से मेरी समस्याएं दूर हो जाएं?

जवाब-

घनी आईलैशेज के लिए अरंडी का तेल काफी फायदेमंद माना जाता है. इस में रिसिनोलिक ऐसिड पाया जाता है. यह बालों की जड़ों में रक्त प्रवाह का बढ़ाता है और पलकों के विकास के लिए उत्तेजित करता है. अरंडी के तेल से न सिर्फ आप की पलकें घनी होंगी बल्कि यह पलकों को टूटने से भी बचाएगा.

आप चाहें तो परमानेंट आईलैशेज का औप्शन भी चुन सकती हैं जिस में आप अपनी पसंद और जरूरत के अनुसार कोई भी कलर, लंबाई और जितने आईलैशेज चाहे चुन सकती हैं लेकिन हमारी सलाह है कि आप सब से मिनिमल लैशेज को चुने ताकि आप को नैचुरल लुक मिले.

इस प्रक्रिया से पहले स्किन टाइप को भी जांचा जाता है व फिर कंप्यूटर के माध्यम से चेहरों को विभिन्न आकार के लैश को सेट कर के देखा जाता है. बाद में सूट करता हुआ लैश फिट किया जाता है.

आइलैश ऐक्सटेंशन में किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता और यह बेहद सुरक्षित भी है. ये लैशेज वाटरप्रूफ, स्वेटप्रूफ्र और औयलप्रूफ होते हैं, हालांकि इस ऐक्सटेंशन को परमानेंट माना जाता है लेकिन नेल ऐक्सटेंशन की तरह इस में भी हर महीने रिफिलिंग की जरूरत पड़ती है. इस में पलकों पर फिर से आइलैश को सेट किया जाता  है. ऐक्सटेंशन को बारबार सुधारने की जरूरत होती है.

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मेकअप को युवतियों की सैकंड स्किन कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. हर उम्र की युवती या महिला ग्लैमरस, यंग, सैक्सी नजर आने के लिए मेकअप करती है, लेकिन इस बात से अनजान रहती है कि दिनभर किए मेकअप को हटाना भी बहुत जरूरी है वरना इस से स्किन को नुकसान पहुंच सकता है. अगर आप भी मेकअप रिमूव करने में कोताही बरतती हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि इस से आप को नुकसान हो सकता है, आइए जानें.

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अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
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Beauty Blog: मेरा सफ़र बालों के संग

जब से  मैंने होशा संभाला था, अपने बालों को एक सुनामी जैसे पाया था.12 या 13 वर्ष की उम्र उस समय( 90 के दशक में) इतनी ज्यादा नही होती थी कि मुझे कुछ समझ आता .तेल से तो उस समय मेरा दूर दूर तक नाता नही था.शायद ही कभी तेल को बालों में लगाया हो.मेरे बाल बहुत घने थे जिसके लिए अधिकतर लोग तरसते हैं.मेरी अपनी सहेलियां और दूर पास की रिश्ते की बहने मेरे जैसे बाल चाहती थी.मेरे बाल वेवी थे इसलिए बिना ड्रायर के ही हमेशा फूले हुए लगते थे.

बाल क्योंकि वेवी थे,इसलिये मेरी मम्मी हमेशा बोयकट ही करवाती थी .बॉय कट के कारण मुझे अपना साधरण चेहरा और अधिक साधरण लगता था.कंडीशनर, स्पा इत्यादि का तब प्रचलन नही था.बाल धोने के लिए हमे हफ़्ते में एक बार ही शैम्पू मिलता था .हफ्ते में बाकी दिन मुझे नहाने के साबुन से ही बाल धोने पड़ते थे.साबुन से धोने के कारण और तेल या अन्य कोई घरेलू नुस्खा  ना अपनाने के कारण मेरे कड़े बाल और अधिक रूखे और कड़े हो गए थे.

पर फिर भी बिना किसी प्रकार की देखभाल के भी मेरे बाल ना झड़ते थे, ना टूटते थे.

