‘उमराव जान’, ‘बाजार’, ‘नूरी’ जैसी फिल्मों के गीतों को संगीत से जीवंत कर देने वाले संगीतकार मुहम्मद जहूर खय्याम का नाम संगीत प्रेमियों के लिए किसी परिचय का मुहताज नहीं. अपने कर्णप्रिय संगीत से हमेशा ही उन्होंने संगीत प्रेमियों के कानों में संगीत की मिठास घोली है. वे मुंबई आए तो थे फिल्मों में ऐक्टिंग करने पर संगीत के जनून ने उन्हें संगीतकार बना दिया. कई दिनों तक बिना वेतन के फिल्मों में छोटेमोटे रोल करने के अलावा खय्याम ने सेना की नौकरी भी की. अमिताभ की फिल्म ‘कभीकभी’ के सारे गीतों को आज भी गुनगुनाने योग्य बनाने वाले खय्याम 1953 की फिल्म ‘फुटपाथ’ में संगीत देने से ले कर आज तक सक्रिय हैं. पिछले दिनों सिंगर सोनू निगम के साथ फिल्म ‘गुलाम बंधु’ की कंपोजीशन करते हुए खय्याम साहब के चेहरे पर पहले जैसी ही रौनक बरकरार थी.
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