मां के प्यार के लिए किरण का दिल तड़प उठता था. मन करता था उन के गले लग जाए, गिलेशिकवे करे लेकिन वह तो पास खड़ी मां को छू भी नहीं सकती थी. दोनों के बीच फासला दो कदम का था लेकिन दूरियां जैसे बरसों की...