परेश के साथ शादी के बंधन में बंध कर ईशा जिस प्यार की कमी को पलपल महसूस करती थी वही प्यार जब उसे रशीद की आंखों में दिखा तो क्या वह उस से नजदीकियां बढ़ा पाई.