सुंदर और स्वस्थ आंखें चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाती हैं, लेकिन इन में अगर काले घेरे बन जाएं, तो इन की शोभा खत्म हो जाती है. शुरुआत में इन का पता लगाना मुश्किल होता है. जब ये काले घेरे गहरे हो जाते हैं, तो साफ नजर आने लगते हैं. असल में ये काले घेरे आंखों के नीचे की त्वचा के पतला पड़ जाने की वजह से होते हैं.
इस बारे में मुंबई की ‘स्किन इन’ की त्वचा विशेषज्ञा, डा. सोमा सरकार बताती हैं कि आंखों के नीचे के काले घेरे हाइपरपिगमैंटेशन का नतीजा होते हैं, क्योंकि ऐसे में त्वचा में मैलानिन की मात्रा बढ़ जाती है. इन के बढ़ने की वजह धूप में अधिक समय तक रहना, आनुवंशिक कारण या गलत लाइफस्टाइल हो सकता है. इन के अलावा कुछ खास कारण निम्न हैं:
- लाइफस्टाइल में बदलाव मसलन नींद कम लेना, टीवी या कंप्यूटर के आगे देर तक बैठना.
- किसी प्रकार की ऐलर्जी वाली बीमारी का होना जैसे अस्थमा, एटौपिक डर्मेटाइटिस, ऐलर्जी रेनाइटिस आदि.
- आंखों के नीचे की कोशिकाओं का खराब हो जाना.
- हारमोन असंतुलित होना.
- भारी फ्रेम का चश्मा पहनना.
- आंखों को मलते रहना.
क्या करें
इन सभी स्थितियों में सब से पहले यह जानना जरूरी है कि आप को कौन सी समस्या है. इस की जानकारी लेने के बाद जरूरत के अनुसार विटामिन सी, रैटिनल क्रीम, विटामिन के और विटामिन ई लेना जरूरी होता है.
इस के अलावा निम्न तरीके भी अपनाए जा सकते हैं:
- जब भी घर से बाहर निकलें सनस्क्रीन लगाएं.
- अगर आंखों के नीचे की कोशिकाएं खराब हो गई हैं तो हाइलोरौनिक ऐसिड फिलर्स की जरूरत होती है, जिसे किसी अच्छे त्वचा विशेषज्ञ के पास जा कर लेना चाहिए.