फिर जब मैं कॉलेज में आई तो स्टेपकट करा लिया जो मेरे बालो के टेक्सचर कारण अच्छा लगता था.फिर शुरू हुआ इक्का दुक्का सफ़ेद बालो का दिखना.अब सोचती हूँ कि उन सफ़ेद बालो को ऐसे ही छोड़ सकती थी. पर मैंने अपने बालों में मेहंदी लगानी शुरू कर दी थी.हर 15 दिन बाद में मेहंदी लगा लेती थी, बाल चमकने के साथ साथ बहुत सख्त भी हो गए थे.ये सारे प्रयोग मैं  चाची, नानी इत्यादि के घरेलू नुस्खों की मदद से कर रही थी.

जब भी बाल कटाने जाती तो हमेशा कहा जाता कि मेहंदी की एक परत मेरे बालो पर जम गई हैं.अधिक मेहंदी बालो के लिए नुकसानदेह हैं.पर मैने अधिक ध्यान नही दिया.विवाह के पश्चात मेरे ब्यूटी रूटीन में कंडीशनर भी जुड़ गया था.अब मैं हफ़्ते में तीन दिन बाल धोती थी और बाद में कंडीशनर लगाती थी.

पर यहाँ भी मैंने एक गलती करी थी कि मैंने शैम्पू और कंडीशनर का चुनाव अपने बालों के हिसाब से नही बल्कि मूल्य के हिसाब से किया था.

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फिर विवाह के डेढ़ वर्ष बाद मैंने बेटी को जन्म दिया .बाल बेहिसाब झड़ रहे थे, सब ये ही कह रहे थे कि माँ बनने के बाद ये बदलाव नार्मल हैं.बेटी के जन्म के पश्चात मुझे हाइपोथायरायडिज्म की समस्या भी हो गई थी. पर फिर भी मैंने अपने बालों की देखभाल में कोई परिवर्तन नही किया था. फिर धीरे धीरे जब मेहंदी की परत के कारण जब मेरे बाल एकदम लाल हो गए तो परिवार के कहने पर मैंने हेयर कलर करना आरंभ कर दिया था.ये बात झूठ नही होगी अगर मैं ये कहूं कि कलर के बाद बाल थोड़े ज्यादा अच्छे लगते हैं और उनमें रूखापन भी थोड़ा कम हो जाता हैं.कभी घर पर कलर करती थी और कभी पार्लर में.जब भी पार्लर में कलर करवाने जाती ,एक ही बात बताई जाती”स्पा लेना जरूरी हैं”

पर जैसे की आमतौर पर सबको लगता हैं, मुझे भी ये ही लगा कि ये पार्लर वाले ,पैसा उघाहने के कारण ऐसा बोलते हैं.32 वर्ष से 40 वर्ष तक लगातार कलर करने के कारण बाल इतने अधिक रूखे हो गए थे जैसे कोई झाड़ू हो.फिर भी मैंने कुछ नही सीखा और घुस गई हेयर केराटिन की दुनिया में. पार्लर में बोला गया ये मेरे बालो को एकदम ठीक कर देगा पर मुझे स्पा कराना जरूरी हैं.

अब मैं एक बात बताना चाहूंगी कि केराटिन, स्मूथीनिंग या स्ट्राइटेनिंग सब मे केमिकल्स का ही प्रयोग होता हैं.इस भुलावे में मत रहे कि केराटिन में केमिकल्स नही होता हैं. हेयर कलर हो या किसी भी प्रकार का हेयर ट्रीटमेंट सब मे केमिकल्स होते हैं.जरूरत हैं कि अपने बालों को समझ कर उस हिसाब से ही देखभाल करें.

अब इतने वर्षो बाद मुझे समझ आया हैं कि आपके बालों को आपसे बेहतर कोई नही समझ सकता हैं.अपने पति, बच्चो, बहन, दोस्तो या फिर पार्लर के कहने पर बालो पर कदापि भी प्रयोग मत करे.ये बात याद रखिये ये आपके बाल हैं ,कोई प्रयोगशाला नही हैं.उल्टे सीधे प्रयोग बंद कीजिए.

अब 44 वर्ष की उम्र में ये तो नही कहूंगी कि मेरी जुल्फें काली, रेशमी और घनी हो गयी है.पर मैंने अब अपने बालों को समझ कर उनकी देखभाल आरंभ कर दी हैं.आईये मैं कुछ छोटे छोटे टिप्स शेयर करती हूँ शायद ये आपके लिए भी फायदेमंद साबित हो.ये सारे ही टिप्स या सुझाव मेरे अपने अनुभव पर आधरित हैं.

