सफल प्रोफैशनल वह है जो अपनी जौब के प्रति वफादार हो और अपने सहयोगियों की टीम को साथ ले कर चले. जौब हासिल करने व कैरियर में कामयाब होने के लिए सिर्फ अच्छी एजुकेशन ही काफी नहीं है, बल्कि इस के लिए आप का प्रोफैशनल होना भी बहुत जरूरी है, ताकि आप खुद को अपनी जौब के लिए योग्य साबित कर सकें.
महेश और सुरेश दोनों एक ही कंपनी में, एक ही पद पर कार्यरत थे. महेश जहां प्रगति की सीढि़यां चढ़ता गया वहीं सुरेश की पदोन्नति नहीं हुई. उसे अपने पुराने पद पर ही बना रहना पड़ा. महेश की कामयाबी के पीछे उस का बेहतर प्रोफैशनल होना था. किसे कहते हैं बेहतर प्रोफैशनल? आइए जानते हैं.
- बेहतर प्रोफैशनल वही हो सकता है जिस में सभी क्लालिटीज हों. समय पर औफिस आना और समय पर काम पूरा करना एक अच्छे प्रोफैशनल की निशानी है.
- जो विषम परिस्थितियों में भी घबराता न हो. अपना काम सही ढंग से करता हो. हर परिस्थिति में दूसरों की बातें सुनता हो और किसी को नीचा दिखाए बिना अपनी बात सामने रखता हो.
- प्रोफैशनल वह है जो भारत में फैल रही धर्म और जाति के चक्कर में हेट कौंसपिरैंसी का हिस्सा न बने और हरेक को बराबर की जगह दे, बराबर का मौका दे.
- अच्छा प्रोफैशनल वह है जो चुनावों में तो भाग ले पर न अंधपूजन में लगे और न पूजा पर्यटन का शिकार बने.
- जो अपने कार्यों को सूचीबद्ध तरीके से करता हो. औफिस में अपना समय ठीक तरह से मैनेज करता हो और दूसरों को भी इस ओर प्रेरित करता हो.