देशभर से एटीएम में नकदी खत्म होने के चलते लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सरकार इस समस्या से निपटने के लिए सही कदम उठा रही है. हाल ही में सरकार ने बताया है कि नकदी की किल्लत के चलते देश की सभी प्रिंटिंग प्रेस 24x7 काम कर रही हैं ताकि लोगों की ओर से कैश की मांग को पूरा किया जा सके. ऐसे में अगर आपको भी नकदी की कमी से जूझना पड़ रहा है तो आपको हम कैश के अलावा अन्य विकल्पों के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं.

प्लास्टिक मनी का करें इस्तेमाल

प्लास्टिक मनी के चलते नकदी पर निर्भरता काफी कम हो गई है. डेबिट और क्रेडिट कार्ड की आसान स्वीकार्यता और सहूलियत के चलते लोग इसका इस्तेमाल कैश से ज्यादा कर रहे हैं. आपको याद दिला दें कि देश में 2016 में नोटबंदी लागू होने के बाद पीओएस मशीन की संख्या को बढ़ा दिया गया था ताकि लोग कैशलैस भुगतान कर सकें. बैंक ट्रांजेक्शन के आधार पर ऑनलाइन सेवाओं पर चार्ज लगाता है. यह चार्जेस हर बैंक के अलग होते हैं. साथ ही इन सेवाओं पर 18 फीसद वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लगता है. जानिए ऐसी ही नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग सेवाओं के बारे मे.

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एनईएफटी/ आरटीजीएस

नेशनल इलेक्ट्रौनिक फंड्स ट्रांस्फर (एनईएफटी) पेमेंट सिस्टम फंड टू फंड की सुविधा मुहैया कराता है. हालांकि इस सेवा का इस्तेमाल 24x7 नहीं किया जा सकता. इसमें कोई न्यूनतम या अधिकतम राशि की बंदिश नहीं है लेकिन कोई बैंक प्रति ट्रांजेक्शन राशि पर कुछ बाधाएं लगा सकता है. रियल टाइम ग्रौस सेटलमेंट (आरटीजीएस) बड़ी राशि के लिए वन टू वन और बिजनेस टू बिजनेस ट्रांस्फर की सुविधा देता है. आरटीजीएस में दो लाख रुपये की न्यूनतम राशि ट्रांस्फर की जा सकती है. इसमें ट्रांस्फर रियल टाइम में किया जाता है.

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