1.आयल मसाज हैं ज़रूरी-ऑयल मसाज  का कोई भी विकल्प नही हैं.बाजार में उपलब्ध खुश्बूदार तेल के बजाय घर मे उपलब्ध सरसों का तेल या प्राकृतिक नारियल के तेल का इस्तेमाल करे.बाल धोने से पहले मसाज आवश्यक हैं.अगर रात भर तेल लगा कर नही रख सकती हैं तो कम से कम दो  घँटे पहले अवश्य रखे.

2.घरेलू हेयर मास्क चुने बालो के हिसाब से-दो चम्मच प्याज का रस बालो पर अगर आप धोने से पहले लगाती हैं तो ये आपके बालों को मुलायम बनाने के साथ साथ मजबूत भी बनाता हैं.मेथी दाना और दही का मास्क भी रूखे बालो के लिए लाभकारी हैं.मुल्तानी मिट्टी का पैक तैलीय बालो के लिए उत्तम हैं. आपकी रसोई में ही सब कुछ हैं पर जरूरत हैं अपने बालों को समझे और फिर उनकी देखभाल करे.अकसर हम दूसरों की देखादेखी कोई भी हेयर मास्क लगा लेते हैं जो सही नही हैं.

3.हेयर कलर और हेयर स्पा साथ साथ हैं-अगर आप हेयर कलर करती हैं तो माह में कम से कम एक बार हेयर स्पा जरूरी हैं.तीन माह में एक बार हेयर कलर पार्लर पर करवा सकती हैं .टच उप हर 15 दिन में घर पर कर सकती हैं.हेयर स्पा भी आप एक माह घर पर और एक माह पार्लर पर करवाए. बालो की सेहत बनी रहेगी.

4.नेचुरल बालों से ही होती हैं शान-जहाँ  तक हो सके बालो पर रिबॉन्डिंग, केराटिन या कर्लिंग मत करवाए. ये सब केमिकल ट्रीटमेंट हैं जो आपके बालो की क्वांटिटी और क़्वालिटी दोनो को खराब कर देते हैं.आपके बाल चाहे सीधे हो, घुंघराले हो या फिर वेवी हो उन्हें वैसे ही रहने दे.ये केमिकॉली ट्रीटेड बालो से अधिक मजबूत और घने होते हैं.

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5.ट्रिमइंग हैं जरूरी- हर दो या तीन माह में ट्रिमिंग अवश्य कराए.ट्रिमिंग कराते रहने से बाल संभले हुए और बेहतर लगते हैं.

6.विटामिन और मिनरल्स को भी बनाये साथी- विटामिन्स और मिनरल्स को फल, सब्ज़ी या कैप्सूल के रूप में अपनी थाली में शामिल कर ले.जिंक, विटामिन ई इत्यादि बालो के लिए बहुत अच्छे रहते हैं

7.हार्मोनल इम्बलनस का कराया उपचार- हाइपोथायरायडिज्म बालो को रूखा करता हैं.बालो के झड़ने के पीछे भी इसका भी हाथ होता हैं.अगर कोई हार्मोनल असंतुलन हैं तो उसका उपचार अवश्य करवाए.

8.उम्र के हिसाब से करे देखभाल में परिवर्तन- जो हेयर मास्क 20 की उम्र के लिए कारगर हैं वो 40 में नही होगा.अपनी उम्र, जीवनशैली के हिसाब से ही अपने बालों की देखभाल करे.

आपके बालों का टेक्सचर आपकी जीन, आपकी जीवनशैली पर बहुत हद तक निर्भर करता हैं.पर अपने अनुभव के आधार पर ये अवश्य कह सकती हूँ कि थोड़ी सी मेहनत से, कुछ सजगता से हम बालो को संभाल जरूर सकते हैं.

