कौमेडियन सिद्धार्थ सागर की लापता होने की गुत्थी लगातार उलझती ही जा रही है. सिद्धार्थ ने कुछ दिन पहले एक वीडियो जारी कर यह तो बता दिया था कि वो सुरक्षित हैं, लेकिन पिछले 4 महीने से वो कहां थे और क्या कर रहे हैं इस बात का कोई खुलासा नहीं किया था. लेकिन अब हाल ही में उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि वो काफी लंबे समय से पागलखाने में थे.
एक हिन्दी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में सिद्धार्थ सागर ने कहा- मैं पागलखाने में भर्ती था. मेरा पूरा परिवार जायदाद के विवाद में फंसा था. मैंने पागलखाने में देखा कि मरीजों को शौक ट्रीटमेंट दिया जाता है. मैं डिप्रेशन में जा रहा था. सिद्धार्थ ने यह भी बताया कि उन्होंने कई लोगों से कहा कि वह उनके शुभचिंतकों को वो बताएं कि वो पागलखाने में हैं, लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की. उन्होंने कहा कि उन्हें कोई लड़की कोई टैबलेट देती थी, जिसके बाद वो अपना मानसिक संतुलन खोते चले गए.
उन्होंने आगे कहा कि किसी को नहीं पता कि मैं अभी कहां हूं, लेकिन मैं अभी जिन लोगों के साथ रह रहा हूं, उन्होंने इस ट्रोमा से निकलने में मेरी मदद की है.
उनका कहना है कि उन्होंने अपने परिवार और कुछ रिश्तेदारों के खिलाफ एनसी दर्ज की थी, लेकिन जब वो पागलखाने में थे तो उन्होंने वो एनसी गायब कर दी. सिद्धार्थ ने कहा कि मुझे धीरे-धीरे एहसास हुआ कि मेरे पेरेंट्स मेरे खिलाफ नहीं थे. उन्हें बस पैसे चाहिए थे.