आजकल घरों को सजाने के लिए जितनी नई-नई चीजों का इस्तेमाल हो रहा है उतना पहले कभी नहीं हुआ. जो ट्रैंड चल रहा है वह बहुत मैचिंग-मैचिंग वाला नहीं है. जब आप भी अपने घर को सजाएं तो अलगअलग चीजों को मिक्सअप करने से न हिचकिचाएं. हमेशा ध्यान रखें कि घर को बहुत अधिक परफैक्ट भी नहीं लगना चाहिए.
घर सजाते समय जरूरी है कि कौन सा ट्रैंड चल रहा है, आप का बजट कितना है, आप को कितने समय में घर तैयार करना है के साथसाथ इस बात का भी ध्यान रखें कि आप कैसे घर में रहने में सहज महसूस करेंगे. ट्रैंड के साथसाथ अपनी पसंद का ध्यान भी रखें तभी आप इस में रहने का आनंद उठा पाएंगे.
सिमिट्री का ध्यान रखें
घर को एक सिमिट्री में सजाएं. इस से न केवल आप का घर सुंदर लगेगा, बल्कि आप के डैकोरेटिव पीसेस का आकर्षण भी बढ़ेगा. आप ने कितनी भी सुंदर और कलात्मक चीजें खरीदी हों अगर आप इन्हें व्यवस्थित रूप से नहीं रखेंगे तो ये घर का लुक बढ़ाने के बजाय कम कर देंगी.
सादगी से सजाएं
घर को संवारते समय आप को सादगी में ही सौंदर्य है वाली कहावत को हमेशा याद रखना है. थोड़ा व्यावहारिक बनें, बिना सोचेसमझे खरीदारी न करें. आप बहुत सारी ऐक्सैसरीज चुन सकते हैं, मूर्तियां, कैंडल होल्डर आर्ट पीसेस आदि. जब भी कोई ऐंटिक चीज खरीदें, सोच लें कि वह आप के इंटीरियर से मैच खाएगी या नहीं. कमरे में अधिक चीजें न रखें. वैसे भी आजकल सिंपल लुक का प्रचलन अधिक है.
पेंट: कलर थेरैपिस्ट का मानना है कि जो रंग आप घर में इस्तेमाल करते हैं उन का आप की भावनात्मक स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ता है. डल कलर घर को उदास लुक देते हैं. दीवारों पर ब्राइट रंग कराएं. आजकल पिंक और पर्पल के शेड बहुत चल रहे हैं. आप लाइट रंग की थीम भी रख सकते हैं. लेकिन उस में थोड़ी ब्राइटनैस होनी चाहिए. ब्राइट कलर और अच्छी लाइटिंग कमरों में पौजिटीविटी बढ़ाती है.