‘‘हेट स्टोरी” की सिक्वल फिल्म की यह चौथी फिल्म है, यह अर्धनग्न शरीर, गर्मागर्म दृश्य व घटिया संवादों से युक्त एक अति घटिया फिल्म है. कुल मिलाकर सेक्सी देह को पाने की साजिश व बदले की कहानी है फिल्म ‘‘हेट स्टेारी 4’’.
फिल्म की शुरूआत अर्धनग्न मौडल ताशा व अन्य लड़कियों के एक शो के हिस्से से होती है और कैमरा उनके शरीर पर उपर से नीचे गुजरता है. पर फिल्म की कहानी के केंद्र में दो भाई राजवीर खुराना (करण वाही) और आर्यन खुराना (विवान भटेना) तथा इनके बीच आने वाली मौडल ताशा (उर्वशी रौतेला) है. ताशा अपने रूप सौंदर्य व अति सेक्सी अदाओं से इन दोनो भाईयो को अपने उपर मरने के लिए मजबूर करती हैं.
पेशे से राजवीर फोटोग्राफर और आर्यन उद्दोगपति है. इनके पिता (गुलशन ग्रोवर) भी हैं. इन भाईयों के बीच ताशा के आने की वजह से हत्या व ब्लैकमेलिंग सहित कई घटनाएं तेजी से बदलती हैं.
पटकथा व कहानी के स्तर पर भी यह कमजोर फिल्म है. लेखक निर्देशक व कलाकारों का सारा ध्यान अभिनय की बजाय कपड़ों के उतरने व चढ़ने में ही रहता है. फिल्म का संवाद है- ‘‘बेडरूम में की गई प्रौमिस बोर्डरूम में नहीं लाते.’’
जहां तक अभिनय का सवाल है तो पूरी फिल्म देखकर दिमाग में यही बात आती है कि इससे जुडें कलाकार यही सवाल पूछते रहे कि अभिनय क्या होता है? करण वाही, विवान भटेना व उर्वशी रौतेला में से कोई भी अभिनय को लेकर गंभीर नजर नहीं आता. इन कलाकारों को अपने चेहरे के भावों पर काफी काम करने की जरुरत थी.
फिल्म की लोकेशन और कैमरामैन का काम जरुर आकर्षित करता है. पर फिल्म में रहस्य रोमांच भी बहुत सामान्य सा है. फिल्म के गीत संगीत भी प्रभावहीन हैं.