4 TIPS: फेस एसिड से पायें खूबसूरती

जब हम “एसिड” का नाम सुनते हैं तो डर लगने लगता है और सबसे पहले हमारे दिमाग में कैमिकल बर्न का ख्याल आता है क्यूंकि एसिड्स बहुत ही ख़तरनाक होते हैं. अपनी कोमल स्किन पर इनका प्रयोग करने के बारे में हम कल्पना में भी नहीं सोच सकते. लेकिन ऐसे भी कुछ एसिड्स होते हैं जो आपकी स्किन को निखारने का काम करते हैं. आज कल के मॉडल्स और एक्ट्रेसेस अपनी स्किन को पैंपर करने के लिए फेस एसिड का इस्तेमाल करती हैं. यहां तक के हमारे रोज़ाना क्रीम और मॉश्चराइजर में भी कुछ मात्रा में फेस एसिड्स पाए जाते है. यहां एसिड का मतलब तेजाब से नहीं बल्कि फल और अन्य खाद्य चीज़ों से उत्पादित होने वाले नेचरल एसिड का है.

अगर इन एसिड को मात्रा में सही ढंग से उपयोग किया जाए तो ये आपकी स्किन के लिए फायदेमंद होते हैं. आप अगर पिंपल, एक्ने, रिंकल्स, फाइन लाइन्स या फिर ऐज स्पॉट जैसी स्किन की समस्याओं से परेशान हैं तो फेस एसिड्स आपके चेहरे के लिए चमत्कारी साबित हो सकते हैं. ये सभी एसिड्स बाज़ार में सीरम के रूप में मिल जाते हैं और अपनी स्किन अनुसार आप इनका प्रयोग कर सकते हैं. किसी भी एसिड का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि आप धूप से बचाव करें और दिन में एस.पी.एफ का इस्तेमाल जरूर करें.

ये कुछ चार ऐसे एसिड्स हैं जिन्हें आप अपने चेहरे पर बिना झिझक के रोज़ाना इस्तेमाल कर सकते हैं:

1) कोजिक एसिड-

कोजीक एसिड चावल को फरमेंट करने वाले बैक्टीरिया में पाया जाता है. यह इंग्रीडिएंट एशिया के लगभग सभी स्किन केयर प्रोडक्ट में पाया जाता है. कोजिक एसिड मेलानिन के उत्पादन को रोकता है जिसके कारण इसके रोज़ाना इस्तेमाल से आपकी स्किन का रंग हल्का होता जाता है. चेहरे पर निखार लाने के साथ यह एसिड आपको हाइपर पिग्मेंटेशन और झाईयों से भी मुक्त करता है. सूरज के कारण अगर आपकी स्किन टैन हो गई है तो इसके इस्तेमाल से आप अपनी रंगत साफ कर सकते हैं.

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2) हेलुरोनिक एसिड-

ये एसिड स्किन को मॉइश्चराइज़ और प्लंप रखने में मदद करता है. स्किन में नमी बनाए रखने के लिए आप हेलुरोनिक एसिड युक्त सीरम के इस्तेमाल कर सकती हैं. उम्र के साथ साथ आपके स्किन में प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होने वाला हेलुरोनिक एसिड धीरे धीरे कम होता जाता है. 40 साल की उम्र तक यह एसिड 50 फीसदी तक घट जाता है. इसके कारण आपकी स्किन बेजान और रूखी नज़र आती है. ऐसे में आप हेलुरोनिक एसिड युक्त क्रीम या सीरम का इस्तेमाल करके स्किन में नमी बढ़ाकर ग्लोइंग स्किन पा सकते हैं.

3) सैलिसिलिक एसिड-

“विलो” नामक वृक्ष की छाल से बनने वाला सैलिसिलिक एसिड स्किन को साफ रखने में उपयोगी माना जाता है. यह एक प्रकार का बीटा- हाइडॉक्सी- एसिड होता है जो स्किन के रोम छिद्रों में जाकर बेजान स्किन सेल्स, सीबम और बैक्टीरिया का सफाया करता है. ऑयली स्किन वालों को एक्ने और पिंपल्स की परेशानी बनी रहती है. ऐसे में इस एसिड का उपयोग करना आपकी स्किन के लिए काफी लाभदायक माना जाता है. फेसवॉश या जेल के रूप में सैलिसिलिक एसिड का इस्तेमाल किया जा सकता है.

