प्रकृति की सबसे अद्भुत रचनाओं में से एक है तितली. तितलियां काफी छोटी होती हैं, पर ये प्रकृति की सबसे खूबसूरत रचना हैं जो हमेशा हमारा दिल जीत लेती हैं. कभी आपने इनको ध्यान से देखा है? ऐसा लगता है भगवान ने अलग से कुछ खास रंग बनाए हैं इनमें भरने के लिए. एक तितली के जन्म लेने की प्रतिक्रिया किसी जादू से कम नहीं है.
पर दुख की बात यह है की आज तितलियां भी तेजी से आधुनिकीकरण की वजह से होने वाले बदलावों की चपेट से नहीं बच पा रही हैं. इसलिए अब जरूरी है की इनकी सुरक्षा पर ध्यान दिया जाए. इसके लिए भारत के कई जगहों पर तितली पार्क स्थापित किए गए हैं.
बन्नेरघाटा तितली पार्क, बेंगलूरु
बन्नेरघाटा तितली पार्क को 2007 में स्थापित किया गया था, यहां तितलियों का संरक्षण कर उन पर रिसर्च किया जाता है, और इनका प्रजनन भी किया जाता है. बन्नेरघाटा तितली पार्क भारत का सबसे पहला तितली पार्क है और बेंगलूरु के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक है.
ओवालेकर वाड़ी तितली बाग, ठाणे
राजेन्द्र ओवालेकर कि वजह से मुंबई जैसे व्यस्त शहर में तितली पार्क स्थापित हो पाया. दिलचस्प बात यह है कि यहां की तितलियां कृत्रिम नस्ल की नहीं हैं, ये प्राकृतिक हैं. ओवालेकर वाड़ी तितली बाग, ठाणे( मुंबई) की सरहद पर एक खेतिहर भूमि को ही बदल कर बनवाया गया था. यात्री इस बाग में लगभग 70 प्रकार की तितलियों को एक साथ देखने का मजा ले सकते हैं जो यहां आजादी से उन्मुक्त घूमती हैं. यह भारत के महत्वपूर्ण तितली पार्कों में से एक है.