फिल्म ‘बदलापुर’ के बाद हुमा कुरैशी के पास कोई बड़े बैनर की फिल्म का औफर नहीं है. मतलब यह कि हुमा इस समय बिलकुल फ्री हैं. अपने सपनों के राजकुमार के बारे में बताते हुए हुमा कहती हैं कि उस में कुछ भी बनावटी न हो. उस में इमोशनल फीलिंग्स होनी चाहिए, जिस से वह मेरी भावनाओं को समझ सके. वह स्टार तो बिलकुल न हो. वह ऐसा होना चाहिए, जो मुझे बहुत प्यार करे. यदि मैं शौपिंग के लिए जाऊं, तो मेरा बैग पकड़ने में उसे दिक्कत न हो. मेरे हाथों में हाथ डाल कर वह चल सके. उस की नजर में सिर्फ मैं ही सब से खूबसूरत लड़की रहूं. लेकिन मुहतरमा, जो खूबियां आप चाहती हैं वह पहले तो सब लड़कों में नजर आती हैं पर भेद तो शादी के बाद ही खुलता है.
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