इंटरनेट की मदद से कई मुश्किल काम सरल हो गए हैं. अगर बात करें इंश्योरेंस या अन्य फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स की तो आज के समय में न तो एजेंट से संपर्क करने की जरूरत पड़ती है और न ही प्रीमियम की गणना करने में ज्यादा दिक्कत आती है. यही नहीं डायरेक्ट सैलिंग के आने से ऑनलाइन पॉलिसी खरीदना काफी सस्ता भी पड़ता है. इस कारण लोग ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं. लेकिन ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखना जरूरी है ताकि भविष्य में क्लेम करते वक्त किसी भी मुश्किल का सामना न करना पड़े.
ऑनलाइन नहीं है सबके लिए
ऑनलाइन पॉलिसी खरीदना आसान है मगर इसे हर कोई नहीं खरीद सकता. आप को बात दें कि केवल स्टैंडर्ड केस ही ऑनलाइन मिलते हैं. उदाहरण के तौर पर 45 वर्ष की उम्र से अधिक के लोग या फिर जो लोग पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं वो लोग ऑनलाइन हैल्थ इंश्योरेंस नहीं खरीद सकते है. कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो पांच वर्ष से अधिक पुराने वाहनों का इंश्योरेंस नहीं करती जब तक की उसे वही इंश्योरर रिन्यू नहीं कराता. जब जीवन बीमा खरीदते हैं तो केवल प्योर टर्म पॉलिसी या फिर यूलिप प्लान ही ऑनलाइन खरीदें जा सकते हैं. अधिकांश सेविंग प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन खरीदा नहीं जा सकता है.
खरीदने से पहले कीमतों में तुलना जरूर करें
अगर गौर से देखा जाए तो एग्रीगेटर की वेबसाइट और ऑनलाइन इंश्योरेंस ब्रोकर की वेबसाइट पर इंश्योरेंस कंपनी की ओर से ऑफर की जाने वाली कीमतें एक जैसी ही होती हैं. आप चाहे एग्रीगेटर से खरीदें, ऑनलाइन खरीदें या फिर ऑनलाइन ब्रोकर से खरीदें प्रीमियम भुगतान केवल इंश्योरर वेबसाइट पर ही होती हैं. ऐसा ट्रांजेक्शन की सुरक्षा के मद्देनजर किया जाता है.