4) लैक्टिक एसिड –

लैक्टिक एसिड सभी एसिड्स से अधिक सौम्य होता है. ये स्किन में पानी की कमी को पूरा करता है और स्किन की कोशिकाओं को हाइड्रेट रखता है. डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे कि दही, चीज़, दूध में लैक्टिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है. स्किन को निखारने और ऑयल कंट्रोल करने में लैक्टिक एसिड्स उपयोगी साबित होता है. यह स्किन को एक्सफोलिएट करके चिकना एवं कोमल बना देता है और फाइन लिंक्स एवं रिंकल्स जैसी समस्याओं को दूर करने में लाभदायक होता है. प्रैग्नेंसी के दौरान लैक्टिक एसिड्स के प्रयोग से बचाव करना चाहिए.

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मेकअप करने से पहले जान लें ये 10 Rules

मेकअप के कुछ Rules होते हैं और ज्यादातर महिलाओं को इन के बारे में पता ही नहीं है. एक सर्वे से पता चला है कि 5 में से 1 को भी इन की कोई जानकारी नहीं थी और ज्यादातर लोगों ने तो इस बारे में सुना भी नहीं था. ये कीमती टिप्स अपना कर आप भी अपनी सुंदरता कामय रख सकती हैं.

1. फाउंडेशन पूरे चेहरे पर नहीं लगाना चाहिए

फाउंडेशन का इस्तेमाल सिर्फ उन जगहों पर करना चाहिए जहां स्किन के रंग में फर्क हो. फाउंडेशन शेड आप की स्किन से मिलता हुआ होना चाहिए. मान लीजिए कि आप की नाक के पास वाली स्किन हलकी सी काली है तो आप वहां पर फाउंडेशन लगा कर उसे आसपास फैला लें ताकि पूरी स्किन इकसार हो जाए.

2. आईब्रो पैंसिंल

इस का इस्तेमाल आईब्रोज को उभारने के लिए करें न कि आईब्रो बनाने के लिए. आईब्रोज चेहरे को साफसुथरा लुक देती हैं तो पैंसिल का प्रयोग उन के नैचुरल लुक को उभारने के लिए ही करें.

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3. प्राइमर का महत्त्व

अगर आप चाहती हैं कि आप का मेकअप ज्यादा देर तक टिके या जल्दी खराब न हो तो मेकअप करने से पहले प्राइमर लगाना न भूलें. यह आप के चेहरे को इकसार करेगा और आप का मेकअप भी टिका रहेगा. मेकअप से पहले आइस क्यूब चेहरे पर लगाने से भी मेकअप ज्यादा देर टिकता है और स्किन भी हाइड्रेटेड रहती है.

4. हम मेकअप पर तो ध्यान देते हैं पर उन के ब्रशेज पर नहीं

हम ब्रशेज की साफसफाई पर ध्यान नहीं देते और उन्हें ऐसे ही इस्तेमाल करते रहते हैं जिस से उन पर बैक्टीरिया पनपते रहते हैं और हमारी स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं. इसलिए मेकअप करने से पहले ब्रशेज को साबुन मिले गरम पानी में भिगो कर रखें. आप एक अच्छा ब्रश क्लीनर भी ले सकती हैं.

5. मसकारा लगाने से पहले आईलाइनर लगाएं

मसकारा लगा कर आईलाइनर लगाना थोड़ा मुश्किल है तो बेहतर यही होगा कि आप पहले आईलाइनर लगाएं फिर मसकारा.

6. मेकअप हमेशा हाइड्रेटेड स्किन पर ही करें

आप की स्किन पर मेकअप टिका रहे तो यह बहुत जरूरी है कि आप उस की देखभाल रोज करें. सीटीएम (क्लीनिंग, टोनिंग और मौइस्चराइजिंग) हमेशा याद रखें. इस से आप को मेकअप करने में आसानी होगी.

7. पाउडर का इस्तेमाल कम करें

चेहरे की कमियों को छिपाने के लिए लिक्विड फाउंडेशन का प्रयोग ठीक रहता है. इस से चेहरे के दाग और बाकी कमियां छिप जाती हैं. इस के बाद पाउडर लगाकर अच्छा बेस तैयार हो जाता है और मेकअप भी ज्यादा देर टिकता है.

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8. ब्राइट लिपस्टिक या ब्राइट ब्लशर

हमेशा ध्यान रखें कि मेकअप करते समय या तो ब्राइट लिपस्टिक लगानी है या फिर ब्राइट ब्लशर. दोनों एक साथ कभी भी आप को पिक्चर परफैक्ट लुक नहीं देंगे. अच्छा होगा कि मेकअप करने से पहले आप डिसाइड कर लें कि आप को ब्राइट लुक चाहिए या डस्की.

