भले ही सदियों से यही कहा जाता रहा हो कि रिश्तों को निभाओ, रिश्तों को रोजाना प्यार के जल से सींचते रहें. पर क्या हमारी जिंदगी के सभी रिश्ते इतनी अटैंशन के लायक होते हैं? ऐसे रिश्तों को पहचानना बहुत जरूरी है जो आप को खुशियां नहीं बल्कि टैंशन देते हैं और जिस रिश्ते में आप का केवल इस्तेमाल किया जाता है, ऐसे रिश्ते को अलविदा कहना ही अच्छा होता है.
अपनी किताब ‘सिंगल वूमन लाइफ, लव ऐंड अ डैश औफ सैंस’ में रिलेशनशिप ऐक्सपर्ट मैंडी हेल इस सचाई की ओर इशारा करती लिखती हैं, ‘‘हम वाकई क्या चाहते हैं बनाम हम किस चीज के लिए सैटल होने के लिए तैयार हैं, इस बात को सम?ाने का एक मौका है ब्रेकअप. जीवन और प्यार में चीजों को सैटल करने की सोच से ऊपर उठिए और अगली बार जब कोई आप से यह कहे कि आप का स्टैंडर्ड बहुत ऊंचा है तो माफी मत मांगिए क्योंकि यह स्टैंडर्ड ही तो तय करता है कि हमें कैसा जीवन मिलेगा.’’
कई महिलाओं की आदत होती है कि वे यह देखना ही नहीं चाहती कि इस रिश्ते से उन्हें मिल क्या रहा है?
मगर जीवन और रिश्तों के प्रति यह नजरिया उचित नहीं. आप के पास हक है कि आप खुद को इस्तेमाल होने देने से इनकार करें और वह पाएं जिस की आप हकदार हैं.
उस रिश्ते को तोड़ने में जरा भी संकोच न करें जहां आप को जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा हो. किसी को इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है:
रुतबे और ओहदे का इस्तेमाल