‘‘पिछली गरमियों में मैंने तय किया कि 10 दिन इंडियन आउटफिट ही पहनूंगी, लेकिन मौडर्न स्टाइल में. मेरे लिए यह आसान नहीं था क्योंकि मेरे लिए इंडियन वियर का मतलब शादी, पार्टी या डिनर में पहने जाने वाले आउटफिट होते थे. मेरे पास कुल 4 इंडियन आउटफिट ही थे.’’
‘‘दरअसल, मुझे इंडियन आउटफिट पहनना और उन्हें संभालना बेहद जटिल लगता था. जबकि वैस्टर्न आउटफिट पहनना मेरे लिए आसान था, लेकिन कई फैशन वीक का हिस्सा बनने के बाद मुझे इंडियन आउटफिट्स अपनी ओर आकर्षित करने लगे. मैं चाहती थी कि मेरी वार्डरोब में भी कुछ इंडियन आउटफिट्स हों, लेकिन लहंगा या ट्रैडिशन सलवारकमीज नहीं बल्कि मैं कुछ ऐसे मौडर्न इंडियन आउटफिट्स पहनना चाहती थी जिन्हें औफिस में भी कैरी किया जा सके. मैंने पाया कि थोड़े से फैशनेबल आइडिया के साथ इंडियन आउटफिट को मौडर्न लुक दिया जा सकता है.’’ यह कहना है हारपर बाजार इंडिया की पूर्व संपादक निशात फातिमा का.
वैसे इसमें कोई शक नहीं कि वक्त के साथ भारतीय परिधानों में बहुत से ऐसे बदलाव आए हैं जो उनके पारंपरिक लुक को बरकरार रखते हुए उन्हें मौर्डेनाइज करते हैं. आइए ऐसे ही कुछ आउटफिट्स के बारे में बात करते हैं:
स्टाइलिश बौटम
सलवार को कुर्ते के साथ पहनना अब बहुत पुरानी बात हो चुकी है. फैशन इंडस्ट्री में सलवार के साथ बहुत सारे एक्सपैरीमैंट किए जा चुके हैं. लैगिंग से ले कर फ्लेयर्ड पैंट्स, स्टे्रट पैंट्स, मैन स्टाईल पैंट्स, ट्रांसपेरैंट टेलर्ड पैंट्स, एंकल लैंथ पैंट्स, क्यूलौट्स और प्लाजो यह सभी सलवार का बदलता स्वरूप हैं. फिल्म तनु वेड्स मनु में एक्ट्रैस कंगना रनावत को फारसी सलवार पर वेस्ट लैंथ कुर्तीज के साथ जब पेश किया गया तब से कौलेज गोइंग गर्ल्स का यह फैवरिट स्टाइल बन गया. जबकि पहले ऐसा नहीं था. कुर्तों की लैंथ, स्टाईल, डिजाइन में तो बहुत से बदलाव आए लेकिन बौट्म्स में वही पुरानी सलवार और चूड़ीदार पैजामा ही लोगों की पसंद बना रहा, लेकिन फ्यूजन फैशन के इस दौर में बौटम्स