9. स्किन के मुताबिक ही स्क्रब खरीदें और इस का इस्तेमाल भी कम करें

ज्यादातर लोग सोचते हैं कि रोज स्क्रब करने से इन की स्किन चमकेगी. ऐसा नहीं है रोज स्क्रब करने से स्किन से जरूरी तेल निकल जाता है. इसलिए हफ्ते में 2-3 बार स्क्रब करना पर्याप्त है. बादाम को भिगो कर पीस कर स्क्रब बना कर लगाने से पोषण भी मिलेगा और स्किन को कोई नुकसान भी नहीं होगा.

10. लिप लाइनर और लिपिस्टक

ये दोनों एकदूसरे को कौंप्लिमैंट करते हैं, इसलिए इन का शेड भी मैच करें. आप ने देखा होगा महिलाएं एक लिप लाइनर खरीद लेती हैं फिर सभी लिपस्टिक की आउटलाइन उसी से करती हैं. अगर आप एक शेड डार्कर लिप लाइनर इस्तेमाल करेंगी तो यह आप के लिप्स की सुंदरता बढ़ा देगा.

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5 TIPS: बेकिंग सोडा से पाइए खूबसूरत स्किन

सर्दियों में सर्द हवाएं न केवल हमारी त्‍वचा को रूखा बना देती है बल्कि उसकी नमी सोख कर उसे कड़ा कर देती है. ऐसे में हमें अपनी त्‍वचा का खास ख्‍यान रखना चाहिए. सर्दियों में ज्‍यादातर लोग गर्म पानी का प्रयोग करते हैं जो हमारी त्‍वचा के लिए काफी हानिकारक है.

आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्‍स बताएंगे जिससे सर्दियों में भी आपकी त्‍वचा खिल उठेगी. हम सभी जानते है बैकिंग सोडा एक अच्‍छा क्‍लीनिंग एजेंट होता है. जो सभी के घरों में आसानी से उपलब्‍ध भी रहता है. क्‍या आप जानती है बैकिंग सोडा हमारी त्‍वचा के लिए कितना लाभदायक है.

1. अगर आपकी त्‍वचा में ब्‍लैक हेड हैं तो बैंकिंग सोडा का मास्‍क बना कर चेहरे में लगाने पर काफी फायदा होगा. मास्‍क बनाने के लिए एक चौथाई संतरे और नीबूं के रस को बैकिंग सोडा में अच्‍छी तरह मिलाकर चेहरे पर कम से कम 15 मिनट तक लगाए और बाद में इसे गर्म पानी से धो लें.

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2. बैकिंग सोडा को सीधे चेहरे पर लगाने से यह एक फ्रेंशियल स्‍क्रब की तरह काम करता है. बैकिंग सोडा से स्‍क्रब करने पर त्‍वचा के पोर खुल जाते हैं.

3. क्‍या आप जानते है बैकिंग सोडा एक अच्‍छा डियोड्रेंट भी है. बैकिंग सोडा को पानी में मिलाकर नहाने पर त्‍वचा में पसीने की बदबू और खतनाक कैमिकल नहीं बनते. जिससे पसीने से बदबू नहीं आती.

4. दो चम्‍मच दही में बैकिंग सोडा मिलाकर लगाने से त्‍वचा में बनने वाले हानिकारकएंजाइमों को भी यह खत्‍म कर देता है.

5. बेकिंग सोडा का इस्‍तमाल आप जाड़ों में बाथ ऑयल के रुप में भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको 2 टी स्‍पून विटामिन ई ऑयल,4 टी स्‍पून शहद,1 टी स्‍पून क्रीम, 1 टी स्‍पून नमक और 1 टी स्‍पून बेकिंग सोडा कि जरुरत पडेगी. इन सबको अच्‍छे से मिला लें और अपने पूरे शरीर पर इस मिश्रण से 20 मिनट तक मसाज करें और फिर गरम पानी से नहा लें. इससे आपकी स्‍किन की नमी बरकरार बनी रहेगी.

