मिसेज दास यों तो मेरी कुछ भी नहीं थीं लेकिन मेरे जीवन में उन का स्थान मेरी मां से भी बढ़ कर था. उन के साथ अपने इस अनोखे रिश्ते को ताउम्र मैं सुख-पूर्वक जीता रहता लेकिन एक झूठ और गलती के कारण मैं ने उन्हें खो दिया था. ऐसे में बरसों बाद जब....