मानसून का सीजन हमें जितना ही सुहाना और खुशनुमा लगता है, लेकिन उस मौसम के खत्म होने के साथ ही नमी होने के कारण अलग अलग तरह के बीमारिया व बैक्टीरिया हमारे शरीर में आ सकते हैं. जिसके कारण हमें नॉर्मल खुजली से लेकर रैशेज तक और खांसी से लेकर टाइफाइड तक बहुत सारी बीमारियां सामना करना होता है.पर अधिकतर लोगों को मानते हैं कि बार-बार हाथ धोने से हम बीमारियों से बच सकते हैं और ये फैक्ट सही भी है क्योंकि हाथ धोने से 70% तक बैक्टीरिया मर सकते हैं, लेकिन हमारे नाखूनों का क्या? क्या को बैक्टीरिया फ्री रहते है, क्योंकि कई लोग जल्दबाजी में हाथ धोते हैं और नाखून साफ करना भूल जाते हैं. नाखूनों से भी बीमारियां हो सकती हैं और इसलिए ये जरूरी है कि हम नाखूनों की हाइजीन का भी उतना ही ख्याल रखें जितना हाथों का रखते हैं.
नाखूनों को सुखा के रखें-
हाथ धोने के बाद पोंछ लेना आसान है, लेकिन अगर आपके नाखून लंबे हैं तो अंदर की ओर वो गीले रह जाते हैं और ऐसे में नेल इन्फेक्शन का खतरा भी रहता है.
इसके साथ ही पैरों के नाखूनों के साथ तो ये समस्या बहुत ही ज्यादा रहती है और ह्यूमिडिटी के कारण वो डैमेज हो जाते हैं. इसलिए हाथों और पैरों के नाखूनों को हवा लगने दें और ज्यादा देर तक दस्ताने या बंद जूते न पहनें.
अगर हाथ पैर धो रहे हैं तो हल्के हाथों से नाखूनों के साइड में भी पोंछ लें. ओपन शूज या फ्लोटर्स पहनने की कोशिश करें जहाँ तक हो सके तो आप अपने नाखून छोटे रखें.