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स्किन टैनिंग हटाने के लिए बौडी पौलिशिंग करवाना चाहती हूं, कोई साइडइफैक्ट तो नहीं पड़ेगा?

सवाल-

शादी से पहले की गई शौपिंग में व्यस्त रहने के कारण मेरी स्किन टैन हो गई है. इसलिए मैं बौडी पौलिशिंग करवाना चाहती हूं. इस का कोई साइडइफैक्ट तो नहीं पड़ेगा?

जवाब-

जी नहीं, यह पूरी तरह से एक प्राकृतिक उपचार है इसलिए शरीर पर इस का कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता. इस के लिए खास तरह के प्रोडक्ट प्रयोग किए जाते हैं जैसे बौडी क्रीम, बौडी औयल, बौडी सौल्ट, बाम, बौडी पैक, ऐक्सफौलिएशन क्रीम वगैरह.

इस में सब से पहले स्क्रब को पूरे शरीर पर लगा कर हलके हाथों से हलकेहलके रगड़ा जाता है और

10 मिनट के लिए छोड़ दिया जाता है. स्क्रबिंग की मदद से बौडी की डैड स्किन निकल जाती है और साथ ही साथ टैनिंग भी रिमूव होती है. नैचुरल तरीके से बनाया गया ये स्क्रब त्वचा की रंगत को निखारने में सहायक होता है.

इस के बाद बौडी को वाश कर के उस पर स्किन ग्लो पैक लगाते हैं और सूख जाने के बाद इसे वाश कर के हटाया जाता है. इस के बाद बौडी शाइनर लगा कर त्वचा की 5 से 10 मिनट तक मसाज की जाती है. बौडी पौलिशिंग द्वारा त्वचा की मृत कोशिकाएं हटती हैं साथ ही टैनिंग भी रिमूव होती है जिस से त्वचा में कोमलता व निखार आता है. मसाज से होने वाली दुलहन स्ट्रैसफ्री फील करती है व बौडी रीलैक्स होती है.

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क्या आप की स्किन भी बहुत डल दिखती है और उस पर समय समय पर पिंपल्स या विभिन्न प्रकार की खामियां देखने को मिलती हैं. तो हो सकता है आप का शरीर आप को यह संकेत देना चाहता हो कि उसे अब केयर की आवश्यकता है.

बॉडी पॉलिशिंग में आप के पूरे शरीर पर एक क्रीम व तेल की सहायता से मालिश की जाती है और इसके साथ उसे स्क्रब व एक्सफोलिएट भी किया जाता है ताकि आप की सारी डैड स्किन निकल जाए और आप को एक क्लीयर व साफ स्किन मिले. तो आइए जानते हैं बॉडी पॉलिशिंग के क्या क्या लाभ होते हैं और बॉडी पॉलिशिंग कैसे की जाती है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- जानें क्या है बौडी पौलिशिंग के फायदे और इसे करने का सही तरीका

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आंखों में बार-बार काजल और लाइनर लगाने से लैंस खराब तो नही होंगे?

सवाल-

मैं अपनी आंखों में लैंस लगाती हूं, मुझे यह सोच कर टैंशन हो रही है कि मेरी शादी होने के बाद मैं अपनी आंखों को सुंदर बना रहने के लिए आंखों में बारबार काजल और लाइनर कैसे लगाती रहूंगी?

जवाब- 

आप की समस्या का हल है परमानैंट आई मेकअप. आंखों में कशिश लाने के लिए ही काजल और लाइनर का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन जब हम लैंस लगाते हैं तो लैंस लगाने के बाद अगर हम काजल या लाइनर लगाते हैं. वह कभीकभी अंदर चला जाता है और पहले लगा कर लैंस लगाते हैं तो यह फैल जाते हैं.

इसलिए जो लोग लैंस लगाते हैं उन के लिए परमानैंट काजल और लाइनर बैस्ट है, क्योंकि वह सारी उम्र वैसा का वैसा ही बना रहता है. इस से आप के टाइम की भी बचत होती है. इस तकनीक से लगाया गया लाइनर और काजल आप की आंखों को बिना किसी विशेष देखभाल के सालों तक आकर्षक बनाए रखता है.

