बहुत से बच्चे अभिभावकों से पूछते हैं, ‘मम्मी मैं कहां से आया’, ‘सैक्स क्या होता है?’ कल तक परियों व राजाओं की कहानियां सुनने वाले बच्चों के मुंह से ये सवाल सुन कर अभिभावक परेशान हो जाते हैं. जब मम्मी को नहीं सूझता कि वह इन सवालों के क्या जवाब दे या बच्चों को कैसे समझाए, तो वह उन्हें अभी आप छोटे हो कह कर या फिर डांट कर चुप करा देती है. मगर इस बारे में दिल्ली के अपोलो हौस्पिटल की चाइल्ड स्पैशलिस्ट डाक्टर रोशनी मेहता का कहना है कि बच्चों के ऐसे सवाल जिन के जवाब देने में आप सहज महसूस नहीं कर रही हैं, तो अभी आप की यह जानने की उम्र नहीं है, बड़े होगे तो खुद ही समझ जाओगे जैसे जवाब दे कर टालें नहीं, क्योंकि संचार क्रांति के युग के बच्चे इस से संतुष्ट नहीं होंगे.
अगर आप बात नहीं करेंगी तो वे इस की जानकारी अन्य माध्यमों, जैसे अपने दोस्तों, मीडिया, इंटरनैट या अन्य संचार माध्यमों से लेंगे. ऐसे में संभव है कि उन्हें सही जानकारी न मिले और उन के मन में यह बात बैठ जाए कि सैक्स एक ऐसा विषय है, जिस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जाती है. यह वर्जित विषय है. इस से बेहतर है कि हम उन्हें घुमाफिरा कर, लेकिन सरल भाषा में जवाब दें.
जैसेकि 3-4 साल की उम्र का बच्चा यह पूछ सकता है कि उस के पास पेनिस है. लड़कियों के पास यह क्यों नहीं है? ध्यान रहे कि यह शरीर के अंगों के बारे में जानने की बच्चों की सहज और सामान्य उत्सुकता है, इसलिए मातापिता को चाहिए कि अपनी क्षमता के अनुसार वे बच्चे को भरसक संतुष्ट करने की कोशिश करें.