आज के समय में कोविड की वजह से महिलाओं पर दोहरी जिम्मेदारी आ गई है. अब उन्हें घर के काम के साथ-साथ घर पर ही स्थित ऑफिस, बच्चों व परिवार, सबको संभालना पड़ता है. सभी जानते हैं कि महिला परिवार की मुख्य पिलर होती है, लेकिन वे घर परिवार की जिम्मेदारी में इस कदर उलझ कर रह जाती हैं, तब वे खुद की केयर करना भूल ही जाती हैं.

चाहे उन पर कोई ध्यान दे या न दे, उन्हें सबकी चिंता रहती है. और इसी भागदौड़ में वे अंदर से खुद को थकाथका , बीमार व तनावग्रस्त महसूस करने लगती है. छोट-छोटी बातों पर भी वे परेशान हो जाती हैं, जो सीधे तौर पर उनके तनाव को दर्शाने का काम करता है. ऐसे में हम सबकी यह जिम्मेदार है कि हम अपनी केयरगिवर की हेल्थ का पूरा ध्यान रखें और उनकी परेशान समझने की कोशिश करें. तभी परिवार खुशहाल रह पाएगा.

कोविड ने किया प्रभावित

कोविड महामारी ने वैसे तो हर किसी की शारीरिक व मानसिक हेल्थ को बिगाड़ने का काम किया है, लेकिन इससे महिलाएं सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं. क्योंकि काम व परिवार के हर सदस्य की केयर करने के कारण सबसे ज्यादा उनकी ही मानसिक, शारीरिक व इमोशनल हैल्थ पर असर पड़ा है. इसके वजह से उन पर तनावल, चिंता, अनिद्रा और दर्द का खतरा सबसे अधिक है. लेकिन केयर गिवर्स यानी महिलाओं के लिए ऐसे समय में दूसरों और खुद की केयर करने के प्रति बैलेंस बनाकर चलने की जरुरत है, ताकि वे तनाव, चिंता, अनिद्रा और दर्द से खुद को दूर रखकर खुद का व अपनों का अच्छे से ध्यान रख पाएं. ऐशे में सविकल्प साइंसेज की दवाएं उनकी परेशानी दूर करने में उनका साथ दे सकती हैं.

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