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आजकल लोग आंखों को ब्यूटीफुल दिखाने के लिए या आखें कमजोर हों तो लैंस का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन गरमी या धूल मिट्टी लैंस को नुकसान पहुंचाते हैं. उतनी ही वह आंखों को भी नुकसान पहुंचाते हैं. जिससे हमारी आखें सुंदर दिखने की बजाय बदसूरत दिखने लगती है. आज हम आपको अपनी आंखों के लैंस का इस्तेमाल कब और कैसे देखभाल कैसे करें इसकी टिप्स बताएंगे.

1. इचिंग या इन्फेक्शन में लैंस के इस्तेमाल से बचें

लैंस हमेशा स्वस्थ आंखों में ही लगाएं. अगर आंखों में खुजली जलन या इंफेक्शन हो तो भूलकर भी कांटेक्ट लैंस न लगाएं .

2. लैंस के इस्तेमाल से पहले धोएं हाथ

कौन्टेक्ट लैंसलगाने से पहले, आपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धो लें . रोयेंदार तौलिए से हाथ न पोंछें,  क्योकि लैंस लगाते समय ये रोंये आंख में जाकर नुकसान पहुंचा सकते हैं .

3. मेकअप से पहले लगाएं लैंस

मेकअप करने के बाद लैंस लगाने से कास्मेटिक्स के अंश आंख में जाने से परेशानी हो सकती है .

पूरी खबर पढ़ने के लिए- 8 टिप्स: आंखों में लैंस का ऐसे रखें ख्याल

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मुझे बताइए कि मैं अपने नेल्स को खूबसूरत बनाने और बढ़ाने के लिए क्या करूं?

सवाल-

मैं अपनी सगाई में अपने नेल्स सुंदर और बड़े रखना चाहती हूं जबकि मेरे नेल्स बेहद छोटे हैं. मुझे बताइए कि मैं अपने नेल्स को खूबसूरत बनाने के लिए क्या करूं?

जवाब-

यदि नाखून छोटे हैं तो पहले नेल ऐक्सटैंशन करवा लें. ये कुछ ही घंटों में नाखूनों को बढ़ाने की प्रक्रिया है. ये उन सभी लोगों के लिए वरदान है जिन के नाखून बढ़ते नहीं या फिर जल्दीजल्दी टूट जाते हैं. इस तकनीक के तहत टूटे हुए नाखूनों को फिर नैचुरल शेप में लाया जा सकता है.

यदि आप के नाखून छोटे हैं तो नेल ऐक्सटैंशन करवा कर आप जितनी मरजी चाहे उतनी लंबाई पा सकती हैं. नेल ऐक्सटैंशन किए गए नाखून दिखने में और काम करने में बिलकुल नैचुरल नाखून की ही तरह नजर आते हैं. इन नाखूनों को एक्रिलिक पाउडर और कुछ तरल पदार्थों से बनाया जाता है. इस से आप के नेल्स को मनचाहा आकार व लंबाई मिल जाती है.

नेल ऐक्सटैंशन किए गए नाखून लगभग 1 महीने यानी आप के हनीमून तक अपनी शेप में बरकरार रहते हैं. इस के साथ आप सेमीपरमानैंट नेलआर्ट तकनीक से नाखूनों को विभिन्न रंगों और सामग्रियों से बेहद कलात्मक रूप से सजा सकती हैं. आप इसे भी आजमा कर देखिए, आप के नाखून लगभग 3 महीनों तक आकर्षक और मनभावन बने रहेंगे.

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सुंदर नाखून आपकी सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करते हैं. सुंदर नाखूनों के लिए आप अपने नाखून पर आर्ट बना सकती हैं. आप चाहें तो अपने नाखूनों को रंग, मौसम, थीम, मूड किसी के भी अनुसार, सजा सकती हैं. नाखूनों को आप हल्‍के या गहरे रंगों में रंग सकती हैं. अगर आप थोड़ी सी क्रिएटिव हैं तो नाखूनों पर ग्राफिक प्रिंट डिजायन भी बना सकती हैं. इसके लिए आपको कुछ सामानों जैसे – सेलो टेप, ट्रांसपेरेंट नेल एनमेल और नेल कलर की आवश्‍यकता होती है. इस आर्टिकल में हम आपको नेल आर्ट और उसकी केयर करने से संबंधित जानकारी दे रहे हैं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- जब सजाना हो नाखूनों को नेल आर्ट से

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